MITHILESH RAI 503 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 11 MITHILESH RAI 17 Jan 2017 · 1 min read मुक्तक तेरे बगैर जिन्दगी अधूरी सी लगती है! तेरे बगैर मंजिल से दूरी सी लगती है! धीरे धीरे सिसक रहीं हैं यादें भी कबसे, मुझको मेरी मयकशी जरूरी सी लगती है!... Hindi · मुक्तक 203 Share MITHILESH RAI 17 Jan 2017 · 1 min read मुक्तक मुझको तेरी याद कहाँ फिर से ले आई है? हरतरफ ख्यालों में फैली हुई तन्हाई है! भटके हुए हैं लम्हें गम के अफसानों में, साँसों में चुभती हुई तेरी बेवफाई... Hindi · मुक्तक 258 Share MITHILESH RAI 17 Jan 2017 · 1 min read मुक्तक आज भी मैं तेरी राहों को देखता हूँ! बेकरार वक्त की बाँहों को देखता हूँ! जुल्मों सितम की दास्ताँ है मेरी जिन्दगी, आरजू की दिल में आहों को देखता हूँ!... Hindi · मुक्तक 428 Share Previous Page 11