RAMESH SHARMA 927 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 17 Next RAMESH SHARMA 20 May 2017 · 1 min read मन मे उठे हिलोर रात चाँदनी चाँद की ,कालिंदी कर शोर ! देख नजारा ताज का,मन में उठे हिलोर !! ज्यों चंदा की चाह में ,.पागल रहे चकोर! त्यों साजन के साथ को,मन मे... Hindi · दोहा 1 347 Share RAMESH SHARMA 19 May 2017 · 1 min read कुदरत से खिलवाड जीवन मे अपने कभी, नही लगाया झाड ! जंगल के जंगल मगर,हमने दिए उजाड !! नदिया सँकरी हो गई, काटे कई पहाड ! कुदरत से होने लगा,भांति-भांति खिलवाड !! कुदरत... Hindi · दोहा 1 406 Share RAMESH SHARMA 16 May 2017 · 1 min read रिश्तों की वह डोर मैने खुद ही तोड दी,.रिश्तों की वह डोर! लगी स्वार्थ वश जो मुझे,क्षीण और कमजोर! निर्बल दुर्बल हो रहे,ताकतवर बलवान ! लोकतंत्र की देश मे,यह कैसी पहचान! ! अँधा हो... Hindi · दोहा 1 251 Share RAMESH SHARMA 15 May 2017 · 1 min read मातृ दिवस पर दोहे माँ के दिल को पढ लिया,जिसने भी इंसान ! नही जरूरी बाँचना,...गीता और कुरान !! गुस्से मे भी जब नही,मुझको कहा खराब ! माँकी ममता का तुम्हे,क्या दूँ और हिसाब... Hindi · दोहा 1 725 Share RAMESH SHARMA 11 May 2017 · 1 min read डाँटे बहुत जमीर आँखें दोनों मूँदकर, किया अगर विश्वास ! होगा तुमको शर्तिया,.कष्ट भरा अहसास !! बुरे दिनों में एक यह,मिली मुझे है सीख ! सच वैसा होता नहीं,रहा जिस तरह दीख !... Hindi · दोहा 1 257 Share RAMESH SHARMA 10 May 2017 · 1 min read ज्यों ही किया निकाह मैने उनकी याद से, ज्यों ही किया निकाह ! कविता करने की बढ़ी,स्वत: और भी चाह !! मैने खुद ही तोड दी,. रिश्तों की वह डोर! करती थी दिल से... Hindi · दोहा 1 329 Share RAMESH SHARMA 10 May 2017 · 1 min read हुए बुद्ध सिद्धार्थ बरगद नीचे बैठ कर, हुए बुद्ध सिद्धार्थ ! अर्जित सच्चे ज्ञान से,किया खूब परमार्थ !! नफरत से होती नही,नफरत कभी समाप्त ! मानवता का पाठ यह,.हुआ बुद्ध से प्राप्त!! बातें... Hindi · दोहा 1 499 Share RAMESH SHARMA 6 May 2017 · 1 min read ऱिश्ता -ए -उम्मीद लेते सभी प्रयोग मे,...मुझे स्वाद अनुसार! हुआ नमक की भाँति कुछ,मेरा भी किरदार! रिश्ता वो बिगडा कभी,होता नही बहाल ! करते हों मध्यस्थता, जिसमे कई दलाल !! तोड़ दिया हमने... Hindi · दोहा 1 305 Share RAMESH SHARMA 5 May 2017 · 1 min read बुरे वक्त में पास कौन करेगा आपकी,......बातों पर विश्वास! अगर जगाकर तोडदी, सहज किसी की आस! कथनी करनी एक हो, तभी मिले सम्मान, वरन रहेगा कौन फिर, बुरे वक्त में पास !! रमेश शर्मा. Hindi · मुक्तक 1 327 Share RAMESH SHARMA 5 May 2017 · 1 min read ऱिश्तों की पहचान कैसे भूलूँ आपका, मै दुर्दिन अहसान ! सहज कराई आपने,रिश्तों की पहचान ! ! एक दूसरे का करें,आपस मे सम्मान ! ऐसी होनी चाहिए,रिश्तों की पहचान !! बँधा स्वार्थ की... Hindi · दोहा 1 341 Share RAMESH SHARMA 5 May 2017 · 1 min read चली गई इंसानियत खबरें अब अखबार की,लगती है नासूर ! चली गई इंसानियत, छोड शहर को दूर !! काँटे जीवन मे हमे,करना पडे कबूल ! सींचा दोनो हाथ से,हमने अगर बबूल!! मारें घर... Hindi · दोहा 1 561 Share RAMESH SHARMA 1 May 2017 · 1 min read ,श्रम साधक मजदूर मजदूरी के नाम पर,..मिले सेर भर धान ! इसमें कैसे खुद जिएं, खायें क्या ...संतान? सरकारें बदली कई,.....बदले कई वजीर! श्रम साधक मजदूर की,मिटी कहाँ पर पीर!! अपना कर देखी... Hindi · दोहा 1 296 Share RAMESH SHARMA 28 Apr 2017 · 1 min read आदत से मजबूर जल्दी से माने कहाँ,अपना कभी कसूर ! ऐसा ही है आदमी, .आदत से मजबूर!! करते है आलोचना,...देते हैं उपदेश ! वोजब कर सकते नही,कुछ भीअगर रमेश!! कौन करेगा आपकी,.... बातों... Hindi · दोहा 1 441 Share RAMESH SHARMA 25 Apr 2017 · 1 min read "कुदरत का उपहार" बेटी है अनमोल धन,..कुदरत का उपहार ! जिसको मिलना चाहिए, जीने का अधिकार !! तुलसी पीपल नीम सब, कुदरत का उपहार ! होता ढेरों रोग का, ....इनसे ही उपचार !!... Hindi · दोहा 1 643 Share RAMESH SHARMA 25 Apr 2017 · 1 min read सूख गये उद्यान दूषित है जलवायु अब,...सूखे कई प्रदेश ! चलो लगायें बाग हम,मिलकर सभी रमेश !! माली उपवन का जहाँ,.....बन जाए सय्याद! वहाँ सुनेगा कौन फिर, बुलबुल की फरियाद !! हरियाली गायब... Hindi · दोहा 1 359 Share RAMESH SHARMA 25 Apr 2017 · 1 min read वहशी नक्सलवाद झपटें सारे नक्सली, जैसे गीदड़ बाज ! हमने सत्तर साल में, ढूंढा नहीं इलाज !! यूं नोचे है देश को,वहशी नक्सलवाद! देता है पीडा सदा, तन को जैसे दाद !!... Hindi · दोहा 1 420 Share RAMESH SHARMA 22 Apr 2017 · 1 min read पृथ्वी दिवस पर खनिज लवण जल दे रहा,मानव को वरदान ! पृथ्वी पिंड विशाल यह, लगता मातु समान !! लगी केंद्र में आग है , फिरभी बाँटे नीर ! पृथ्वी इस ब्रम्हांड का,... Hindi · दोहा 1 601 Share RAMESH SHARMA 22 Apr 2017 · 1 min read अति पीडा की छाप उसके चेहरे पर दिखी, अति पीड़ा की छाप ! मारा जिसको भूख ने ,मरा नहीं जो आप !! ऐसे रस्म रिवाज पर, क्यों न लगे प्रतिबंध ! जो फैलाते हैं... Hindi · दोहा 1 270 Share RAMESH SHARMA 21 Apr 2017 · 1 min read उठने लगे सवाल खबरें वो छापे बहुत, हरदम खबर नवीस ! मिलती हो टी आर पी, जिनसे उन्हें असीम !! वो जो चाहें सो कहें,...होता नही बवाल! मैने सच क्या कह दिया, उठने... Hindi · दोहा 1 522 Share RAMESH SHARMA 20 Apr 2017 · 1 min read लगती नाजुक फूल सी रिश्तों मे दिखता नही,.वहाँ जरा भी चाव ! जहाँ दिलों मे प्यार का,जलता नही अलाव ! किया नही इस बात पर,जल्दी अगर विचार, हो जाता है एक दिन,आपस मे टकराव!... Hindi · मुक्तक 1 333 Share RAMESH SHARMA 20 Apr 2017 · 1 min read मुद्दा तीन तलाक का मुद्दा तीन तलाक का,हुए वहां सब मौन ! पीडा नारी की यहाँ,समझेगा फिर कौन !! नारी की करता नही ,इज्जत जहां समाज ! वहां सफल होती नही, पूजा और नमाज... Hindi · दोहा 1 323 Share RAMESH SHARMA 19 Apr 2017 · 1 min read यूं झाके है चाँदनी यूं झाके हैं चाँदनी,....चंदा की ले ओट ! दिल मे जैसे आ गया,उसके कोई खोट!! रिश्तों मे दिखता नही,.वहाँ जरा भी चाव ! जहाँ दिलों मे प्यार का,जलता नही अलाव... Hindi · दोहा 1 238 Share RAMESH SHARMA 17 Apr 2017 · 1 min read गर्मी का अहसास कूलर रोया जल बिना, ए सी हुआ उदास ! इनको भी होने लगा,..गर्मी का अहसास!! हुआ जरा सा क्या हमे, गर्मी का आभास ! लगे बदलने शीघ्र हम,कूलर की खस... Hindi · दोहा 1 381 Share RAMESH SHARMA 16 Apr 2017 · 1 min read सुख की रोटी दाल आएगा क्या वाकई ,... ऐसा कोई साल ! जनता को जिसमे मिले,सुख की रोटी दाल !! बीते सत्तर साल से, ...ठोक रहे हैं ताल ! मिली कहाँ सबको मगर,सुख की... Hindi · दोहा 1 1 347 Share RAMESH SHARMA 13 Apr 2017 · 1 min read मांगू नही उधार बना दुआओं से फकत कहाँ किसी का कार्य ! लाजिम है हर क्षेत्र मे,श्रम करना भी आर्य !! बदहाली मे मै कभी,...मांगू नही उधार! मुझे देख वो छिप गया,इसीलिए हर... Hindi · दोहा 296 Share RAMESH SHARMA 11 Apr 2017 · 1 min read पानी नही नसीब सुनकर ऐसी बात ही, लगता बड़ा अजीब ! अबतक भी पानी नहीं,सबको स्वच्छ नसीब!! बीते सत्तर साल से,..ठोक रहे हैं ताल! पीने का पानी मगर,अब भी लगे मुहाल! सरकारें बदली... Hindi · दोहा 2 432 Share RAMESH SHARMA 10 Apr 2017 · 1 min read दोहे की दो पंक्तियाँ दोहे की दो पंक्तियाँ, .रखतीं हैं वह भाव । हो जाए पढ कर जिसे,पत्थर मे भी घाव!! दोहे की दो पंक्तियाँ, करती प्रखर प्रहार! फीकी जिसके सामने,तलवारो की धार!! दुष्ट... Hindi · दोहा 2 1 689 Share RAMESH SHARMA 5 Apr 2017 · 1 min read माँ ने फांका कर लिया, झूठी मार डकार ख़त्म रसोई में हुआ , खाना जितनी बार ! माँ ने फांका कर लिया, झूठी मार डकार !! किया हमेशा सोचकर,माता ने ये त्याग, रमे सभी निज कार्य में ,... Hindi · मुक्तक 1 395 Share RAMESH SHARMA 5 Apr 2017 · 1 min read माता का बलिदान ख़त्म रसोई में हुआ , खाना जितनी बार ! माँ ने फांका कर लिया, झूठी मार डकार !! जीते जी इंसान को, कहाँ मिले विश्राम ! सोलह आने सत्य है,... Hindi · दोहा 420 Share RAMESH SHARMA 4 Apr 2017 · 1 min read कन्या रूपी फूल मरवा डाला कोख मे,बेटी को हर बार! ढूढ रहा नवरात्र मे,कन्या को सब द्वार!! बेटे की शादी करें,..जहाँ लगा कर मोल ! वहाँ सुता के जन्म पर,बजे कहाँ हैं ढोल... Hindi · दोहा 1 298 Share RAMESH SHARMA 3 Apr 2017 · 1 min read राननवमी पर दोहे रमेश के नवमी तिथि यह चैत की,सजा अयोध्याधाम ! जन्मे थे जहँ आज ही,दशरथ घर श्री राम !! राम राम रटते रहे, करें राम का जाप ! कट जायेंगे आपके , रोग... Hindi · दोहा 307 Share RAMESH SHARMA 2 Apr 2017 · 1 min read दादाजी की राय होती हैं कुछ दिक्कते,जिनका नही उपाय! कर जाती है काम तब ,दादाजी की राय!! महके उनका इत्र बिन,साहित्यिक परिवेश ! आती है किरदार से,जिनके महक रमेश !! होती जब नित... Hindi · दोहा 1 290 Share RAMESH SHARMA 1 Apr 2017 · 1 min read दरवाजे पर आ गया, लेकर वो बारात! मैने हँसकर एक दिन,उनसे करली बात! दरवाजे पर आ गया, लेकर वो बारात! लेकर वो बारात,बना दूल्हा चढ घोडी! नाचे उसके यार, बना कर सारे जोडी!! मोबाइल के बोल,लगे कानों... Hindi · कुण्डलिया 1 506 Share RAMESH SHARMA 1 Apr 2017 · 1 min read मूर्ख दिवस पर खूब बनाया प्यार से, .सबको एप्रिल फूल ! जब हर दिल में प्रेम था,मौसम थाअनुकूल !! दिवस एप्रिल फूल का,आता है जिस रोज! इक दूजे के बीच मे,रहे मूर्ख सब... Hindi · दोहा 1 1k Share RAMESH SHARMA 30 Mar 2017 · 1 min read गाता राजस्थान कला क्षेत्र यह देश का,वीरों की है खान! मीरा के पावन भजन,..गाता राजस्थान! ! थम जायेगा आज फिर, गीतों का इक दौर ! हमें छोड़ कर आज जब,.जायेंगी गणगौर !!... Hindi · दोहा 319 Share RAMESH SHARMA 28 Mar 2017 · 1 min read भारत का नव वर्ष चैत्र शुक्ल की प्रतिपदा,करे सतत उत्कर्ष ! आता है इस रोज ही,भारत का नव वर्ष !! नये वर्ष का देश में,करें खूब सत्कार ! दरवाजे पर बांधिये,..मंगल बंदनवार !! दरवाजे... Hindi · दोहा 1 630 Share RAMESH SHARMA 28 Mar 2017 · 1 min read मानवता नीचे दबी नही बढेगा शर्तियां,वहां अधिक फिर क्लेश ! झगडा घरका रह गया,घर मे जहाँ"रमेश" !! मानवता नीचे दबी,...ऊँचे बने मकान! दफन नींव में हो रहे,शहरी सीना तान।। शुभचिंतक मेरे सभी,..... रहें... Hindi · दोहा 252 Share RAMESH SHARMA 26 Mar 2017 · 1 min read मेरी खामोशी उनको लगे गुरूर दूँ किसको अब दोष मैं,किसका कहूँ कसूर ! मेरी खामोशी उन्हें, ..लगती अगर गुरुर !! जब तक उनका स्वार्थ था,तालुकात थे ठीक ! उनको भाता था बहुत,.रहना तब नजदीक !!... Hindi · दोहा 1 1 271 Share RAMESH SHARMA 25 Mar 2017 · 1 min read उमड पडे जज्बात दिल के मेरे आप ही,उमड पडें जज्बात! आती है जब भी कभी, यादों की बारात !! हुआ दवा से मर्ज का,.हरदम नही इलाज ! पहुंचाते हैं फायदा, अक्सर लहसुन प्याज... Hindi · दोहा 462 Share RAMESH SHARMA 23 Mar 2017 · 1 min read कविता दिवस कथ्य शिल्प रस के बिना,किये छंद कुछ पेश। खूब मनाया आपने,...कविता दिवस रमेश!! जीवन में होगा नहीं,.हरगिज मनुज निराश ! काट दिये तकलीफ के,अगर वक्त पर पाश !! सुनने मे... Hindi · दोहा 2 1 570 Share RAMESH SHARMA 22 Mar 2017 · 1 min read माँ जाती जब झूम आती हैं यादें कभी, बचपन की कुछ घूम ! शाला से घर लौटते, ..माँ लेती थी चूम ! पल में होते दूर सब, .जीवन के दुख दर्द , गोदी मे... Hindi · मुक्तक 1 493 Share RAMESH SHARMA 21 Mar 2017 · 1 min read उलझे उलझे बाल मैंने अपने हाथ पर,ज्यों ही रखा गुलाल ! याद किसी के आ गये, . गोरे गोरे गाल !! गोरे गोरे गाल , और वो होंठ गुलाबी ! उलझे उलझे बाल,... Hindi · कुण्डलिया 1 393 Share RAMESH SHARMA 21 Mar 2017 · 1 min read चले राह पर धर्म की चले राह पर धर्म की,करे निरन्तर काम ! सूरज की तकदीर मे,कहाँ लिखा आराम ! ! लडते हैं बाजार मे,..ज्यों सरकारी सांड ! टीवी चैनल पर लडें,इसी भांति कुछ भांड... Hindi · दोहा 1 490 Share RAMESH SHARMA 20 Mar 2017 · 1 min read छू लेता हूँ होंठ से फागुन बीता भी नही,,लगा अखरने घाम! आगे आगे देखिए,....क्या होगा अंजाम! ! जन गण मन रौंदे गए ,तंत्र समूचे तोड ! राजनीति ने कर लिया,सत्ता से गठजोड !! छू लेता... Hindi · दोहा 1 292 Share RAMESH SHARMA 17 Mar 2017 · 1 min read मापदंड दुहरे हुए, ....राजनीति के आज हक़ तो वह होगी नहीं , और न होगी भीख ! छोटों से पायी हुई ,.... कोई अच्छी सीख !! क्या होगी इससे अधिक, नासमझी की बात ! करे छात्र... Hindi · दोहा 1 266 Share RAMESH SHARMA 17 Mar 2017 · 1 min read प्रजातंत्र की मेज पर , उठने लगे सवाल ! शिक्षा को सौदा समझ, करना मत व्यापार ! हर कन्या को दीजिये, शिक्षा का अधिकार !! हर बचपन को चाहिए,शिक्षा का अधिकार ! इस सपने को जल्द से,जल्द करो साकार... Hindi · दोहा 1 473 Share RAMESH SHARMA 17 Mar 2017 · 1 min read आईना सा हो गया, उनका भी किरदार आईना सा हो गया, उनका भी किरदार ! आया जो भी सामने,हुआ उसी का यार !! चाहे चौॆथी फेल हो,या हो वो विद्वान ! पाए सबसे मान वो,ऐसी हो पहचान... Hindi · दोहा 480 Share RAMESH SHARMA 17 Mar 2017 · 1 min read इच्छाओं का काफिला, कब होता है शांत !! चाहे भारी भीड़ हो, ..या गुमसुम एकांत ! इच्छाओं का काफिला, कब होता है शांत !! मजहब से बढकर रहे,सदा राष्ट्र का मान ! यही सिखाते है हमे, .गीता औ... Hindi · दोहा 502 Share RAMESH SHARMA 13 Mar 2017 · 1 min read रंगो का त्योंहार दिखे नहीं वो चाव अब, .रहा नहीं उत्साह ! तकते थे मिलकर सभी,जब फागुन कीराह !! होली है नजदीक ही, बीत रहा है फाग ! आया नहीं विदेश से ,मेरा... Hindi · दोहा 1 565 Share RAMESH SHARMA 8 Mar 2017 · 1 min read नारी का सम्मान पेंडिंग हों जहँ रेप के, . केस करोड़ों यार ! तहँ रमेश महिला दिवस, लगता है बेकार !! कहने को महिला दिवस,. सभी मनाएं आज। नारी की लुटती रहे, ….मगर... Hindi · दोहा 1 1k Share Previous Page 17 Next