सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2758 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 15 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Nov 2022 · 1 min read वासना के भर से प्रेम पात्र खाली है ?वासना के भार से प्रेम पात्र खाली है* ****************************** वासना के भार से प्रेम पात्र खाली है, प्यार के बिना अधूरी पड़ी थाली है। ढूंढती है नारी विश्वास अपने प्यार... Hindi · कविता 70 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Nov 2022 · 1 min read प्यारा गीत लिखूँगा *** प्यारा गीत लिखूँगा *** ********************** तुम पर प्यारा गीत लिखूँगा, कैसा मेरा मीत लिखूँगा। चाँद - चकोरी भोली सूरत, मोम की मूरत प्रीत लिखूँगा। लहर - लहर जैसे लहराता,... Hindi · गीत 106 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Nov 2022 · 1 min read प्रेम भेजा फ़्राई ** प्रेम भेजा फ़्राई ** **************** प्यार में गहराई है, भरी पड़ी तन्हाई है। प्रेम गर हो झोली में, जीवन की कमाई है। दर्दो भरी कहानी हो, यह कड़वी सच्चाई... Hindi · कविता 58 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Nov 2022 · 1 min read गुनगनी धूप सा बदन तेरा है गुनगनी धूप सा बदन तेरा है ********************** गुनगनी धूप सा बदन तेरा है, मेघों सा बरसता मन मेरा है। देखूं इक झलक है चैन आए, रात के बाद जैसे हो... Hindi · कविता 80 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Nov 2022 · 1 min read तुम सा कोई महबूब नही है *** तुम से कोई महबूब नहीं है *** *************************** तुम सा कोई प्यारा महबूब नहीं है, तुम बिन कोई हमारा कबूल नहीं है। जी लेंगे तेरी यादों के साये में... Hindi · कविता 73 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Nov 2022 · 1 min read लगी नैनों में सावन झड़ी *लगी नैनों में सावन झड़ी* ********************* लगी नैनों में सावन झड़ी, गौरी जिद्द पर अपनी अड़ी। खिलौना जान कर है तोड़ा, किया नहीं तरस भी थोड़ा, टूटे दिल की कीमत... Hindi · गीत 84 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Nov 2022 · 1 min read कभी कभी मन रोता है कभी-कभी मन रोटा है ******************* कभी ना कभी मन रोता है, औरों का बोझा ढोता है। जागता रहता है दिन- रात, कभी नहीं दो पल सोता है। बोए शूल फूल... Hindi · कविता 80 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Nov 2022 · 1 min read प्रेम के दोहे *********** प्रेम दोहावली *********** ********************************** खड़ी पिया हूँ बाट में,आइए जी हुजूर। पलकें भी झपकीं नही,नयन हुए हैं चूर।। प्रेयसी जिद्द पर अड़ी , देती है सफाई। जिस संग है... Hindi · दोहा 113 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Nov 2022 · 1 min read प्रेम दोहावली 1 *********** प्रेम दोहावली *********** ********************************** खड़ी पिया हूँ बाट में,आइए जी हुजूर। पलकें भी झपकीं नही,नयन हुए हैं चूर।। प्रेयसी जिद्द पर अड़ी , देती है सफाई। जिस संग है... Hindi · दोहा 109 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Nov 2022 · 1 min read मंजिल बहुत करीब है मंजिल बहुत करीब है ****************** मंजिल बहुत करीब है, सोये मिरे नसीब है। खुद पर यकीं नही रहा, भाग्य ही बदनसीब है। कोई सखा मिला नहीं, दुनिया बड़ी अजीब है।... Hindi · कविता 78 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Nov 2022 · 1 min read दिल मे लगी आग है दिल मे लगी आग है ***************** दिल में लगी आग हैं, प्रेम का छिड़ा राग है। देख कर झूम उठा, फलों से भरा बाग है। मुख फुला चल दिये, मुँह... Hindi · कविता 74 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Nov 2022 · 1 min read वो जो दिल के खास है वो जो दिल के ख़ास है ****************** वो जो दिल के खास है, मन मे रहते बन आस हैं। मज़बूरियों में हैं घिरे हुए, बुझती न प्रेम-प्यास है। जीत कर... Hindi · कविता 84 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Nov 2022 · 1 min read हुस्न ए मल्लिका *** हुस्न ए मल्लिका *** ******************** हुस्न ए मल्लिका हूर है, मुखड़े पर उसके नूर है। वो है परी जिद्द पर अड़ी, उन्हीं से ही है आँख लड़ी, मन मे... Hindi · गीत 101 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Nov 2022 · 1 min read प्रेम हद पार **** प्रेम हद पार **** ****************** प्रेम भी हर हद पार है, चाँद सा सुंदर यार है। हर अदा मस्तानी लगे, मद भरा यौवन भार है। हुस्न ए मल्लिका खड़ी,... Hindi 77 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Nov 2022 · 1 min read तुम से घर गुलज़ार हुआ *** तुम से घर गुलज़ार हुआ *** ************************** उन से जब से है तकरार हुआ, उनका अब तक ना दीदार हुआ। हर कोई नजरों से दूर हुआ, बेगाना हम से... Hindi · ग़ज़ल 69 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Nov 2022 · 1 min read खुद से बेगाना ****** खुद से बेगाना ***** *********************** पल भर में खोया सा खो गया, मेरा दिल दीवाना हो गया। देखा उनको था शौक से, खुद से बेगाना हो गया। नजरें मादक... Hindi · ग़ज़ल 114 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Nov 2022 · 1 min read जिस्म के पैंतीस टुकड़े ******* जिस्म के पैंतीस टुकड़े ******* ******************************** जिस्म के पैंतीस टुकड़े करा के चल दिये। अपने मन की हवस बुझाकर के चल दिये, मौज-मस्तियाँ रंगरलियां मनाई रात-दिन, मौत की गहरी... Hindi · कविता 1 154 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Nov 2022 · 1 min read शूरवीरों को प्रणाम ********* शूरवीरों को प्रणाम ******** ********************************* शूरवीर शौर्य चक्र विजेताओं को प्रणाम है, परमवीर चक्रधारी को शत-शत प्रणाम है। वीरों की चौड़ी छाती सहती रहती गोली है, बंदूकों के साथ... Hindi · कविता 106 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Nov 2022 · 1 min read कुछ कहना नही *हमें तुम से कभी कुछ कहना नहीं* *************************** हमें तुम से कभी कुछ कहना नहीं, ज़ुल्म अब और बस सहना नहीं। नैनों से झडा आ कर नीर मैं, अश्क बनकर... Hindi · ग़ज़ल 94 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Nov 2022 · 2 min read शिक्षा जगत का हीरा सतबीर गोयत ****** शिक्षा जगत का हीरा सतबीर गोयत ****** ***************************************** शिक्षा जगत का हीरा सतबीर गोयत बहुत प्यारा सै, शिक्षा खातर जान झोंकनिया नेता बहुत न्यारा सै। जन -शिक्षा आंदोलन जन... Hindi · कविता 89 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Nov 2022 · 1 min read वो जो मेरे साथ है ********* वो जो मेरे साथ है ********** ********************************** लंबा सफर भी कट गया वो जो मेरे साथ है, ग़म से भरा पल छंट गया वो जो मेरे साथ है। खुशियों... Hindi · कविता 165 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Nov 2022 · 1 min read नारी-अभिनंदन ***** नारी-अभिनंदन **** ********************** औरत तेरे कई काम हैं, निलता कभी न आराम है। तन - मन से रहे सेवा करती, सुबह से हो जाती शाम है। सुबह - सवेरे... Hindi · कविता 94 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Nov 2022 · 1 min read खिल गया मन का कोना-कोना खिल गया मन का कोना-कोना ************************ खिल गया मन का कोना-कोना, दूर हुआ दुखी दिल का रोना। कोशिशों ने भी मात ही खाई, काम नहीं आया जादू - टोना। कैसा... Hindi · कविता 77 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Nov 2022 · 1 min read चूहा -बिल्ली *चूहा-बिल्ली (बालगीत)* ******************** चूहे पीछे भागी बिल्ली, आगे चूहा पीछे बिल्ली। मोटा - ताजा तगड़ा चूहा, खाते - पीते घर का चूहा, बिल्ली की दिखाई दिल्ली। आगे चूहा पीछे बिल्ली।... Hindi · बाल कविता 473 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Nov 2022 · 1 min read दो दिलों का मेल है जिंदगी दो दिलो का मेल है जिंदगी ********************** दो दिलों का मेल है जिंदगी, विचारों की सेल है जिंदगी। बेमेल रूहों का हो मिलन, बना देती रेल है जिंदगी। खतरे में... Hindi · कविता 67 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Nov 2022 · 1 min read खुश्बू भरी शाम *** खुश्बू भरी शाम *** ******************* खुश्बू से भरी शाम है, अब जो न रही आम है। यार दिलदार है आया, बाकी नहीं कोई काम है। तितलियाँ भी हैं उड़... Hindi · कविता 74 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Nov 2022 · 1 min read जिंदगी है दुखों से बरी *जिंदगी है दुखों से भरी* ******************** जिन्दगी है दुखों से भरी, खट्टी-मीठी यादों से भरी। बहुत मुश्किल डगर हुई, शूल और काँटों से भरी। संकटों से भरा है जहां, टेढ़े... Hindi · कविता 91 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Nov 2022 · 1 min read माथे के8 बिंदिया ****** माथे की बिंदिया ******* *************************** सदा सुहागिन है माथे की बिंदिया, दीवाना बनाती माथे की बिंदिया। आँचल में सुनहरी सपने हैं समेटे, नई राहें दिखाती माथे की बिंदिया। जिम्मेदारी... Hindi · कविता 101 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Nov 2022 · 1 min read भूकंप कंपन **** भूकंप-कंपन ***** ******************** सपनों के सागर में खोया, था मैं गहरी नींद में सोया। अचानक सारी धरती घूमी, हिल गया सोया का सोया। चारपाई संग नभ भी घूमा, आँखें... Hindi · कविता 108 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Nov 2022 · 1 min read चाँद-चकोरी ***** चाँद-चकोरी ***** ********************* मन को भायी सूरत प्यारी, चाँद-चकोरी लगती प्यारी। नैन - कटोरे नजर नशीली, मन को भाये छैल-छबीली, रंग - रूप की भरी पटारी। मन को भायी... Hindi · गीत 115 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Nov 2022 · 1 min read बहुत कुछ खो कर तुझ में खोया हूँ *बहुत कुछ खो कर तुझ में खोया हूँ* ****************************** बहुत कुछ खो कर ही तुझ में खोया हूँ, तेरी यादों में प्रियवर दिन-रात रोया हूँ। हुस्न का जादू हमपर हद... Hindi · कविता 74 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Nov 2022 · 1 min read गैर संग प्रीत हुई पराई *** गैर संग प्रीत हुई पराई ** *********************** हिचकी के साथ याद है आई, गैर संग प्रीत हुई थी पराई। हाथ न आया वो पल सुहाना, काम न आया बनाया... Hindi · गीत 185 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Nov 2022 · 1 min read चाँद का टुकड़ा उतरा जमीं पर चाँद का टुकड़ा उतरा जमीं पर ************************ चाँद का टुकड़ा उतरा जमीं पर, रूप का जलवा देखा जमीं पर। गोल - मटोल गोरी का मुखड़ा, देखा उसे लगा ज़ोर का... Hindi · कविता 150 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Nov 2022 · 1 min read कथावाचक मालामाल ** कथावाचक-मालामाल ** *********************** कथावाचक होते मालामाल है, सुनने वालों के खस्ताहाल हैं। यह अन्तर कहाँ आ जाता है, घनी आस्था पे बड़ा सवाल है। एक ही मिट्टी के हम... Hindi · कविता 2 104 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Nov 2022 · 1 min read जीने की आस बाकी है *** जीने की आस बाकी है *** ************************* चले आओ अभी सांस बाकी है, जीवन जीने की आस बाकी है। खड़ी राधा रानी युमना किनारे, कृष्ण लीला का रास बाकी... Hindi · कविता 2 135 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Nov 2022 · 1 min read जीवन की जागीर **जीवन की जागीर ** ****************** मेरी तुम तकदीर हो, जीवन की जागीर हो। शोभन बारे क्या कहूँ, परियों सी तस्वीर हो। हाथों की रेखा तुम्हीं, राँझे की तुम हीर हो।... Hindi · ग़ज़ल 185 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Nov 2022 · 1 min read चोरी चोरी जब नजरें मिली चोरी-चोरी जब नजरें मिली ********************** चोरी-चोरी जब नजरें मिली। तन-बदन मे थी आग लगी। खिला दिल का कोना-कोना, पिया मिलन की आस जगी। यौवन की रुत बड़ी हरी-भरी, प्यासे मन... Hindi · गीत 95 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Nov 2022 · 1 min read आ ही तक याद है पूर्णिका ************************( ******* अभी तक याद है ******* **************************** हमें बीता जमाना अभी तक याद है। मंद मंद मुस्कराना अभी तक याद है। हया में पलकें झुका चोरी से ताकना,... Hindi · कविता 221 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Nov 2022 · 1 min read दिल का दर्द बहुत भारी **दिल का दर्द बहुत भारी** ********************** दिल का दर्द है बहुत भारी, मरते दम तक निभाएंगे यारी। इश्किया हवा ने है भटकाया, चली आओ तुम्हारी है बारी। कैसा भी मौसम... Hindi · ग़ज़ल 236 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Oct 2022 · 1 min read प्यारे गुलनार लाये है **प्यारे गुलनार लाये हैं** ******************** दिल के दिलदार लाये हैं, पौधे फलदार लाये हैं। झाबा वो आम रसवाला, मीठे रसदार लाये हैं। मुखड़ा भी है खिला जैसे, खिलता गुलज़ार लाये... Hindi · ग़ज़ल 196 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Oct 2022 · 1 min read चुनाव डयूटी ******* चुनाव-डयूटी ******* ************************* चुनाव ड्यूटी चुनौती बहुत भारी, निपट जाएगी वो भी बारी-बारी। टीम के साथ करेंगे निष्पक्ष काम, शांतिपूर्ण हो चुनाव पूर्ण है तैयारी। आँधी चाहे या आये... Hindi · कविता 64 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Oct 2022 · 1 min read जिंदगी में बहुत गम है जिंदगी में बहुत गम है ****************** जिंदगी में बहुत गम है, जीवन जीने का दम है। सहकर दुनिया के ताने, आँखे मेरी भी नम हैं। पीछे मुड़कर ज़रा देखो, आगे... Hindi · कविता 1 104 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Oct 2022 · 1 min read हवा प्यार की आने दो ** हवा प्यार की आने दो** ********************* हवा तो प्यार की आने दो, घटा तकरार की जाने दो। हमें गाने से मत रोको तुम, नज़्म मल्हार की गाने दो। दशा... Hindi · ग़ज़ल 100 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Oct 2022 · 1 min read पथ से भटकाया है **** पथ से भटकाया है **** ************************ मीठी बातों से बहलाया है, पथ से अक्सर ही भटकाया है। बहकावे में ले लेते दिलबर, मन को हमने तो समझाया है। खुद... Hindi · कविता 81 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Oct 2022 · 1 min read हम बच्चे दीवाली मनाते थे हम बच्चे दीवाली मनाते थे ********************* हम बच्चे दीवाली मनाते थे, पटाखे हम खूब बजाते थे। मुर्गा छाप की वो लंबी लड़ी, बजती थी जैसे लगी झड़ी, कई यूँ ही... Hindi 237 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Oct 2022 · 1 min read दीपावली का त्योहार ***** दीपावली का त्योहार ****** **************************** दीपावली का आ गया त्योहार है, दीपक जले जग-मग हुए घर द्वार है। मीठी मिठाई बां टते मिल कर सभी, फैला हुआ जन -जन... Hindi · ग़ज़ल 90 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Oct 2022 · 1 min read जेब म नही पैसा पाई जेब में नहीं पैसा पाई ***************** धूप गई छाया आई, मान गया माया आई। नभ में हैं बादल आये पुरवा चली वर्षा लाई। घर में बैठी बूढ़ी मैया, जेब मे... Hindi · कविता 1 96 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Oct 2022 · 1 min read प्यारी सी प्रेम बरसात हुई *प्यारी सी प्रेम शुरुआत हुई* *********************** हुस्नपरी से है कुछ बात हुई, प्यारी सी प्रेम शुरुआत हुई। खो से गए उल्फ़त नजारों में, दिन ढलने लगा तो रात हुई। बातों... Hindi · कविता 101 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Oct 2022 · 1 min read वक्त का तराजू *** वक्त का तराजू *** ******************* समय बहुत अनमोल हैं, कोई न वक्त का मोल है। काल-चक्र रुकता नहीं, बजाता न कभी ढोल है। वक्त का तराजू न झुके, झुकता... Hindi · कविता 1 110 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Oct 2022 · 1 min read सरपंच और पंच की खोज *** सरपंच और पंच की खोज *** **************************** जारी सरपंच और पंच की खोज है, ग्रामीण की भारी -भरकम फ़ौज हैं। बंटने लगी खूब शराब की पेटियां, पीने वाले हुए... Hindi · कविता 142 Share Previous Page 15 Next