हिमांशु Kulshrestha 385 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid हिमांशु Kulshrestha 4 Dec 2024 · 1 min read दर्द इस क़दर मिले दर्द इस क़दर मिले सफ़र ए जिंदगी में , दर्द का अहसास भी अब होता नहीं , दिखाई देती है नमी हल्की सी पर आँखों में आँसुओं का दरिया कभी... Quote Writer 1 13 Share हिमांशु Kulshrestha 3 Dec 2024 · 1 min read एक शख्स जो था एक शख्स जो था बेहद करीब मेरे बेसबब मेरी जिन्दगी से कहीं दूर निकल गया एक ख़ामोश सन्नाटा था हौले से मेरे वज़ूद में उतर गया हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 16 Share हिमांशु Kulshrestha 1 Dec 2024 · 1 min read इश्क की राहों में मिलते हैं, इश्क की राहों में मिलते हैं, सपनों के रंग, हकीकत की परछाइयाँ, ज़िंदगी को स्याह बना देती हैं आँखे बरसने लगती है बेसबब कभी भी हर आँसू में तेरा अक्स... Quote Writer 1 18 Share हिमांशु Kulshrestha 1 Dec 2024 · 1 min read प्रेम वो नहीं प्रेम वो नहीं जो एक ग़लती पर साथ छोड़ दे.. प्रेम तो वो है जो सौ गलतियों को भी सुधार कर ज़िन्दगी भर साथ दे.. हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 20 Share हिमांशु Kulshrestha 30 Nov 2024 · 1 min read अल्फाजों को क्या खबर अल्फाजों को क्या खबर किस क़दर असर करते हैं कभी पत्थर,कभी मोम तो कभी आईना होते हैं हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 17 Share हिमांशु Kulshrestha 29 Nov 2024 · 1 min read मेरे दर्द को पढ़ने की मेरे दर्द को पढ़ने की कोशिश करते हैं लोग अख़बार की ख़बर नहीं किताबों की बात करते हैं लोग हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 2 2 25 Share हिमांशु Kulshrestha 28 Nov 2024 · 1 min read बड़ा अजीब सा बड़ा अजीब सा किरदार है मोहब्बत का अधूरा तो रह सकता है पर ख़त्म नहीं हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 14 Share हिमांशु Kulshrestha 27 Nov 2024 · 1 min read चाँद की शुभ्र ज्योत्सना चाँद की शुभ्र ज्योत्सना से सजे दरख्तों के साये में भी सुकून नही मिलता.. बैठा रहता हूँ चाँदनी के तले उसके इंतजार को संभाले, मगर उसका पता नही मिलता... टहलता... Quote Writer 1 25 Share हिमांशु Kulshrestha 26 Nov 2024 · 1 min read जब फैसला लिया तुमने जब फैसला लिया तुमने मुझसे दूर जाने का , धड़कनें मेरे दिल की मुझसे सवाल करने लगीं , क्या जिन्दगी के इस सफर में, यूँ ही अधूरे रहेंगे रास्ते इश्क़... Quote Writer 25 Share हिमांशु Kulshrestha 25 Nov 2024 · 1 min read मेरे इश्क की गहराइयाँ मेरे इश्क की गहराइयाँ समन्दर से भी गहरी हैं, हर लम्हा तेरी खुशबू से महकता है मेरा मन जो तू है सब कुछ हासिल है मुझे तेरे बिना जिंदगी का... Quote Writer 20 Share हिमांशु Kulshrestha 24 Nov 2024 · 1 min read यूँ तो कोई ग़म नहीं यूँ तो कोई ग़म नहीं फ़िर भी मैं ख़ामोश रहता हूँ तन्हाई रास आने लगी हैं बरसों बरस दूर रहा ख़ुद से बस,अब मैं ख़ुद के साथ रहता हूँ हिमांशु... Quote Writer 25 Share हिमांशु Kulshrestha 23 Nov 2024 · 1 min read फ़िर होता गया फ़िर होता गया कुछ ऐसा सब्र की उंगलियों को थाम लिया हमने जिन्दगी भी हैरत में आ गई है ये दौर देख कर हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 27 Share हिमांशु Kulshrestha 22 Nov 2024 · 1 min read जो लगा उन्हें जो लगा उन्हें मुझे उनसे इश्क़ है वो, बेतरह मगरूर हो गए भूल गए वादे, इक़रार सभी बस दूर मुझ से हो गए मलाल महज इतना ही रहा माना था... Quote Writer 25 Share हिमांशु Kulshrestha 21 Nov 2024 · 1 min read ए जिन्दगी कुछ ए जिन्दगी कुछ कदम और चल मुझे कुछ पल के सुकून का इंतजार है हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 27 Share हिमांशु Kulshrestha 20 Nov 2024 · 1 min read तुमसे जो मिले तो तुमसे जो मिले तो ज़िंदगी खूबसूरत लगने लगी हसीन ये आसमान और ज़मीं लगने लगी यक़ीन ग़र कर पाओ मेरा, तो सुनो, मुझे तुम बेशक दूर रहो मुझ से फ़िर... Quote Writer 21 Share हिमांशु Kulshrestha 19 Nov 2024 · 1 min read आज जागते हुए आज जागते हुए एक हसीन ख्वाब देखा आज फ़िर उन्हें हँसते हुए देखा डर रहा हूँ मैं... ये सपना मुझ पर क्या क्या कहर ढहाएगा...!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 24 Share हिमांशु Kulshrestha 18 Nov 2024 · 1 min read तमन्ना है मेरे दिल की तमन्ना है मेरे दिल की में हूँ और बस वो हो, चाँदनी रात हो सितारों की छांव में एक ख़ामोश गुफ़्तगू हो हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 22 Share हिमांशु Kulshrestha 17 Nov 2024 · 1 min read इश्क की राहों में मिलते हैं, इश्क की राहों में मिलते हैं, सपनों के रंग, हकीकत की परछाइयाँ, हर आँसू में तेरा अक्स है, हर खुशी में समाया तेरा ही साया हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 27 Share हिमांशु Kulshrestha 16 Nov 2024 · 1 min read जी करता है जी करता है कुछ अल्फ़ाज़ लिख दूँ तुम पर सारी अदाओं को तेरी एक ही अशआर में रच दूँ तुम पर ये तेरी आंखों की मस्ती शोखी तेरे यौवन की... Quote Writer 24 Share हिमांशु Kulshrestha 15 Nov 2024 · 1 min read तुम्हें पाना, तुम्हे चाहना तुम्हें पाना, तुम्हे चाहना सपनों में तुम्हारी बाहों का एहसास, जैसे पूनम की रात में शीतल चाँदनी सा एहसास तू है, तो हर रंग खिलता है, तेरे बिना सब कुछ... Quote Writer 33 Share हिमांशु Kulshrestha 14 Nov 2024 · 1 min read क्या ग़ज़ब वाक़या हुआ क्या ग़ज़ब वाक़या हुआ वो क़ैद रहे अपनी ख़ुदी में हम अपना करम करते रहे वो मोहब्बत निभा न सके हम मुसलसल इश्क़ करते रहे हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 27 Share हिमांशु Kulshrestha 14 Nov 2024 · 1 min read क्या ग़ज़ब वाक़या हुआ क्या ग़ज़ब वाक़या हुआ वो क़ैद रहे अपनी ख़ुदी में हम अपना करम करते रहे वो मोहब्बत निभा न सके हम मुसलसल इश्क़ करते रहे हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 28 Share हिमांशु Kulshrestha 13 Nov 2024 · 1 min read सूख गया अब सूख गया अब मेरी आँखों में जो समाया था तेरे प्यार का समन्दर तेरे दर्द की काई ने ज़र्द कर दिया था इस समन्दर को हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 28 Share हिमांशु Kulshrestha 12 Nov 2024 · 1 min read इन्तिज़ार, इन्तिज़ार, अधूरे प्रेम का एक अंतहीन फ़साना .. हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 22 Share हिमांशु Kulshrestha 11 Nov 2024 · 1 min read हादसे इस क़दर हुए हादसे इस क़दर हुए एक उम्र में साथ मेरे, हाल सुनाने को फ़िर से एक उम्र चाहिए...!!!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 25 Share हिमांशु Kulshrestha 10 Nov 2024 · 1 min read यूँ ही यूँ ही हर किसी के लिए नहीं तड़पते हम, बावजूद तुम्हारी बेरुखी के तुम वाहिद एक शख्स हो जिससे बेइंतहा मोहब्बत है मुझे हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 23 Share हिमांशु Kulshrestha 5 Nov 2024 · 1 min read दर्द इन्सान को दर्द इन्सान को सब से ज्यादा विकल करता है विकलता विवेक को नष्ट करती है और जब विवेक नष्ट हो जाए तो इन्सान विचलित हो जाता है दर्द और बढ़... Quote Writer 30 Share हिमांशु Kulshrestha 3 Nov 2024 · 1 min read अफ़सोस इतना गहरा नहीं अफ़सोस इतना गहरा नहीं कि सब कुछ मिटा देने को मन करे ना ही दुख इतना गहरा कि ख़ुद को ख़त्म कर लूँ बस निष्प्रभ हूँ, डगमगाता , लड़खड़ाता सा... Quote Writer 34 Share हिमांशु Kulshrestha 1 Nov 2024 · 1 min read हमने ख्वाबों हमने ख्वाबों और ख्वाहिशों को टूटते देखा है, दिल के मचलते अरमानों को बिखरते देखा है, मोहब्बत कभी रोशन किया करती थी जिन्दगी, हमने तो अब चिराग़ को बेसबब बुझते... Quote Writer 39 Share हिमांशु Kulshrestha 31 Oct 2024 · 1 min read हम हम जियें साथ कभी चाय कभी चाट कभी सादा इडली जलेबी या कॉफी कभी.. ढ़लती साँझ के साथ हम विदा लें फिर मिलने के वादे के साथ.. हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 29 Share हिमांशु Kulshrestha 30 Oct 2024 · 1 min read आज फिर दिल ने आज फिर दिल ने ख्वाहिश की पुरानी यादें भुला पाने की ज़िंदगी बीत रही है लम्हा लम्हा और कसक रही हैं वही पुरानी यादें हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 27 Share हिमांशु Kulshrestha 29 Oct 2024 · 1 min read काश... काश... ये मुमकिन हो पाता काग़ज़ की कश्ती की तरह तेरी यादों को अपनी ख़ामोश तन्हाइ के दरिया में बहा पाता दूर तलक देखता रहता तेरी यादों की कश्ती को... Quote Writer 47 Share हिमांशु Kulshrestha 27 Oct 2024 · 1 min read तुम्हें निभाना नहीं आया तुम्हें निभाना नहीं आया मुझे भुलाना नहीं आता फ़ासले बढ़ते रहे तुम्हें घटाना नहीं आता मुझे दूरियाँ बढ़ाना नहीं आता मजबूर हैं हम अपनी अपनी फ़ितरत से तुम्हें मोहब्बत रास... Quote Writer 40 Share हिमांशु Kulshrestha 26 Oct 2024 · 1 min read मेरी कविता के दर्पण में, मेरी कविता के दर्पण में, जो कुछ है, महज़ तेरी परछाई है एक कोने में नाम मेरा, लफ्ज़ लफ्ज़ में तू छाई है तू पढ़ती है मेरी कविता, मैं तेरा... Quote Writer 32 Share हिमांशु Kulshrestha 24 Oct 2024 · 1 min read फर्श पे गिर के बिखर पड़े हैं, फर्श पे गिर के बिखर पड़े हैं, फिर भी, मैं मायूस नहीं छोड़ो, उनको टूटना ही था, आखिर वो सपने ही तो थे तुमने ही जब गलत समझा, तो दिल... Quote Writer 1 40 Share हिमांशु Kulshrestha 22 Oct 2024 · 1 min read हम मुस्कुराते हैं... हम मुस्कुराते हैं... दरअसल हम रो रहे होते हैं हम बात करते हैं... सच ये है कि तन्हाई चाहते हैं... हम दिखाई देते हैं जैसे बेहद ख़ुश हैं... लेकिन हम... Quote Writer 1 38 Share हिमांशु Kulshrestha 21 Oct 2024 · 1 min read बहकते हैं बहकते हैं हर रोज़ ये कदम, तुम्हारे पास आने के लिए, न जानें कितने फासले, अभी तय करने हैं तुम्हें पाने के लिए.... बस इसी तरह सोचा किए थे हम... Quote Writer 1 40 Share हिमांशु Kulshrestha 20 Oct 2024 · 1 min read उन के दिए ज़ख्म उन के दिए ज़ख्म ख़ामोशी से सी चुके हैं हम अब वो लौट के आयें भी तो क्या बहुत दूर निकल चुके हैं हम अब कोई चाहत ही नहीं उन... Quote Writer 1 40 Share हिमांशु Kulshrestha 19 Oct 2024 · 1 min read यूँ तो सब यूँ तो सब ठीक ही चल रहा था जिंदगी में फ़िर हुआ कुछ ऐसा तुम मिले मुझे और इश्क़ हो गया मुझे तुम से हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 37 Share हिमांशु Kulshrestha 18 Oct 2024 · 1 min read करके इशारे करके इशारे अपनी नशीली निगाहों से ख्वाब आखों में खूबसूरत सजाने लगे हैं ऐ दिल जरा सम्भल जा वो धड़कनो में समाने लगे हैं !!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 40 Share हिमांशु Kulshrestha 17 Oct 2024 · 1 min read छुपा छुपा सा रहता है छुपा छुपा सा रहता है ग़ज़ल में दर्द, मुस्कराते शायर का, अंधरे छुपे हुए रहते हैं रोशन दीयों के उजालों में हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 44 Share हिमांशु Kulshrestha 16 Oct 2024 · 1 min read मेरे जीवन में फूल-फूल, मेरे जीवन में फूल-फूल, तेरे मन में कलियाँ-कलियाँ रेशमी शरम में सिमट चलीं, रंगीन रात की अठखेलियाँ चंदा डूबे, सूरज उगता, अल्फाजों से प्रेम रचता हूँ पढ़ती हो तुम कविता... Quote Writer 32 Share हिमांशु Kulshrestha 15 Oct 2024 · 1 min read एक लंबी रात एक लंबी रात जागने के बाद हर सुबह उठते ही मुझे, मेरे ज़िंदा होने का एहसास होता है मुझे लगता है मेरा होना तमाम निराशाओं, हताशाओं,आशाओं और उम्मीदों का पर्याय... Quote Writer 45 Share हिमांशु Kulshrestha 14 Oct 2024 · 1 min read बेहद मामूली सा बेहद मामूली सा महज़ एक ख्याल ही तो हूँ मैं जो याद आ जाऊँ कभी बस मुस्कुरा भर देना Quote Writer 38 Share हिमांशु Kulshrestha 12 Oct 2024 · 1 min read ज़ख्म आज भी ज़ख्म आज भी बहुत गहरे हैं दिल में मगर हम उनसे कोई गिला नहीं रखते हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 41 Share हिमांशु Kulshrestha 11 Oct 2024 · 1 min read नशा तेरी नशा तेरी सूरत का ही होता तो कब का उतर गया होता मुझे नशा तेरी शाइस्तगी का है चढ़ा है कुछ इस तरह उतरता ही नहीं...!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 38 Share हिमांशु Kulshrestha 10 Oct 2024 · 1 min read बेशकीमती हँसी बेशकीमती हँसी तुम्हारे नाम कर देंगे तुम रहो ख़ुश.. ख़ुद को तुम्हारे कर देंगे फ़िर भी रह जाए अगर कोई कमी एक इशारा भर कर देना ज़िंदगी को आखिरी सलाम... Quote Writer 36 Share हिमांशु Kulshrestha 9 Oct 2024 · 1 min read हमारी जुदाई मानो हमारी जुदाई मानो कल ही गुजरी कोई बात हो, हर पल मुझे तुम्हारी नाराज़गी तुम्हारा प्यार याद आता है तुम्हारे साथ गुज़रा हर मंज़र याद आता है...!!!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 30 Share हिमांशु Kulshrestha 8 Oct 2024 · 1 min read कैसे सँवार लूं कैसे सँवार लूं आज फ़िर अपने लम्हों को मैं, महज़ तसव्वुर करते ही तुम्हारे साथ गुज़रा हर मंज़र याद आता है...!!!!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 32 Share हिमांशु Kulshrestha 7 Oct 2024 · 1 min read मैं तुम्हें मैं तुम्हें उस अंत तक अपनी स्मृतियों में अक्षुण्ण रखना चाहूँगा एक आस के साथ एक नए आयाम में एक नूतन आरम्भ के साथ हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 38 Share Page 1 Next