Ajay Chakwate *अजेय* Language: Marathi 127 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Ajay Chakwate *अजेय* 30 Nov 2022 · 1 min read हायकू वृक्ष पिंपळ, आनंदे पक्षी खेळे _ ध्यानस्थ योगी. Marathi · दर्शन 120 Share Ajay Chakwate *अजेय* 29 Nov 2022 · 1 min read हायकू माय प्राकृत, जननी सर्व भाषा _ विसरे ऋण. Marathi · प्राकृत भाषा 94 Share Ajay Chakwate *अजेय* 29 Nov 2022 · 1 min read हायकू ओठाला लाली, चढे गाली गुलाबी _ रंग प्रितीचा. Marathi · प्रेम नीती शांती निसर्ग · हायकू 128 Share Ajay Chakwate *अजेय* 29 Nov 2022 · 1 min read कविता सखे माझ्या प्रेमाची, करू नकोस होळी, आपल्या आठवणी ची, बांधून ठेवली मी मोळी. श्वासा श्वासात माझ्या , गंध तुझा भरला. तूझ्या कोमल स्पर्शाने, वसंत ऋतू फुलाला. मुक्ते तुझ्याच साठी, लिहले... Marathi · कविता 137 Share Ajay Chakwate *अजेय* 27 Nov 2022 · 1 min read हायकू घड्याळ चालू, कटकट नुसती_ नाते जपते/जपतो _ Marathi 108 Share Ajay Chakwate *अजेय* 26 Nov 2022 · 1 min read नात्याचे गणित नात्याचे गणित, मित्राची करावी बेरीज, दुष्टांची करावी वजाबाकी, शत्रुंचा करावा भागाकार, प्रेमाचा करावा गुणाकार, उत्तर मिळेल मग बरोबर आनंदी जीवन असेल खरोखर Marathi · कविता 107 Share Ajay Chakwate *अजेय* 26 Nov 2022 · 1 min read हायकू उचंच उंच, डोंगर पायथ्याला _ ठेंगणे नर Marathi · Hayku · हायकू 142 Share Ajay Chakwate *अजेय* 26 Nov 2022 · 1 min read हायकू भर उन्हात घनदाट सावली - माय माऊली Marathi · हायकू 143 Share Ajay Chakwate *अजेय* 26 Nov 2022 · 1 min read हायकू आपल्या हाती, आपलेच भविष्य भिती कशाला Marathi · Hayku 126 Share Ajay Chakwate *अजेय* 25 Nov 2022 · 1 min read समरांगण, समरांगण, घर बनते तेंव्हा_ नस्ट विश्वास Marathi 94 Share Ajay Chakwate *अजेय* 25 Nov 2022 · 1 min read हायकू कागदी फुले, दिसतात सुंदर _ सुगंध हीन Marathi 121 Share Ajay Chakwate *अजेय* 25 Nov 2022 · 1 min read हायकू कागदी फुले, दिसतात सुंदर _ सुगंध हीन Marathi 144 Share Ajay Chakwate *अजेय* 25 Nov 2022 · 1 min read हायकू दर्या किनारी, उभे दोघे एकाकी _ गंभीर शांत किंवा दर्या किनारी, उभे दिघे एकाकी _ निःशब्द शांत Marathi 74 Share Ajay Chakwate *अजेय* 25 Nov 2022 · 1 min read हायकू चौका चौकात, टवाळखोर बसे _ चकाट्या पिटे Marathi 64 Share Ajay Chakwate *अजेय* 25 Nov 2022 · 1 min read हायकू हायकू कर्म का खेल समझ नाही आये _ सावधान हो | Marathi · हायकू 81 Share Ajay Chakwate *अजेय* 25 Nov 2022 · 1 min read तांका जरि दूर मी, जवळीक साधते _ दोघात प्रेम भारतीच्या संगती अलि होती सांगाती Marathi 78 Share Ajay Chakwate *अजेय* 25 Nov 2022 · 1 min read हायकू पहाट होता, किलबिल पक्षाची _ घाई कामाची | Marathi · हायकू 98 Share Ajay Chakwate *अजेय* 17 Nov 2022 · 1 min read शेर गर्दीत माणसाच्या माणुसकी शोधतो, नात्यात आपल्या आपुलकी शोधतो Marathi · शेर 108 Share Ajay Chakwate *अजेय* 16 Nov 2022 · 1 min read विचार क्रूर ज्यांची दृष्टी आणि बोल, पसरते कोरोना सारखी, वासने चे भूत सवार आहे, तरुणांई च्या मानगुटी वरती जणींवा बोथट होऊ लागल्या, विष वेली जोमाने फोफावल्या. Marathi 103 Share Ajay Chakwate *अजेय* 13 Nov 2022 · 1 min read हायकू आगार सुख, अखिल भूत दया, करुणा भाव, Marathi 1 192 Share Ajay Chakwate *अजेय* 9 Nov 2022 · 1 min read हायकू क्षणोक्षणी जे प्रदर्शन देहाचे, ह्रास स्वातंत्र्य. Marathi 1 180 Share Ajay Chakwate *अजेय* 9 Nov 2022 · 1 min read हायकू क्षण सुखाचे, साधू सतसंगती, जोडच नाही. Marathi 1 127 Share Ajay Chakwate *अजेय* 7 Nov 2022 · 1 min read हायकू ती निश दिन, खेळायला सोबती, अक्षरा मैत्री. Marathi 1 97 Share Ajay Chakwate *अजेय* 6 Nov 2022 · 1 min read कविता -भोग संचिताचा भोग संपणार कधी, उद्या चा आनंदी सूर्य दिसणार कधी || भोग आणखी हि किती बाकी आहे, अंतिमश्वासा पर्यंत का तो साथीआहे || जरि जगण्याची उर्मी बाकी आहे, जगण्यासाठी समतेची... Marathi 3 1 171 Share Ajay Chakwate *अजेय* 4 Nov 2022 · 1 min read कविता जाणतो प्रत्येक जाण स्वतः हाचे अंतःकरण, मनात चाले पाप पुण्याचे समीकरण || तरि ही तो दोष देतो जो सदा दुसऱ्या ला, तो बांधतो पाप बंध निश्चित स्व आत्म्याला || Marathi · कविता 2 1 164 Share Ajay Chakwate *अजेय* 1 Nov 2022 · 2 min read पत्र जय जिनेन्द्र यंदाचा 2022 चा अंबड नगरीत *वर्षा* योग होता. श्रावण महिन्यात *श्रावणी* जाल धारा खूप बरसाल्या त्यामुळे सारी अंबड नगरी नंम्र झाल्या मुळे सगळे **नंम्रता* म्हणत *नमित* चरणी नम्र... Marathi 3 1 264 Share Ajay Chakwate *अजेय* 1 Nov 2022 · 1 min read जिनवानी स्तुती (अभंग ) वीतराग वाणी, धोय मिथ्यात्वाला, जाशिल मोक्षाला, ऐक जीवा ||1|| कर्म बंधा तोडी, सुखाचा खजाना, अध्यात्माची वीणा, सुखदाई ||2|| खान सप्त तत्व, पाप पुंण्या जाण , हिताहिताचा वाण, वीर वाणी ||3||... Marathi · कविता 4 1 387 Share Previous Page 3