Vipin Jain 65 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vipin Jain 5 Aug 2024 · 1 min read श्रंगार अपने कंटीले नयनों की जरा पलकें तो झपका दो। अपने काली घटा जैसे केशो को मुक्त कर फहरा दो। डूब जाएंगे तुम्हारे इश्क के दरिया में प्यार के बहाव में।... 1 1 40 Share Vipin Jain 5 Aug 2024 · 1 min read श्रंगार अश्क आंखों से जो निकले कलेजा मुंह में आ गया। तीर सा चुभ गया दिल में आंखों में अंधेरा छा गया। तुमको नहीं देख सकता इस तरह से परेशान होते... 39 Share Vipin Jain 5 Aug 2024 · 1 min read श्रंगार आशिकों को देखो अब तो सज गया बाजार है। इश्क अब इबादत रहा नही हो गया व्यापार है। वह दिन दूर नहीं इश्क ठेलों पर बेचेंगे सौदागर। इश्क का मोल... 72 Share Vipin Jain 5 Aug 2024 · 1 min read श्रंगार लाख समुद्र मिल जाए पर दिल की प्यास बाकी है। आसमान की उंचाई मिल जाए पर दिल की उड़ान बाकी है दायरों में नहीं सिमट सकती है मौहब्बत की चाहत।... 40 Share Vipin Jain 5 Aug 2024 · 1 min read श्रंगार इश्क में जंग हार जाना कोई बड़ी बात नहीं। इश्क है तो हार जीत के कोई मायने नहीं। हार जाते जो इश्क में वह और भी डूब जाते है। इश्क... 54 Share Vipin Jain 5 Aug 2024 · 1 min read श्रंगार तुम भी तो हमारे दीवाने हो पर मानते नहीं। तुम्हारे आंखें सब कुछ कह जाती जो बताते नहीं। दिल तुम्हारा भी धड़क रहा है हमारे लिए। तुम्हें हमसे बेपनाह मोहब्बत... 54 Share Vipin Jain 5 Aug 2024 · 1 min read श्रंगार गर्म सलाखों सी पेवस्त हो रही तुम्हारी आंखें। गर्म लावा सी बदन को धधका रही तुम्हारी सांसें। पत्थर से मेरे दिल को मोम बना रहे तुम्हारे वादें। मेरे वजूद को... 25 Share Vipin Jain 2 Aug 2024 · 1 min read श्रंगार प्यार का संसार जीवन के सुनहरे पलों का काल है। धड़कते दिलों की एक साथ मिलाता ताल है। भूल जाते हैं दुनिया को अपनी सुध बुध खो कर। प्रेम में... 40 Share Vipin Jain 20 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार प्यार का संसार जीवन के सुनहरे पलों का काल है। धड़कते दिलों की एक साथ मिलाता ताल है। भूल जाते हैं दुनिया को अपनी सुध बुध खो कर। प्रेम में... 51 Share Vipin Jain 20 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार इश्क ने वह अगन लगाई सर्द रातों में पसीना आने लगा। मौहब्बत ने वह लो जलाई परवाना जलने को मचलने लगा। इश्क में लड़ाई में हर दीवाने की हार जाने... 53 Share Vipin Jain 20 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार नज़र से नज़र किया मिली दिलों का इकरार हो गया। बिना पिए ही मौहब्बत का नशा बेशुमार हो गया। हम तो पीते नहीं थे परन्तु नज़रों ने ऐसा पिलाया ज़ालिम।... 29 Share Vipin Jain 20 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार अगर हो जाए दीदार माशूक के कमबख्त दिल को सुकून हो जाए। नज़र झुका कर वह देखें तो शर्मो हया से चेहरा लाल हो जाए सांसें उफन जाने लगे सर्द... 37 Share Vipin Jain 20 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार इस हाड़ कंपकंपाती ठंड में इश्क की गर्मी का क्या कहना। मौहब्बत के मिलन में सर्दी के हुए उपचार का क्या कहना। कोई और चारा बचा नहीं सर्दी की अगन... 37 Share Vipin Jain 20 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार घने कोहरे की चादर को समेटे हुए। ठंड की कंपकंपाहट को लपेटे हुए। प्रिय तुम कहीं छिप तो नहीं गए हो। उड़ते कुहासे में और हसीन लगते हुए। विपिन 56 Share Vipin Jain 20 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार आसमान की ऊंचाई से भी ऊंचे तुम्हारे प्यार पर दिल कुर्बान। समुद्र से भी अधिक गहराई से गहरी तुम्हारी भावनाओं को मेरा प्रणाम। अनासक्त भाव से यह दिलों का मिलन... 78 Share Vipin Jain 20 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार स्वर्णिम आभा से युक्त अनिंद्य अभिनव सुन्दरी हो तुम। रुप की तेजस्विता से युक्त मृगनयनी सी सुन्दरी हो तुम। चांद भी तुम्हारे मुख को सुन्दरता निरख लजाने लगा। स्वर्ग की... 33 Share Vipin Jain 20 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार स्वर्णिम आभा से युक्त अनिंद्य अभिनव सुन्दरी हो तुम। रुप की तेजस्विता से युक्त मृगनयनी सी सुन्दरी हो तुम। चांद भी तुम्हारे मुख को सुन्दरता निरख लजाने लगा। स्वर्ग की... 32 Share Vipin Jain 20 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार बांसुरी की मधुर तान पर नृत्य कर रही राधा संग गोपियां। कृष्ण के मनोहारी रूप से सुध बुध खो रही राधा संग गोपियां। प्रेम रस कहो भक्ति रस कहो मेंं... 51 Share Vipin Jain 18 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार प्रिय तुम्हारे प्रेम की संपदा पाकर अभिभूत हूं मै। तुम्हारे मिलन की परिकल्पना से प्रफुल्लित हूं मै। न बिछुडना अब कभी भी हमारा साथ छोड़कर। तुम बसी हो सांसों में... 31 Share Vipin Jain 18 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार समुद्र की बलखाती लहरों सा उफनता वेग तुम्हारे प्यार का। ज्वालामुखी के लावे सा धधकता एहसास तुम्हारे प्यार का। कहीं खो न जाए गुमनामियों में कहानी हमारे प्यार की। कस... 46 Share Vipin Jain 18 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार अपने कंटीले नयनों की जरा पलकें तो झपका दो। अपने काली घटा जैसे केशो को मुक्त कर फहरा दो। डूब जाएंगे तुम्हारे इश्क के दरिया में प्यार के बहाव में।... 50 Share Vipin Jain 18 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार आशिकों को देखो अब तो सज गया बाजार है। इश्क अब इबादत रहा नही हो गया व्यापार है। वह दिन दूर नहीं इश्क ठेलों पर बेचेंगे सौदागर। इश्क का मोल... 18 Share Vipin Jain 18 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार लाख समुद्र मिल जाए पर दिल की प्यास बाकी है। आसमान की उंचाई मिल जाए पर दिल की उड़ान बाकी है दायरों में नहीं सिमट सकती है मौहब्बत की चाहत।... 32 Share Vipin Jain 18 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार इश्क में जंग हार जाना कोई बड़ी बात नहीं। इश्क है तो हार जीत के कोई मायने नहीं। हार जाते जो इश्क में वह और भी डूब जाते है। इश्क... 31 Share Vipin Jain 18 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार तुम भी तो हमारे दीवाने हो पर मानते नहीं। तुम्हारे आंखें सब कुछ कह जाती जो बताते नहीं। दिल तुम्हारा भी धड़क रहा है हमारे लिए। तुम्हें हमसे बेपनाह मोहब्बत... 28 Share Vipin Jain 15 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार सूरज चांद सितारे से भी ऊंचा है प्यार तुम्हारा। दुनिया की हर खूबसूरती से सुन्दर प्यार तुम्हारा। लूट लिया कमबख्त दिल को नयनों की कटार से। अब अपना कुछ भी... 31 Share Vipin Jain 15 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार आशिकों को देखो अब तो सज गया बाजार है। इश्क अब इबादत रहा नही हो गया व्यापार है। वह दिन दूर नहीं इश्क ठेलों पर बेचेंगे सौदागर। इश्क का मोल... 36 Share Vipin Jain 15 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार लाख समुद्र मिल जाए पर दिल की प्यास बाकी है। आसमान की उंचाई मिल जाए पर दिल की उड़ान बाकी है दायरों में नहीं सिमट सकती है मौहब्बत की चाहत।... 46 Share Vipin Jain 15 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार इश्क में जंग हार जाना कोई बड़ी बात नहीं। इश्क है तो हार जीत के कोई मायने नहीं। हार जाते जो इश्क में वह और भी डूब जाते है। इश्क... 32 Share Vipin Jain 15 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार तुम भी तो हमारे दीवाने हो पर मानते नहीं। तुम्हारे आंखें सब कुछ कह जाती जो बताते नहीं। दिल तुम्हारा भी धड़क रहा है हमारे लिए। तुम्हें हमसे बेपनाह मोहब्बत... 61 Share Vipin Jain 15 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार सूरज चांद सितारे से भी ऊंचा है प्यार तुम्हारा। दुनिया की हर खूबसूरती से सुन्दर प्यार तुम्हारा। लूट लिया कमबख्त दिल को नयनों की कटार से। अब अपना कुछ भी... 29 Share Vipin Jain 11 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार हवाओं से हमने जो बहना सीख लिया। खुशबुओं ने हमारा साथ निभा लिया। दिल उड़ कर परियों के देश पंहुच गया। अपने प्रियतम को लाखों में पहचान लिया। विपिन 33 Share Vipin Jain 11 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार गर्म सलाखों सी पेवस्त हो रही तुम्हारी आंखें। गर्म लावा सी बदन को धधका रही तुम्हारी सांसें। पत्थर से मेरे दिल को मोम बना रहे तुम्हारे वादें। मेरे वजूद को... 37 Share Vipin Jain 11 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार चांद सितारों से हसीन है तुम्हारा जगमगाता चेहरा। मस्त हवाओं से मदमस्त है लहलहाता आंचल तुम्हारा। सारे जहां की खूबसूरती से भी बेहद खूबसूरत हो तुम। हमारे दिल से पूछो... 32 Share Vipin Jain 11 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार सरे राह जो उसने दुपट्टे को लहरा दिया। कसम खुदा की सांसों में तूफान आ गया। शोख अदाओं से देखा कातिल मुस्कान से। रग रग सनसना उठी दिल में ज्वार... 51 Share Vipin Jain 11 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार तुम से कितना मौहब्बत है बयां कर नहीं सकता। जमाना क्या कहेगा यह सोच इजहार कर नहीं सकता। पी लेंगे हलाहल की तरह तुम्हारे प्यार के वजूद को। मेरी बजह... 48 Share Vipin Jain 10 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार वह तुम्हारा झटके से जाना दूर जाकर पलट के मुस्कुराना। शब्दों से इंकार करके नयनो को चंचलता से इधर उधर घुमाना। मझधार में छोड़ करके फिर खूबसूरत होंठों का अदा... 39 Share Vipin Jain 10 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार समुद्र की उफनती लहरों से पूछो दिवानगी मेरी। तेज आंधियों से पूछो आवारगी प्यार की मेरी। बरसते सावन के पानी से पूछो हरियाली प्रेम की मेरी। दहकती अग्नि से पूछो... 42 Share Vipin Jain 10 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार राधा बरसाने की कुंज गलियों में कान्हा के प्रेम रस में हो गई मतवारी। कान्हा की बांसुरी की प्रेम धुन पर राधा सुध बुध खो कर हो गई बाबरी। नंदन... 34 Share Vipin Jain 10 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार मुस्कुराहटों पर तुम्हारी दिल हो गया बेकरार। आंखों की मस्तियों से जिया धड़के बारम्बार। बल खाती कमर हृदय को स्पंदित कर रही बेहिसाब। तुम हो मेरे दिल की मलिका कर... 32 Share Vipin Jain 10 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार जनकपुरी के उद्यान में अमलतास के बृक्ष के पुष्पों से घिरे श्री राम के सौंदर्य को देखकर स्तंभित हो गई जानकी। नव पुष्प खिल गए हृदय कमल में श्री राम... 53 Share Vipin Jain 9 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार महबूब की मौहब्बत में जो नशा है वह किसी और में नहीं। बिना पिए चढ़ जाता किसी तरह से भी उतर सकता नहीं। मौहब्बत वह भी करें ऐसा कोई कायदा... 33 Share Vipin Jain 9 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार सरे राह इजहार जो अपने इश्क का कर दिया। महबूब ने शर्मा कर बड़ी अदा से इकरार कर लिया। सारे शहर में हमारे इश्क के चर्चे आम हो गए। हमारे... 28 Share Vipin Jain 9 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार हुस्न और इश्क की मुलाकात का दिलकश समां है। मौहब्बतो के परवान चढ़ने के सभी लोग गवाह है। इस महफिल में समां भी रंगीन है दिल भी जवां है। मौहब्बत... 31 Share Vipin Jain 9 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार चांद से हसीन तुम्हारे चेहरे की चमक पर हमने दिल कुर्बान कर दिया। फूल से अधरो को प्रेम से चुभलाते देख सांसों ने बहकना शुरू कर दिया। नशे में डूबे... 52 Share Vipin Jain 9 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार तुम से कितना मौहब्बत है बयां कर नहीं सकता। जमाना क्या कहेगा यह सोच इजहार कर नहीं सकता। पी लेंगे हलाहल की तरह तुम्हारे प्यार के वजूद को। मेरी बजह... 59 Share Vipin Jain 9 Jul 2024 · 1 min read राधा का प्रेम कहें भक्ति कहें उनका नाम कृष्ण से जुदा हो नहीं राधा का प्रेम कहें भक्ति कहें उनका नाम कृष्ण से जुदा हो नहीं सकता। कृष्ण भले ही हो सत्यभामा व रुकमणी के राधा बिना कृष्ण हो नहीं सकता। द्वारकाधीश कृष्ण... 34 Share Vipin Jain 3 Jul 2024 · 1 min read श मोहब्बत करने वालों के लिए साहिल क्या पतवार क्या। प्रेम के दरिया में कूदने वालों के लिए डूबना क्या बचना क्या। इश्क में सीढियां चढ़ने वालों के लिए मंजिल क्या... 36 Share Vipin Jain 3 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार कोमल पंखुड़ियों के रोमांचित स्पर्श सी मृदु हो तुम। हृदय कमल पर विराजित प्रेम की देवी हो तुम। श्वांस में प्रवाहित रात की रानी सी महक हो तुम। स्वप्नों में... 31 Share Vipin Jain 3 Jul 2024 · 1 min read श्रंगार तड़पते दिल को स्नेह भरा स्पर्श चाहिए। सूखते खेतों को मेघों से बरसात चाहिए। कसमसाते हदय का सहारा बनेगा कौन। डूबती जिंदगानी को भी नवजीवन चाहिए। विपिन 44 Share Page 1 Next