Umender kumar 153 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Umender kumar 24 Apr 2024 · 1 min read यहां लोग सच बोलने का दावा तो सीना ठोक कर करते हैं... यहां लोग सच बोलने का दावा तो सीना ठोक कर करते हैं... मगर हमने , बेवड़ो के आगे कसमें भी झूठी होती देखी है... Quote Writer 45 Share Umender kumar 23 Apr 2024 · 1 min read जिदंगी भी साथ छोड़ देती हैं, जिदंगी भी साथ छोड़ देती हैं, एक वक्त तक साथ देने के बाद, यह तो फिर भी इंसान है साहब.... Quote Writer 40 Share Umender kumar 21 Apr 2024 · 1 min read अब हम क्या करे..... अब हम क्या करे..... हमारे बारे में चुगली करने वाले बोल लेते है, हमारे बारे में बाते मज़े लेने वाले सुन लेते है, और हमारे जवाब नियती दे देती.... चलो... Quote Writer 49 Share Umender kumar 3 Mar 2024 · 1 min read थोड़ा विश्राम चाहता हू, थोड़ा विश्राम चाहता हू, जिम्मेदारियां रुकने नही देती... अपनों संग समय बिताना चाहता हू, उनकी खुवाइसे, पास आने नही देती... देखा है बहुतों को पैसे की वजह से टूटते हुए,... Quote Writer 118 Share Umender kumar 16 Jan 2024 · 1 min read इतनी भी तकलीफ ना दो हमें .... इतनी भी तकलीफ ना दो हमें .... की सर्द रातों में तुम तन्हा रहो, और हम तुम्हे याद भी ना करें..... पुरानी यादों को टटोलकर तुम करवटें बदलती रहो, और... Quote Writer 90 Share Umender kumar 8 Jan 2024 · 1 min read जिंदगी जी कुछ अपनों में... जिंदगी जी कुछ अपनों में... तो कुछ अपने रूठ गए, अब क्या शिकवा करें उनसे... तोड़ा और सिद्दत के साथ चाहत दिखाते... तो हम तुम्हारी महफिल में नज़र नही आते। Quote Writer 147 Share Umender kumar 31 Dec 2023 · 1 min read माता - पिता मां का पालन, खून से सींच कर , पिता का पालन, जिमेदारी से, मां का पालन, उंगली पकड़ कर चलना सीखना, पिता का पालन, अपने पैरो पर खड़ा करना, मां... Hindi 2 106 Share Umender kumar 25 Dec 2023 · 1 min read ये पैसा भी गजब है, ये पैसा भी गजब है, आदमी के हाथ में ज़्यादा हो तो वह उड़ने लगता है, आदमी के हाथ में न हो तो, वह गिरने लगता है.... Quote Writer 137 Share Umender kumar 12 Nov 2023 · 1 min read दीप ज्योति जलती है जग उजियारा करती है दीप ज्योति जलती है जग उजियारा करती है मंद मंद मुस्का कर खुशियां जग में फैलाती है, आओ दीप पंक्ति बना जग में उजियारा फेलाते है, आओ कमज़ोर के घर... Quote Writer 177 Share Umender kumar 6 Nov 2023 · 1 min read मौत ने पूछा जिंदगी से, मौत ने पूछा जिंदगी से, चलने का क्या इरादा है जिंदगी बोली जी तो तुम रहे हो हमें ले जाने के लिए, और हम तो तुम्हारे इंतजार में, कब के... Quote Writer 1 2 333 Share Umender kumar 29 Oct 2023 · 1 min read हमसे तुम वजनदार हो तो क्या हुआ, हमसे तुम वजनदार हो तो क्या हुआ, लोग कहते हैं तुमसे ज्यादा हमारी बातों में वजन है... Quote Writer 173 Share Umender kumar 28 Oct 2023 · 1 min read तेरी हुसन ए कशिश हमें जीने नहीं देती , तेरी हुसन ए कशिश हमें जीने नहीं देती , और तेरे व्रत की तागत हमें मरने नहीं देती.. तुम्हारे हसरते ए दीदार में हम सब भूल गए, तुम्हारी कमियों को... Quote Writer 252 Share Umender kumar 26 Oct 2023 · 1 min read मैं फकीर ही सही हूं मैं फकीर ही सही हूं यह बादशाहत तुम्हें मुबारक हो , बस हम फकीरों के हाथों को कभी मत काटना/बांधना बादशाहो की ख्वाहिशें अक्सर फकीरों की दुआओं से पूरी हुआ... Quote Writer 222 Share Umender kumar 16 Oct 2023 · 1 min read जिंदगी हमने जी कब, जिंदगी हमने जी कब, इसलिए जिंदगी साथ छोड़ चली गई.... Quote Writer 1 215 Share Umender kumar 30 Sep 2023 · 1 min read अपनों का साथ भी बड़ा विचित्र हैं, अपनों का साथ भी बड़ा विचित्र हैं, साहब मैं पैसों से कमज़ोर हूं, इसका एहसास ये पहले कराते है... जलता हूं,सुनता हूं, फिर भी रूका नही हूं ... उनकी ख्वाहिशों... Quote Writer 286 Share Umender kumar 27 Sep 2023 · 1 min read ये मतलबी दुनिया है साहब, ये मतलबी दुनिया है साहब, चिरागो को अंधेरे में ही याद किया जाता है… इन्हे उजाला होने पर अक्सर बुझा दिया जाता है… Quote Writer 594 Share Umender kumar 19 Sep 2023 · 1 min read हम घर रूपी किताब की वह जिल्द है, हम घर रूपी किताब की वह जिल्द है, जिसमे तुम किताब के पन्नो की तरह महफूज रहते हो.... Quote Writer 151 Share Umender kumar 18 Sep 2023 · 1 min read गुस्सा दिलाकर , गुस्सा दिलाकर , आपको कमजोर बनाया जाता है,, लोहे की तरह लाल कर फिर आपको अपने सांचे में ढाला जाता है... Quote Writer 301 Share Umender kumar 18 Sep 2023 · 1 min read ऐसे ना मुझे छोड़ना ऐसे ना मुझे छोड़ना के मैं सदमे में होश खो बैठूं , थोड़ा आज दूरी बना थोड़ा कल, ऐसे ही धीरे-धीरे छोड़ देना, जिससे तुम्हें भी दर्द ना हो और... Quote Writer 363 Share Umender kumar 16 Sep 2023 · 1 min read किसी से अपनी बांग लगवानी हो, किसी से अपनी बांग लगवानी हो, बस उसे एक मुर्गा (लालच) खिला दो .... फिर वह आपके लिए कुकड़ू - कु करने लगेगा... उमेंद्र कुमार Quote Writer 348 Share Umender kumar 9 Sep 2023 · 1 min read कुछ लोग अच्छे होते है, कुछ लोग अच्छे होते है, और कुछ बेहतरीन.... अच्छे, आपके अच्छे समय में साथ देते है, बेहतरीन लोग, आपके बुरे वक्त में .... उमेंद्र कुमार Quote Writer 288 Share Umender kumar 9 Sep 2023 · 1 min read नसीब में था अकेलापन, नसीब में था अकेलापन, साथ थे तुम्हारे तो, भूल गए थे.... (नसीब) चुभ जाती है वह बातें जो हम कहते भी नहीं, जो हम कहते हैं वह वो सुनते भी... Quote Writer 1 229 Share Umender kumar 30 Jul 2023 · 1 min read उनकी आदत गुरूर था जमाने को हमें नीचा दिखाने का, उन्हें पता नहीं था, उनकी आदत ने हमे ऊंचा मुकाम दिला दिया, अफसोस तो इस बात का है, वह जब भी हमें... Hindi · कविता 1 225 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read ठोकर खाई है, पर गिरा नहीं हूं…… ठोकर खाई है, पर गिरा नहीं हूं…… लड़खड़ाया जरूर हूं मगर गिरा नहीं हूं, यह सोचा ना था , के तू हाथ भी ना बढ़ाएगा… इससे तूने, दोस्ती पर भी... Poetry Writing Challenge 101 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read आंसुओं की उधारी इन आंसुओं को संभाले रखा है अपने जनाजे के लिए, के चार आंसू भी उधार न मांगने पड़े मतलबी दुनिया से, अगर लिए तो फिर वापस आना पड़ेगा, जिंदगी भर... Poetry Writing Challenge 1 135 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read दुखी जीवन मुद्दतों बाद महफिलों से रू-ब-रू तो हुए, मगर तेरी कमी सी (खुशी) थी, अगर तू थोड़ी भी होती, अगर तू साथ होती… इस अंजुमन को दीवाने खास बना देते….. उमेंद्र... Poetry Writing Challenge 104 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read दर्द दर्द को दर्द ही रहने दो, मरहम लगाने की कोशिश ना करो , शुक्रिया अदा तो उनका है जो घावों को कुरेद देते हैं, जिससे दर्द तो महसूस होता है!... Poetry Writing Challenge 110 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read सांपों का जहां यह सांपों का जहां है, साहब जरा संभल कर चलो, यहां आस्तीनो में भी सांप मिलते हैं, जो अपना बना कर डस लेते हैं उमेंद्र कुमार Poetry Writing Challenge 87 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read कीमत कीमत…. पापड बेलकर कमाने वालों की नहीं, पापड़ बिलवाकर कमाने वालों की है…. बेलने वाले रुपया कमाते हैं, बिलवाने वाले लाखों कमाते हैं… जानते हुए भी हम, बेलने वाले बने... Poetry Writing Challenge 144 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read मजदूर की व्यथा यह शरीर है साहब बीमारी भी इसी में है और भूख भी …… इसी में …… इल्जाम मत दो मुझे बाहर निकलने के लिए, डरता हूं मैं, बीमारी से पहले... Poetry Writing Challenge 105 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read “वक्त“ मत दो मुझे, “वक्त“ मत दो मुझे, मशगूल रहने दो जरा भी “वक्त” मिला तो मैं नहीं रहूंगा किसी की याद में … उमेंद्र कुमार Poetry Writing Challenge 91 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read हम तो खाली हाथ थे लुटा कर बैठा महफिल में था सब अपना, क्या पता था, लूटने वाले फिर भी ना छोड़ेंगे… गम इस बात का नहीं के लुटे को लूट लिया, अफसोस रहा के,... Poetry Writing Challenge 105 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read मुर्दों के जज़्बात मुर्दों के जज़्बात नहीं होते, उनके अपने तो होते हैं मगर पास नहीं होते, दिख जाते कहीं / कभी अपने, तो आज हम यहां श्मशान में नहीं होते….. सुकून में... Poetry Writing Challenge 1 72 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read जीवनसंगिनी की याद आज अचानक तुम्हारी याद आई है जब मैं आईना देख रहा हूं अब सजने सवरने का क्या मतलब जब जिंदगी में अकेले काट रहा हूं आज याद आ रही है... Poetry Writing Challenge 66 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read विरानो से निकलकर जख्म- ए- निशान थे बहुत, दिल पर, कलेजा मुंह को आया था, देख कर। कलेजे को सीने में दफना क्या लिया है हमने, विरानो से निकलकर, अब जिंदगी, जिंदगी सी... Poetry Writing Challenge 81 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read टूटा दिल टूट गया हूं शीशे सा, अगर कोई समेटने भी आता है ना…. …उसको भी चुभ जाता हूं उमेंद्र कुमार Poetry Writing Challenge 67 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read मेरी बेचैनी दिन इंतजार में है रातें आंसुओं में है और कितना सब्र करूं, यह तो बतला दो मुझे… उमेंद्र कुमार Poetry Writing Challenge 88 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read अपनों की भूख का डर रुक जा अब तो के अब बहुत हुआ, बक्श दे सबको के अब बहुत हुआ, जी लेने दे सबको के अब बहुत हुआ, अब तो खुद का कत्ल हुआ सा... Poetry Writing Challenge 82 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read तेरी महफिल तेरी महफिल चर्चा ए आम हो गई, थोड़ी सी नजरे फेर हम चले क्या आए, जिक्र था जुबां पर सबकी, अब क्या रोशन समा करेगी, चिराग थे महफ़िल की जो... Poetry Writing Challenge 104 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read ऐ जिंदगी ऐ जिंदगी नादान न समझ मुझे ऐ जिंदगी, सीखा भी तुझी से हूं, और जीना भी तेरे साथ है…. अब समझ लिया है तेरे उतार-चढ़ाव को, अब कुछ शर्त हमारी... Poetry Writing Challenge 81 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read तेरा अक्स तेरा अक्स इस कदर आंखों में समाया है , जहन में तेरा ख्याल आते ही , दिल को सुकून मिल जाता है… आंखें बंद कर , दो बातें क्या कर... Poetry Writing Challenge 92 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read तेरा ख्वाब तेरे ख्वाब ख्वाब हूं तेरी आंखों का, मंजिल हूं तेरी राहों का, रोज भरते हो दरिया आंखों में, बसा कर हमें अपनी सांसो में, देख कर तस्वीर हमारी, आहें भरते... Poetry Writing Challenge 341 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read मां मां का एक दिन नहीं, मां से ही सब दिन है…. मां ही दिन का उजाला है, मां ही शक्ति है, मां ही ऊर्जा है, मां की प्रेणना ही सही... Poetry Writing Challenge 226 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read तेरी याद तेरी याद ज़िंदगी जीने नहीं देती, यादें भूलने नही देती, क्या पता किस मोड़ पर मिल जाए दुबारा, इसलिए, इंतजार कर जीए जा रहे है… उमेंद्र कुमार Poetry Writing Challenge 74 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read “पापा आप बहुत याद आते हो” “पापा आप बहुत याद आते हो” “पापा आप बहुत याद आते हो” रोज़ दिन आता है बीत जाता है, पर तुम नहीं आते….. याद आती है, आखो मे पुरानी तस्वीरे... Poetry Writing Challenge 1 2 248 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read हम पत्थर हैं हम पत्थरो को हथौड़ी की चोट खानी ही है, क्योंकि हमसे कुछ अमीरों के ताजमहल जो बनने हैं उमेंद्र कुमार Poetry Writing Challenge 69 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read पिता की अस्थिया रूह कॉप रही थी, पिता की अस्थिया समेटते-समेटते, पल भर में बेसाया हो गए थे. आसू पोछते-पोछते, आस्तीन के सापों से बचाया,माँ ने अपने आचल में समेटते-समेटते, दुनिया की तपिस... Poetry Writing Challenge 1 70 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read जमाने से क्या शिकवा करें बदलने का, जमाने से क्या शिकवा करें बदलने का, जब अपना साया ही शाम होते-होते हजारो रंग दिखा जाता है…… उमेंद्र कुमार Poetry Writing Challenge 1 105 Share Umender kumar 5 May 2023 · 1 min read जमाने से क्या शिकवा करें बदलने का, जमाने से क्या शिकवा करें बदलने का, जब अपना साया ही शाम होते-होते हजारो रंग दिखा जाता है...... उमेंद्र कुमार Quote Writer 594 Share Umender kumar 1 Mar 2023 · 1 min read तुम्हारे भाव जरूर बड़े हुए है जनाब, तुम्हारे भाव जरूर बड़े हुए है जनाब, मगर तुम कीमती नहीं हो... तुम्हारी फितरत तुम्हारी कीमत गिरा रही है..... Quote Writer 2 280 Share Page 1 Next