Dr P K Shukla 110 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Dr P K Shukla 3 Aug 2020 · 3 min read न में हां वह कई बार इलाज के लिए मेरे पास लाया जा चुका था ना ही उसकी बीमारी ठीक हो रही थी और ना वह अत्यधिक शराब पीना छोड़ रहा था ।... Hindi · लेख 4 8 497 Share Dr P K Shukla 2 Aug 2020 · 4 min read प्रारब्ध एक बार मैं वाराणसी से गोरखपुर के लिए बस में बैठ कर चला तो उस बस के परिचालक ने जो 10-12 सवारियां बैठी थी उनसे पैसे ले लिए और टिकट... Hindi · लेख 1 3 342 Share Dr P K Shukla 2 Aug 2020 · 4 min read प्रश्न वही आयाम कई प्रायः हर कोई किसी भी डॉक्टर से अपने मरीज के बारे में यह प्रश्न जरूर करता है कि डॉक्टर साहब हमारा मरीज ठीक तो हो जाएगा ? यही प्रश्न मेरे... Hindi · लेख 3 8 499 Share Dr P K Shukla 1 Aug 2020 · 4 min read जोरूं का गुलाम उस दिन आईसीसीयू में मैं अपने प्रातः कालीन राउंड के समय जब उस 93 वर्षीय वृद्ध के पास उसको देखने के लिए पहुंचा तो वह बिस्तर पर कान में जनेऊ... Hindi · लेख 1 6 397 Share Dr P K Shukla 1 Aug 2020 · 4 min read हीरा देवी उस दिन जो सांवली सी अधेड़ उम्र की मरीज़ा स्टूल पर मेरे सामने नील कमल की कली जैसी अपनी बड़ी बड़ी आँखों सहित एक भावहीन चेहरा लिए एक प्रतिमा स्वरूप... Hindi · लेख 3 6 660 Share Dr P K Shukla 31 Jul 2020 · 2 min read मुमताज़ संस्मरण उस शाम वह अपने पति के साथ फिर मुझे दिखाने आई वही उदास सा चेहरा अधेड़ उम्र और तमाम लक्षणहीन तकलीफ़े बताने लगी - यहां दर्द वहां दर्द अजीब... Hindi · लेख 4 2 329 Share Dr P K Shukla 30 Jul 2020 · 2 min read छोड़ने को बीड़ी हमने कही थी ...... पता नहीं कभी कभी लोग मेरी बात को इतनी गम्भीरता से क्यूँ ले लेते हैं । यह बात उन दिनों की है जब में कानपुर में sr ship कर रहा... Hindi · लेख 2 7 337 Share Dr P K Shukla 29 Jul 2020 · 2 min read मारने और मरवाई का फर्क संस्मरण मारना आसान है मरवाई भारी है यह बात उन दिनों की है जब मैं चिकित्सा अधिकारी के पद पर तैनाती के दिनों में होली से दो-तीन दिन पहले पोस्टमार्टम... Hindi · लेख 2 4 391 Share Dr P K Shukla 28 Jul 2020 · 3 min read जो होता है होने दो नाम पात्र समय एवं स्थान काल्पनिक है एक बार मेरी अधेड़ मरीजा जब कई बार घबराहट और छाती में दर्द के लिए भर्ती होने आई और उसके साथ एक भीड़... Hindi · लेख 1 2 503 Share Dr P K Shukla 27 Jul 2020 · 3 min read मैं केवल आज में जीता हूं मैं केवल आज मैं जीता हूं मेरे सुधी पाठक यदि आज तुमने इस पेज का आद्योपांत पठन किया तो इस निष्कर्ष पर स्वयं पहुंच जाओगे कि जीवन दर्शन को समझने... Hindi · लेख 2 8 668 Share Previous Page 3