Vibha Jain Tag: कविता 15 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vibha Jain 29 May 2024 · 1 min read चेन की नींद (पति पत्नी की प्यार भरी नौक झौंक) अरे ! भाग्यवान रोज कहता हूं मीठा मत खाओं। पर मिठाई देखते ही टूट पड़ती हो। और इधर, मच्छर तुम्हें देखकर! लगता है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 52 Share Vibha Jain 29 May 2024 · 1 min read प्रिय का इंतजार शीर्षक- प्रिय का इंतजार कर सोलह श्रृंगार,कर रही प्रियवर तेरा इंतजार। पूनम की है रात,आ भी जाओ, करेंगे प्रेम का इज़हार।। चांद हुआ निराश, बादलों की गड़गड़ाहट से कांपने लगी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 73 Share Vibha Jain 29 May 2024 · 1 min read क्षणिका क्षणिका प्रत्युषा सागर तट... धरा गगन का मिलन । मिले इक दूजे से नयन। चांद ने की सरागोशी, निशा मुस्कुराई । सपनों के आगोश में जिंदगी ने ली अंगड़ाई। चांदनी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 51 Share Vibha Jain 29 May 2024 · 1 min read प्रथ्वी पर स्वर्ग शीर्षक - प्रथ्वी पर स्वर्ग बड़ा सुंदर दृश्य है कश्मीर का,बुला रहा है ,आओ पांव- पांव।। ये डल झील,ये शिकारा,ये पर्वत, पुकारें है, आओं ना इक बार हमारे गांव। भास्कर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 54 Share Vibha Jain 29 May 2024 · 1 min read एक चाय हो जाय शीर्षक - बस एक चाय हो जाय आंख खुली,बस एक गर्मा गरम कप चाय की चाहत मन में अगन जलाएं। अखबार पढ़ते- पढ़ते पर चाय का साथ ,मज़ा बड़ा जाएं।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 64 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 2 min read कृष्ण कन्हैया लाल की जय शीर्षक - कृष्ण कन्हैया लाल की जय सांवली सी सूरत, मथुरा बृंदावन के लाल। पीताम्बर धारे,माथे सोहे मोरपंख, पैरों में पाजनियां छमछम- छमछम बजत। देवकी- वासुदेव के नन्दन,जग करत वंदन।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 83 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 1 min read राधे कृष्णा, राधे कृष्णा शीर्षक - राधे कृष्णा, राधे कृष्णा मोरा मन कान्हा, पुकारें कृष्णा- कृष्णा। नैन उलझ गए मोरे तोसे,अब ना तरसाओ ना।। दर्पण में निहारूं,दिखे मुझे सर्वत्र किसन कन्हैया। तेरी वंशी की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 53 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 2 min read चिरयइन की चहक, मिट्टी की महक शीर्षक - चिरयइन की चहक, मिट्टी की महक मैं हूं एक किसान, मात्रभूमि मिली मुझे उपहार। मिट्टी की सौंधी -सौंधी खुशबू,मन हरती है बार- बार।। इस मिट्टी में जन्म लिया,करता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 74 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 1 min read सपनों का घर शीर्षक- सपनों का घर यादों में बसे हैं, बस प्यार के घरोदें। आधुनिकता की दोड़ ने, पूर्वजों के, सपनों के घर है रोदें।। वो शुद्ध हवा, प्राकृतिक सुंदरता, चिड़ियों की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 35 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 1 min read प्यार का त्योहार शीर्षक-*प्यार का त्योहार* आज है वैलिनटाइन डे, कहते हैं प्यार का त्योहार। प्रिय आ जाओ तुम, लेकर अपनी बाहों का हार।। स्वप्न देख रही हूं मिलन का,कर रही हूं मनुहार।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 30 Share Vibha Jain 27 May 2024 · 1 min read विधा-कविता विधा-कविता शीर्षक - प्रथ्वी पर स्वर्ग बड़ा सुंदर दृश्य है कश्मीर का,बुला रहा है ,आओ पांव- पांव।। ये डल झील,ये शिकारा,ये पर्वत, पुकारें है, आओ इक बार हमारे गांव। भास्कर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 55 Share Vibha Jain 27 May 2024 · 1 min read प्रेम कहानी विधा-पूर्णिका शीर्षक प्रेम कहानी सुनो - सुनो प्रेम कहानी, बचपन बीता ,आई जवानी। कल्पनाओं में लगें पंख, सपनों में खो गई देखो !सुहानी।। आयेगा एक दिन, ख्वाबों का राजकुमार। कहानी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 106 Share Vibha Jain 27 May 2024 · 1 min read इजहारे मोहब्बत विधा-पूर्णिका शीर्षक - इज़हारे महुब्बत करती थी नफ़रत कभी,पर आज आंखों का नूर है। जो मुझे पसंद है, आज वही मुझसे बहुत दूर है।। हुई मुझसे ख़ता,न किया उससे मैंने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 46 Share Vibha Jain 4 May 2024 · 2 min read स्त्री मन विधा-कविता शीर्षक-स्त्री है रिश्तों में प्रधान स्त्री के मन की थाय न जान सका है कोई ओर। स्त्री मन है सागर,रात गई, बात गई हुई सुहानी भोर।। सब कुछ सहती,पर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 94 Share Vibha Jain 3 May 2024 · 1 min read कविता - छत्रछाया नमन मंच🙏 शीर्षक - छत्रछाया मां की गोद और पिता का साया। ता उम्र मिलती रहे, ये छत्र छाया।। न हो कोई महरूम इनके आशीष से, ईश्वर की है ये... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 89 Share