सुरेश कुमार चतुर्वेदी 1702 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next सुरेश कुमार चतुर्वेदी 31 Mar 2024 · 1 min read आईने के सामने आईने के सामने, सच नहीं छुपता जनाब जैंसे हैं आप वैसे, दिखता है साफ-साफ दिल भी तो है एक आईना, पल-पल की खबर है दुनिया से गर छुपा लो, दिल... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 3 85 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 Mar 2024 · 1 min read आ गई रंग रंगीली, पंचमी आ गई रंग रंगीली आ गई रंग रंगीली, पंचमी आ गई रंग रंगीली करती रंगों संग अठखेली,आ गई रंग रंगीली सत रंगी सपनीली, पंचमी आ गई रंग रंगीली सप्त रंग और सप्त स्वरों ने,... Quote Writer 2 232 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 29 Mar 2024 · 1 min read चोर उचक्के बेईमान सब, सेवा करने आए कितना आकर्षण है सत्ता का,पल भर चैन न आए कई दल तोड़े कई बनाए, फिर भी कुर्सी से नहीं अघाए वोटों की तैयार हैं फसलें,कई चैतुए आए नए नए मोर्चे... Hindi · कविता 212 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 29 Mar 2024 · 1 min read महिमा है सतनाम की बन जाते हैं वरदान श्राप, जब हेतु गलत होते हैं जल जाते हैं होलिका जैसे, प्रहलाद अमर होते हैं गई असत्य के साथ, वरदान भी उसका शाप बन गया नहीं... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 109 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 27 Mar 2024 · 1 min read चीत्कार रही मानवता,मानव हत्याएं हैं जारी चीत्कार रही मानवता,धरा पर संकट है भारी। द्वेष अज्ञान अति स्वार्थ वश,मानव हत्याएं हैं जारी।। विध्वंसक युद्धों से दुनिया हलाकान है भारी। धर्म के नाम से हिंसा?, मानवता खतरे में... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 2 149 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 27 Mar 2024 · 1 min read बापू फिर से आ जाओ चीख उठी है धरती सारी, घायल है मानवता छाए हैं आतंक के बादल, जाग रही बर्बरता बापू फिर से आ जाओ, दुनिया में अलख जगा जाओ छूट रही है सत्यअहिंसा,... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 2 58 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 27 Mar 2024 · 1 min read महामोह की महानिशा महामोह की महानिशा जीवन में गहराई बंधी हुई माया की पट्टी छूट गई सच्चाई चला चली की बेला में याद सत्य की आई सुरेश कुमार चतुर्वेदी "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 80 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 26 Mar 2024 · 1 min read दुनिया को ऐंसी कलम चाहिए अज्ञान से मुक्ति दिला सके, अंधकार को मिटा सके अन्याय पर बार करे, अनाचार को खत्म करे जग को एक उजियार चाहिए, दुनिया को ऐंसी कलम चाहिए जो रुके नहीं... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 134 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 25 Mar 2024 · 1 min read समय और परमात्मा अनित्य जगत में दो ही सत्य है,समय और परमात्मा समय और परमात्मा नित्य है, बाकी सब अनित्य है दोनों दृश्य मान नहीं, अनुभव गम्य हैं अबिरल गति और सम्य है... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 107 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 25 Mar 2024 · 1 min read चार कंधों पर मैं जब, वे जान जा रहा था चार कंधों पर मैं जब, वे जान जा रहा था राम नाम सत्य का, कानों में स्वर आ रहा था राम नाम सत्य है, सत्य बोलो गत्य है सब कोई... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 112 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 25 Mar 2024 · 1 min read प्रेम और सद्भाव के रंग सारी दुनिया पर डालिए प्रेम और सद्भाव के रंग सारी दुनिया पर डालिए प्रेम और सद्भाव के रंग, सारी दुनिया पर डालिए प्यार और मोहब्बत से, सराबोर कर डालिए जीवन के गीतों को, प्यार... Quote Writer 1 181 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 24 Mar 2024 · 1 min read रंग रहे उमंग रहे और आपका संग रहे रंग रहे उमंग रहे और आपका संग रहे जीवन बसंत सा खिल जाए शीतल मंद बहार रहे प्रेम के पावन रंगों की,जीवन में सदा फुहार रहे बधाई होली 2024 सभी... Quote Writer 1 1 192 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 24 Mar 2024 · 1 min read सत्य सनातन गीत है गीता सत्य सनातन गीत है गीता, गीता परम प्रकाश है धर्म कर्म निर्वाण का पथ है, मानवता का आकाश है भक्ति ज्ञान और कर्मयोग, आत्मज्ञान साक्षात्कार है मनुज जन्म का गीत... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 144 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 23 Mar 2024 · 1 min read सृष्टि का अंतिम सत्य प्रेम है असंभव है प्रेम शब्द की व्याख्या प्रकृति के कण-कण में प्रेम समाया प्रेम शब्द का सार जगत में कोई नहीं कह पाया संपूर्ण जगत कोई और तुम्हारे प्रेम और अनुराग... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 159 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 22 Mar 2024 · 1 min read अन्ना जी के प्रोडक्ट्स की चर्चा,अब हो रही है गली-गली नों नों सम्मन निगल गए पर पूछताछ न टली आखिर फंस ही गए कट्टर जी, पुलिस उठा ले चली इससे तो वो बिल्ली भली,हज करने तो चली चूहे खाकर चुपचाप... Hindi · कविता 1 160 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 22 Mar 2024 · 1 min read आखरी है खतरे की घंटी, जीवन का सत्य समझ जाओ आखरी है खतरे की घंटी, बंधु होश में आ जाओ विन पानी जीवन न होगा, जीवन का सत्य समझ जाओ जिसकी बूंद बूंद में,सबका जीवन वसता है बहा रहे हो... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 157 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 22 Mar 2024 · 1 min read माया और ब़ंम्ह दृष्य़ जगत ब़ंम्ह की माया है, जिसमें संसार समाया है जगत दृश्य है, ब़ंम्ह अदृश्य है, यही तो उसकी माया है सारी सृष्टि और काया, अदृश्य ब़ंम्ह ने सभी बनाया... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 179 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 21 Mar 2024 · 1 min read कविता ही तो परंम सत्य से, रूबरू हमें कराती है जो अंतस के दर्द अहिर्निश, गीतों में भर लाती है नवरस और अलंकारों से, जीवन छंद सजाती है अंतर्मन के भावों को, जो होंठों तक ले आती है कविता ही... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · Poem 5 2 105 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 20 Mar 2024 · 1 min read कब भोर हुई कब सांझ ढली कब भोर हुई, कब हुई दोपहर, पता नहीं कब सांझ ढली बीत गई उमरिया सारी, असली बात न पता चली भाग रहे थे मन के पीछे, आत्मा की न बात... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 3 113 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 20 Mar 2024 · 1 min read दिखने में इंसान मगर, काम सभी शैतान से दिखने में इंसान मगर, कर्म सभी शैतानों से। कैसे हम इंसान कहें, व्यवहार नहीं इंसानों से।। धर्म कर्म नहीं इंसानियत, नहीं विवेक विचार । मानव होकर जान न पाए, मानवता... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 2 108 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 19 Mar 2024 · 1 min read सत्य और अमृत लगता है सत्य मुझे, येअमृत का पर्याय है है इनकी तासीर एक, और एक ही आधार है जैसे अमृत पीकर कोई, कभी नहीं मरता है सत्य भी वैंसा ही है,... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 114 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 18 Mar 2024 · 1 min read मन का महाभारत युद्ध चल रहा है, उर के रण समर में कुरुक्षेत्र बन गया है, मेरे ह्रदय स्थल में यह युद्ध झूंठ सांच का, पुण्य और पाप का अपने और पराए का,... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 6 132 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 11 Mar 2024 · 1 min read श्री राम अर्चन महायज्ञ मनोकामना पूर्ण सिद्ध हनुमान मंदिर रंगई विदिशा में पधारे हुए सभी संत चरणों में दण्वत प्रणाम। परम चेतना श्री गुरु की, श्री दादाजी धाम अनवरत गूंजता रहता है, जहां राम... Hindi · कविता 179 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 8 Mar 2024 · 1 min read शिव रात्रि शब्द ब्रह्म अर्पित करूं शब्द ब्रह्म महिमा कहूं, उर धर गुरु उपदेश। प्रेम सहित हृदय बसहु, शारद शेष गणेश।। शब्द ब्रह्म ओंकार है, शब्द हरि का नाम। शब्द ब्रह्म में... Hindi · कविता 166 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 3 Mar 2024 · 1 min read महाकाल का आंगन जगमग जगमग दमक उठा, महाकाल का आंगन वरनि न जाए छटा निराली, महाकाल लोक मनभावन क्षिप्रा जी के घाट सजे हैं,भरा हुआ जल पावन मोक्षदायिनी उज्जैयिनी, शिव का निवास महावन... Poem 2 175 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 18 Feb 2024 · 1 min read आज आचार्य विद्यासागर जी कर गए महाप्रयाण। आज आचार्य विद्यासागर जी कर गए महाप्रयाण। जनप्रिय संत शिरोमणि को, कोटि कोटि प्रणाम।। अपनी ओज पूर्ण वाणी से,दे गए नया मुकाम । याद रहेंगे जन जन को, उनके दिए... Quote Writer 266 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 Feb 2024 · 1 min read भारत के लाल को भारत रत्न लाल कृष्ण आडवाणी जी का जीवन, संघर्षों की गाथा है भारत के सांस्कृतिक पुनरुत्थान की,जन जन को प्रेरणा दाता है राजनीति में शुचिता और सिद्धांत के वाहक हैं एक महान... Hindi · कविता 2 2 151 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 2 Feb 2024 · 1 min read जगतगुरु स्वामी रामानंदाचार्य जन्मोत्सव आक्रांताओं का उत्पात मचा था, धर्म था गहरे संकट में समाज टूट कर बिखर रहा था, ऊंच नीच के झंझट में संकट की इन घड़ियों में, रामानंदाचार्य स्वामी आए राम... Hindi · कविता 114 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 2 Feb 2024 · 1 min read गुरु महाराज के श्री चरणों में, कोटि कोटि प्रणाम है गुरु महाराज के श्री चरणों में, कोटि कोटि प्रणाम है सभी भक्तों को जय सियाराम, पहुंचे मेरा राम राम है वेत्रवती के सुंदर तट पर, दादा जी का धाम है... Quote Writer 1 1 211 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 1 Feb 2024 · 1 min read जगतगुरु स्वामी रामानंदाचार्य चौदहवीं शताब्दी में जब भारत, आक्रांताओं से आहत था जाति पाति ऊंच नीच, धर्म बड़ा आफत में था कठिन समय में राम भक्ति के, जगतगुरु रामानंदाचार्य हुए रामानंदीय संप्रदाय संस्थापक,... Hindi · कविता 1 2 132 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 1 Feb 2024 · 1 min read आहत हो कर बापू बोले शांति वन से बापू बोले, होकर आहत हे राम रे क्यों राम नाम मचा रहे हो, तुम इतना कोहराम रे क्यों जन जन की भावनाओं को, बयानों से भड़काते हो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 210 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 31 Jan 2024 · 1 min read मुझे चाहिए एक दिल मुझे चाहिए दिल एक ऐसा,जो पर पीड़ा पर पिघल सके। प्रेम और करुणा भरा दिल, जो सत् पथ पर निकल सके।। परिवार माने सारी दुनिया को, और सभी से प्यार... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 161 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 31 Jan 2024 · 1 min read परम सत्य मैं ईश्वर के परम सत्य की, पावन कथा सुनाता हूं। श्री हरि चरित की पावन गाथा, शब्द ब़म्ह में गाता हूं।। ईश्वर एक अनंत है भैया,पार न अब तक पाया... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 167 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 31 Jan 2024 · 1 min read कामनाओं का चक्र व्यूह कामनाओं का चक्रव्यूह, प्रतिपल चलता रहता है अंतहीन इच्छाओं का, सिलसिला चलता रहता है कामनाओं का पुतला है, कामनाएं बुनते रहता है भौतिकवाद अंधानुकरण में, जीवन भर चलते रहता है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 174 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 31 Jan 2024 · 1 min read नरसिंह अवतार हिरणाकश्यप ने मृत्युंजय बनने के, सारे जतन जुटाए घोर तपस्या के बल पर,ब़म्हा से वरदान बहुत ही पाए न दिन में मरूं, न रात में,न घर में न बाहर न... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 159 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 Jan 2024 · 1 min read मेरी एक सहेली है मेरी एक सहेली है, अदभुत और अलवेली है जीवन की एक पहेली है, हरदम नई नवेली है बहुत प्यार करती है मुझको, बचपन से साथ में खेली है मुझको भी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 126 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 Jan 2024 · 1 min read उत्तम देह हे नाथ आपकी परम कृपा से,उत्तम देह मैंने पाई है। पता नहीं है जन्म पुरातन, आत्मा किस देह से आई है।। लख चौरासी जीव चराचर, सभी धरा पर आते हैं।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 188 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 Jan 2024 · 1 min read प्रेम ईश्वर प्रेम ईश्वर प्रेम अल्लाह, प्रेम मंजिल रूहानी है प्रेम इस फानी दुनिया की, फकत पहली कहानी है प्रेम का सार है भक्ति, शास्वत सत्य है ईश्वर प्रेम और इंसानियत का,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 157 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 Jan 2024 · 1 min read मन मूरख बहुत सतावै मन मूरख बहुत सतावै, पल भर चैन न पावै मन मूरख बहुत सतावै, पल भर चैन न पावै नहीं सत्संग भजन में लागै, विषयन संग लगावै भटक रहो दिन रैन,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 174 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 Jan 2024 · 1 min read शब्द ब्रह्म अर्पित करूं शब्द ब्रह्म महिमा कहूं, उर धर गुरु उपदेश। प्रेम सहित हृदय बसहु, शारद शेष गणेश।। शब्द ब्रह्म ओंकार है, शब्द हरि का नाम। शब्द ब्रह्म में बस रहे, ईश्वर अल्लाह... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 151 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 Jan 2024 · 1 min read उठ जाग मेरे मानस उठ जाग मेरे मानस, बेहोश सो रहा है अनमोल है ये नर तन, क्यों व्यर्थ खो रहा है ।उठ...... मानस जनम सुधारो, सत्कर्म मन में धारो अब तो जरा विचारों,... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 169 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 Jan 2024 · 2 min read नेम प्रेम का कर ले बंधु नेम प्रेम का कर ले बंधु होगा जग से पार प्रेम बिना है सूना सब संसार राम नाम है प्रेम सुनो मेरे सांवरिया राम नाम की नित्य भरो तुम गागरिया... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 2 140 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 Jan 2024 · 1 min read मन तो करता है मनमानी मन तो करता है मनमानी मन तो करता है मनमानी टिकता नहीं है एक जगह पर आदत वही पुरानी मन तो करता है मनमानी भंवरे जैसा घूम रहा है कली... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 2 222 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 Jan 2024 · 1 min read राम जपन क्यों छोड़ दिया राम जपन क्यों छोड़ दिया रे, तूने नाम जपन क्यों छोड़ दिया मोह न छोड़ा माया न छोड़ी, जोड़ रहा मन कौड़ी कौड़ी तेरा मेरा करते करते, क्यों राम रतन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 178 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 Jan 2024 · 1 min read आ बैठ मेरे पास मन आ बैठ मेरे पास मन आ बैठ मेरे पास मन,दो पल तो मुझसे बात कर असीम कामनाओं से,दो पल जरा विश्राम कर भटक रहे हो कबसे, अनंत वियाबान में क्यों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 157 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 29 Jan 2024 · 3 min read गंगा अवतरण सूर्यवंश श्री राम के कुल में, पूर्वज महाराज सगर हुए धर्म परायण कीर्तिवान, चक्रवर्ती सम्राट हुए सुमति और केशनी, उनकी दो महारानी थी दोनों ही महाराज सगर को,अपनी जान से... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 122 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 29 Jan 2024 · 3 min read हे विश्वनाथ महाराज, तुम सुन लो अरज हमारी हे विश्वनाथ महाराज नाथ, तुम सुन लो अरज हमारी आतंक से दुनिया हलकान है, मार रहे नर नारी मानवता है तार तार, करतूत है इनकी न्यारी रेत रहे इंसान की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 127 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 29 Jan 2024 · 4 min read सृष्टि की उत्पत्ति एक समय महाविष्णु अकेले, गहरे शून्य में सोए थे हलचल होती थी मन में, कुछ मंथन में वे खोए थे आया विचार सृष्टि रचने का, गहन और गंभीर हुए शांत... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 1 168 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 28 Jan 2024 · 1 min read ।। आरती श्री सत्यनारायण जी की।। आओ सब मिल करें आरती,श्री हरि सत्य नारायण की। तीन लोक के स्वामी श्री हरि, जगदीश्वर भगवान की।। तीन लोक के सर्जक प्रभु जी, आप ही पालक पोषक हो। देव... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 165 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 28 Jan 2024 · 3 min read ।।अथ सत्यनारायण व्रत कथा पंचम अध्याय।। एक समय राजा तुंगड्ध्वज, प्रजापालन में रत थे। प्रजापालन राज काज में, तुंगड्ध्वज पारंगत थे।। एक बार तुंगड्ध्वज राजा, मृगया को वन में गए थे। मार मार कर पशुओं को,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 168 Share Previous Page 3 Next