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28 Mar 2017 · 1 min read

मानवता नीचे दबी

नही बढेगा शर्तियां,वहां अधिक फिर क्लेश !
झगडा घरका रह गया,घर मे जहाँ”रमेश” !!

मानवता नीचे दबी,…ऊँचे बने मकान!
दफन नींव में हो रहे,शहरी सीना तान।।

शुभचिंतक मेरे सभी,….. रहें हमेशा पास !
मन मंदिर में हर समय ,आकर करे निवास !
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
226 Views
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