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वासना के भर से प्रेम पात्र खाली है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्यारा गीत लिखूँगा
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रेम भेजा फ़्राई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गुनगनी धूप सा बदन तेरा है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तुम सा कोई महबूब नही है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
लगी नैनों में सावन झड़ी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कभी कभी मन रोता है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रेम के दोहे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रेम दोहावली 1
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मंजिल बहुत करीब है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दिल मे लगी आग है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वो जो दिल के खास है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हुस्न ए मल्लिका
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रेम हद पार
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तुम से घर गुलज़ार हुआ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खुद से बेगाना
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जिस्म के पैंतीस टुकड़े
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
शूरवीरों को प्रणाम
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कुछ कहना नही
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
शिक्षा जगत का हीरा सतबीर गोयत
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वो जो मेरे साथ है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
नारी-अभिनंदन
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खिल गया मन का कोना-कोना
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चूहा -बिल्ली
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दो दिलों का मेल है जिंदगी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खुश्बू भरी शाम
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जिंदगी है दुखों से बरी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
माथे के8 बिंदिया
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
भूकंप कंपन
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चाँद-चकोरी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बहुत कुछ खो कर तुझ में खोया हूँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गैर संग प्रीत हुई पराई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चाँद का टुकड़ा उतरा जमीं पर
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कथावाचक मालामाल
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जीने की आस बाकी है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जीवन की जागीर
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चोरी चोरी जब नजरें मिली
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आ ही तक याद है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दिल का दर्द बहुत भारी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्यारे गुलनार लाये है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चुनाव डयूटी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जिंदगी में बहुत गम है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हवा प्यार की आने दो
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पथ से भटकाया है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हम बच्चे दीवाली मनाते थे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दीपावली का त्योहार
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जेब म नही पैसा पाई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्यारी सी प्रेम बरसात हुई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वक्त का तराजू
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सरपंच और पंच की खोज
सुखविंद्र सिंह मनसीरत