Deepesh Dwivedi 101 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Deepesh Dwivedi 1 Aug 2016 · 1 min read सृजन जब सतरंगी सपना कोई,अक्सर मन को छल जाता है; जब शहनाई के मधुर स्वरों में कोई मुझे बुलाता है; जब दर्द पराया,अपना बन,अन्तर्मन को मथ देता है, तब जन्म ग़ज़ल... Hindi · मुक्तक 2 1 637 Share Previous Page 3