रामबाबू ज्योति 141 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 रामबाबू ज्योति 23 Feb 2018 · 2 min read जगत की रीत ऐसी एक बार एक गाँव में पंचायत लगी थी | वहीं थोड़ी दुरी पर एक संत ने अपना बसेरा किया हुआ था|जब पंचायत किसी निर्णय पर नहीं पहुच सकी तो किसी... Hindi · लघु कथा 482 Share रामबाबू ज्योति 23 Feb 2018 · 2 min read अपने जैसा दूसरा एक अजनबी मुसाफिर किसी गाँव में पहुँचा। गाँव में दाखिल होते ही उसे कुछ लोग मिल गए। एक बुजुर्ग को संबोधित करते हुए उसने पूछा, ‘‘इस गाँव के लोग कैसे... Hindi · कहानी 208 Share रामबाबू ज्योति 23 Feb 2018 · 2 min read मेहनत की रोटी गुरु नानक अपने शिष्यों के साथ धर्म-उपदेश देते घूमते रहते थे। वे भूखे–प्यासे एक बस्ती में पहुँचे। शिष्यों ने सवाल किया कि यहाँ हमें भोजन कौन देगा ? तभी एक... Hindi · लघु कथा 549 Share रामबाबू ज्योति 23 Feb 2018 · 2 min read दादा जी का चश्मा राघव कक्षा पांच मैं प्रवेश पा गया .... वह क्लास मैं हमेशा से अव्वल आता रहा है ! पिछले दिनों तनख्वाह मिली तो मैं उसे नयी स्कूल ड्रेस और जूते... Hindi · कहानी 731 Share रामबाबू ज्योति 23 Feb 2018 · 2 min read घोडा और आदमी कहते हैं कि घोड़ा पहले पालतू जानवर नहीं था। वह जंगलों में मुक्त अवस्था में घूमा करता था। एक बार किसी बात पर शेर से उसका झगड़ा हो गया। घोड़ा... Hindi · लघु कथा 710 Share रामबाबू ज्योति 22 Feb 2018 · 1 min read बेहतर भविष्य एक शिक्षण संस्थान की यह परंपरा थी - अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों में जो योग्यतम आठ-दस होते थे, उन्हें देश की औद्योगिक संस्थाएँ नियुक्त कर लेती थीं। उस साल भी... Hindi · लघु कथा 245 Share रामबाबू ज्योति 22 Feb 2018 · 3 min read फैसला सुबह- सुबह लान में टहलते हुए जगन्नाथ महापात्र के मन में द्वंद्व छिड़ा हुआ था. पत्नी के निधन के बाद वो सारा व्यापार बेटे को सौंपकर अपना समय किसी तरह... Hindi · लेख 243 Share रामबाबू ज्योति 22 Feb 2018 · 2 min read असली पूंजी एक दिन एक राजा ने अपने तीन मन्त्रियो को दरबार में बुलाया, और तीनो को आदेश दिया के एक एक थैला ले कर बगीचे में जाएं .., और वहां से... Hindi · कहानी 207 Share रामबाबू ज्योति 22 Feb 2018 · 3 min read एक बोध कथा जीवन में जब सब कुछ एक साथ और जल्दी-जल्दी करने की इच्छा होती है, सब कुछ तेजी से पा लेने की इच्छा होती है, और हमें लगने लगता है कि... Hindi · लघु कथा 465 Share रामबाबू ज्योति 22 Feb 2018 · 2 min read मधुर व्यवहार एक रात एक राजा ने स्वप्न में देखा कि एक परोपकारी साधु उसे कह रहा था,........ "बेटा! कल रात को एक विषैला सांप पिछले जन्म का बदला लेने के लिए... Hindi · कहानी 345 Share रामबाबू ज्योति 22 Feb 2018 · 2 min read अपनापन "पापा मैंने आपके लिए हलवा बनाया है" 11साल की बेटी अपने पिता से बोली जो कि अभी office से घर मे घुसा ही था, पिता "वाह क्या बात है ,ला... Hindi · कहानी 386 Share रामबाबू ज्योति 22 Feb 2018 · 2 min read बाबा गंगा दास 1857 के भारत के स्वाधीनता संग्राम में सक्रिय भूमिका निभाने वाले बाबा गंगादास का जन्म 14 फरवरी, 1823 (वसंत पंचमी) को गंगा के तट पर बसे प्राचीन तीर्थ गढ़मुक्तेश्वर (उ.प्र.)... Hindi · लेख 1k Share रामबाबू ज्योति 22 Feb 2018 · 2 min read पहचाने खुद को एक योद्धा, जिसे उसके शौर्य ,निष्ठा और साहस के लिए जाना जाता था, कुछ समय से वह स्वयं को कुछ निराश सा अनुभव करने लगा था। एक दिन वह एक... Hindi · कहानी 291 Share रामबाबू ज्योति 21 Feb 2018 · 2 min read समय की कीमत एक साधु था , वह रोज घाट के किनारे बैठ कर चिल्लाया करता था ,”जो चाहोगे सो पाओगे”, जो चाहोगे सो पाओगे।” बहुत से लोग वहाँ से गुजरते थे पर... Hindi · कहानी 389 Share रामबाबू ज्योति 21 Feb 2018 · 2 min read संगत का असर एक बार एक राजा शिकार के उद्देश्य से अपने काफिले के साथ किसी जंगल से गुजर रहा था | दूर दूर तक शिकार नजर नहीं आ रहा था, वे धीरे... Hindi · कहानी 334 Share रामबाबू ज्योति 21 Feb 2018 · 2 min read आखिरी धन 1 दिन एक राजा ने अपने 3 मन्त्रियो को दरबार में बुलाया, और तीनो को आदेश दिया के एक एक थैला ले कर बगीचे में जाएं .., और वहां से... Hindi · कहानी 412 Share रामबाबू ज्योति 21 Feb 2018 · 2 min read तीन सीखें राजा की एक राजा के तीन पुत्र थे, एक दिन राजा के मन में आया कि पुत्रों को को कुछ ऐसी शिक्षा दी जाये कि समय आने पर वे राज-काज सम्भाल सकें.... Hindi · कहानी 267 Share रामबाबू ज्योति 21 Feb 2018 · 2 min read बोल तो मीठा बोल एक बार एक राजा ने स्वप्न में देखा कि उसके सारे दाँत टूट गये है, केवल सामने का एक बड़ा दाँत ही मुँह में बचा हैं। सुबह राजा ने दरबार... Hindi · कहानी 629 Share रामबाबू ज्योति 10 Feb 2018 · 1 min read देवरानी और जेठानी *देवरानी और जेठानी* एक देवरानी और जेठानी में किसी बात पर जोरदार बहस हुई और दोनो में बात इतनी बढ़ गई कि दोनों ने एक दूसरे का मुँह तक न... Hindi · कहानी 708 Share रामबाबू ज्योति 5 Feb 2018 · 2 min read सच्ची मित्रता *??सच्ची मित्रता??* एक बार की बात है दो युवक थे उनका आपस मे परिचय हुआ । धीरे उनकी मित्रता और भी घनिष्ठ हो गई।एक दूसरे के घर जाने लगे।एक बार... Hindi · कहानी 529 Share रामबाबू ज्योति 5 Feb 2018 · 2 min read देने वाला कौन *देने वाला कौन ?* . आज हमनें भंडारे में भोजन करवाया। आज हमनें ये बांटा, आज हमने वो दान किया...। । . हम अक्सर ऐसा कहते और मानते हैं। इसी... Hindi · कहानी 238 Share रामबाबू ज्योति 4 Feb 2018 · 3 min read जीवन का मूल्य *जीवन का मूल्य* सुनसान जंगल में एक लकड़हारे से पानी का लोटा पीकर प्रसन्न हुआ राजा कहने लगा― हे पानी पिलाने वाले ! किसी दिन मेरी राजधानी में अवश्य आना,... Hindi · कहानी 307 Share रामबाबू ज्योति 4 Feb 2018 · 3 min read बेटी एक गरीब परिवार में एक सुन्दर सी बेटी ने जन्म लिया.. बाप दुखी हो गया बेटा पैदा होता तो कम से कम काम में तो हाथ बटाता,, उसने बेटी को... Hindi · कहानी 223 Share रामबाबू ज्योति 4 Feb 2018 · 2 min read छोटी छोटी बाधाओं को पहाड़ ना समझें *छोटी-छोटी बाधाओं को पहाड़ न समझे* एक किसान था। उसके खेत में एक पत्थर का एक हिस्सा ज़मीन से ऊपर निकला हुआ था । जिससे ठोकर खाकर वह कई बार... Hindi · कहानी 358 Share रामबाबू ज्योति 4 Feb 2018 · 2 min read जगत की रीत ?जगत की रीत ? एक बार एक गाँव में पंचायत लगी थी | वहीं थोड़ी दूरी पर एक संत ने अपना बसेरा किया हुआ था| जब पंचायत किसी निर्णय पर... Hindi · कहानी 503 Share रामबाबू ज्योति 29 Jan 2018 · 3 min read जीवन का मूल्य सुनसान जंगल में एक लकड़हारे से पानी का लोटा पीकर प्रसन्न हुआ राजा कहने लगा― हे पानी पिलाने वाले ! किसी दिन मेरी राजधानी में अवश्य आना, मैं तुम्हें पुरस्कार... Hindi · कहानी 353 Share रामबाबू ज्योति 29 Jan 2018 · 3 min read रिश्ते अनमोल है अच्छे अच्छे महलों मे भी एक दिन कबूतर अपना घोंसला बना लेते है ... सेठ घनश्याम के दो पुत्रों में जायदाद और ज़मीन का बँटवारा चल रहा था और एक... Hindi · कहानी 236 Share रामबाबू ज्योति 28 Jan 2018 · 1 min read जीवन ज्योति रे लियां (राजस्थानी) बहुत गंवायो जाग नर। धरती बणी उजाड़।। रूखां बिण कैंयां सरै । खुद आपणो उपाड।। ***************** मायड रा सिणगार सर। पौधां न अब रोप।। पालपोस इण विध जिंयां । बालक... Hindi · कविता 221 Share रामबाबू ज्योति 28 Jan 2018 · 1 min read पर्यावरण संरक्षण जल जीवन का सार है। जल बिन नहीं जहान।। जल दूषित होवे नहीं। इसका रखना ध्यान।। *************** जंगल अब रहते नहीं। राम कहां अब जाय।। चतुर्दशी कैसे कटे। सत युग... Hindi · कविता 361 Share रामबाबू ज्योति 28 Jan 2018 · 1 min read जिंदगी "अपनी जिंदगी के किसी भी दिन को मत कोसना" "क्योंकि;" "अच्छा दिन खुशियाँ लाता है" "और बुरा दिन अनुभव;." "एक सफल जिंदगी के लिए दोनों जरूरी है" Hindi · मुक्तक 339 Share रामबाबू ज्योति 27 Jan 2018 · 1 min read रिश्ते जिन रिश्तों को आपकी मौजूदगी से परहेज होने लगे...। वहाँ से मुस्कुरा के चले जाना ही बेहतर होता है !! Hindi · मुक्तक 302 Share रामबाबू ज्योति 27 Jan 2018 · 1 min read कसमकस जिंदगी की ये कश्मकश है ज़िंदगी की , कि कैसे बसर करें ...... ख्वाहिशे दफ़न करे , या चादर बड़ी करें ........!! Hindi · मुक्तक 536 Share रामबाबू ज्योति 27 Jan 2018 · 1 min read आस्तीन में भी साँप होते हैं *सभी के दामन में दाग़ होते हैं* *ये सुन के लोग क्यों नाराज़ होते हैं* *मैंने बिन बाँह की कमीज़ सिलवाई है* *ये सोच कर कि आस्तीन में भी साँप... Hindi · मुक्तक 1 345 Share रामबाबू ज्योति 27 Jan 2018 · 1 min read दिलों की कदर हम किसी को मजबूर नहीं करते कि वो हमसे बात करे....। जिन्हें हो दिलों की कदर वो खुद ही याद कर लिया करते हैं....।। Hindi · मुक्तक 271 Share रामबाबू ज्योति 27 Jan 2018 · 1 min read उम्मीद जिंदा रखो हौसलों के तरकश में.......... . कोशिश का वो तीर, ज़िंदा रखो....................... . हार जाओ चाहे जिन्दगी में सब कुछ, मगर फिर से जीतने की उम्मीद जिन्दा रखो।। Hindi · मुक्तक 283 Share रामबाबू ज्योति 27 Jan 2018 · 1 min read इल्जाम बस यही सोचकर कोई सफाई नहीं दी हमने , कि इलज़ाम भले ही झूठे हो पर लगाये तो तुमने है !! Hindi · मुक्तक 251 Share रामबाबू ज्योति 27 Jan 2018 · 1 min read खुशी के लम्हे जेब में क्यूं रखते हो.....। खुशी के लम्हे.....।। बाँट दो..... ना गिरने का डर.....। ना चोरी का... ....।। Hindi · मुक्तक 277 Share रामबाबू ज्योति 27 Jan 2018 · 1 min read चमके सबका भाग्य सितारा शुचिता समता सौम्यभाव का, सभी ओर हो दिव्य नजारा । खुशियां बांटें आपस में हम बढा रहे शुभ भाईचारा ।। स्वर्ग उतर आए धरती पर, मानवता का मिले सहारा। मिटे... Hindi · कविता 224 Share रामबाबू ज्योति 24 Jan 2018 · 1 min read श्रद्धा सुमन (महात्मा ज्योतिबा फुले के लिए) जीवन जिसका ज्योति पुंज है। मन गंगा जल धारा है।। ऐसे प्यारे महापुरुष को। शत शत नमन हमारा है।। कर्म भूमि जिसका समाज है। सत पथ अविरल धारा है।। भेदभाव... Hindi · कविता 449 Share रामबाबू ज्योति 24 Jan 2018 · 1 min read बहे ज्योति की निर्मल धारा शुचिता समता सौम्यभाव का । सभी और हो दिव्य नजारा। । ??? खुशियां बांटें आपस में हम। बढा रहे शुभ भाईचारा ।। ??? स्वर्ग उतर आए धरती पर । मानवता... Hindi · कविता 577 Share रामबाबू ज्योति 23 Jan 2018 · 1 min read परीक्षा का भय नाम परीक्षा का सुनते ही, डर मुझको लगने लगता। जाने कहाँ नींद खो जाती, खाने में नहीं जी करता।। *** 'मम्मी कहती' - सो जा अब तो, कल जल्दी फिर... Hindi · कविता 1 632 Share Previous Page 3