Dushyant Kumar 111 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Dushyant Kumar 2 Nov 2022 · 2 min read *हम पर अत्याचार क्यों?* खाने से ईर्ष्या, पाने से ईर्ष्या। छूने से ईर्ष्या, पीने से ईर्ष्या। मूछों से ईर्ष्या, पूछो तो ईर्ष्या। घोड़ी से ईर्ष्या, जोड़ी से ईर्ष्या। विरोध से ईर्ष्या, मोद से ईर्ष्या।... Hindi · कविता · मुक्तक 6 2 184 Share Dushyant Kumar 1 Nov 2022 · 2 min read "भीमसार" कविता का नाम- "भीमसार" तन में भीम, मन में भीम, मिट्टी के कण कण में भीम। भीम हमारी शान है। भीम हमारा मान है। देश का सम्मान है। भीम हमारा... Hindi · कविता · मुक्तक 8 5 269 Share Dushyant Kumar 31 Oct 2022 · 2 min read कहां है, शिक्षक का वह सम्मान जिसका वो हकदार है। *कहां है शिक्षक का वह सम्मान जिसका वो हकदार है* खुद अंधेरे में रहकर दूसरों को प्रकाशित करना वाला, दूसरों को महत्तम ऊंचाई तक पहुंचाने वाला, ईमानदार निष्पक्षपाती, दूरदर्शी निष्कपट,... Hindi · निबंध · लेख 5 169 Share Dushyant Kumar 30 Oct 2022 · 4 min read चुनाव आते ही....? चुनाव आते ही....? चुनाव आते ही सभी राजनीतिक पार्टियां अपने अपने तरह से चुनाव प्रचार करने लग जाती हैं। अधिकतर पार्टियां साम, दाम, दंड, भेद राजनीति की चारों युक्तियों का... Hindi · निबंध · लेख 6 454 Share Dushyant Kumar 29 Oct 2022 · 1 min read "स्कूल चलो अभियान" स्कूल चलो अभियान आया, स्कूल चलो अभियान। एडमिशन स्कूल में कराना, खुद सीखो दूसरों को सिखाना। नई नई सीख नई नई बातें, स्कूल में ही सीख पाते। बिन पढ़ाई ना... Hindi · कविता · मुक्तक 5 166 Share Dushyant Kumar 28 Oct 2022 · 1 min read हिन्दी हमारी शान है, हिन्दी हमारा मान है। तू ही मेरी सोच पहुंच, तू ही अभिव्यक्ति। तू ही भाव तू ही राग, गाए हर व्यक्ति। हिन्द की भाषा है तू, मेरी परिभाषा। बोले तुझे हर जन यही, अभिलाषा।... Hindi · कविता · मुक्तक 8 565 Share Dushyant Kumar 27 Oct 2022 · 1 min read किस किस को वोट दूं। "किस किस को वोट दूं।" आया दौर चुनावों का, खड़े हुए उम्मीदवार। कोई है, पढ़ा लिखा तो, कोई अनपढ़ गंवार। कोई पिलाता दारू, कोई जाता द्वार द्वार। पता नहीं कौन... Hindi · कविता 9 2 230 Share Dushyant Kumar 26 Oct 2022 · 1 min read कोई नई ना बात है। मरना है एक दिन सबको, कोई नई ना बात है।। सोचता है क्यों अमर हूं, यह हैरत की बात है। पिता के साथ नाचती हैं, अर्द्ध वेश में बेटियां। लगती... Hindi · Poem 8 635 Share Dushyant Kumar 25 Oct 2022 · 1 min read "फल" लाल बैंगनी पीले काले, फलों को जितना चाहे खाले। मीठा खट्टा और रसीला, मन भावन रंग रंगीला । फल करते रोगों से रक्षा, खाएं चाहे बूढ़ा बच्चा। विटामिन मिलते हैं... Hindi · कविता 5 314 Share Dushyant Kumar 24 Oct 2022 · 1 min read "बीमारी न छुपाओ" रोग हो या बीमारी इसको ना छुपाओ। छोटे से बड़ा हो जाता बाद में पछताओ। बाद में पछताओ तुम जीवन को रोकर। जीवन हमको जीना है अति खुश होकर। बन... Hindi · कविता · मुक्तक 6 351 Share Dushyant Kumar 23 Oct 2022 · 2 min read क्या रखा है, वार (युद्ध) में? मानव मानव का दुश्मन हुआ, मैं तुमको आज बताता हूं। रक्त पिचास क्यों बने हुए तुम, मैं तुमको समझाता हूं। युद्ध नहीं बुद्ध की नीति, अभी आज अपना लो तुम।... Hindi · कविता · मुक्तक 7 166 Share Previous Page 3