Sanjay ' शून्य' 282 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Sanjay ' शून्य' 1 Mar 2024 · 1 min read नर से नर पिशाच की यात्रा प्यास ने प्रेरित किया तो, कूप लेकर आए हम। चुनने हमें जब सार थे, तो सूप लेकर आए हम।। युद्ध जब बढ़ने लगे, तब बुद्ध लेकर आए हम। बौद्ध दूषित... 1 77 Share Sanjay ' शून्य' 27 Feb 2024 · 1 min read धोखे का दर्द धोखे का दर्द तुमसे ना उम्मीद तो थे मगर, आदावत करोगे सोचा न था। जैसे नोचा मेरे जज्बात तूने, जिस्म गिद्धों ने भी नोचा न था। गलतफहमी है, दिन यूं... Hindi 1 67 Share Sanjay ' शून्य' 26 Feb 2024 · 1 min read कृतघ्न व्यक्ति आप के सत्कर्म को अपकर्म में बदलता रहेगा और आप कृतघ्न व्यक्ति आप के सत्कर्म को अपकर्म में बदलता रहेगा और आपको छलता रहेगा, पहचाने और सावधान रहें। वह कोई भी और कहीं भी हो सकता है। उसे सद्भभाव से... Quote Writer 1 110 Share Sanjay ' शून्य' 26 Feb 2024 · 1 min read चुनाव आनेवाला है हो जाओ तैयार साथियों हो जाओ तैयार। छोड़ो घर परिवार साथियों छोड़ो घर परिवार।। नेता की ललकार साथियों छोड़ो घर परिवार। करो समर्पित खुद को, कर दो घर परिवार।। नेता... Hindi 1 117 Share Sanjay ' शून्य' 13 Feb 2024 · 1 min read सूरत बदलेगी तेरी सूरत, खुद के संवारने से। ख़ाक न बदलेगा, यूं सेखी बघारने से।। काम करो खुदपर, छोड़ो फिजूल बातें। दिनरात एक कर दो, जबतक बने न बातें।। यदि बात... Poetry Writing Challenge-2 1 49 Share Sanjay ' शून्य' 11 Feb 2024 · 1 min read Farishte तुम्हें रोशन करूं कैसे, खुद को कितना जलाऊं मैं, ज़रा तूही बता कैसे, ज़मी पे चांद लाऊं मैं। तेरी बेरहम ख्वाइश को, है मैने लहू से सींचा। तुझे अपना समझने... Poetry Writing Challenge-2 1 82 Share Sanjay ' शून्य' 10 Feb 2024 · 1 min read अपनी इच्छाओं में उलझा हुआ मनुष्य ही गरीब होता है, गरीब धोखा अपनी इच्छाओं में उलझा हुआ मनुष्य ही गरीब होता है, गरीब धोखा देने में माहिर होता है क्योंकि गरीबी एक धोखा है। निर्धनता जेब में हो तो ठीक परंतु मस्तिष्क... Quote Writer 1 138 Share Sanjay ' शून्य' 10 Feb 2024 · 1 min read दान किसे हिंदू वीरों, मत दौड़ो तुम महावीर बन , बौने नेताओ के पीछे। उनका मकसद धन बटोरना, तुमको रखना है पीछे।। त्याग तपस्या नहीं पास कुछ, बन बैठे कैसे ये नेता।... Poetry Writing Challenge-2 2 66 Share Sanjay ' शून्य' 9 Feb 2024 · 1 min read आएंगे तो मोदी ही बिरले होते हैं पूत यहां, जो इस मां का कर्ज चुकाते है। ज्यादा तर चोर उचक्के तो चोरी कर घर ही चलाते हैं।। जो किया समर्पित जीवन को,आठ पहर बस... Poetry Writing Challenge-2 1 89 Share Sanjay ' शून्य' 7 Feb 2024 · 1 min read फकीरी मुझे नाराज़ करने का अलग अंदाज़ है उनका, करूं बाते जो पूरब की तो पश्चिम जोड़ देते हैं। गज़ब है नज़रिया उनका आवारापन को ले करके, फरिश्ता कह उन्हें रूहानियत... Poetry Writing Challenge-2 2 68 Share Sanjay ' शून्य' 6 Feb 2024 · 1 min read वो और राजनीति लठैत बुलाए थे बकैत के लिए, धरना सजाया था टिकैत के लिए। काम नहीं आया पंजाब भी गया, क्या करूं मैं वोट के डकैत के लिए।। मेरे उठाए मुद्दे सब... Poetry Writing Challenge-2 1 152 Share Sanjay ' शून्य' 30 Jan 2024 · 1 min read आदतें आदतें झूठ की चादर जो मोटी ओढ़ ली, शर्म की सर्दी भला फिर क्या करेगी। जो जलाया घर का चूल्हा जलन से, दया की दरिया भी उसका क्या करेगी।। प्रेम... Poetry Writing Challenge-2 1 80 Share Sanjay ' शून्य' 28 Jan 2024 · 1 min read पलटूराम में भी राम है राम प्रियोंं के पाले में फिर पलटे पलटूराम। है कृपा प्रभुराम की हुए सकल सुख धाम।। जो लोग नहीं पहुंचे राम की प्राण प्रतिष्ठा में। देखो खलल पड़ गई उनकी... Poetry Writing Challenge-2 1 155 Share Sanjay ' शून्य' 27 Jan 2024 · 1 min read राम भजे राम भजे तुलसी हुए, जग में तुलसीदास। रामनाम को ओढ़कर, बापू बने मोहनदास।। भक्ति काल के कवि सभी, पाए सबसे मान। कबीर रहीम या मलिक, चाहे हो रसखान।। रामनाम से... Poetry Writing Challenge-2 1 40 Share Sanjay ' शून्य' 25 Jan 2024 · 1 min read चरित्र राम है हो चित्र राम का मंदिर में, हो राम चरित्र अंदर में। बांध बनाने से रोक सके, है हस्ती नहीं समंदर में।। पत्थर तैरेंगे पानी में, है राम चरित्र अगर मन... Hindi 1 68 Share Sanjay ' शून्य' 25 Jan 2024 · 1 min read बचपन अपना अपना खांची में गोबर के कुछ छोत लिए हम सो कर उठते थे। फिसलन भरे रास्तों से ही तो हम अपने खेत पहुंचते थे।। भोजन के खातिर केवल खेत और खेत... Poetry Writing Challenge-2 1 74 Share Sanjay ' शून्य' 20 Jan 2024 · 1 min read गृहस्थ के राम ऋषि, मुनि, ज्ञानी, न शास्त्र निष्ठ हूं। गुरु, गिरजा,शंकर,न मनुज श्रेष्ठ हूं।। न माता पिता भाई, न तो वशिष्ठ हूं। मैं शबरी निषाद जैसा उनमें निष्ठ हूं।। मैं न जानूं... Hindi 2 105 Share Sanjay ' शून्य' 19 Jan 2024 · 1 min read दरिया का किनारा हूं, दरिया का किनारा हूं, निगहवां मंजर का, डूबते वही हैं जो सम्मान नहीं करते। मजधार बताता हूं मर्यादा नदी की भी, है पार वही करते, जो अपमान नहीं करते।। Quote Writer 2 147 Share Sanjay ' शून्य' 17 Jan 2024 · 1 min read मां वक्त गुजरा तो गुज़र जाने दो, घटाएं गम की खूब छाने दो। दुवाएं मां की हैं मेरे साथ अभी, मुझे तुम चैन से सो जाने दो।। रूठ के जाना है... Hindi 2 138 Share Sanjay ' शून्य' 8 Jan 2024 · 1 min read *राम स्वयं राष्ट्र हैं* स्वमन को बस में रख सके, जन जन के मन में बस सके। जो गंभीर हो समुद्र सा, वही तो मेरे राम है।। महाबली हो, कांतिवान हो, जितेंद्रिय हो, बुद्धिमान... Hindi 1 2 172 Share Sanjay ' शून्य' 5 Jan 2024 · 1 min read प्यार बहाने तुम्हारे सताने लगे है, क्यूं रातों की नीदें उड़ाने लगे हैं। नहीं तोड़ दे प्रेमबंधन कहीं, बनाने में जिसको जमाने लगे हैं।। हवाओं के रुख भी बदलने लगे, बन... Hindi 1 86 Share Sanjay ' शून्य' 4 Jan 2024 · 1 min read ईश्वरीय समन्वय का अलौकिक नमूना है जीव शरीर, जो क्षिति, जल, प ईश्वरीय समन्वय का अलौकिक नमूना है जीव शरीर, जो क्षिति, जल, पावक, गगन, समीर (पंचतत्व) परस्पर विरोधी गुण होते हुए भी नर से नारायण की यात्रा करने में सक्षम है।... Quote Writer 2 198 Share Sanjay ' शून्य' 4 Jan 2024 · 1 min read राम प्राणों से प्रिय राम थे कैकेई के, क्यों उसने ही वनवास दे दिया। किस मुंह रहते राम अवध में, जब घर में छल का वास दे दिया।। दशरथ मरणासन्न छोड़... 1 124 Share Sanjay ' शून्य' 3 Jan 2024 · 1 min read जाहि विधि रहे राम ताहि विधि रहिए लक्ष्य बदलते रहे सदा, या यूं कह दूं कोई लक्ष्य न था। जीवन तो जीते रहे मगर, इसका कोई उपलक्ष्य न था।। या समझूं की जीवन तो, बस पैदा होना... Hindi 1 116 Share Sanjay ' शून्य' 1 Jan 2024 · 1 min read Ram और कुछ मैं क्या पढू मैने पढ़ा है राम को। और जपतप क्या करूं मैं जपूं श्री राम को।। थे निभाने धर्म कुछ तो विषय बहु पढ़ने पड़े। थे वे... Hindi 1 142 Share Sanjay ' शून्य' 30 Dec 2023 · 1 min read प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी हो वहीं सुशोभित होता है, कुछ ऐसा ही हाल प्रेम का भी है। न चाह न... Quote Writer 1 178 Share Sanjay ' शून्य' 27 Dec 2023 · 1 min read मीठे बोल न हंस के बोलिए, न कस के बोलिए। न बोलिए कटाक्ष, न बहस के बोलिए।। है बात यदि जरूरी तो संवाद कीजिए। न शब्द जाल बुनिए न विवाद कीजिए।। है... Hindi 1 131 Share Sanjay ' शून्य' 26 Dec 2023 · 1 min read राम अवध के जै श्री राम था अटूट विश्वास अवध में, मंदिर के निर्माण की। लाखों राम भक्त ने दे दी, आहुत खुद के प्राण की।। राम अवध में अवध राम में, अलग... Hindi 1 182 Share Sanjay ' शून्य' 23 Dec 2023 · 1 min read निराशा क्यों? मैं केवल चरित्र की पूजा करता हूं। ना धन वैभव के पीछे मै मरता हूं।। लोभी ही धन वैभव पूजा करते हैं। धनमोही ही अपनों को दूजा करते हैं।। धन... Hindi 2 116 Share Sanjay ' शून्य' 20 Dec 2023 · 1 min read श्रीराम अयोध्या में पुनर्स्थापित हो रहे हैं, क्या खोई हुई मर श्रीराम अयोध्या में पुनर्स्थापित हो रहे हैं, क्या खोई हुई मर्यादाएं भी पुनर्जीवित होंगी। तो क्या माने की राम आयेंगे, मर्यादाएं लायेंगे।आशान्वित हैं हम अवध के नवयुवकों से। Quote Writer 2 1 172 Share Sanjay ' शून्य' 19 Dec 2023 · 1 min read शाकाहारी बने पाशाणों में प्राण प्रतिष्ठित करते हो। नदी, पहाड़, वृक्ष की पूजा करते हो।। नव ग्रह दसों दिशाओं के याचक हो। तुम पंचतत्व व पंचकर्म के जातक हो।। क्यूं ईश्वर अंशों... Hindi 1 147 Share Sanjay ' शून्य' 18 Dec 2023 · 1 min read सब कुछ पा लेने की इच्छा ही तृष्णा है और कृपापात्र प्राणी ईश् सब कुछ पा लेने की इच्छा ही तृष्णा है और कृपापात्र प्राणी ईश्वर के अस्तित्व को बल देते है। नर से नारायण की यात्रा केवल कर्मयोद्धा करते हैं और वही... Quote Writer 1 175 Share Sanjay ' शून्य' 18 Dec 2023 · 1 min read Ram Mandir 22/01/2024 तारीख राम भक्त सब जायेंगे, जगमग दीप जलाएंगे, रामभजन सब गायेंगे, पूरा देश राममय होगा, दीप प्रज्वलित घर घर होगा, राम विरोधी तिथि जान लें, पर उनको नहीं बुलाएंगे।... Hindi 1 91 Share Sanjay ' शून्य' 17 Dec 2023 · 1 min read धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर सकती, इसके लिए दीक्षा ही एक मात्र रामबाण उपाय है। ठहरे सोचें और पुनः कदम बढ़ाये... Quote Writer 2 123 Share Sanjay ' शून्य' 16 Dec 2023 · 1 min read आज का रावण गलतियों को गलतियों से जो सदा ढकते रहे। झूठ पर बस झूठ ही जो सदा बकते रहे।। पाप को निष्पाप साबित जो सदा करता रहे। होके मानव जो सदा दानव... Hindi 1 85 Share Sanjay ' शून्य' 14 Dec 2023 · 1 min read क्यों हिंदू राष्ट्र हमने मानव धर्म ही सीखा, तो उसने बोला पैंट निकालो। बोला कुरान हदीस सीख लो, जाकर के खतना करवा लो।। आगंतुक भगवान सा होता, परिजनों ने हमें सिखाया था। फ्रांसीसी... Hindi 1 211 Share Sanjay ' शून्य' 9 Dec 2023 · 1 min read पिता पौध को है सींचना, बस पेड़ बनने तक महज़ वो बने औरों की छाया, फल की इच्छा क्यूं करूं। वो भी तो है मेरे जैसा उसके होंगे अपने सपने, मैं... Hindi 1 166 Share Sanjay ' शून्य' 7 Dec 2023 · 1 min read भक्तिकाल भाषा की सेवा किए, तुलसी सूर कबीर। तीनों ने ही बदल दी, हिंदी की तस्वीर।। राम कृष्ण पर काव्य लिख खोली दूजी राह। मंदिर तोड़े न मरे, प्रभु राम बसे... Hindi 1 183 Share Sanjay ' शून्य' 6 Dec 2023 · 1 min read संस्कार जिसने खुद ढोया चिता तक लाश अपने बाप की। आप बतलाइए, उसको क्या है जरूरत आप की।। आप आगे हो खड़े तो, हो बड़े ये मानते हो। हो सृजन कैसे... Hindi 1 165 Share Sanjay ' शून्य' 5 Dec 2023 · 1 min read कदम रोक लो, लड़खड़ाने लगे यदि। कदम रोक लो, लड़खड़ाने लगे यदि। जुबां रोक लो, बड़बड़ाने लगे यदि।। हैं आएंगी कमियां बहुत इस सफर में। जलन रोक लो, घर जलाने लगे यदि।। जय हिंद Quote Writer 1 159 Share Sanjay ' शून्य' 4 Dec 2023 · 1 min read सच क्या गलत है क्या सही, सब आप जानते हो। लालच के खातिर क्यूं , गधे को बाप मानते हो।। जिस सुख के लिए यारों तुम सच से भागते हो। बस... Hindi 2 1 164 Share Sanjay ' शून्य' 2 Dec 2023 · 1 min read बड़े दिलवाले महफिल नई नई सही, पर किरदार पुराना। दिल जीतना है सबका, और दर्द छिपाना।। है आसान बहुत जुड़ना, लोगों को तोड़ना। मुश्किल यहां पर यारों, है संबंध जोड़ना।। सोचो नही... Hindi 1 1 158 Share Sanjay ' शून्य' 26 Nov 2023 · 1 min read जिस भी समाज में भीष्म को निशस्त्र करने के लिए शकुनियों का प् जिस भी समाज में भीष्म को निशस्त्र करने के लिए शकुनियों का प्रयोग होता हो, वह समाज कायर है। वहां अर्जुन बचाना था जो धर्म योद्धा था, तुम बेशर्म को... Quote Writer 1 1 114 Share Sanjay ' शून्य' 26 Nov 2023 · 1 min read जिस्मानी इश्क इश्क मुहब्बत प्यार करो, हसी ठिठोली यार करो। रखिए अंकुश स्पंदन पर, यूं जीवन न बेकार करो।। नदियां समुद्र जीवन सब, सीमाओं में अच्छे लगते है। नाले तालाब है उफान... Hindi 1 1 85 Share Sanjay ' शून्य' 24 Nov 2023 · 1 min read जिस दिन आप कैसी मृत्यु हो तय कर लेते है उसी दिन आपका जीवन और जिस दिन आप कैसी मृत्यु हो तय कर लेते है उसी दिन आपका जीवन और जीवनकर्म निश्चित हो जाता है। फिर आप अथक पथिक तक चलते रहे मृत्युतक। सोचिए दधीच,... Quote Writer 2 1 233 Share Sanjay ' शून्य' 22 Nov 2023 · 1 min read नेता पक रहा है सोनिया के लिए है लाल बराबर कांग्रेस के लिए सुरताल बराबर ममता लिए है मुड़ी झाल बराबर अखिलेश के लिए जैकाल बराबर लालू के लिए घोड़ा नाल बराबर कजरी के... Hindi 1 159 Share Sanjay ' शून्य' 22 Nov 2023 · 1 min read चौथापन एक हुआ और दौर खत्म, चलो हिसाब करें। ये था तीसरा तो क्या, चौथे का आगाज करें।। एक दौर सहारे का था, एक में सहारा हम थे। एक दौर प्यार... Hindi 1 207 Share Sanjay ' शून्य' 20 Nov 2023 · 1 min read क्रिकेटी हार मैं कैसे कह दूं दोस्त की मैं हार में खुश हूं। पर वो खेल का मैदान था, चौसर तो नही था।। दो वीर यदि लड़ेंगे तो हारेगा एक कोई। शकुनी... Hindi 1 1 142 Share Sanjay ' शून्य' 19 Nov 2023 · 1 min read नेतृत्व भूख अगर परमार्थ की है, तो अर्थ समझ में आता है। यहां तो कुछ पद तृष्णा में, कुछ को पैसों से नाता है।। चाटुकार क्या कर पाएंगे, राष्ट्र समर्पित यज्ञ... Hindi 2 106 Share Sanjay ' शून्य' 17 Nov 2023 · 1 min read नारी सम्मान मां सबको हनुमत कहे, देवी कहते राम। संबंधों से इतर था, नारी का एक मुकाम।। कलयुग युग है अर्थ का, जन जन बसता काम। मोक्ष की है चिंता किसे, अब... Hindi 2 1 212 Share Previous Page 2 Next