bhandari lokesh Language: Hindi 115 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 bhandari lokesh 10 May 2019 · 1 min read आंखों के आंसू आंखों के आंसू भी तेरा नाम गुनगुनाते हैं हम रोते हैं वो खिलकर मुस्कुराते हैं कुछ पल तन्हा रातों के बिन उनके सूने लगते हैं ये बारिश के मौसम भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 376 Share bhandari lokesh 7 May 2019 · 1 min read फिर वही बात फिर मेरा नाम उसकी जुबां पर फिर वही प्यार उसका बेइंतहा पर फिर उसके ख्वाबों ख्यालों में था में फिर उसकी आँखें नमी आसमा पर फिर उसको दुनिया ये जीने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 312 Share bhandari lokesh 22 Apr 2019 · 1 min read इकरार - इजहार हमें मिलना जरूरी है उन्हें मिलना जरूरी है हमें नफरत नहीं उनसे उन्हें नफ़रत नहीं हमसे हमें तन्हाई का डर था उन्हें रुसवाई का डर था हमें शिकवा नहीं उनसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 256 Share bhandari lokesh 22 Apr 2019 · 1 min read वो और हमारी जिंदगी अगर में राह बन जाऊं मुसाफिर वो भी बन जाए कभी पल भर ठहर जाऊं वो बुत बन कर संभल जाए अगर में थाम लूं दामन वो मेरी सांस बन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 258 Share bhandari lokesh 13 Jan 2019 · 1 min read सबूत-ए-मोहब्बत तुम्हारी कब्र पर'भंडारी' रोने नहीं आया उसे मालूम था तुम हार नहीं सकते हो रुख़सत हमसे कहीं सांसें गुजार नहीं सकते तुम्हारी मौत का पैगाम झूठा सा लगने लगा क़लम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 310 Share bhandari lokesh 9 Jan 2019 · 1 min read ख़बर-इश्क ए वतन से इश्क ए वतन से ख़बर दो कोई हम उन्हें भूल जाने की कोशिश करेंगे राहों से छिपकर चले जाएंगे हम मगर बेवफ़ा का ज़िकर ना करेंगे इश्क ए वतन से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 269 Share bhandari lokesh 9 Jan 2019 · 1 min read ज़िक्र तक नहीं हम तो हरपल सनम सोचते हैं तुम्हें बस तुम्हारे ही दिल की ख़बर तक नहीं तू ही तू है दुआ में ज़हन में बसी और लब पे तुम्हारा ज़िक्र तक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 274 Share bhandari lokesh 9 Jan 2019 · 1 min read सुकून ए मोहब्बत सुकून ए मोहब्बत ना हमको मिला बाकी सब कुछ मिला हमको तू ना मिला हाथ उठते इबादत में रब से सनम यूं ही जारी रहे जुल्म का सिलसिला एक तेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 241 Share bhandari lokesh 8 Jan 2019 · 1 min read अल्फ़ाज़ पलक झपकते सूरत तेरी तस्वीरों में उतर गई आँख खुली तो पता चला ये महफ़िल फिर से बिखर गई वैसे तो दीवाने उनके दर से रोज गुज़रते हैं आज मगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 463 Share bhandari lokesh 8 Jan 2019 · 1 min read दिल ज़ाफ़रान जो बात हमने खुद से छुपा रखी थी वही बात हमारी कलम को रुला रही थी ॥ चुप रहने के लिए हमने रिश्वत दी किताबों को मगर कमबख्त कागज़ गवाही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 474 Share bhandari lokesh 8 Jan 2019 · 1 min read सत्य वचन जीवन सब जोड़े रखा मोह माया के साथ अंत समय सब कुछ लुटा,गया वो खाली हाथ।१। भटकत भटकत ज़ीवन बीता मिला ना अंतिम छोर बस एक बात समझले बंदे राम... Hindi · दोहा 2 505 Share bhandari lokesh 8 Jan 2019 · 1 min read आँखों में नमी लेकिन ... आँखों में नमी लेकिन होठों पर हंसी रहती अगर वो, मेरी तक़दीर नहीं होती जब मिलना ही था उनसे तो बिछुड़न का दर्द बनाया क्यूँ अब दर्द हमारे सीने में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 285 Share bhandari lokesh 8 Jan 2019 · 1 min read जनाज़ा देख ले जनाज़ा देख ले मेरा जो गुज़रा है तेरे दर से कहीं नदियां जुदा होती महफ़िल ए समंदर से बड़ा कमबख्त था ये, नासमझ बस चाहता तुमको कफ़न भी उड़ गया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 517 Share bhandari lokesh 8 Jan 2019 · 1 min read दिलनू ... दिलीप- एक है आरजू एक है रूह पास है तेरे मेरा दिलनू भंडारी- दिल दियां गल्लां किसे में दसनु पास नही मेरे तेरा दिलनु दिलीप- जिसकी रग विच बसदी ए... Hindi · कविता 1 1 297 Share bhandari lokesh 7 Jan 2019 · 1 min read कॉलेज का अंतिम दिन वो कॉलेज का था अंतिम दिन आंखो मे नमी सी थी मुकम्मल तो बहुत कुछ था मगर थोड़ी कमी भी थी कमी थी ये कि अपने दोस्त सब दूर जाने... Hindi · कविता 1 2k Share Previous Page 3