हिमांशु Kulshrestha 385 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next हिमांशु Kulshrestha 6 Oct 2024 · 1 min read ढ़लती हुई ढ़लती हुई साँझ के साथ हम विदा लें फ़िर... मिलने के वादे के साथ.. हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 38 Share हिमांशु Kulshrestha 5 Oct 2024 · 1 min read मन की सूनी दीवारों पर, मन की सूनी दीवारों पर, धुंधली इक तस्वीर लगी है धूल अना की चढ़ी, कड़वाहट की जंग लगी है बहते मेरे अश्कों में तुम्ही नज़र आते हो एहसासों के हर... Quote Writer 31 Share हिमांशु Kulshrestha 4 Oct 2024 · 1 min read एक दिन एक दिन जो कभी गुजार पाऊँ तुम्हारे साथ.. किसी झील के करीब दूर से आता देख तुम्हें इंतजार की पीढ़ा भूल हाथ उठा कर बुला लूँ तुम्हें नज़दीक तुम्हारे हाथ... Quote Writer 1 2 53 Share हिमांशु Kulshrestha 3 Oct 2024 · 1 min read तुम्हारी मुस्कराहट तुम्हारी मुस्कराहट मेरा स्वार्थ है, फिर कैसे कह दूँ मेरा प्रेम निःस्वार्थ है, जिस प्रेम को प्रमाणित नही किया जा सकता वो प्रेम अधुरा है, पूर्ण प्रेम वही है जो... Quote Writer 55 Share हिमांशु Kulshrestha 2 Oct 2024 · 1 min read काश काश तुम चाय होतीं घूंट घूंट मैं पीता तुमको हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 52 Share हिमांशु Kulshrestha 1 Oct 2024 · 1 min read अक्सर.... अक्सर.... इन भीगी शामों में पुराने ख्याल उमड़ आते हैं बादलों की गरज से, आसमानी बिजली की चमक से हौले हौले गहरे स्याह होते हुए विगत को देखता हूँ तो... Quote Writer 1 50 Share हिमांशु Kulshrestha 30 Sep 2024 · 1 min read अफ़सोस इतना गहरा नहीं अफ़सोस इतना गहरा नहीं कि सब कुछ मिटा देने को मन करे ना ही दुख इतना गहरा कि ख़ुद को पीड़ा पहुचा लूँ बस निष्प्रभ हूँ, डगमगाता , लड़खड़ाता सा... Quote Writer 47 Share हिमांशु Kulshrestha 29 Sep 2024 · 1 min read कभी कभी हमारे पास कभी कभी हमारे पास रंज करने की इतनी वजह होती हैं कि हम उन सब को जी भर सोच लेने के बाद बस ख़ामोश हो जाते हैं सिर्फ इसलिए नहीं... Quote Writer 1 41 Share हिमांशु Kulshrestha 28 Sep 2024 · 1 min read कभी कभी चाह होती है कभी कभी चाह होती है कुछ अच्छा जी लेने की .... ये अच्छा जी लेना मेरी निगाहों से दूर, बहुत दूर .... जंगली फूलों से गुलजार मैदान है जहां पहुँचना,... Quote Writer 47 Share हिमांशु Kulshrestha 27 Sep 2024 · 1 min read तेरे ना होने का, तेरे ना होने का, मलाल एक तरफ मेरा क्यू ना हुआ ये सवाल एक तरफ, यक़ीन कर.. मैं बहुत खुश हूॅं अब फ़िर भी.... तुम जब हिस्सा थे मेरी जिन्दगी... Quote Writer 1 99 Share हिमांशु Kulshrestha 26 Sep 2024 · 1 min read अब फिक्रमंद नहीं हूँ मैं अब फिक्रमंद नहीं हूँ मैं न किसी अंजाम की ख्वाहिश बाकी है जी रहा हूँ मैं क्योंकि शेष है जीवन दूर है मोक्ष सांसों का बाकी है सफ़र!!!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 58 Share हिमांशु Kulshrestha 25 Sep 2024 · 1 min read हम बैठे हैं हम बैठे हैं एक दूसरे के सामने घुटनों के बल, किसी अपराधी की तरह किसी सजा की प्रतीक्षा में.. हम जानते हैं, हमारा अपराधबोध और, प्रेम में होते हुए भी... Quote Writer 59 Share हिमांशु Kulshrestha 24 Sep 2024 · 1 min read एक दिन एक दिन शायद ... खत्म होगा इंतजार... बहु प्रतीक्षित इंतजार.!!!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 55 Share हिमांशु Kulshrestha 23 Sep 2024 · 1 min read मुझे कुछ देर सोने दो मुझे कुछ देर सोने दो उसे मेरा... थोड़ा और होने दो बदन तप रहा है.…. विरह का ज्वर ... बढ़ रहा है... हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 45 Share हिमांशु Kulshrestha 22 Sep 2024 · 1 min read फिर वही फिर वही बेसबब इंतजार , फिर वही दर्द तेरे आगोश में सुकून की चाह, हर रोज़ की तरह रूठी हुई नींद, उसका इंतजार हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 53 Share हिमांशु Kulshrestha 21 Sep 2024 · 1 min read बहकते हैं बहकते हैं हर रोज़ ये कदम, तुम्हारे पास आने के लिए, न जानें कितने फासले, अभी तय करने हैं तुम्हें पाने के लिए....!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 63 Share हिमांशु Kulshrestha 20 Sep 2024 · 1 min read इन सर्द रास्तों पर इन सर्द रास्तों पर कहीं ठहरा हुआ हूँ मैं एक खौफनाक अंधेरा है पूरी शिद्दत से गिरफ्त में लिए मुझे रिमझिम बरसती बूंदे जिस्म से फिसलते हुए बहा ले जा... Quote Writer 50 Share हिमांशु Kulshrestha 19 Sep 2024 · 1 min read निकाल कर फ़ुरसत निकाल कर फ़ुरसत चलो साथ कहीं बैठते हैं .. ले कर हाथो में हाथ, रुको, कुछ पल एक सिगरेट यादों की सुलगाते हैं एक कश लगाते हैं सुलगते हैं साथ... Quote Writer 53 Share हिमांशु Kulshrestha 18 Sep 2024 · 1 min read मिल कर उस से दिल टूटेगा मिल कर उस से दिल टूटेगा जानते हैं.. बात करके उनसे ज़ख्म और बढ़ेगा, जानते हैं फ़िर भी, उनसे मिलने की, गुफ़्तगू की आरज़ू रखते हैं जानते हैं, अब वो... Quote Writer 53 Share हिमांशु Kulshrestha 17 Sep 2024 · 1 min read कल रात कल रात तुम जो आयीं मेरे ख्वाबों में एक ख़ुशनुमा अहसास हुआ जैसे तारों का झुंड उतर आया है मेरे आंगन में मैने समेट लिया उनकी चमक, उनकी महक को... Quote Writer 53 Share हिमांशु Kulshrestha 16 Sep 2024 · 1 min read प्रेम महज प्रेम महज एक आलिंगन नहीं चुम्बन भी नहीं ये कहना भी प्रेम नही है कि मै तुमसे करता हूँ प्रेम प्रेम तो बस एक स्मृति है जो है बसती है... Quote Writer 82 Share हिमांशु Kulshrestha 15 Sep 2024 · 1 min read दिल हर रोज़ दिल हर रोज़ तुम्हारे होने का अहसास करता है जबसे गए हो तुम रोज़ तुम्हें याद करता है हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 43 Share हिमांशु Kulshrestha 13 Sep 2024 · 1 min read टूटते सितारे से टूटते सितारे से मांग लूंगा तुम्हे मांग लूंगा तुम्हारी हथेलियों की गुनगुनी छुहन तुम्हारी गहरी कजरारी आंखों सी प्रेम की गहनता तुम्हारी देह की संदली खुशबु तुम्हारी मरमरी बाहों में... Quote Writer 47 Share हिमांशु Kulshrestha 12 Sep 2024 · 1 min read मै ही रहा मन से दग्ध मै ही रहा मन से दग्ध और देह से शापित दर्द उगता है दिल में तेरी यादों के जालों से घिरा रहता हूँ मैं अकुलाता उमड़ते ज्वार सा हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 89 Share हिमांशु Kulshrestha 10 Sep 2024 · 1 min read कहते हैं कहते हैं मरने के बाद सब खत्म पर.... सब खत्म नही होता यादें शेष रह जाती हैं रहेंगी मेरी यादें भी तुम भी महसूस करोगी मुझे मेरी कविताओं में तैरता... Quote Writer 53 Share हिमांशु Kulshrestha 9 Sep 2024 · 1 min read यूँ तो हमें यूँ तो हमें इश्क़ में कोई दिलचस्पी नहीं... लेकिन..... हमारी शायरी का सबसे अज़ीज़ किरदार है "वो" ....!!!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 81 Share हिमांशु Kulshrestha 5 Sep 2024 · 1 min read एक दिन एक दिन हम अपनी ख़ामोशियों के साथ यूँ ही राख हो जाएंगे महज, एक मलाल के साथ काश हमने भी आवाज़ उठाई होती महिलाओं से होते बलात्कार के खिलाफ मज़हब... Quote Writer 1 47 Share हिमांशु Kulshrestha 4 Sep 2024 · 1 min read शहर की गहमा गहमी से दूर शहर की गहमा गहमी से दूर एक छोटी सी चाय की टपरी धीमी बरसती बारिश की बूंदे एक गर्म चाय की प्याली पर तुम... मिलोगी क्या....!!!! हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 72 Share हिमांशु Kulshrestha 4 Sep 2024 · 1 min read आज, आज, तुम्हें कुछ कह जाना चाहता हूँ डूब कर तेरी आँखों की गहराईयों में.. ख़ामोशी से कुछ कह जाना चाहता हूँ बिखर जाना चाहता हूँ हवाओं में तेरी साँसों की... Quote Writer 1 64 Share हिमांशु Kulshrestha 3 Sep 2024 · 1 min read जिंदगी से निकल जाने वाले जिंदगी से निकल जाने वाले कभी याद नहीं आते, याद आती हैं तो यादें, लम्हें जो साथ जिए थे कभी याद आते हैं वो सपने जो साथ छोड़ कर चले... Quote Writer 93 Share हिमांशु Kulshrestha 2 Sep 2024 · 1 min read आज फ़िर आज फ़िर मेरे ख्वाबों को रोशन कर दिया तुमने बैठे रहे देर तक चुप ... तुम्हारे काँधे पर सर टिका कर ... न मन की व्यथा कही, न तन की... Quote Writer 71 Share हिमांशु Kulshrestha 1 Sep 2024 · 1 min read सफ़र ख़ामोशी का सफ़र ख़ामोशी का बेहद सुकून देता है अदायगी लफ्जों की बहुत थका देती है हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 63 Share हिमांशु Kulshrestha 31 Aug 2024 · 1 min read तुम मुक्कमल हो तुम मुक्कमल हो तन्हाइयों में मेरी अधूरा अधूरा सा हूँ मैं इधर तुम्हारे बिना हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 45 Share हिमांशु Kulshrestha 31 Aug 2024 · 1 min read बहुत मुश्किल होता है बहुत मुश्किल होता है बीते दिनों के सफ़ेद स्याह रंग मिटाना , किसी पर खर्च किए जज़्बात ख़ुद में समेट पाना, पल पल की यादें, उन यादों से जुड़ी अनगिनत... Quote Writer 93 Share हिमांशु Kulshrestha 30 Aug 2024 · 1 min read हाँ, मैं पुरुष हूँ हाँ, मैं पुरुष हूँ मैं भी घुटता हूँ, सिसकता हूँ खुल कर बयान नही कर सकता, क्योकि मैं पुरुष हूँ कभी अपना दर्द बता नही सकता, जता नही सकता, मजबूत... Quote Writer 86 Share हिमांशु Kulshrestha 29 Aug 2024 · 1 min read क्या हैं हम... क्या हैं हम... एक खूबसूरत ख्वाब कुछ खूबसूरत लम्हे चंद यादें चंद खट्टे मीठे अहसास अंतस में दफन कुछ कड़वे, कुछ मीठे ज़ज्बात कुछ टूटे, कुछ बिखरे ख़ुद में तलाशते... Quote Writer 72 Share हिमांशु Kulshrestha 28 Aug 2024 · 1 min read ना चाहते हुए भी ना चाहते हुए भी ये इश्क दीवाना बना देता है, खुदा ने दिल तो दिया किसी को ग़ज़ब ये... धड़कन, किसी और को बना दिया उसने. हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 94 Share हिमांशु Kulshrestha 26 Aug 2024 · 1 min read तुम्हारे साथ ने.. तुम्हारे साथ ने कभी मुझे असमर्थता, अकेलेपन का आभास नहीं होने दिया.... तुम्हारा दूर रह कर भी हर घड़ी मेरे पास होने का एहसास मुझे अनन्त सम्भावनाओं की प्रेरणा देता... Hindi · कविता 56 Share हिमांशु Kulshrestha 25 Aug 2024 · 1 min read हो अंधेरा गहरा हो अंधेरा गहरा हर तरफ ख़ामोशी हो तुम हो, मैं हूँ रात अमावस की भी नूरानी हो तुम बैठो नजदीक मेरे और बातेँ नयी पुरानी हों कुछ हों मेरे शिकवे,... Quote Writer 55 Share हिमांशु Kulshrestha 25 Aug 2024 · 1 min read नसीब की चारदीवारी में कैद, नसीब की चारदीवारी में कैद, अपने हिस्से का जीवन जी लेता है आदमी, कभी अपने तो कभी अपनों के दुख में रो रो कर पलकें भिगो लेता है आदमी ......... Quote Writer 58 Share हिमांशु Kulshrestha 23 Aug 2024 · 1 min read मेरे अल्फाजों के मेरे अल्फाजों के मायने बदलते रहते हैं मोहब्बत हूँ मैं, फ़ितरत है मेरी मौसम की तरह बदलना हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 56 Share हिमांशु Kulshrestha 22 Aug 2024 · 1 min read आज फ़िर कोई आज फ़िर कोई जागा है रात भर तकिए को भिगो कर आंसुओ से रोया है कोई रात भर जख्म कोई खुरच सा गया दर्द कोई फिर से हरा हुआ लगता... Quote Writer 74 Share हिमांशु Kulshrestha 21 Aug 2024 · 1 min read तन्हाई को जीते जीते तन्हाई को जीते जीते तन्हाई मुझ में जीने लगीं खालीपन मेरे अंतस का अनचाहे ही भरती रहीं कतरा कतरा तेरी यादों का शिद्दत से जीती रही महफ़िल अब शोर लगतीं... Quote Writer 56 Share हिमांशु Kulshrestha 21 Aug 2024 · 1 min read एक दिन एक दिन शायद ऐसा भी हो हम अजनबी हो जाएं जानते भी हों एक दूसरे को करीब से मगर अनजान हो जाएँ हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 1 63 Share हिमांशु Kulshrestha 20 Aug 2024 · 1 min read किस क़दर बेकार है किस क़दर बेकार है मोहब्बत मुसलसल हम कहे जा रहे हैं ग़ज़ब ये है हम मोहब्बत किए जा रहे हैं हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 82 Share हिमांशु Kulshrestha 20 Aug 2024 · 1 min read तुम से ज़ुदा हुए तुम से ज़ुदा हुए यूँ तो ज़माना हो गया खुशबु से तेरी ख्वाब महकता आज भी है हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 71 Share हिमांशु Kulshrestha 17 Aug 2024 · 1 min read तेरी कुर्बत में तेरी कुर्बत में इतना तो सीख ही गए हैं हम मकतब ए इश्क़ में फीस आँसुओं से चुकानी होती है हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 81 Share हिमांशु Kulshrestha 16 Aug 2024 · 1 min read हाथों में हाथ लेकर मिलिए ज़रा हाथों में हाथ लेकर मिलिए ज़रा गुजर जाते हो क्यों हवा की तरह कुछ देर तो रुक कर मिलिए ज़रा सूखी सूखी सी है इस दिल की ज़मीं प्यार की... Quote Writer 65 Share हिमांशु Kulshrestha 14 Aug 2024 · 1 min read हवा से भरे हवा से भरे गुब्बारों सा हो गया हूँ मैं भरा हुआ है अंतस में बेशुमार भावों, अहसासों, दर्द का ग़ुबार हिमांशु Kulshrestha Quote Writer 106 Share हिमांशु Kulshrestha 13 Aug 2024 · 1 min read जी तो चाहता है जी तो चाहता है लिपट जाऊँ तुमसे आँसुओं से भिगो दूँ तुम्हें बहा कर हर ग़म को अश्कों में सिमट जाऊँ तुझ में जी लूँ कुछ पल सुकून के हिमांशु... Quote Writer 1 79 Share Previous Page 2 Next