DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 205 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 26 Dec 2021 · 1 min read दौर... वक़्त की आज़माइशों का, दौर कुछ ऐसा है... सहते, दबते, झुकते, अब थकने से लगे हैं... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 751 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 25 Dec 2021 · 1 min read ज़िन्दगी... जिंदगी उम्मीदों के साए में सफर करती है... कभी देती है साथ, कभी बचकर निकलती है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 758 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 24 Dec 2021 · 1 min read चिंतन... विचारों के प्रवाह को चिंतन चुनौती देता है, किन्तु निर्णय की स्थिति से पूर्व महत्व केवल चिंतन का है... क्या सही और क्या गलत केवल समय देखता है... अथाह है... Hindi · कविता 1 533 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 23 Dec 2021 · 1 min read उनकी मोहब्बत... उनकी मोहब्बत, हमें रोज रुलाती रही गुनाह-ए-इश्क़ का, फरमान सुनाती रही तन्हा जीने की सजा, हमको सुनाकर पहलू से कभी पास, कभी दूर जाती रही... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · मुक्तक 2 5 529 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 22 Dec 2021 · 1 min read विरासतों की वसीयत... रिवाज़ों की लकीरों को कभी कम ना समझियेगा... ये विरासतों की वसीयत है जो काबिल-ए-वारिस को मिलती है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 383 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 21 Dec 2021 · 1 min read अनुबंध... जन्मों के सफर, शर्तो पर तय थे... अब बंधनों के सारे अनुबंध टूट गए... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 736 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 20 Dec 2021 · 1 min read बेबस... यूँ इसकदर हैराँ न हो रातों की स्याही देखकर... एक बुझते से अलाव के सहारे रात गुजारनें को जिंदगी बेबस है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 795 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 19 Dec 2021 · 1 min read दुआ... हैरा ना होना मेरी सलामती पर दुनियावालों बरसों मेरे हक में कोई दुआ पढ़ता रहा है... -✍️ देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 544 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 18 Dec 2021 · 1 min read रहमतों के साए... मेरी राह में तकदीर ने काँटे बहुत बिछाए थे... खुदा तेरा शुक्रिया जो साथ रहमतों के साए थे... -✍️ देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 456 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 17 Dec 2021 · 1 min read ज़िन्दगी... जिंदगी जब भी थककर मुरझाने लगती है... दोस्तों के चेहरे देखते ही फिर से खिलखिलाने लगती है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 468 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 16 Dec 2021 · 1 min read बात... कायदों की बात हमसे ना कीजियेगा हैसियतों के हिसाब से व्यवहार बदलते देखा है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 4 548 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 15 Dec 2021 · 1 min read असर... ये सच है कि मुश्किल कामयाबी का सफर होता है... पर एक हद तक दुआओं का भी असर होता है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 415 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 14 Dec 2021 · 1 min read टूटा है दिल... अबकी बार टूटा है दिल, तो टूटा ही रहने दो... थक गए है आखिर इसे संभालते -संभालते... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 455 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 13 Dec 2021 · 2 min read संवाद... 'संवाद' अचानक ये शब्द मेरे कानों में पड़े कि अब तो हमारे बीच का संवाद ही खत्म हो गया। और मैं कुछ सोचने पर विवश हो गई। सालों किसी से... Hindi · लेख 1 2 671 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 12 Dec 2021 · 1 min read गिरवी... एक अर्से से गिरवी थे, सुकून और नींद मेरी आज पा लिया है वापस, क़ीमत पूरी चुका के... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 486 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 11 Dec 2021 · 1 min read शर्त... बेशक तुम मुझे, गलत ही समझ लो पर अपने सही होने का, इत्मीनान कर लेना... नहीं रोने तुम्हारे दरवाजे, आकर मुझे गम चाहे जितने ऊँचे, अपने मकान कर लेना... सुनसान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 783 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 10 Dec 2021 · 1 min read हुनर... उसकी ज़िद थी, मुझे डूबाने की वो शायद मेरे तैरने के हुनर से वाकिफ़ न था... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 4 605 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 9 Dec 2021 · 1 min read तुम में मैं...विचारों की एक श्रृंखला अनिर्णायक स्थिति में बने रहने से अच्छा है... स्वयं से प्रश्नोत्तर किया जाए और मन की उस तह तक प्रश्न पूछे जाएं जहाँ तक उत्तर आपको संतुष्टि प्रदान ना कर... Hindi · लेख 605 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 8 Dec 2021 · 1 min read वो बात कहाँ... मुझे तोड़ पाए, दुनिया में वो बात कहाँ इसका ठेका तो मैंने, कुछ अपनों को दिया है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 584 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 7 Dec 2021 · 1 min read मेहरूम... तू राह मुझे रोज, यूँ ही दिखाते रहना बहुत मेहरूम रहा हूँ, अपनों के साए से.... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 2 446 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 6 Dec 2021 · 1 min read कायदे... छोड़ दी है हमने अब, कामयाब होने की ज़िद सुना है झूठ के हाथों, बहुत खिताब बिकते हैं... वो ईमान का दम भरता रहा, झुकी कमर लेकर सालों जिसके बच्चे,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 837 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 5 Dec 2021 · 1 min read तुम में मैं.... विचारों की एक श्रृंखला यदि वह विचारों की तलहटी में उतरने की चेष्टा भी करें तो शिखर का अभिमान उसे उतरने नहीं देता। उसके आस-पास का वातावरण उसे ऐसा करने से रोकने हेतु भिन्न-भिन्न... Hindi · लेख 1 2 1k Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 4 Dec 2021 · 3 min read तुम में मैं... विचारों की एक श्रृंखला आज अचानक बैठे- बैठे यूँ ही ख्याल आया कि हर व्यक्ति सोचता है कि वह स्वयं में अलग है... औरों से कुछ भिन्न है... उसमें कुछ बात ऐसी है जो... Hindi · लेख 3 2 758 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 3 Dec 2021 · 1 min read आख़िरी... कोशिशों की बात, हमसे ना कर ए 'ज़िन्दगी' मैंने हर साँस आख़िरी समझ, ये उम्र गुजारी है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 2 476 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 2 Dec 2021 · 1 min read बिन मतलब... मोहब्बत में मिलावट का दौर है दोस्तों सब अपने हिसाब से रिश्ते जोड़ लेते हैं... तू किस ज़माने की सोच रखती है 'अर्पिता' बिन मतलब तो अपने भी मुँह मोड़... Hindi · मुक्तक 1 2 580 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 1 Dec 2021 · 1 min read कुछ सच्चाई... जिंदगी की कुछ सच्चाई, जब हकीकत बयां करती है... तो ना इश्क रहता है और ना आशिक बचता है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 581 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 30 Nov 2021 · 1 min read वक़्त लगा दिया... वक़्त ने हमें वक़्त का, सही मतलब बता दिया इसी वक़्त ने वक़्त लाने में, बहुत वक़्त लगा दिया... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 415 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 29 Nov 2021 · 1 min read ऊँचे दाम... ग़र बेचनी हो बेहयायी, तो खरीददार बहुत हैं मग़र शराफ़त के ऊँचे दाम, औकात के हैं बाहर... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 2 567 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 28 Nov 2021 · 1 min read शोर... मुक़ददर भले ही, ख़ामोश बैठा था... मेहनत का शोर, मग़र है चारों ओर... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 4 8 529 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 27 Nov 2021 · 1 min read चूड़ियाँ और बेटियाँ... कितनी मिलती-जुलती हैं दोनों की ही ज़िन्दगीयाँ... एक दूजे के जैसी है चूड़ियाँ और बेटियाँ... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · कविता 1 4 554 Share Previous Page 3 Next