TARAN VERMA Tag: कविता 63 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 TARAN VERMA 11 Apr 2021 · 1 min read सुबह की हवाएं सुबह की हवाएं, सुबह की हवाएं। बहे धीमी मंद, सुबह की हवाएं।। सुरीली गीत हैं सुनाती ये सुबह की हवाएं। मन में विश्वास हैं जगाती सुबह की हवाएं।। आस्था का... Hindi · कविता 511 Share TARAN VERMA 10 Apr 2021 · 1 min read किताबों का शहर किताबों का शहर, किताबों का शहर। नई तकनीक से भरा किताबों का शहर।। विद्वानों से भरा हैं किताबों का शहर। नई-नई बातें सिखलाता किताबों का शहर।। सही गलत की पहचान... Hindi · कविता 1 2 648 Share TARAN VERMA 8 Apr 2021 · 1 min read बीमारी ये बीमारी बीमारी ये बीमारी, बीमारी ये बीमारी। कैसे-कैसे दिन दिखाती ये बीमारियां।। लोगों के जीवन को खा जाती ये बीमारी। चारों ओर अपने डर को फैलती ये बीमारी।। लोगों को मुंह... Hindi · कविता 1 285 Share TARAN VERMA 7 Apr 2021 · 1 min read जीवन का सफर जीवन का सफर, जीवन का सफर। मानो तो खुशी हैं, मानो तो गम है।। कभी लगे घी शक्कर कभी तीखी मिर्ची। संघर्षों से भरा हैं, जीवन का सफ़र।। कई साथी... Hindi · कविता 1 179 Share TARAN VERMA 6 Apr 2021 · 1 min read गांवों की बाड़ियां गांव की ये बाड़ियां, गाँव की बाड़ियां। सुबह -सुबह आती इनसे महकती खुशबू।। गांव में मन मोहने वाली सुगंध फैल जाती। सुबह-सुबह ही किसान बाड़ियो में काम पे जाते।। बाड़ियों... Hindi · कविता 1 261 Share TARAN VERMA 5 Apr 2021 · 1 min read लोगों की आदतें लोगों की आदतें हैं कैसी लोगों की आदतें। किसी को रुलाए किसी को हसाएं ये आदतें।। कभी शोर मचाए कभी चुपचाप रह जाए। कभी कोई मुस्कुराए और गीत गुनगुनाएं।। जिसकी... Hindi · कविता 2 1 357 Share TARAN VERMA 4 Apr 2021 · 1 min read सूरज की किरणें सूरज की किरणें, सूरज की किरणें। सुबह में जगमगाते सूरज की किरणें।। जीव जंतु को जगाते सूरज की किरणें। लोगों के मन को लुभाते सूरज की किरणें।। चारों ओर हरियाली... Hindi · कविता 413 Share TARAN VERMA 3 Apr 2021 · 1 min read मौसम के नज़ारे मौसम के ये नज़ारे, मौसम के नज़ारे। दिन रात को दिखाते मौसम के नज़ारे।। कभी धूप कभी छांव को दिखाते मौसम के ये नज़ारे। कभी ठंड कभी गर्मी हर मौसम... Hindi · कविता 302 Share TARAN VERMA 1 Apr 2021 · 1 min read दादी मेरी दादी दादी मेरी दादी, दादी मेरी दादी। कितनी प्यारी-प्यारी मेरी दादी।। हर घड़ी मुस्कुराने वाली मेरी दादी। कभी न रोने वाली मेरी दादी।। परिवार का ध्यान रखने वाली मेरी दादी। हम... Hindi · कविता 1 389 Share TARAN VERMA 1 Apr 2021 · 1 min read हे सरस्वती मईया हे सरस्वती मईया, हे सरस्वती मईया ज्ञान के देवईया हे सरस्वती मईया वीणा के बजैया हे सरस्वती मईया हंस में बैठैया हे सरस्वती मईया तहि ह ज्ञान देथस अऊ अज्ञानता... Hindi · कविता 2 288 Share TARAN VERMA 1 Apr 2021 · 1 min read किनारे ये किनारे किनारे ये किनारे, किनारे ये किनारे। नदियों के ये किनारे है क्यों मुस्कुराते।। तालाबों के किनारे उम्मीद जगाते। खेतो के किनारे हरियाली दिखाते।। मंदिरों के किनारे मन में आस्था जगाते।... Hindi · कविता 467 Share TARAN VERMA 1 Apr 2021 · 1 min read सितारों के जहां में सितारों के जहां में चले हम, चले हम कुछ ढूंढने चले हम कुछ खोजने चले हम सितारों के जहां की अनोखी बातें जानने चले हम। रहस्यमय दुनिया की बाते जानने... Hindi · कविता 258 Share TARAN VERMA 1 Apr 2021 · 1 min read गाता चल गाता चल, गाता चल खेत खलियानों में बाग बगियानो में खेल के मैदानों में। गाता चल, गाता चल धूप हो या छांव हो जीत हो या हार हो मन में... Hindi · कविता 224 Share Previous Page 2