RAMESH SHARMA 927 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 18 Next RAMESH SHARMA 6 Mar 2017 · 1 min read टपकेगी जब आरजू टपकेगी जब आरजू, नैनो से बन बूंद ! लेना ही तब ठीक है,आँखे अपनी मूंद !! जीना सीखा भी नही,हमने अभी रमेश ! मरने का देने लगे, वो हमको उपदेश... Hindi · दोहा 1 325 Share RAMESH SHARMA 28 Feb 2017 · 1 min read भ्रस्टाचार आचार सरे आम अब बिक रहा भ्रस्टाचार आचार ... जनता खाने लग रही हो कर के लाचार... हो कर के लाचार समझ में कछु नही आवे. खावे जो तो मरा ,... Hindi · मुक्तक 1 274 Share RAMESH SHARMA 24 Feb 2017 · 1 min read शंकर का अभिषेक बच्चे खड़े कतार में ,भूखे जहाँ अनेक ! वहीं दूध से हो रहा,भोले का अभिषेक !! ......................... जिसने भी दिल से किया,भोले का गुणगान ! बदले में उसको मिला ,मन... Hindi · दोहा 1 690 Share RAMESH SHARMA 21 Feb 2017 · 1 min read अंग्रेजी में फूल जिनको चुभते थे कभी, हम भी बनकर शूल ! वही दे रहे आजकल, हमको प्रतिदिन फूल !! उनको कहना ठीक है, ..अंग्रेजी में फूल ! मसलें जो कलियाँ अगर, मेटें... Hindi · दोहा 286 Share RAMESH SHARMA 21 Feb 2017 · 1 min read बढ़ चढ़ कर मतदान लोकतंत्र की राह जब,..... लगे नहीं आसान ! फर्ज समझकर तब करो, बढ़ चढ़ कर मतदान !! पछतावा हो बाद में, ..रखा नहीं यदि ध्यान ! सोच समझकर कीजिए ,... Hindi · दोहा 1 514 Share RAMESH SHARMA 18 Feb 2017 · 1 min read जीवन के आयाम चोरी मक्कारी ठगी,झूठ सुबह से शाम! बदल गये क्या वाकई,जीवन के आयाम! देख सुदामा मीत को , नजरे फेरें श्याम ! बदल गये इस दौर में,जीवन के आयाम !! राधे-राधे... Hindi · दोहा 1 545 Share RAMESH SHARMA 15 Feb 2017 · 1 min read प्रेम दिवस (वेलनटाइन दिवस) प्रेम दिवस पर कामना, रहती यह हरबार ! देगा अच्छा प्यार से, .प्रेमी फिर उपहार !! हर रिश्ता इस दौर मे बना जहाँ व्यापार ! प्रेम दिवस का फिरवहाँ,रहा नही... Hindi · दोहा 1 621 Share RAMESH SHARMA 1 Feb 2017 · 1 min read वो मेरी राह में दीवार बने बैठे है जो नसीहत मेरे किरदार से लेते थे कभी, वो मेरी राह में दीवार बने बैठे है .. वो समझते हों मुझे दूर भले ही खुद से, मेरी नजरों मे मगर... Hindi · शेर 2 241 Share RAMESH SHARMA 1 Feb 2017 · 1 min read आई है ऋतु प्रेम की.(नव बसंत) सरस्वती से हो गया ,तब से रिश्ता खास ! बुरे वक्त में जब घिरा,लक्ष्मी रही न पास !! ............................ जिसको देखो कर रहा, हरियाली काअंत ! आँखें अपनी मूँद कर,... Hindi · दोहा 1 587 Share RAMESH SHARMA 30 Jan 2017 · 1 min read हुआ नहाना ओस में रिश्ता नाजुक प्यार का, ज्यों प्रभात की ओस ! टिके न ज्यादा देर तक, व्यर्थ करे अफ़सोस!! हुआ नहाना ओस में ,.तेरा जब जब रात ! कोहरे में लिपटी मिली,तब... Hindi · दोहा 1 299 Share RAMESH SHARMA 30 Jan 2017 · 1 min read बेबस था इतिहास वाहियात बातें करें,....रहें उगलते आग ! सुर साधो उनके लिए, जैसा उसका राग !! नेताजी की सुन रहे , जहाँ सभी बकवास ! वादे सहमें से दिखे....बेबस था इतिहास ॥... Hindi · दोहा 1 411 Share RAMESH SHARMA 28 Jan 2017 · 1 min read नए नए नित छंद कलम स्वरूपी पुष्प से ,निकलेगा मकरंद ! यही सोच रचवा रही,..नए नए नित छंद!! करें लेखनी से नही,औरौं का अपमान ! होते है साहित्य के,पंडित वही महान !! रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 421 Share RAMESH SHARMA 28 Jan 2017 · 1 min read दागी नेता बैन होगा नही महान क्यों, दुनिया मे वो देश ! फहराये झंडा जंहा ,कुदरत स्वंय "रमेश"!! होंगे जिस दिन देश के, दागी नेता बैन ! पायेगा गणतंत्र यह,उस दिन थोड़ा चैन... Hindi · दोहा 1 357 Share RAMESH SHARMA 28 Jan 2017 · 1 min read बढे राष्ट्र का मान राष्ट्र-भक्ति की भावना ,भारत का सम्मान ! करिये ऐसा काम जो, बढे राष्ट्र का मान !! जात-पात को त्याग कर,ऐसी भरें उड़ान ! मानचित्र पर विश्व के, बढे राष्ट्र का... Hindi · दोहा 1 303 Share RAMESH SHARMA 28 Jan 2017 · 1 min read पूरी भाजी छोड़ दी पूरी भाजी छोड़ दी, छोड़ा तवापुलाव बच्चे खावें पास्ता ,ले ले कर अब चाव ! ले ले कर अब चाव, लुभावे इनको पीजा इनको नहीं पसंद , आइटम कोई दूजा... Hindi · कुण्डलिया 1 264 Share RAMESH SHARMA 25 Jan 2017 · 1 min read नित्य नये षडयंत्र मात्र ख़िलौना रह गया अपना अब गणतंत्र ! भ्रष्टाचारी देश का , चला रहे जब तंत्र ! राजनीति मे आज की, आती है दुर्गन्ध , जिसको देखो रच रहा, नित्य... Hindi · मुक्तक 2 1 335 Share RAMESH SHARMA 24 Jan 2017 · 1 min read सिमटी हैं कलियाँ अगर छोड़ रही हर क्षेत्र में , आज बेटियां छाप ! कहने वाले क्यूं कहें, कन्या को अभिशाप !! उत्तरदायी कौन है, ....किसकी है ये भूल । सिमटी हैं कलियाँ अगर,... Hindi · दोहा 1 263 Share RAMESH SHARMA 24 Jan 2017 · 1 min read अपना ये गणतंत्र रचें सियासी बेशरम ,जब-जब भी षड्यंत्र ! आँखे मूँद खड़ा विवश, दिखा मुझे गणतंत्र !! -------------------------------------------------- कहलाता गणतंत्र का, दिवस राष्ट्रीय पर्व ! होता है इस बात का , ...हमें... Hindi · दोहा 1 556 Share RAMESH SHARMA 22 Jan 2017 · 1 min read मेरे जख्मों की तू दवाई हैै मेरे जख्मों की तू दवाई है चोट सीने पे आज खाई है जिंदगी के हसीन मेले मे हम भी फंसते गये झमेले मे बात अब ये समझ मे आई है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 539 Share RAMESH SHARMA 21 Jan 2017 · 1 min read " फिर आ गए चुनाव" फिर आयी गति में स्वयं,,आरक्षण की नाव! निश्चित भारत वर्ष मे..फिर आ गये चुनाव!! बिरयानी बँटने लगी,बँटने लगा पुलाव ! शायद मेरे देश में, फिर आ गए चुनाव !! खूब... Hindi · दोहा 1 279 Share RAMESH SHARMA 20 Jan 2017 · 1 min read शब्दों का तीर मेरे दिल मे उतर गया अपने दामन से हटाना था तो कह देते . यूँ दुपट्टे को झटकने की जरूरत क्या थी. ***************************** खंजर के वार तो मै, हाथों से रोक दूं . शब्दों का... Hindi · शेर 1 710 Share RAMESH SHARMA 19 Jan 2017 · 1 min read गोकुल मे गोपाल राधा से थीं पूछतीं , सखियाँ एक सवाल ! तुम्हे बुलाएं किसलिए, गोकुल में गोपाल !! सकुचाई राधा मगर , बोली देकर जोर ! उनसे लेना पूछ जब, आयें नन्द... Hindi · दोहा 1 360 Share RAMESH SHARMA 18 Jan 2017 · 1 min read नेता मेरे देश के सेवा करें समाज की, निजी स्वार्थ हर त्याग ! क्यों ऐसे लेते नही,....... राजनीति मे भाग ! यही तसल्ली स्वयं को, देता हूँ हर बार, नेता मेरे देश के, जायेंगे... Hindi · मुक्तक 1 454 Share RAMESH SHARMA 18 Jan 2017 · 1 min read राजनीति मे भाग सेवा करने को चले,..बनकर सेवादार ! राजनीति का कर रहे,वो देखो व्यापार !! सेवा करें समाज की, निजी स्वार्थ हर त्याग ! क्यों ऐसे लेते नही,..... राजनीति मे भाग!! रमेश... Hindi · दोहा 1 360 Share RAMESH SHARMA 18 Jan 2017 · 1 min read खायी दिल पर चोट भँवर आज गहरा गया,.. ..खायी दिल पर चोट ! गई निकल कर साफ़ जब, इक कागज़ की बोट !! था तो वह त्यौहार पर, मिली सभी को पीर ! नाव... Hindi · दोहा 1 212 Share RAMESH SHARMA 15 Jan 2017 · 1 min read कितने पंछी मर गये कनकौओं की डोरियां,तनीं रहीं बन बाण ! पंछी दिनभर सैकड़ों, हुए आज निष्प्राण !! कितने पंछी मर गए, कितने हुए अपंग ! कनकौओं की डोर से, हुई जहां भी जंग... Hindi · दोहा 2 1 398 Share RAMESH SHARMA 14 Jan 2017 · 1 min read उड़ती रहे पतंग सूर्य उत्तरायण चले, मन में जगी उमंग !! भरें रंग आकाश में, .उड़ती रहे पतंग !! परिवर्तन का पर्व है, आशा भरी उमंग ! आई है उत्तरायणी ,..उड़ती रहे पतंग... Hindi · दोहा 1 567 Share RAMESH SHARMA 14 Jan 2017 · 1 min read दोहे रमेश के, मकर संक्रांति पर मकर राशि पर सूर्य जब, आ जाते है आज ! उत्तरायणी पर्व का,......हो जाता आगाज !! घर्र-घर्र फिरकी फिरी, .उड़ने लगी पतंग ! कनकौओं की छिड़ गई,.आसमान मे जंग !!... Hindi · दोहा 1 2k Share RAMESH SHARMA 13 Jan 2017 · 1 min read शीत लहर मे हाल टूटी-फूटी झोपडी, ठण्डी का आघात ! कैसे कटे गरीब की,बिना रजाई रात !! क्या होता है ठंड मे,.शीत लहर से हाल ! जिनके सर पर छत नही,उनसे करो सवाल !!... Hindi · दोहा 1 1k Share RAMESH SHARMA 12 Jan 2017 · 1 min read नजरों में गिरना नहीं, कभी किसी के यार ! नजरों में गिरना नहीं, कभी किसी के यार ! दौलत से इज्जत बड़ी, मिले कहाँ हर बार !! कोई न्यायाधीश हो, या हो मानव नेक ! लेता है निर्णय वही,.जैसा... Hindi · दोहा 1 368 Share RAMESH SHARMA 12 Jan 2017 · 1 min read लालबहादुर सा छुआ,किसने यहाँ मुकाम लालबहादुर सा छुआ,किसने यहाँ मुकाम ! छोटे शासन काल में,किये अनोखे काम !! देख लगन कर्तव्य प्रति, मुझे हुआ अभिमान! सेवक बनकर ही रहे,... अपने पूर्व प्रधान!! रमेश शर्मा Hindi · दोहा 1 176 Share RAMESH SHARMA 12 Jan 2017 · 1 min read लेता है निर्णय वही,.जैसा कहे विवेक कोई न्यायाधीश हो, या हो मानव नेक ! लेता है निर्णय वही,.जैसा कहे विवेक !! दिल दिमाग से लें नहीं, निर्णय आज रमेश, कहीं सिफारिस धन कहीं,ऐसे व्यक्ति अनेक!! रमेश... Hindi · मुक्तक 1 235 Share RAMESH SHARMA 11 Jan 2017 · 1 min read कर देतें है कोख में,...बेटी का संहार कर देतें है कोख में,...बेटी का संहार ! खतरे में दिखने लगा, बहनों का त्यौहार !! क्यों ना उन्नत शीश हो, क्यों ना होवे नाम ! कर जायें जब बेटियाँ,....बेटों वाले काम !! लड़े शेरनी की... Hindi · दोहा 1 238 Share RAMESH SHARMA 11 Jan 2017 · 1 min read गिरफ्तार खबरें बुरी, अच्छी सभी फरार लथपथ है जब खून से, पूरा ही अखबार ! उस पर रखकर रोटियां, कैसे खाएं यार !! व्यवसायिक प्रतियोगिता, पडे दिखाई आज, गिरफ्तार खबरें बुरी, अच्छी सभी फरार !! रमेश... Hindi · मुक्तक 1 256 Share RAMESH SHARMA 11 Jan 2017 · 1 min read दिल से उपजाऊ नहीं, ..कोई और जमीन दिल के जैसा आज तक, नजर न आया खेत ! कुछ भी बो कर देख लो, मिलता सूद समेत !! जब जब बोऊँ गम यहाँ,हो जाऊं ग़मगीन ! दिल से... Hindi · दोहा 1 214 Share RAMESH SHARMA 11 Jan 2017 · 1 min read लथपथ है जब खून से, पूरा ही अखबार लथपथ है जब खून से, पूरा ही अखबार ! उस पर रखकर रोटियां, कैसे खाएं यार !! अच्छी सी कोई खबर,दिख जाए इक यार ! यही सोचकर पढ गया...मै पूरा... Hindi · दोहा 1 479 Share RAMESH SHARMA 10 Jan 2017 · 1 min read विश्व हिंदी दिवस पर हिंदी मेरे देश की, मोहक मधुर जुबान ! इसका होना चाहिए, दुनिया में उत्थान !! हिंदी के हर शब्द में,छिपा हुआ है ज्ञान ! इसका होना चाहिए,. दुनिया में सम्मान... Hindi · दोहा 1 325 Share RAMESH SHARMA 10 Jan 2017 · 1 min read आये हमारे पास वो पूरे "हिजाब" में आये हमारे पास वो पूरे "हिजाब" में ! रोशन हो शम्मा जैसे बुझते "चराग" में !! चश्मे-बसर से खुद को कैसे बचाओगे ! हर कोई ढूंढ लेगा तुमको "शराब" में... Hindi · मुक्तक 1 216 Share RAMESH SHARMA 10 Jan 2017 · 1 min read दहशत है व्यापार (दोहे ) क्या समझेंगे बेअदब, .होता है क्या प्यार ! जिनका जीवन जुल्म है, दहशत है व्यापार !! नकदी की तंगी बढ़ी, ..सुस्त पड़ा व्यवसाय ! घातक होगा जो कभी, किया न... Hindi · दोहा 1 402 Share RAMESH SHARMA 10 Jan 2017 · 1 min read बढे शहर की ओर अब (दोहे ) बढे शहर की ओर अब,पढ़े लिखों के पाँव ! सूना सूना हो गया ,..प्यारा अपना गाँव !! रहा नहीं वो गाँव अब , रहे नहीं वे लोग ! मित्र आज... Hindi · दोहा 1 346 Share RAMESH SHARMA 7 Jan 2017 · 1 min read रुतबा मेरे यार का (दोहे) रुतबा मेरे यार का,...जैसे फूल पलास़ ! गर्दिश मे भी जो कभी,होता नही उदास !! दिल पर तुमको छोडकर, लिखा किसी का नाम ! जीवन में आया नही,......ऐसा कभी मुकाम... Hindi · दोहा 1 247 Share RAMESH SHARMA 7 Jan 2017 · 1 min read बदली है तारीख बस (दोहे) बदली है तारीख बस,,. ..बदले नही विचार ! नये साल की कर रहे, फिर भी जय-जयकार !! उल्टे-सीधे रोग जब,.ले जीवन मे पाल ! फिर भी चाहे आदमी,तू रहना खुशहाल... Hindi · दोहा 1 267 Share RAMESH SHARMA 7 Jan 2017 · 1 min read प्यारा अपना गाँव (दोहे) खेत मेढ कच्ची सड़क,पीपल की वो छाँव ! खोकर खुद ही खोजता,प्यारा अपना गाँव !! दिनभर खेले धूप में,..... दौड़े नंगे पाँव ! उस बचपन की याद है, प्यारा अपना... Hindi · दोहा 1 3k Share RAMESH SHARMA 4 Jan 2017 · 1 min read उल्टे सीधे रोग सब. (मुक्तक) उल्टे-सीधे रोग जब,ले जीवन मे पाल ! फिर भी चाहे आदमी,तू रहना खुशहाल! नही हटाया वक्त पर,इनको अगर रमेश, बन जायेंगे एक दिन,ये जी का जंजाल!! रमेश शर्मा. Hindi · मुक्तक 1 297 Share RAMESH SHARMA 3 Jan 2017 · 1 min read अब शुरू की है मुहब्बत की कवायद हमने अब शुरू की है मुहब्बत की कवायद हमने ! इससे पहले न बनाया था ये मकसद हमने !! *** जब भी पूछा है किसी से यही कहते पाया इश्क़ में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 314 Share RAMESH SHARMA 3 Jan 2017 · 1 min read सत्ता से होता नही (दोहे) सत्ता से होता नही,कोई बडा रमेश! ड्रामा यू पी का यही,देता है संदेश!! राजनीति का देश में, नहीं रहा अस्तित्व! नेता समझे देश पर, अपना ही स्वामित्व!! रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 242 Share RAMESH SHARMA 3 Jan 2017 · 1 min read कैलेण्डर नववर्ष का (दोहे) कैलेण्डर नववर्ष का,देख विगत का रोय ! दीवारों पर टांग कर,. कौन रखेगा मोय !! देना है नव वर्ष मे,.....उनको भी अंजाम ! नही मुकम्मल हो सके,,विगत वर्ष जो काम... Hindi · दोहा 267 Share RAMESH SHARMA 3 Jan 2017 · 1 min read आया नूतन वर्ष है (दोहे) चुग्गा चुगने आ गई,...चिडियों की बारात ! आशा की लेकर किरण,आया नवल प्रभात !! बंद करो अब बाँटना,मजहब की खैरात ! आया नूतन वर्ष है,..लेकर नवल प्रभात !! बदलोगे खुद... Hindi · दोहा 210 Share RAMESH SHARMA 3 Jan 2017 · 1 min read तकियों को मेरे खुदा (दोहे) तकियों को मेरे खुदा, ...देता अगर जुबान ! हो जाता हर अश्क का, किस्सा तुरत बयान !! उल्टे-सीधे रोग जब, ले जीवन मे पाल ! फिर भी चाहे आदमी,तू रहना... Hindi · दोहा 1 495 Share RAMESH SHARMA 30 Dec 2016 · 1 min read दवा मानकर ही सही (दोहे ) दवा मानकर ही सही, गटक गए दुख लोग ! कालेधन का मुल्क से, कटे शीघ्र अब रोग !! दवा घूंट दर घूंट पी, फिरभी थमी न लूट ! कालेधन का... Hindi · दोहा 440 Share Previous Page 18 Next