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786 posts
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चाँदनी रातों में बहार-ए-चमन,
चाँदनी रातों में बहार-ए-चमन,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जब चांदनी रातों में आहट उठाती है
जब चांदनी रातों में आहट उठाती है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चाँदनी रात
चाँदनी रात
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरा दिल भर आया बहुत सा
मेरा दिल भर आया बहुत सा
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जुगनू और आंसू: ज़िंदगी के दो नए अल्फाज़
जुगनू और आंसू: ज़िंदगी के दो नए अल्फाज़
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इश्क़-ए-जज़्बात
इश्क़-ए-जज़्बात
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आज़ाद परिंदे
आज़ाद परिंदे
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"उमंग तरंग हो मन का मेरे, हर सुख का आभास हो"
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गांव में फसल बिगड़ रही है,
गांव में फसल बिगड़ रही है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तप रही जमीन और
तप रही जमीन और
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दिल
दिल
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुझसे यूं बिछड़ने की सज़ा, सज़ा-ए-मौत ही सही,
तुझसे यूं बिछड़ने की सज़ा, सज़ा-ए-मौत ही सही,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वो भी थी क्या मजे की ज़िंदगी, जो सफ़र में गुजर चले,
वो भी थी क्या मजे की ज़िंदगी, जो सफ़र में गुजर चले,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
'ऐन-ए-हयात से बस एक ही बात मैंने सीखी है साकी,
'ऐन-ए-हयात से बस एक ही बात मैंने सीखी है साकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कीमतें भी चुकाकर देख ली मैंने इज़हार-ए-इश्क़ में
कीमतें भी चुकाकर देख ली मैंने इज़हार-ए-इश्क़ में
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इन चरागों को अपनी आंखों में कुछ इस तरह महफूज़ रखना,
इन चरागों को अपनी आंखों में कुछ इस तरह महफूज़ रखना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरी अना को मेरी खुद्दारी कहो या ज़िम्मेदारी,
मेरी अना को मेरी खुद्दारी कहो या ज़िम्मेदारी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सावन आज फिर उमड़ आया है,
सावन आज फिर उमड़ आया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वो हर रोज़ आया करती है मंदिर में इबादत करने,
वो हर रोज़ आया करती है मंदिर में इबादत करने,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यूं कीमतें भी चुकानी पड़ती है दोस्तों,
यूं कीमतें भी चुकानी पड़ती है दोस्तों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कागज कोरा, बेरंग तस्वीर
कागज कोरा, बेरंग तस्वीर
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हर-सम्त शोर है बरपा,
हर-सम्त शोर है बरपा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जब कभी तुमसे इश्क़-ए-इज़हार की बात आएगी,
जब कभी तुमसे इश्क़-ए-इज़हार की बात आएगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मैंने जलते चूल्हे भी देखे हैं,
मैंने जलते चूल्हे भी देखे हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
धीरे-धीरे सब ठीक नहीं सब ख़त्म हो जाएगा
धीरे-धीरे सब ठीक नहीं सब ख़त्म हो जाएगा
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दिल का हर रोम रोम धड़कता है,
दिल का हर रोम रोम धड़कता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
डायरी मे लिखे शब्द निखर जाते हैं,
डायरी मे लिखे शब्द निखर जाते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बेनाम रिश्ते
बेनाम रिश्ते
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुम बस ज़रूरत ही नहीं,
तुम बस ज़रूरत ही नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
देखा नहीं है कभी तेरे हुस्न का हसीं ख़्वाब,
देखा नहीं है कभी तेरे हुस्न का हसीं ख़्वाब,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कमाल लोग होते हैं वो
कमाल लोग होते हैं वो
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वो दौर अलग था, ये दौर अलग है,
वो दौर अलग था, ये दौर अलग है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रब करे हमारा प्यार इतना सच्चा हो,
रब करे हमारा प्यार इतना सच्चा हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
विचारों का शून्य होना ही शांत होने का आसान तरीका है
विचारों का शून्य होना ही शांत होने का आसान तरीका है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जीवन की दास्तां सुनाऊं मिठास के नाम में
जीवन की दास्तां सुनाऊं मिठास के नाम में
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
खुशी तो आज भी गांव के पुराने घरों में ही मिलती है 🏡
खुशी तो आज भी गांव के पुराने घरों में ही मिलती है 🏡
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यह बात शायद हमें उतनी भी नहीं चौंकाती,
यह बात शायद हमें उतनी भी नहीं चौंकाती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वो सपने, वो आरज़ूएं,
वो सपने, वो आरज़ूएं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ज़िंदगी के रंगों में भरे हुए ये आख़िरी छीटें,
ज़िंदगी के रंगों में भरे हुए ये आख़िरी छीटें,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हार नहीं मानेंगे, यूं अबाद रहेंगे,
हार नहीं मानेंगे, यूं अबाद रहेंगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मैं बन जाऊँ निगाह तुम्हारी
मैं बन जाऊँ निगाह तुम्हारी
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हासिल-ए-ज़िंदगी फ़क़त,
हासिल-ए-ज़िंदगी फ़क़त,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
किसी का साथ देना सीखो
किसी का साथ देना सीखो
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरी प्यारी सासू मां, मैं बहुत खुशनसीब हूं, जो मैंने मां के
मेरी प्यारी सासू मां, मैं बहुत खुशनसीब हूं, जो मैंने मां के
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इज़्जत भरी धूप का सफ़र करना,
इज़्जत भरी धूप का सफ़र करना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ओ दूर के मुसाफ़िर....
ओ दूर के मुसाफ़िर....
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
❤️
❤️
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हर पल तलाशती रहती है नज़र,
हर पल तलाशती रहती है नज़र,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
माना की आग नहीं थी,फेरे नहीं थे,
माना की आग नहीं थी,फेरे नहीं थे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जुगनू का कमाल है रातों को रोशन करना,
जुगनू का कमाल है रातों को रोशन करना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
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