Sanjay ' शून्य' Language: Hindi 209 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Sanjay ' शून्य' 7 Oct 2023 · 1 min read संतोष धन बहुत लूटा लुटेरों ने, ये दौलत कम नहीं होती। हजारों ज़ख्म खाकर भी, ये आंखे नम नहीं होती।। है ये संतोष की दौलत, जो कि प्रभु प्रेम से पाया। हूं... Hindi · Narendra 1 332 Share Sanjay ' शून्य' 5 Oct 2023 · 1 min read दृढ़ छला जाना तो प्रारब्ध में था, मेरे कर्मों ने कभी मुझको हारने न दिया। व्याध बैठे है यहां घर घर में, एक निरीह को भी मैंने मारने न दिया।। जय... Hindi 1 158 Share Sanjay ' शून्य' 4 Oct 2023 · 1 min read सिद्दत्त मेरी ख्वाइशों में शामिल थी तेरी खुशियां, तुम्हें छुपाने या चुराने की जरूरत ही नहीं। मुझे बदनाम करने से अगर खुश रहते हो, तुमसे नाउम्मीद होने की मेरी फितरत ही... Hindi 1 89 Share Sanjay ' शून्य' 29 Sep 2023 · 1 min read बांटो, बने रहो BPL से APL तो हो रहे है लोग। जातियों में मगर सो रहे है लोग।। क्या भारत में वो दिन भी आएगा। SC ST OBC खुद को सवर्ण बताएगा।। जिस... Hindi 1 72 Share Sanjay ' शून्य' 28 Sep 2023 · 1 min read खाने पुराने कभी रामरस कभी पसावन भात हुआ करता था। लिट्टी चोखा दाल तो यारों भोज हुआ करता था। औरा इमली आम की चटनी सतुआ के संग भाता था। चना चबैना, भूजा... Hindi 2 1 177 Share Sanjay ' शून्य' 27 Sep 2023 · 1 min read प्रबुद्ध कौन? सोचो जी! लिखना, पढ़ना, ज्ञान की बातें, करने से क्या होता है। दर्द बूट का फौजी जानें, पहन सहन जो सोता है।। पढ लिखकर दे कठिन परीक्षा, जो युवा राष्ट्र... Hindi 2 1 219 Share Sanjay ' शून्य' 26 Sep 2023 · 1 min read चाहत/ प्रेम चाहत नहीं है, तो है राहत बहुत । यहां प्रेम कम, है अदावत बहुत ।। लुटाते रहो प्रेम, सब पर हमेशा। घृणा घोलने की, है आदत बहुत।। रहे घूम घर... Hindi 3 1 125 Share Sanjay ' शून्य' 24 Sep 2023 · 1 min read गलतफहमी हैं खड़े जो रेत की बुनियाद पर, भार अपना खुद बढ़ाए जारहे हैं। दे न पाए रोटी मां को दो वक्त की, खामखां कुनबा बढ़ाए जारहे हैं।। खुद डूबने से... Hindi 2 1 128 Share Sanjay ' शून्य' 18 Sep 2023 · 1 min read सृजन स्वयं हो विशेष की तलाश में, क्यों शेष हो रहे हो। तुम सृजन के अधिनायक, अवशेष हो रहे हो।। हर व्यक्ति है भटकता, यदि रास्ते कई हों। छोड़ो बढ़ो तुम आगे, तुम... Hindi 4 3 220 Share Sanjay ' शून्य' 17 Sep 2023 · 2 min read परिवेश एक भक्त राजा एक महात्मा के कुटिया में जाया करते थे। उन्होंने महात्मा से महल में पधारने का आग्रह किया, परंतु महात्मा ने यह कह कर टाल दिया कि तुम्हारे... Hindi 1 240 Share Sanjay ' शून्य' 17 Sep 2023 · 1 min read हाले कबीर, माले बेरहम हां, हम कबीर हैं, मगहरवाले। मर के गधा बनने आए थे। यहां मेरी लाश को बांट के बकरा बना दिया। सर हिंदू ले लिया, धड़ मुसलमान खा गया। मैं कर्ता... Hindi 1 1 198 Share Sanjay ' शून्य' 14 Sep 2023 · 1 min read दाता मां ने तुमको है जन्म दिया, बाप अनेकों सीख दिया। देना यदि तुम सीख गए, तो जीना यारों सीख लिया।। पौधों ने तुमको स्वास दिए, नदियों ने तुमको नीर दिया।... Hindi 1 286 Share Sanjay ' शून्य' 13 Sep 2023 · 1 min read जागृत मन छोटे मन से बड़ा काम, न होएगा। गधा कभी घोड़े सा भार न ढोएगा ।। मन जागे से जगा समझ, तन जागे क्या होएगा। घंटो तक बकवास करेगा, खायेगा और... Hindi 1 1 118 Share Sanjay ' शून्य' 6 Sep 2023 · 1 min read गजब गांव यह गांव सभी नक्कटा का है। रहते, सब छोटका बड़का है ।। वैसे यह बड़ा बहुत विभूषित है। पर चारित्रिक रूप से दूषित है।। व्यभिचार यहां घर घर में है।... Hindi 1 204 Share Sanjay ' शून्य' 2 Sep 2023 · 1 min read Think Positive परिस्थितियां विरुद्ध हैं तो, संभावनाएं बहुत हैं। ठहरे हो क्यों ठिठक के , योजनाएं बहुत हैं।। है नजर नहीं आती, मंजिल जो दूर तक। भूलो नहीं नर रूप में, क्षमताएं... Hindi 1 47 Share Sanjay ' शून्य' 1 Sep 2023 · 1 min read रक्षाबंधन हल्दी की एक गांठ, सील-बट्टे पर पीसी जाती थी। बड़े भाव से कुएं वाली, दूब तोड़ वो ले आती थी।। अम्मा से गुड़ दही मांग, वो थाल सजाया करती थी।... Hindi 1 118 Share Sanjay ' शून्य' 22 Aug 2023 · 1 min read अनुराग *जहां जहां प्रेम है वहीं तो प्रकाश है। ख्वाबों के पंख हैं पूरा आकाश है।। ब्रह्मचर्य योग से कृष्ण प्रेमावतार हैं। राधा-योगप्रेम भी जानता संसार है।। योग है अनुराग है... Hindi 1 184 Share Sanjay ' शून्य' 21 Aug 2023 · 2 min read I.N.D.I.A *International* =*I* *Nepotism* . =*N* *Dynastic*. =*D* *Immoral*. =*I* *Association*. =*A* 77 वर्ष की आजाद भारत का इतिहास घोटालों, देश द्रोह, हिंसा, नक्सलवाद, आतंकवाद, भाषावाद, क्षेत्रवाद, जातिवाद की राजनीति से... Hindi 1 246 Share Sanjay ' शून्य' 18 Aug 2023 · 1 min read भरत राम समर्पित रहे अवध में, अवध सपर्पित राम था। भरत अवध में रामसेतु थे, फिर बना अयोध्या धाम था।। हरपल रघकुल जिया राम को, पूरे चौदह सालों तक। हुए व्रती... Hindi 2 1 173 Share Sanjay ' शून्य' 14 Aug 2023 · 1 min read गुरुकुल भारत सदियों से भारत गुरुकुल है, धरती पर रहने वालों का। शिक्षा, त्याग, तपस्या, कर्म, प्रेम करुणा बरसाने वालों का।। जड़ चेतन सब में ईश्वर है, हमसब में है ईश्वरीय अंश।... Hindi 1 194 Share Sanjay ' शून्य' 11 Aug 2023 · 1 min read आंधी है नए गांधी आंख मारते है कभी, कभी गले लगाते हैं। युवा बहन के गाल चूम, भी न शरमाते हैं।। चमचे उनको ही, भावी पीएम बतलाते हैं। संसद में जो सबको, उड़ता चुम्मा... Hindi 1 234 Share Sanjay ' शून्य' 3 Aug 2023 · 1 min read व्यापार नहीं निवेश करें देकर पाने की चाहत में, सोचो तुम क्या पाओगे। सोच अगर कुछ पाने की है तो तुम घाटा खाओगे।। तुमको समझ नहीं है प्यारे, व्यापार और निवेश का। इसमें तेरी... Hindi 1 280 Share Sanjay ' शून्य' 3 Aug 2023 · 1 min read हम हिंद के है 🔥हम हिंद के है🔥 न थे वे मनीषी , न बरगलाए गए थे। न आए कहीं से, न भगाए गए थे।। वे थे अपने घर में, था अपनो का साया।... Hindi 1 2 92 Share Sanjay ' शून्य' 1 Aug 2023 · 1 min read तेज़ जज्बे भी जिंदा दिमाग में होते हैं। मंदबुद्धि केवल समाज में रोते है।। जो समझ सके न बात, वो जज्बात कहां समझेंगे। देख न पाए जो प्रकाश में,अंधियारे में क्या... Hindi 1 168 Share Sanjay ' शून्य' 24 Jul 2023 · 1 min read बातें रोज ही होती थी बातें। गम- खुशी, बचपन की बातें।। दिन की बातें, दिल की बातें। गुजरे दिन, महफिल की बातें।। इनकी बातें, उनकी बातें। जाने किन किन की ये... Hindi 1 186 Share Sanjay ' शून्य' 20 Jul 2023 · 2 min read पत्र मित्रों, नमस्कार सावधान! सावधान!सावधान! *"कुछ बात है की हस्ती मिटती नहीं हमारी, सदियों रहा है दुश्मन दौरे जहां हमारा* चौबीस घंटे हमे डराना! घंटा उखाड़ लेगा कोई भारत का। ग्यारह... Hindi 1 84 Share Sanjay ' शून्य' 12 Jul 2023 · 1 min read आभार साहित्यपेदिया पर जुड़े हुए सभी स्नेहीजन और कलम के पुरोधाओं को मेरा कोटिशः प्रणाम। आप सभी के उत्साह वर्धन के लिए आप सभी हृदय से आभार। सादर प्रणाम Hindi 1 248 Share Sanjay ' शून्य' 12 Jul 2023 · 1 min read माया यदि लक्ष्य नहीं कोई है तो, फिर कहां मजा है जीने का। यदि पूस की रात ही बीत गई, क्या लाभ है गुदड़ी सीने का।। कावड़ झूले जब नहीं रहे,... Hindi 1 175 Share Sanjay ' शून्य' 9 Jul 2023 · 1 min read शर्म करो रोज़ बनाओ पोज़ बनाओ, आईने से कन्फर्म करो। हद झूठे मक्कार हो गए, थोड़ा ही पर शर्म करो।। दारू पीओ धुवां उड़ाओ, पार्टियों में इंटर्न करो। मौत एक दिन आयेगी... Hindi 1 266 Share Sanjay ' शून्य' 8 Jul 2023 · 1 min read तनहाई ये कैसे हालात हैं कि, मैं भी हवालात में हूं। इक पुरानी बेवफा से, आज मुलाकात में हूं।। अचानक रूबरू होकर तो उसने चौंकाया। और कहती है कि, मैं उसके... Hindi 1 272 Share Sanjay ' शून्य' 5 Jul 2023 · 1 min read 🔥आजकल की लेखनी के लिए 🔥 उनका दर्शन दिग्दर्शन है, वे वेद व्यास थे। हो मूढ़मती शाकुन्तलम है, वे कालिदास थे। घटने के पहले लिखा रामायण जो, वे वाल्मीकि थे। ये लेखक थे और कवि ही... Hindi 1 67 Share Sanjay ' शून्य' 2 Jul 2023 · 1 min read खुद की गलतियां गुस्ताखियां भी खुद की, नाराज़गी भी ख़ुद की। मुझसे जुदा हुए तुम, आवारगी थी ख़ुद की।। अब क्या कहूं मैं, तुमसे जीवन का सफरनामा। लुटते रहे हम बेबस, नादानियां थी... Hindi 3 67 Share Sanjay ' शून्य' 2 Jul 2023 · 1 min read वोट 🔥 चुनाव🔥 सत्य और धर्म की स्थापना सदैव स्व और स्वपरिवार से होनी चाहिए, ऐसा श्री राम और श्री कृष्ण ने अपने अवतरण काल में किया । अगर आप समाज... Hindi 2 74 Share Sanjay ' शून्य' 2 Jul 2023 · 1 min read युवा आपने मारा जो थप्पड़, दंभियो के गाल पर। सात पुस्ते खुश हुई, इस रुधिर के उबाल पर।। महिमा मंडित कर रहे है,ये जरायम कर्म को। मारो मारो मार डालो, इन... Hindi 2 60 Share Sanjay ' शून्य' 2 Jul 2023 · 1 min read बेरुखी नाराज़ है वो, खता बताते भी नहीं। है आगोश में, दूर जाते भी नहीं।। उनकी खामोशी, मुझे नासूर बन के डसती है। कोई अनजान सी रस्सी गले को कसती है।।... Hindi 2 51 Share Sanjay ' शून्य' 2 Jul 2023 · 1 min read नज्म कहां से सिखा है आंचल को जलाना यारों । आगोश ने जिसकी तुमको, सुकून और खुशियां दी, उसी आगोश को सीखा है मिटाना यारों। ये रेलगाड़ियों, जो तुम्हारी हम सफर... Hindi 2 103 Share Sanjay ' शून्य' 2 Jul 2023 · 1 min read चयन कर्मनीति है जीवन नीति, जो प्रेम और समर्पण सिखाती है। राजनीति है सत्ता नीति , जो घृणा और घर्षण बढ़ाती है। प्रेम का एक पल भी, जीवन में अमृत मिठास... Hindi 2 106 Share Sanjay ' शून्य' 2 Jul 2023 · 1 min read लफंगा पढ़ाई पसंद न थी, लफंगई पसंद थी। वह घूमता फिरता था, नंगई पसंद थी।। यूं उम्र बढ़ते बढ़ते, आवारा हो गया। जब लोकतंत्र आया, सबका प्यारा हो गया।। अब भाई... Hindi 2 77 Share Sanjay ' शून्य' 1 Jul 2023 · 2 min read पेंशन शर्म करो। पेंशन पेंशन पेंशन, मैं यह बखूबी जानता हूं की तुमने बातें बनानी और करनी दोनों सीख ली हैं तभी तो इस जमाने में भी तुम्हारा रसूख कायम है।... Hindi 1 296 Share Sanjay ' शून्य' 1 Jul 2023 · 1 min read शायरी तुम्हारी ख्वाइसो फरमाइसों पर दिल लूटा दूंगा। करो यकीन तुम मुझपर पूरी महफिल लूटा दूंगा।। हूं मैं हिंद का सैनिक, है हिंदुस्तान रग रग में, मैं हिंद की अस्मिता खातिर,... Hindi 1 329 Share Sanjay ' शून्य' 1 Jul 2023 · 1 min read तलाक़ तुम्हें छोड़ने का ये निर्णय हमारा, अचानक नहीं था। करूं गर मैं तुलना तेरे बहसीपन से, भयानक नहीं था।। खोकर के सब कुछ, तुम्हे माफ करना एकाएक नही था। ये... Hindi 1 175 Share Sanjay ' शून्य' 1 Jul 2023 · 1 min read डुप्लीकेट अज्ञानी हैं पर दार्शनिक बातें, छप्पर में गुदरी से लिपटी सर्द रातें । बड़ी मुश्मिल से जुगाड़ते है रोटी दो वक्त की, समझते नहीं हैं महिमा नशों में बहते हुए... Hindi 1 221 Share Sanjay ' शून्य' 30 Jun 2023 · 1 min read पैसा पैसे मे जीवन दिखे, यह कैसा संसार। जीवन में पैसा दिखे, तब हो बेड़ा पार ।। पैसे खातिर बेच दी, देश धर्म की लाज। मानव की इस सोच से, विकृत... Hindi 1 185 Share Sanjay ' शून्य' 30 Jun 2023 · 1 min read सत्कर्म करें कुछ खट्टी कुछ मीठी यादें, हर पल दम तोड़ते इरादे, वो चालाक हम सीधे सादे, हम सेवक वो थे सहजादे, बचपन की वो सब अवसादें, याद करूं क्यूं...... क्या बचपन... Hindi 196 Share Sanjay ' शून्य' 29 Jun 2023 · 3 min read सेवक से सेवी 🔥सेवक से सेवी तक🔥 साहित्य अगर जीवन है तो शब्द उनके यंत्र है। परवर्तनशीलता, समग्रहता और समायोजन इन शब्दों को हमेशा जीवंत रखता है। परन्तु ये शब्द व्यक्ति और व्यक्तित्व... Hindi 1 56 Share Sanjay ' शून्य' 29 Jun 2023 · 2 min read विरोध एक धारा ❤️विरोध एक धारा ❤️ एक दिन एक कुत्ते ने जिद्द किया कि उसे मामा के घर ( ननिहाल) जाना है, उसकी मां ने उसे समझाया कि तुम अकेले कैसे जाओगे,... Hindi 1 67 Share Sanjay ' शून्य' 29 Jun 2023 · 1 min read निजी कॉलेज/ विश्वविद्यालय 🔥 समर्पित🔥 नौकर और रखैल चाहिए, या तो पूरा बैल चाहिए। चमचे और दलाल चलेंगे, ना ज्ञानी गुणवान चाहिए।। माया डाल बनाया हमने, इसको माया नगरी है। उन सबका हम... Hindi 1 246 Share Sanjay ' शून्य' 29 Jun 2023 · 2 min read आवाज तो दो आवाज़ तो दो........ ये बात 2015 की है, मै करोलबाग से जहांगीरपुरी जाने वाली डीटीसी बस में बैठा। आंनद पर्वत के पास एक महोदय सामान के साथ बस में दाखिल... Hindi 2 101 Share Sanjay ' शून्य' 29 Jun 2023 · 2 min read असमान शिक्षा केंद्र विषय: विभिन्न प्रकार के शिक्षा केंद्र व उनके प्रभाव, मित्रो, हमलोग अक्सर शिक्षा क्षेत्र में सरकारी व निजी शिक्षा केंद्रों के विषय में चर्चा करते रहते है और अक्सर इस... Hindi 1 189 Share Sanjay ' शून्य' 29 Jun 2023 · 2 min read आजादी सिर्फ दिखावा नहीं आजादी सिर्फ अभिव्यक्ति की ही नहीं........ हम लोगों ने आजादी का उपयोग जरुरत के अनुसार नहीं बल्कि मन के अनुसार करते हैं। अगर मन के अनुसार ही जीना था तो... Hindi 1 91 Share Previous Page 3 Next