स्वर्णलता विश्वफूल 69 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next स्वर्णलता विश्वफूल 6 Jul 2021 · 1 min read मित्र की परिभाषा मेरी परिभाषा में मित्र वही है, जो सिर्फ आपदकाल में ही नहीं, बगैर काम के अन्य दिनों भी याद कर लें, हालचाल पूछ लें ! Hindi · कविता 3 6 837 Share स्वर्णलता विश्वफूल 5 Jul 2021 · 1 min read फंटूश मित्र जो मित्र आपकी जिंदगी में हर पल कद्र करें, उसे आप सपनों में भी नहीं भूलिए ! ऐसे मित्र भी हैं, जो मुझसे काम लेने के लिए खूब अनुनय-चिरौरी करेंगे,... Hindi · कविता 4 4 404 Share स्वर्णलता विश्वफूल 4 Jul 2021 · 1 min read चमचौआ शॉर्टकट एक दिन की है बात वैसे उसे मैं रोज देखती पत्थरों की ढेरी पर कि एक छोटा-सा गोल-मटोल 'चमचौआ' पत्थर ना-ना पत्थर का बच्चा कहिये ढेरी से लुढ़क कर नदीजल... Hindi · कविता 3 2 470 Share स्वर्णलता विश्वफूल 3 Jul 2021 · 1 min read यह प्यार नहीं घनचक्कर है यह कैसा प्यार है ? जो जान लेकर ही जुबां पे सिर्फ याद रखती हैं ! लैला-मजनूँ की हत्या हीर-राँझा की मौत सोहनी-महीवाल भी मिले नहीं ! यह प्यार नहीं,... Hindi · कविता 3 4 478 Share स्वर्णलता विश्वफूल 2 Jul 2021 · 1 min read तुम खुद गुलदस्ते हो दाग थी वहीं-कहीं, पता चला यहीं है, इशारे भद्दे लिए, आँखें उनकी यहीं-कहीं है, सोची- बधाई दूँ नववर्ष की एक गुलदस्ता पर, उन्होंने कहा- तुम खुद गुलदस्ते हो ! Hindi · कविता 5 4 385 Share स्वर्णलता विश्वफूल 2 Jul 2021 · 1 min read मुझे बदनाम कर गयी एक पत्थर तबियत से उछाली हवा को फाड़ गयी दूजे पत्थर मैंने उछाली नदियाँ विभाजित हो गयी तीजे पत्थर ने मेहँदी रंगायी चोथे ने दिल को कर तार-तार बदनाम कर... Hindi · कविता 4 2 388 Share स्वर्णलता विश्वफूल 1 Jul 2021 · 1 min read चिकित्सक माँ हमें एकबार जन्म देती है, किन्तु सुयोग्य डॉक्टर हमें कई पुनर्जन्म देते हैं ! Hindi · कविता 5 2 528 Share स्वर्णलता विश्वफूल 30 Jun 2021 · 1 min read धरती भी नारी है गतिशून्य और अपराजिता भी हो जाऊँ, मगर एक नारी एक स्त्री के लिए है, धरती प्यारी क्योंकि धरती भी नारी है, भार उठाकर भी जो, नदियाँ-पहाड़ के दर्द में हैं... Hindi · कविता 5 6 454 Share स्वर्णलता विश्वफूल 29 Jun 2021 · 1 min read औरत तो माचिस की छोटी तीली है, जो बेवक्त अंगारे बना दी जाती है ! यहाँ न आती माँ-बाबा की 'पढ़ने बैठो' की आवाज़ें, न भैया की डाँट, न छोटे भाई-बहन का प्यार, अचीन्हीं यहाँ की घर की दीवार भी । न यहाँ आँगन में... Hindi · कविता 4 2 567 Share स्वर्णलता विश्वफूल 28 Jun 2021 · 1 min read मेरी तितली कितनी सयानी ? "मुझ पंछियों को मेरी ही भाषा में रहने दो.... ....मैं आज़ादी खोना नहीं चाहती 'दी, रंग-बिरंगी पंख है मेरी, यही मेरी साक्षरता है.... और मेरी चहचहाना ही मेरी एम.ए., पी-एच.डी.... Hindi · कविता 3 634 Share स्वर्णलता विश्वफूल 28 Jun 2021 · 1 min read मृत्यु को बदलने का साहस किसी में नहीं ! नदियों के बहने से रोकना, उनकी धारा को मोड़ना झरनों को गिरने से रोकना बर्फों को जमने से रोकना है यह प्रकृति से छेड़छाड़ जीवन-मृत्यु के कदमताल में यह सिर्फ... Hindi · कविता 2 407 Share स्वर्णलता विश्वफूल 27 Jun 2021 · 1 min read धोखे में प्रेम मैंने इत्ती धोखा खाई है कि मैं किसी भी व्यक्ति से 'घनिष्ठ' नहीं हो पाती हूँ ! Hindi · मुक्तक 2 3 418 Share स्वर्णलता विश्वफूल 26 Jun 2021 · 1 min read कोई भी शरीर से सुंदर नहीं होते शरीर के कोई अंग सुंदर नहीं होते ! न चेहरे, न ओठ, न नैन-नक्श, न छरहरी बदन ! जो सुंदर होते हैं, वह शरीर नहीं, संस्कार होते हैं ! Hindi · तेवरी 4 10 736 Share स्वर्णलता विश्वफूल 25 Jun 2021 · 1 min read एकाकीपन से क्यों घबराती हैं स्त्रियाँ ? परिवार बसाना क्या है जरूरी ? परिवार तो मीराबाई भी बसाई थी, सोचती हूँ कई भेड़िऐं से अच्छा है, एक भेड़िया में टिक जाऊँ ! एक स्त्री एकाकीपन से क्यों... Hindi · कविता 3 1 526 Share स्वर्णलता विश्वफूल 24 Jun 2021 · 1 min read मुस्कराना प्यार नहीं उसने मुझे देख, फिर से मुस्करा दिये, बावजूद मुझे नहीं पता कि वो मुझसे, प्यार करते भी या नहीं ! Hindi · तेवरी 5 1 468 Share स्वर्णलता विश्वफूल 23 Jun 2021 · 1 min read ओनली प्यार मर्जी आपकी, खुदगर्जी मेरी ! अगर आलोचना बर्दाश्त नहीं कर सकते, तो ऐसे मित्र मुझे भी नहीं चाहिए ! नो कमेंट्स, नो तकरार, ओनली प्यार ! Hindi · कविता 5 2 758 Share स्वर्णलता विश्वफूल 22 Jun 2021 · 1 min read स्वर्ग में कुछ नहीं रखा है नारी नहीं, नरता हूँ, अंतिम पंक्ति में हूँ , मौन हूँ, पर महाशक्ति हूँ । समय का इतिहास नहीं, परिहास हूँ, नर्त्तन करते शिव की इति हूँ, आकाश/पाताल/मंगल शनि/सूर्य/शशि/तारे और... Hindi · कविता 5 1 383 Share स्वर्णलता विश्वफूल 21 Jun 2021 · 1 min read योग और भोग साथ-साथ नहीं चल सकते ! योग और भोग साथ-साथ नहीं चल सकते ! योग के लिए गृहस्थ जीवन में भी ब्रह्मचर्य पालन करने होंगे, तो भोग-विलास से दूरी भी ! योग सिर्फ आसन नहीं, अपितु... Hindi · कविता 5 9 976 Share स्वर्णलता विश्वफूल 20 Jun 2021 · 1 min read जो बिना बाप के बच्चे हैं, वे क्या मना पाएंगे फादर्स डे ? जो बिना बाप के बच्चे हैं, वे क्या मना पाएंगे फादर्स डे ? कभी मुज़फ़्फ़रपुर चतुर्भुज स्थान की बहनों की संतानें, कभी कोलकाता सोनागाछी की बहनों की संतानें मना पाते... Hindi · कविता 6 3 656 Share स्वर्णलता विश्वफूल 19 Jun 2021 · 1 min read मेरे घर में कहीं भी परदे नहीं टंगे हैं क्या कहूँ ? इन उदास चेहरों के बारे में कभी गाँवों, तो कभी शहरों में कभी सड़कों, तो कभी गलियारों में जब भी पाती हूँ इन्हें मैं जब भी देखती... Hindi · कविता 6 4 612 Share स्वर्णलता विश्वफूल 19 Jun 2021 · 1 min read दैहिक प्यार के लिए फॉर्मूला जिनके पेट नहीं भरते, ढंग के कपड़े नहीं मिलते, बरसात में घर चूते, उन्हें खुशियाँ कहाँ से आएगी ? दैहिक प्यार हो या मानसिक प्यार हो या तो भावनात्मक प्यार... Hindi · कविता 4 4 371 Share स्वर्णलता विश्वफूल 18 Jun 2021 · 1 min read तूने और रंगीले कैसे-कैसे जादू किया ? तूने और रंगीले कैसे-कैसे जादू किया ? पिया-पिया बोले मतवाला जिया ! हाथ ना मिलाके, पास ना बुलाके, गले ना लगाके; एकदम्मे प्यार किया ! एक फिल्मी गीत पैरोडी। ओय... Hindi · कविता 4 2 472 Share स्वर्णलता विश्वफूल 18 Jun 2021 · 1 min read गधेवाली इलु इलु कभी गधे भी प्रेमी होते हैं ? मैंने प्रेमी को गधा नहीं कहा ! पाप लगेगा, कहना भी नहीं ! तुम नहीं हो, तब तुम्हारी याद मन में लाती हूँ... Hindi · कविता 5 4 434 Share स्वर्णलता विश्वफूल 17 Jun 2021 · 1 min read असफल प्रेम एक बात गाँठ बाँध लेंगे कि श्रेष्ठता की संस्कृति विकसित करने के लिए हमें 'दकियानूसी' व्यवहार और 'कूपमण्डूक' ज्ञान से बाहर आने होंगे ! प्रेमी-प्रेमिका के बीच अगर दकियानूसी व्यवहार... Hindi · कविता 7 7 469 Share स्वर्णलता विश्वफूल 16 Jun 2021 · 1 min read चमड़े की सुंदरता जितने हम चवन्निया मुस्कान बिखेरेंगे उतने ही सुंदर दिखेंगे ! किन्तु 'बाहरी सुंदरता' क्षणभंगुर है, यह चमड़े की सुंदरता है, परंतु आंतरिक सुंदरता है बेस्ट और है यह अदृश्य !... Hindi · कविता 5 3 781 Share स्वर्णलता विश्वफूल 15 Jun 2021 · 1 min read काजलवाली आँखों से प्यार सच में, ऐसे भी क्षण आते हैं, जब शब्दसृजक के पास भी कुछ कहने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं, किंतु यहाँ मेरे पास आपको देने के लिए शब्द... Hindi · कविता 6 5 426 Share स्वर्णलता विश्वफूल 14 Jun 2021 · 1 min read पल दो पल का प्यार पल दो पल का प्यार सिर्फ कॉमा होती है, फुल स्टॉप नहीं ! जीवन में प्यार अगर डॉट-डॉट-डॉट लिए हो और यह चले अनवरत तो 'प्यार डॉट कॉम' तक बात... Hindi · कविता 4 7 674 Share स्वर्णलता विश्वफूल 13 Jun 2021 · 1 min read जवानी 'पीकदान' है आज के हालात में 'जवानी' पीकदान की तरह है, जिनमें सब कोई थूकयाते हैं, फिर काहे को जवानी ज़िंदाबाद ! Hindi · मुक्तक 3 5 369 Share स्वर्णलता विश्वफूल 12 Jun 2021 · 1 min read औरत इधर से भी बदनाम और उधर से भी जिसतरह मत्स्यगंधा से निकल सत्यवती और उनकी अम्बिके-अम्बालिके कठपुतली भर रह गयी.... या गंगा भी करती रहीं पुत्रों के तर्पण वो तस्लीमा ही निर्वासिता क्यों ? महुआ घटवारिन का दोष... Hindi · कविता 4 7 530 Share स्वर्णलता विश्वफूल 11 Jun 2021 · 1 min read प्रेम एक गुप्तरोग है प्रेम या लव एक 'गुप्तरोग' है, जो अपने आप लग जाती है ! जिसे बताया नहीं जाता, किन्तु लोग इसे जान ही लेते हैं ! इश्क़ का रंग है लाल,... Hindi · कविता 6 10 406 Share Previous Page 2 Next