Yogendra Singh Rajput Tag: ग़ज़ल/गीतिका 14 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Yogendra Singh Rajput 5 Sep 2022 · 1 min read *तमन्ना* है मेरे मालिक जमीन- ए- हिंद ही पाएं अगर इंसान बनकर के जहां में फिर कहीं आएं *तमन्ना* है मेरे मालिक जमीन- ए- हिंद ही पाएं कई मजहब कई जाति कई मतभेद दिखते हैं हिफाज़त हिन्द की हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 130 Share Yogendra Singh Rajput 11 Jan 2022 · 1 min read सुनले बिनती मेरी शारदे मां सुनले बिनती मेरी शारदे मां मैं हूं तेरी शरण, मेरी मैया मुझे तार दे मां तेरा गुणगान लिखता रहूं में शब्द सागर है तू , मुझ्को शब्दों का भंडार दे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 336 Share Yogendra Singh Rajput 11 Mar 2020 · 1 min read यार पुराने जब मिलते हैं यार पुराने जब मिलते हैं फूल दिलों में तब खिलते हैं आँख खुलेना नींद से जब तक ख्वाब सुहाने ही पलते हैं मुमकिन हो गर बापस होना लौट के बचपन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 330 Share Yogendra Singh Rajput 25 Feb 2020 · 1 min read आ गई है सामने अब हर हकीकत आपकी आ गई है सामने अब हर हकीकत आपकी देख ली आंखों से हमनें अब शराफ़त आपकी साथ रहकर तेरी फितरत मैं समझ पाया नहीँ प्यार के पर्दे के पीछे की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 311 Share Yogendra Singh Rajput 22 Dec 2019 · 1 min read गज़ल उसे मैं भूल जाऊं पर भुलाया भी नही जाता पराया है उसे अपना बनाया भी नहीं जाता दिये जो प्यार से तोहफे उन्हें तूने जला डाला तेरा मै खत जला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 269 Share Yogendra Singh Rajput 23 Oct 2019 · 1 min read चले भी आओ कि महफ़िल सजाये बैठा हूँ चले भी आओ कि महफ़िल सजाये बैठा हूँ तुम्हारी याद में खुद को भुलाये बैठा हू ज़रा सी बात पर क्यों मुझसे रूठ जाते हो तेरी रुसबाई भी दिल से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 415 Share Yogendra Singh Rajput 22 Oct 2019 · 1 min read मुझको रुलाने वाले तू भी तो रोया होगा मेरा चैन छीनकर कुछ तूने भी खोया होगा मुझको रुलाने बाले तू भी तो रोया होगा अपना अतीत अक्सर आता है सबके आगे बचपन में तितलियों को कांटा चुभोया होगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 382 Share Yogendra Singh Rajput 25 Jan 2019 · 1 min read ख़ुदा मिलेगा कहाँ ढूंढूं किन ठिकानों में 1122 1212 122 22 ख़ुदा मिलेगा कहाँ ढूंढूं किन ठिकानो में या वो है महलों में या है यतीमखानो में वो गीत ग़ज़लों में है या भजन की संध्या में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 271 Share Yogendra Singh Rajput 19 Nov 2018 · 1 min read हमको मस्ती में अपनी रहने दो जो भी कहती है, दुनिया कहने दो हमको मस्ती में,अपनी रहने दो जाति मजहब की ,जो है दीवारें वक्त के साथ ,इनको ढहने दो नफरतों से न होगा ,कुछ हासिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 233 Share Yogendra Singh Rajput 30 Oct 2018 · 1 min read दिल है.नादाँ. समझ न पाया है दिल है नादाँ समझ न पाया है। अपना है कौन और पराया है।। दीं खुशी हमने जिसे गम लेकर। आज उसने ही दिल दुखाया है।। इक्तिजांअब नहीं मुहब्बत की। हर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 325 Share Yogendra Singh Rajput 28 Sep 2018 · 1 min read वो गिरगिट सा रंग, बदलने लगे हैं वो गिरगिट सा रंग अब, बदलने लगे हैं मगर उनसे अब हम, सम्हलने लगे हैं।। नवाज़ा जो मालिक ने थोड़ा सा उनको। अभी से ही तेवर, बदलने लगे हैं।। कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 324 Share Yogendra Singh Rajput 28 Aug 2018 · 1 min read ऐसे दिल को लगाने से क्या फायदा दिल लगाने से गर चैन मिलता नहीं ऐसे दिल को लगाने से क्या फायदा। उम्र भर के लिये जो निभा न सको ऐसे रिश्ते बनाने से क्या फायदा ।। पास... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 596 Share Yogendra Singh Rajput 25 Aug 2018 · 1 min read वो ख्वाबों में आकर वो ख्वाबों में आकर, मेरा चैन चुराते हैं। हम तारे गिनगिन कर, सारी रात बिताते हैं।। इन प्यार के भौरों से, कभी प्यार नही करना ये होते हैं मतलब के,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 481 Share Yogendra Singh Rajput 14 Aug 2018 · 1 min read मैंने कहा जो यार से, कितना बदल गया मैंने कहा जो यार से, कितना बदल गया कहने लगा कि वक्त के ,साँचे में ढल गया नजरें मिली जो उनसे मेरी ,इत्तफाक से मुरझाया कबसे दिल था,फ़ूलो सा खिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 291 Share