Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 118 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 27 Nov 2020 · 1 min read बहरी क्यों सरकार आज है बहरी क्यों सरकार आज है... बहरी क्यों सरकार आज है इतनी क्यों टकरार आज है... कहाँ गया धरती का सेवक दिखता बस दरबार आज है.... किया बग़ावत हक के ख़ातिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 432 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 25 Nov 2020 · 1 min read हे! देशभक्त जाँबाज वतन के रखवालों हे! देशभक्त जाँबाज वतन के रखवालों.. हे! देशभक्त जाँबाज वतन के रखवालों कोटि नमन करते है तुमको कोटि नमन.. शौर्य तुम्हारा अतुलित, तुम हिम्मतवाले जज्बा वतन की रक्षा का हो... Hindi · कविता 335 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 21 Nov 2020 · 1 min read झूठ देख इंकार न कर झूठ देख इंकार न कर... झूठ देख इंकार न कर बेमतलब टकरार न कर... हो संवेदनशील नहीं उत्तम वह सरकार न कर... लूट रहे है जो जन को उनपे और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 521 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 21 Nov 2020 · 1 min read पानी पर चलता है क्यों पानी पर चलता है क्यों... पानी पर चलता है क्यों अपनो से जलता है क्यों... नहीं रुकेगा धन-दौलत सोच जरा छलता है क्यों... ठीक नहीं जो काम लगे उसको तू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 280 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 19 Nov 2020 · 1 min read होता समय बहुत बलवान होता समय बड़ा बलवान.... (कविता) रखना मानव इसका ध्यान होता समय बहुत बलवान रहता यह जब जिसके पास वह ही उस पल होता खास चतुर्दिशा में इससे सबने पाया वैभव... Hindi · कविता 1 339 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 16 Nov 2020 · 1 min read उपवन फूल खिलाना होगा उपवन फूल खिलाना होगा... उपवन फूल खिलाना होगा मन में दीप जलाना होगा.... पथरीली राहों पर भी अब अपना पांव बढ़ाना होगा... सोये जो है भाग्य भरोसे गहरी नींद जगाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 311 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 15 Nov 2020 · 1 min read दीप वह फिर से जलेगा दीप वह फिर से जलेगा... युग-युगों से युग-युगों तक सत्य के पथ पर निरन्तर बांधने को तिमिर का क्षण वह शिखर पर से ढ़लेगा दीप वह फिर से जलेगा.... जो... Hindi · कविता 1 2 399 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 7 Nov 2020 · 1 min read मिलकर देश उठाओ ना मिलकर देश उठाओ ना.. रुपया पैसा खाओ ना ऐसे मुँह बिचकाओ ना ... चाह रहे वो जो खाना उनको वही खिलाओ ना... रूठ गए जो बेमतलब उनको और मनाओ ना...... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 259 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 6 Nov 2020 · 1 min read छोड़ो झूठी बात बनाना छोड़ो झूठी बात बनाना... छोड़ो झूठी बात बनाना नहीं रुकेगा कपट कमाना.. मालुम तो है ही यह सबको भरता नहीं है कभी खजाना... ढ़ह जायेगा महल एक दिन व्यर्थ ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 448 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 4 Nov 2020 · 1 min read करवाचौथ हाइकु... करवाचौथ भारतीय संस्कृति देती संस्कार।.. 1 रहेंगी व्रत भारतीय नारियाँ देखेंगी चाँद ।.. 2 पवित्र रिस्ता पति-पत्नी का प्यार यह त्यौहार।... 3 भारत देश अद्वितीय मिशाल करवाचौथ।... 4 करेंगी... Hindi · हाइकु 485 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 31 Oct 2020 · 1 min read आलू का तो हाल न पूछो आलू का तो हाल न पूछो... आलू का तो हाल न पूछो टेढ़ी कितनी चाल न पूछो... प्याज, टमाटर आँखें ताने पीली क्यों है दाल न पूछो.... मिरिच, मसाला, तेल,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 665 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 27 Oct 2020 · 1 min read जनप्रतिनिधि इंसान करो जनप्रतिनिधि इंसान करो... लोकतंत्र का ध्यान करो सब अपना मतदान करो... यह अवसर सबसे अच्छा अच्छे की पहचान करो... रुपया, कपडा, दारू ना वोट सदा विज्ञान करो.... सुने समस्या जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 250 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 26 Oct 2020 · 1 min read हाइकु.. हाइकु... तुम साथ हो सफर ज़िन्दगी का कट जायेगा। 1 भूल जाता हूँ अपनी हर पीड़ा तुम्हें छूकर। 2 तुम्हारा गुस्सा दिलाता है विश्वास तुम साथ हो। 3 बेटा शिवांश... Hindi · हाइकु 1 447 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 23 Oct 2020 · 1 min read हीन हो संवेदना से चल रहा है आदमी गीत..... हीन हो संवेदना से चल रहा है आदमी सिर्फ ईर्ष्या-द्वेष में जल रहा है आदमी... कामनायें दे रही पीड़ा निरन्तर मौन हो जानते सब ही मगर पूछते कि कौन... Hindi · गीत 3 354 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 22 Oct 2020 · 1 min read देखकर मुझको थोड़ा सा जो मुस्कराने लगे गीत... (गीत-संग्रह से) देखकर मुझको थोड़ा सा जो मुस्कराने लगे धीरे- धीरे वो मेरे दिल में उतर आने लगे ... जाने कैसा असर था मुझपे उन निगाहों का देखने लग... Hindi · गीत 2 1 249 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 22 Oct 2020 · 1 min read अच्छा होगा संवाद करो अच्छा होगा संवाद करो.... अच्छा होगा संवाद करो कोई न व्यर्थ विवाद करो... जो कथन स्वयं ही सीधा हो उसका सीधा अनुवाद करो... करता है कोई गलत अगर मत डरो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 370 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 18 Oct 2020 · 1 min read हक दुश्मन से मांग रहा है हक दुश्मन से मांग रहा है.... हक दुश्मन से मांग रहा है नाग अभी भी जाग रहा है.... मरा हुआ मत उसे समझना मुर्गा बनकर बांग रहा है.... पता चला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 273 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 17 Oct 2020 · 1 min read उम्मीदों का दीप जलायें उम्मीदों का दीप जलाये..... उम्मीदों का दीप जलायें सबको अपने गले लगायें... प्रेमपूर्ण जीवन ही जीवन कठिन पंथ पर कदम बढ़ायें.... द्वेष भाव अन्तर्मन में यदि तत्पर होकर दूर भगायें....... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 4 299 Share Previous Page 3