Dr.Priya Soni Khare 126 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Dr.Priya Soni Khare 12 May 2020 · 1 min read मां का आर्शीवाद नही है मेरी माँ भोली, उसने सिखाया है,मुझे-लड़ना, जीवन संघर्षों में आगे बढ़ना, दिल दुःखे, तो क्या है करना, मेरी माँ ने बताया है------ गली मोहल्ले के लड़को से मत... Hindi · कविता 4 2 370 Share Dr.Priya Soni Khare 10 May 2020 · 1 min read माँ मेरे शरीर के भार को वहन करने वाली मुझे गुरूत्वाकषॆण के विरूद्ध खडा करने वाली धरती माँ को नमन ? मेरी भावनाओं को सशक्त कर मेरी भुजाओं में बल भरने... Hindi · कविता 2 4 502 Share Dr.Priya Soni Khare 8 May 2020 · 1 min read मां कैसे कैसे दर्द लिए फिरती हूँ मैं, रोज एक तिनका नीड़ का बुनती हूँ मैं, कभी उड़ती हूँ,आसमान को छूने.... कभी धरती पर बिखरे दाने ,चुनती हूँ मैं, थक कर... Hindi · कविता 6 1 268 Share Dr.Priya Soni Khare 7 May 2020 · 1 min read विकास शीर्षक-विकास हर तरफ शोर है,विकास चहुँओर है। कँही स्वछ भारत अभियान है, कँही बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ का गान है, कोई मेट्रो से विकास को आँक रहा है, कोई सैनिक सुविधा,और... Hindi · कविता 5 525 Share Dr.Priya Soni Khare 3 May 2020 · 1 min read सीता देवी लंका विजय के बाद राम तुम्हे लेने नहीं आये, तुम मौन क्यो थी? अयोध्या की जनता तो साधारण थी उसके प्रश्नों का जवाब उसी समय क्यों नहीं दे दिया, गृह... Hindi · कविता 4 288 Share Dr.Priya Soni Khare 24 Apr 2020 · 1 min read परिवार माता-पिता है पूजनीय,करो इनका सम्मान, जिससे इनका दिल दुःखे, मत कर ऐसे काम। सब रिश्ते अनमोल है,समझो दिल की बात, छोटी-छोटी बात पर,क्यों करते उत्पात। कहानियों की पोटली,दादी-नानी का साथ,... Hindi · कविता 3 2 595 Share Dr.Priya Soni Khare 17 Apr 2020 · 1 min read करोना योद्धा चिकित्सक बने,करोना योद्धा, शत् शत्,उनका अभिनन्दन, संकट में भी निर्भय होकर, डटे रहे तुम,तुमको वंदन| नगर रक्षक भी,करोना योद्धा, मानव धर्म का कर विस्तार, भूख प्यास तज,कर्म निभाए, गीत संगीत... Hindi · कविता 3 2 326 Share Dr.Priya Soni Khare 17 Apr 2020 · 1 min read बेटी बहुत पढ़ा ली बेटी अबतो, बेटों पर भी ध्यान दो। मानवता का पाठ पढ़ाओ, उन्हें भी संस्कार दो। ताण्डव शिव का जग प्रसिद्ध है, माँ काली का विकराल रूप। शिव... Hindi · कविता 4 459 Share Dr.Priya Soni Khare 14 Apr 2020 · 1 min read जीत हम जीतेगे हर वो जंग जो इंसानियत के खिलाफ हो, वो जंगल जीतेगा, जिसमें आग लगी थी, वो इमारत भी जीतेगी जिसे बम से उड़ाने की साजिश थी, वो नदी... Hindi · कविता 3 4 517 Share Dr.Priya Soni Khare 14 Apr 2020 · 1 min read मानव शक्ति एक नया अध्याय नया इतिहास रचेंगे हम, ज्ञान,कर्म और योग का संधान करेंगे हम, प्रकृति का यह तांडव जीवन का है,अंश धैर्य हमारा सूत्र है सिद्ध करेंगे हम, स्वच्छता और... Hindi · कविता 4 2 300 Share Dr.Priya Soni Khare 10 Apr 2020 · 1 min read बचपन न कोई सेल्फी ,न अपडेट, फिर भी बचपन अप टू डेट। थोड़ी पढ़ाई,थोड़ा ड्रामा, सूरज दादा, चंदा मामा। दौड़े भागे मस्ती की रेल, सबका था आपस मे मेल। नानी का... Hindi · कविता 5 574 Share Dr.Priya Soni Khare 23 Mar 2020 · 1 min read रूपान्तरण बो दो जीवन को अन्तर्मन के धरातल पर प्रेम की मिट्टी में प्रेरणा,उत्साह संकल्प की खाद से पोषित करो सत्यता का निर्मल जल और श्वास की सकारात्मक उष्मा से उगने... Hindi · कविता 5 2 285 Share Dr.Priya Soni Khare 15 Mar 2020 · 1 min read नारी गिलहरी सी कूदती,चिड़िया सी चहचहाती, कभी आसमां पर उड़ती ,कभी जमीं पर उतर आती, मदमस्त सी चाल, उसका बेबाक़ है अन्दाज़, मगर ज़िन्दगी ने छुपा लिए थे,उससे कई राज, वो... Hindi · कविता 5 500 Share Dr.Priya Soni Khare 9 Mar 2020 · 1 min read अर्द्धनारीश्वर .थोड़ा सा पुरुष मेरे भीतर जगने दो, थोड़ी स्त्री तुम बन जाओ, अर्द्धनारीश्वर से हम ,अपनी सम्पूर्णता अपने भीतर ही पा ले| चलो,आज महिला दिवस मना ले| Hindi · कविता 4 258 Share Dr.Priya Soni Khare 12 Dec 2019 · 1 min read अपनापन दिखते नहीं हैं पर,दिल महसूस करता है, कुछ हालात होते है,कुछ जज़्बात होते है, जिनके होने की कीमत को,केवल मन समझता है| जिनसे दिल के रिश्ते है,उन्ही से दूरियां भी... Hindi · कविता 3 2 555 Share Dr.Priya Soni Khare 14 Sep 2019 · 1 min read हिन्दी जब हिन्दी की बात हो, बोली में मिठास हो, व्यक्त करे जब भावों को, हिन्दी सबसे पास हो, जब-जब मन की पींग बढ़े, हिन्दी की बरसात हो, अपनेपन की मिट्टी... Hindi · कविता 2 2 261 Share Dr.Priya Soni Khare 5 Sep 2018 · 1 min read गुरु गुरुकृपा सौभाग्य है,गुरु ज्ञान ब्रह्मास्त्र, गुरु की महिमा कैसे कहूँ, अल्प शब्द का ज्ञान। प्रथम पाठ माँ से पढ़ा,पिता ज्ञान की खान, कण -कण ने अनुभव दिया,तब जीवन हुआ महान।... Hindi · कविता 4 4 354 Share Dr.Priya Soni Khare 24 Apr 2018 · 1 min read परिवार माता-पिता है पूजनीय,करो इनका सम्मान, जिससे इनका दिल दुःखे, मत कर ऐसे काम। सब रिश्ते अनमोल है,समझो दिल की बात, छोटी-छोटी बात पर,क्यों करते उत्पात। कहानियों की पोटली,दादी-नानी का साथ,... Hindi · दोहा 4 2 493 Share Dr.Priya Soni Khare 21 Apr 2018 · 1 min read यथार्थ मुख्य पटल शीर्षक-यथार्थ त्रुटियों पर निंदा मिली,उत्तम पर सब मौन। यथार्थ यही है आज का,मन पढ़े अब कौन । मन चाहा मिलता नहीं,समय -समय की बात। जो जोड़ -तोड़ की... Hindi · दोहा 2 2 405 Share Dr.Priya Soni Khare 12 Apr 2018 · 1 min read यथार्थ कितना चीखोगे, कितना चिल्लाओगे, झूठ के रूप अनेक है,सत्य पकड़ न पाओगे। दुःख की गठरी साथ है,सुख की मंजिल दूर, दुविधा यदि मन में रहे,आगे कैसे बढ़ पाओगे। बात-बात में... Hindi · कविता 2 678 Share Dr.Priya Soni Khare 6 Apr 2018 · 1 min read तुम्हारा इंतज़ार जब तुम नहीं थे ... तब भी जिंदगी चलती थी.... जब तुम आये, जिंदगी ने करवट बदली, कभी दौड़ती,कभी थम जाती..... औऱ कभी ग़ुम हो जाती, ख़ुद में तुम्हे तलाशती।।।।।।... Hindi · मुक्तक 2 324 Share Dr.Priya Soni Khare 6 Apr 2018 · 1 min read बरसों का इंतजार धड़कने थम गई, साँसे धौकनी सी चलने लगी...... रोम - रोम सिहर उठा........ आँखे तो बह चली......... चट्टान हुए मन के पहाड़ को तोड़ कर...... पहाड़ी झरने सी..... शब्द मौन... Hindi · कविता 5 2 332 Share Dr.Priya Soni Khare 6 Apr 2018 · 1 min read इंतेज़ार मशीन होती जिंदगी को,धड़कनों का इंतजार है। घड़ी की सुईयों पर नाचती जिंदगी को, समय का इंतजार है। वो आज भी चूल्हे पर रोटी बनाती है, एक बूढ़ी माँ को,बेटे... Hindi · कविता 2 301 Share Dr.Priya Soni Khare 6 Apr 2018 · 1 min read जल संरक्षण नदियाँ सिकुड़ गयी, झरने सूख गए, पोखर पाट दिए, तालाब रेतीले हो गए, कुँए बंद हो गए, समुन्द्र सुनामी हो गए, एक एक करके ----हमने, जल स्रोतों से खिलवाड़ किया,... Hindi · कविता 2 331 Share Dr.Priya Soni Khare 6 Apr 2018 · 1 min read कश्ती अपने ही सवालों में,उलझी हैं जिंदगी मेरी, मन के समँदर में,फँस गयी है कश्ती मेरी। बन के पतवार तूने,हौसला बढ़ाया था, बिन तेरे कैसे आगे बढ़ेगी,कश्ती मेरी। मैंने देखा है,भीतर... Hindi · कविता 5 2 461 Share Dr.Priya Soni Khare 27 Jan 2018 · 1 min read अभी तक बाकी है जब जब चीख़ें गूँजी है, तब मौन अस्मिता जागी है। चारदीवारी के भीतर , आग अभी तक बाकी है। कंही देवी है,कंही रानी है, नारी के नारी होने की ,... Hindi · कविता 4 441 Share Previous Page 3