रीतू सिंह Tag: कविता 66 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 रीतू सिंह 15 Jul 2020 · 1 min read "बस यादे रह जाती है" लोग बिछड़ जाते है, बस यादे रह जाती है. बीते लम्हो की कुछ, मुलाकाते रह जाती है. साथ बीतये वो हसीन पल, अकेले मे रुलाते है. कभी ख़ामोशी, कभी तन्हाई... Hindi · कविता 7 2 320 Share रीतू सिंह 14 Jul 2020 · 1 min read "पुलवामा,खून में डूबी जमी हमारी" फिर खून मे, डूबी है जमीं हमारी. कइयों ने एक पल मे, जान गवा दी. आसुओ मे, डूबा है कइयों का घर. पीछे से वार किया, था वो ऐसा कायर.... Hindi · कविता 4 4 360 Share रीतू सिंह 14 Jul 2020 · 1 min read "मुदत्तो बाद फिर वही बरसात हुआ करती है" तेरे बिन अधूरे हम और विरान सी रात हुआ करती है, मुदत्तो बाद फिर वही बरसात हुआ करती है। हवा का झोंका तन को छू तेरी याद दिलाया करती है,... Hindi · कविता 8 4 380 Share रीतू सिंह 14 Jul 2020 · 1 min read "आसमा की लगती है" गालो पर लटे आपके, कुछ खास लगती है. आँखो की रोशनी, आफताब लगती है. हीरा समझने की गलती, अब हम नहीं करेगे. आप इस जहाँ की नही, आसमा की लगती... Hindi · कविता 5 8 508 Share रीतू सिंह 13 Jul 2020 · 1 min read "मोहब्बत किया होती है" मोहब्बत किया होती है, कोई बातयेगा. एक नजर का एहसास, या सदियों की कहानी है. दो पल या, डूबी पूरी जवानी है. वो दो कदम, साथ चलने का जिक्र. ना... Hindi · कविता 7 12 455 Share रीतू सिंह 12 Jul 2020 · 1 min read "माँ मेरी" दिल को जो सुकून दिलाये, लोरी गा के हमें सुनाये. माँ मेरी खुद जागे, लेकिन मुझे सुलाये. चोट कभी जो मुझको लग जाये, माँ मेरी इतना घबराये. आँखो मे भर... Hindi · कविता 6 6 236 Share रीतू सिंह 12 Jul 2020 · 1 min read "बचपन, बुढ़ापा और जवानी" वो खुशियों के दिन, थे बचपन के संग. कभी रोते हुये मुस्कुराना, कभी मुस्कुराकर चुप हो जाना. वो शरारती अन्दाज, माँ की वो प्यारी सी डाट. फिर बचपन गया जवानी... Hindi · कविता 6 2 371 Share रीतू सिंह 12 Jul 2020 · 1 min read "नादा चिड़िया" मै एक मासूम नादा चिड़िया, उड़ना चाहु सारी दुनिया. गेरो का किया, हा- हा गेरो का किया, अपनों ने ही रोका है, हर मोड़ पर मिला एक मीठा धोखा है.... Hindi · कविता 9 8 250 Share रीतू सिंह 12 Jul 2020 · 1 min read "किया तारीफ करू तुम्हारी" बहुत खूबसूरत हो, किया तारीफ करू तुम्हारी. चहरे की रोशनी, सूरज को मात देती है. गालो पर आये जुल्फे, ऐसे हवाएं भी साथ देती है. तेरे हुस्न पर दुनिया हारी.... Hindi · कविता 9 8 249 Share रीतू सिंह 11 Jul 2020 · 1 min read "जिंदगी की बंद किताबों को" कैसे समझाऊ तुझे, दिल के जज्बातों को. खोल के रख दिया है, जिंदगी की बंद किताबों को. गीले, शिकवे सब शिकायते तुझी से है. कैसे बताये ये सारी खुशियाँ,मेरी इनायत... Hindi · कविता 8 7 523 Share रीतू सिंह 11 Jul 2020 · 1 min read "मेरा किया सम्मान नहीं" पत्नी हु तो अधिकार नहीं, मेरा किया सम्मान नहीं. हर राह तेरे साथ चलू, पर अपना दर्द मे किस से कहु. पैसा बहुत है पर साथ नहीं, क्यू तुझको एहसास... Hindi · कविता 6 6 417 Share रीतू सिंह 11 Jul 2020 · 1 min read "हम वो हिन्दुस्तानी थे" वतन के हित मे जिये,हम वो हिंदुस्तानी थे. मातृभूमि के हर एक जर्रे मे,लिखी हमारी कहानी थी. हम मातृभूमि के लाल,वतन के हर दुश्मन से टकराये थे. आज भी अमर... Hindi · कविता 5 4 228 Share रीतू सिंह 11 Jul 2020 · 1 min read "मेरे हालातों का जहर" मुझको जीने नहीं देते है, मेरे हालातो का जहर. जाने कैसे कैसे ढया है, जिम्मेदारीयों ने मुझ पे कहर. कभी निराश होकर टूटती हू, दो पल कि ख़ुशी को. कभी... Hindi · कविता 8 220 Share रीतू सिंह 11 Jul 2020 · 1 min read "पुरानी पेंशन का सम्मान दो" अध्यापक का अधिकार दो, पुरानी पेंशन का सम्मान दो. ऐ सरकारे हिन्द मत ललकारो हमें, हम वो जलता सैलाब है जिसमे तेरा निशान तक जल जायेगा. हमारी पेंशन वापिस करो,... Hindi · कविता 5 378 Share रीतू सिंह 10 Jul 2020 · 1 min read "नफरत सी हो गई हैं जज्बातों से" नफरत सी हो गई है जज्बातों से, बीते हुए दिन और गुजरी रातो से. हर बार दिल ये धोखा खाता है मेरा, तेरी बनावटी बातो से. तू मेरा साथ देने... Hindi · कविता 5 4 449 Share रीतू सिंह 10 Jul 2020 · 1 min read "क्यू मजबूरियां बन गई है" ज़िन्दगी मे अब , क्यू दूरिया बढ़ गई है.. ख्वाइशें अब,क्यू मजबूरिया बन गई है. तू, हमसफ़र है मेरा बहुत गुरुर था. तेरे कदमो के निशा पर, आँखे बंद कर... Hindi · कविता 5 6 515 Share Previous Page 2