Anil Kewat Tag: मुक्तक 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Anil Kewat 21 Sep 2021 · 1 min read लेखनी मेरी ख्वाबों मैं नहीं हकीकत में लेखनी मेरी टकरार करें दो प्रेमियों के प्रेम का जैसे इकरार करें भारत माता के चरणों का बखान और अभिमान करें चले जब अधर्म की... Hindi · मुक्तक 3 605 Share Anil Kewat 20 Sep 2021 · 1 min read प्रेम हमें भी है प्रेम तुम्हें भी है प्रेम हमें भी है तुम्हें भी है हमारी यादों की लम्हे भी हैं मुझे ज्यादा तुम्हें कम बस इसी बात का गम है तेरी मेरी प्रीत पर तो दे देंगे... Hindi · मुक्तक 350 Share Anil Kewat 12 Aug 2021 · 1 min read तेरी आंखों की मस्ती किसी के आंखों की मस्ती किसी के बातों की बस्ती जैसे कोई कागज की कश्ती शायद है बे जुबान मूरत की हस्ती जनाब हो गया है गुनाह पता नहीं हम... Hindi · मुक्तक 1 474 Share Anil Kewat 25 Jul 2021 · 1 min read राधा तो श्याम के साथ ही पूजी जाती हैं तेरे निसा को हर जगह खोजा जाता है तेरी तस्वीर को हर तरफ ढूंढा जाता है दिख जाए गर तू कहीं लबों पर भीनी सी मुस्कुराहट आ जाती है रे... Hindi · मुक्तक 2 455 Share Anil Kewat 25 Jul 2021 · 1 min read रात और दिन को प्यार हुआ है इस कदर जाने तमन्ना रात और दिन को प्यार हुआ है चांद और चंदिनी ने भी पूनम को इकरार किया है सुबह और शाम में भी एक दूजे से मिलने... Hindi · मुक्तक 1 296 Share Anil Kewat 15 Jul 2021 · 1 min read चाहत में तुम्हारी दरिया को समंदर कर देंगे इस कदर मोहब्बत में तुम्हारी हम लुट जाएंगे खून से अपने नाम तुम्हारा लिखा लाएंगे चमन ए बहारों से कह दो इतनी जल्दी अपना भी मौसम ना बदला करें चाहत... Hindi · मुक्तक 1 366 Share Anil Kewat 7 Jul 2021 · 1 min read काश हमें भी कोई लिख पाता काश हमें भी कोई सोच पाता तन्हाइयों में हमारी दो तड़पते दिलों को एक कर पाता हुजूर जर्रा जर्रा बयां कर देते हैं जिस तरह हम उसे काश निगाहों से... Hindi · मुक्तक 738 Share Anil Kewat 3 Jul 2021 · 1 min read द्वार द्वार पर मिली है ठोकर देखो दो पंछियों का घोंसला टूट गया तिनका तिनका जोड़ बनाया था नीड किस कदर बिखर गया जनाब बड़ा बेदर्द है जमाना _ देखो मुंह मोड़ लिया रब भी उससे... Hindi · मुक्तक 1 264 Share Anil Kewat 2 Jul 2021 · 1 min read कायनात लिख लिए हैं कोई किसी को किसी की कायनात लिख लिए हैं मोन ने भी मौन के शब्द भी पढ़ लिए है साहेब खयालों से कह दो जरा ख्वाबों में आकर श्रृंगार करना... Hindi · मुक्तक 606 Share Anil Kewat 28 Jun 2021 · 1 min read मुंह ना फेरा करो यारों हमसे इस कदर मुंह ना फेरा करो यारों जिधर छोड़ोगे उधर पाओगे दिशाओं में है हम चारों हम वह आंसू हैं आंखों में जो आए तो आंखों में ही समा... Hindi · मुक्तक 1 538 Share