एक दिन
हिमांशु Kulshrestha
क्या तुम कभी?
Pratibha Pandey
जिस की दुराग्रही खोपड़ी में बदले की विष-बेल लहलहा रही हो, वहा
*प्रणय प्रभात*
फायदा
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
हम भी कैसे....
Laxmi Narayan Gupta
मिजाज मेरे गांव की....
Awadhesh Kumar Singh
मूंछ का घमंड
Satish Srijan
शापित रावण (लघुकथा)
Indu Singh
हुंकार
ललकार भारद्वाज
#एक_ही_तमन्ना
*प्रणय प्रभात*
सपनों की इस आस में,सफलता की भीनी प्यास में,
पूर्वार्थ
खामोशी
पूर्वार्थ
विजेता सूची- “संवेदना” – काव्य प्रतियोगिता
Sahityapedia
सुलेख
Rambali Mishra
आज़ कल के बनावटी रिश्तों को आज़ाद रहने दो
Sonam Puneet Dubey
4007.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जो सुनता है
Meera Thakur
कविता
Rambali Mishra
पुरुष हूँ मैं
singh kunwar sarvendra vikram
आपके छोटे-छोटे मीठे आचार-व्यवहार,
Ajit Kumar "Karn"
कब किसी बात का अर्थ कोई,
Ajit Kumar "Karn"
किसी को किसी से फ़र्क नहीं पड़ता है
Sonam Puneet Dubey
अगर किसी के साथ अन्याय होता है
Sonam Puneet Dubey
राम हमारे श्याम तुम्हारे
विशाल शुक्ल
बस इतनी सी चाह हमारी
राधेश्याम "रागी"
विधा -काव्य (हाइकु)
पूनम दीक्षित
जग के का उद्धार होई
राधेश्याम "रागी"
दुष्यंत और शकुंतला (पौराणिक कथा)
Indu Singh
4005.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
4004.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कुछ लोग प्यार से भी इतराते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
*लंक-लचीली लोभती रहे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
4003.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
4002.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
इस दुनिया में कई तरह के लोग हैं!
Ajit Kumar "Karn"
"दूध में दरार"
राकेश चौरसिया
किस क़दर बेकार है
हिमांशु Kulshrestha
ज़िन्दगी दर्द का
Dr fauzia Naseem shad
दोस्त, दोस्त तब तक रहता है
Ajit Kumar "Karn"
औरत.....
sushil sarna
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
4001.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
#आज_का_नुस्खा
*प्रणय प्रभात*
कविता - शैतान है वो
Mahendra Narayan
"अन्धेरे के आशियाने"
Dr. Kishan tandon kranti
" इम्तिहान "
Dr. Kishan tandon kranti
"चाहत का आसमान"
Dr. Kishan tandon kranti
*बचपन की बातें छूट गईं, फिर राधा से प्रभु कहॉं मिले (राधेश्य
Ravi Prakash
आज जबकि इतना वक़्त हो चुका है
gurudeenverma198