jyoti jwala 635 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next jyoti jwala 20 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक चमन में ख़ुद को ख़ारों से बचाना है बहुत मुश्किल, बिना उलझे गुलों की खुशबू पाना है बहुत मुश्किल, ना छोड़ी चोर ने चोरी, ना छोड़ा सांप ने डसना, फ़ितरतों... Hindi · मुक्तक 286 Share jyoti jwala 20 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक जलती लौ में जलता कैसे परवाना लिखते हैं, प्यार में टूटे दिल का जो अफ़साना लिखते हैं, वो छोड़ के कुर्बानी वीरों की अमर कहानी को प्रेमी, पागल, दीवानों का... Hindi · मुक्तक 203 Share jyoti jwala 20 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक शब्दों का नसीहत में ढलना भी ज़रूरी है, कड़वा है मगर सच को कहना भी ज़रूरी है , औरों के भरोसे ख़्वाब मुक़म्मल नही होते मंजिल तक पहुंचने को चलना... Hindi · मुक्तक 1 1 203 Share jyoti jwala 20 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक जऱा उलझनों से निकल करके देखे हैं मुश्किल ये राहें मगर चल के देंखे औऱों की खातिर जली ज्योति हरदम खुद के लिए भी तो जल कर के देखे Hindi · मुक्तक 215 Share jyoti jwala 20 Sep 2021 · 1 min read कविता जब भी मेरे बारे में लिखना क्या लिखना क्या न लिखना ना लिखना कजरारे नैना ना सुरमा,मेंहदी फूल और गहना ना चाँद और तारों - सी सूरत ना मोम की... Hindi · कविता 330 Share jyoti jwala 20 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक पिता हमारे रच देते हैं एक अछोर आकाश, पालन- पोषण माँ करती ना लेती अवकाश, माँ की ममता सागर सी पिता ज्ञान के दीपक दोनों मिलके जीवनपथ में भर देते... Hindi · मुक्तक 1 190 Share jyoti jwala 20 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक हर किसी को हक़ में ही हालात चाहिए, पथभ्रष्ट होकर भी उन्हें औक़ात चाहिए, ख्वाहिशों की दौड़ में शामिल हुए सभी अब अंधी नज़र को भी करामात चाहिए,, Hindi · मुक्तक 248 Share jyoti jwala 20 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक हमको हम्हीं से बचाने की कोशिश, नज़र जो गिरी तो उठाने की कोशिश, कोशिश है इतनी की खो ना सके हम खुद को खुदी से मिलाने की कोशिश,, Hindi · मुक्तक 429 Share jyoti jwala 20 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक प्रेम में पागल होना है तो देशप्रेम में हो जाओ, माँ भारती की सेवा में सर्वसमर्पित कर जाओ, जुल्फों की छाँव छोड़ो, बन भौंरा ना मँडराओ, दुश्मन का तुम पतन... Hindi · मुक्तक 284 Share jyoti jwala 20 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक क्यों ज़िंदगी की दौड़ में रफ़्तार के झगड़े, रिश्तों में भी शामिल हुए दीवार के झगड़े, ना कुछ लेके आये थे, ना कुछ लेके जाएंगे जानें क्यूँ ''तेरा-मेरा'' का ये... Hindi · मुक्तक 217 Share jyoti jwala 17 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक मूक बधिर ना रह सकती ज्वाला तो मुँह खोलेगी, शब्दों को हथियार बना हर ज़ेहन में ऊर्जा घोलेगी, मौन, विवश की संगति से मुर्दों की बू आ जाती बोल सके... Hindi · मुक्तक 259 Share jyoti jwala 13 Sep 2021 · 1 min read गीत वीरों की धरती है भारत सुनते यही सुनाते हैं, बलिदानों की गाथाएँ, कण कण हम में पाते हैं, धरती है ये वीर शिवाजी, महाराणा प्रताप की, छत्रपति संभा जी की... Hindi · गीत 1 1 218 Share jyoti jwala 11 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक लेखनी मेरी मगर यह आपके जज़्बात हैं, शब्द वो दिखला रहे जो देश के हालात हैं बातें सच,सेवा,समर्पण,देश के सम्मान की ये कलम जो लिख रही आप ही की बात... Hindi · मुक्तक 221 Share jyoti jwala 10 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक तड़पते हैं ना, रोते हैं ना फ़रियाद करते है, सदा मेहनतों से अपना घर आबाद करते हैं, छोड़ देने की धमकियों का भला डर हमे कैसा तुमको आज खुद ही... Hindi · मुक्तक 520 Share jyoti jwala 7 Sep 2021 · 1 min read सब बिकाऊ है? लेखनी का सौदा हो बाज़ार के संग में तो वक़्त भी लाचार उस लाचार के संग में क्या जरूरी है भला कोई जरूरत इतनी क़ि जब शब्दों का व्यापार हो... Hindi · मुक्तक 1 404 Share jyoti jwala 6 Sep 2021 · 1 min read एक गलती बलिदानों की बुनियादों पर आज़ादी का भवन खड़ा है, जाति - धर्म के बंटवारो में आज भी उलझा देश पड़ा है Hindi · शेर 230 Share jyoti jwala 5 Sep 2021 · 1 min read झांसी की रानी कभी डरी ना जो दुश्मन से ना ज़ां की कुर्बानी से, जीवन जीना सीख रही हूँ झांसी वाली रानी से, हिम्मत को तलवार बनाईं अंग्रेजों को मार भगाईं, भारत का... Hindi · कविता 1 597 Share jyoti jwala 5 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक बहुत हम सुन लिए बाबर, अकबर की कहानी को , बहुत हम सुन लिए टोपी और दाढ़ी की कुर्बानी को आखिर कब तलक हम आपसी रंजिश में उलझेंगे समय की... Hindi · मुक्तक 2 1 465 Share jyoti jwala 5 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक " खुदा से डर नहीं है तो इबादत छोड़ ही दो तुम, हटा लो तख्त से नज़रे शरारत छोड़ ही दो तुम, जनेऊ और तिलकधारी कभी टोपी की नौटंकी धर्म... Hindi · मुक्तक 1 410 Share jyoti jwala 3 Sep 2021 · 1 min read जीवन गर्भ से आना तय है जाना तय है इस संसार से जीवन नैया चलती रहती साँसों की पतवार से गम, खुशियों की लहरें मन के सोच सरोवर में कभी किनारा... Hindi · मुक्तक 1 442 Share jyoti jwala 1 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक नम आँखों से भी अधरों को मुसकाना पड़ता है मन ना माने मन को फिर भी समझाना पड़ता है, स्नेह,भक्ति का भाव भरा जब भी पूर्ण समर्पण हो इंसान न... Hindi · मुक्तक 213 Share jyoti jwala 31 Aug 2021 · 1 min read मुक्तक बुलंदी पर पहुँचने के बहुत अरमान बाक़ी है, धड़कन दिल की है जारी अभी भी जान बाक़ी है, उसूलों पर भी चलकर के मंज़िल तक पहुँच जाते हैं सच्चे लोग... Hindi · मुक्तक 1 2 454 Share jyoti jwala 31 Aug 2021 · 1 min read मुक्तक ख्वाहिशों की दौड़ में अपनी सफलता खोजनी है, मुश्किल भरी इन राहों में एक सरलता खोजनी है, निज भावों में कटुता लिए भी लोग मिलते हैं मगर स्नेह, करुणा से... Hindi · मुक्तक 1 251 Share jyoti jwala 30 Aug 2021 · 1 min read मुक्तक ना जाति धर्म का पंगा हो, ना कोई दहशत दंगा हो, अधरों पर जयगान देश का हम सबकी शान तिरंगा हो,, Hindi · मुक्तक 1 264 Share jyoti jwala 26 Aug 2021 · 1 min read पंक्तियाँ सिंह -सा प्रहार करतें, है चीते सी चाल, जो बदन से खींच लें, दुश्मनों की खाल, शीश हो कटे परंतु धड़ से अपने जो लड़े काल के भी काल वो... Hindi · मुक्तक 2 208 Share jyoti jwala 28 May 2021 · 1 min read रिमझिम -रिमझिम अंबर ने अमृत घट से यह प्रेम का रस छलकाया है, रिमझिम-रिमझिम बूँदें लेकर देखो सावन आया है, खिली खिली है हरित वसन को, पहनी है धरती सारी, धुली -... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 4 5 428 Share jyoti jwala 28 May 2021 · 1 min read मुक्तक करूणा की रसधार नयन को अधरों पर मुस्कान मिले अधनंगी धरती को पेड़ों -पौधों का परिधान मिले स्नेह - सुधा बाँटे बसुधा के नर - नारी मिलकर सबको मज़हब की... Hindi · मुक्तक 2 282 Share jyoti jwala 1 May 2021 · 1 min read मुक्तक जिस रात की ना हो सुबह वो रात तो आई नही, जो छँट सकी ना आसमां से वो घटा छाई नही कुछ वक्त है इस वक्त में पर वक्त बदलेगा... Hindi · कविता 1 310 Share jyoti jwala 30 Apr 2021 · 1 min read मुक्तक खौंफ में है जिंदगी क्युं जिंदगी लाचार है मृत्यु का बस शोर है चहुँओर हाहाकार है लड़ रहें हर सांस से बोझ सांसो का लिए आँख में आसूं भरे है... Hindi · मुक्तक 3 1 470 Share jyoti jwala 6 Apr 2021 · 1 min read मुक्तक इन साजिशो के दौर में घुटते हुए से हम रिश्तों की चोट खाकर टूटते हुए से हम सब साथ थे,सब साथ हैं सब साथ रहेंगे मन के इसी भ्रम में... Hindi · कविता 2 489 Share jyoti jwala 17 Mar 2021 · 1 min read एहसास...इन दिनों हजारों सवालों के घेरे में रहती मेरी जिंदगी अब अँधेरे में रहती उलझी है रिश्तों के धागों जब से सदा मुश्किलों के थपेरे में रहती, नम आँखों से भी मुस्कुराती... Hindi · कविता 4 404 Share jyoti jwala 8 Mar 2021 · 1 min read नारी शक्ति लाखों रावण जले हैं कई दशहरे, ज़ख़्म सीता के अब भी हरे के हरे... 2 अब भी सीता की अग्नि परीक्षा वही, हाथ जोड़े खड़ी द्रोपदी है कहीं पूछती मैं... Hindi · कविता 2 4 845 Share jyoti jwala 3 Mar 2021 · 1 min read वो नारी है अग्नि की उठती ज्वाला , ढलते सूरज की लाली है, ममतामयी माँ दुर्गा -सी कभी रुद्र वो चंडी काली है, अबला कहते हो उसको, जो दैत्यों पर भी भारी है,... Hindi · कविता 4 4 665 Share jyoti jwala 27 Feb 2021 · 1 min read मुक्तक कहीं फूलों से डरते हैं कहीं खारों से डरते हैं, मुखौटे मे छिपे सारे ही किरदारों से डरते हैं, धर्म की आंच पे जो रोटियां सेंके सियासत की ये सच... Hindi · मुक्तक 1 514 Share jyoti jwala 27 Feb 2021 · 1 min read मुक्तक हुआ वीरान सा मौसम कहो मुसकाए कैसे हम, आँखें हो गयीं क्यूँ नम तुम्हें समझाए कैसे हम, अँधेरी रात की गहरी ख़ामोशी में हैं तनहा दिल दिए की लौ हुई... Hindi · मुक्तक 3 3 307 Share jyoti jwala 27 Feb 2021 · 1 min read मुक्तक ख्वाब झूठे और ये विश्वास है किस काम का बाँटता है जो हमें इतिहास है किस काम का, भूख ने हालात जिनके पागलों से कर दिए, उन गरीबों के लिए... Hindi · मुक्तक 3 2 451 Share jyoti jwala 27 Feb 2021 · 1 min read मुक्तक ये समझदारों की दुनिया है नए विश्वास की, बात से रोटी खिलाती भूखों को ये आस की, याद रखिये ढल गये न यूँहीं कविता में विचार हैं जले वर्षों तलक... Hindi · मुक्तक 1 436 Share jyoti jwala 14 Feb 2021 · 1 min read " पुलवामा हमला " आज भी पुलवामा का घाव हरा है मेरे सीने में, वीर सैनिकों को खोया था हमने इसी महीने मे, लिपट तिरंगे में घर आए उन सबकी कुर्बानी को, भूल नहीं... Hindi · कविता 1 4 296 Share jyoti jwala 11 Feb 2021 · 1 min read प्रेम भँवर मनमोहक है प्रेम की भाषा प्यारी लगती कानों को अपना- सा एहसास कराती ये मधुरस बेगानों को, कभी बहे जीवन में जैसे प्रेम की सरिता, प्रेम सरोवर अमर लगे हर... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 53 534 Share jyoti jwala 16 May 2020 · 1 min read मुक्तक प्यार कर तू प्यार कर ये जाँ वतन पे वार कर, माँ भारती के शत्रुओं पे सिंह सा प्रहार कर, उखाड़ दे भुजा ही जो वतन की आन लूटती खौंफ... Hindi · मुक्तक 2 247 Share jyoti jwala 12 May 2020 · 1 min read मुक्तक ख्यालों में मेरे आकर सताया ना करो साजन, जलता है ये दिल मेरा जलाया ना करो साजन, बड़ी मुश्किल से रातों में मुझे अब नींद आती है ख्वाबों में मेरे... Hindi · मुक्तक 2 270 Share jyoti jwala 30 Mar 2020 · 1 min read वक्त मिला है वक्त का पहिया घूम के जैसे बीते कल पर आया है दौड़ रही दुनिया को वक्त ने घर में आज बिठाया है, भाग - भाग सब सोच रहे थे हमने... Hindi · कविता 4 2 293 Share jyoti jwala 25 Mar 2020 · 1 min read ना कहना ना कहना कि तू जिन्दगी है हमारी, ना कहना कि तू ही तो है सबसे प्यारी, ना कहना कि तुझको हो मेरी जरूरत तो मैं छोड़ दूंगा ये दुनिया ही... Hindi · कविता 1 2 643 Share jyoti jwala 15 Feb 2020 · 1 min read न्याय हो हे न्याय की देवी आँखे खोल, कुछ तो बोल कुछ तो बोल कब तक भटकेगी इक माँ यूं दर- दर बनके फटी सी ढोल, कभी इधर से कभी उधर से... Hindi · कविता 1 291 Share jyoti jwala 13 Feb 2020 · 1 min read जागो तुर्की, अरबी ,मुगल, मंगोल, बोल रहे वो बिगड़े बोल बांट रहे हैं तुमसे तुमको हिन्द के मुस्लिम आँखे खोल, आज भी तुमको नचा रहे हैं अपने एक इशारे पर जामा... Hindi · कविता 2 364 Share jyoti jwala 22 Jan 2020 · 1 min read आज़ादी के दीवाने मै सदा ही भारत की गौरव गाथाएं ही दोहराती हूँ, आज़ादी के दीवानो को नित नित शीश झुकाती हूँ, आज़ाद,भगत सिंह, बिस्मिल से पुत्र यहाँ बलवान हुए, देश की आजादी... Hindi · गीत 2 2 287 Share jyoti jwala 7 Jan 2020 · 1 min read अब बस....... नहीं सुरक्षित घर आंगन ना सड़के ना गलियारे, चहुँओर दरिंदे बैठे हैं सब अपने पांव पसारे, नित दिन लूट रहे अस्मिता, लुप्त हो रही मानवता, चीखें सुनकर मौन खड़े सब... Hindi · कविता 1 2 552 Share jyoti jwala 15 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक मांगा है जिन्दगी ने हिसाब कई बार मैंने देखा ख़्वाब में भी ख़्वाब कई बार, खुशी तो कर सकीं न मेरे दिल को कभी खुश ग़म ने मगर किया है... Hindi · मुक्तक 403 Share jyoti jwala 14 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक जब भी जिन्दगी से जिन्दगी जंग ठान लेती है, न जाने क्यों तभी किस्मत ये इम्तिहान लेती है, खुशी के पल से जब भी रूबरु होने का पल आता हमारी... Hindi · मुक्तक 2 238 Share jyoti jwala 11 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक भूले से भी कभी हद ये पार मत करना, हमारी जिन्दगी को शर्मसार मत करना, लहू हमारा मुफ्त में ही तोल दो लेकिन ज़मीर बेचने का कारोबार मत करना। Hindi · मुक्तक 2 3 299 Share Previous Page 3 Next