Umender kumar 163 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read तेरा अक्स तेरा अक्स इस कदर आंखों में समाया है , जहन में तेरा ख्याल आते ही , दिल को सुकून मिल जाता है… आंखें बंद कर , दो बातें क्या कर... Poetry Writing Challenge 118 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read तेरा ख्वाब तेरे ख्वाब ख्वाब हूं तेरी आंखों का, मंजिल हूं तेरी राहों का, रोज भरते हो दरिया आंखों में, बसा कर हमें अपनी सांसो में, देख कर तस्वीर हमारी, आहें भरते... Poetry Writing Challenge 379 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read मां मां का एक दिन नहीं, मां से ही सब दिन है…. मां ही दिन का उजाला है, मां ही शक्ति है, मां ही ऊर्जा है, मां की प्रेणना ही सही... Poetry Writing Challenge 252 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read तेरी याद तेरी याद ज़िंदगी जीने नहीं देती, यादें भूलने नही देती, क्या पता किस मोड़ पर मिल जाए दुबारा, इसलिए, इंतजार कर जीए जा रहे है… उमेंद्र कुमार Poetry Writing Challenge 100 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read “पापा आप बहुत याद आते हो” “पापा आप बहुत याद आते हो” “पापा आप बहुत याद आते हो” रोज़ दिन आता है बीत जाता है, पर तुम नहीं आते….. याद आती है, आखो मे पुरानी तस्वीरे... Poetry Writing Challenge 1 2 342 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read हम पत्थर हैं हम पत्थरो को हथौड़ी की चोट खानी ही है, क्योंकि हमसे कुछ अमीरों के ताजमहल जो बनने हैं उमेंद्र कुमार Poetry Writing Challenge 85 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read पिता की अस्थिया रूह कॉप रही थी, पिता की अस्थिया समेटते-समेटते, पल भर में बेसाया हो गए थे. आसू पोछते-पोछते, आस्तीन के सापों से बचाया,माँ ने अपने आचल में समेटते-समेटते, दुनिया की तपिस... Poetry Writing Challenge 1 94 Share Umender kumar 15 Jun 2023 · 1 min read जमाने से क्या शिकवा करें बदलने का, जमाने से क्या शिकवा करें बदलने का, जब अपना साया ही शाम होते-होते हजारो रंग दिखा जाता है…… उमेंद्र कुमार Poetry Writing Challenge 1 122 Share Umender kumar 5 May 2023 · 1 min read जमाने से क्या शिकवा करें बदलने का, जमाने से क्या शिकवा करें बदलने का, जब अपना साया ही शाम होते-होते हजारो रंग दिखा जाता है...... उमेंद्र कुमार Quote Writer 682 Share Umender kumar 1 Mar 2023 · 1 min read तुम्हारे भाव जरूर बड़े हुए है जनाब, तुम्हारे भाव जरूर बड़े हुए है जनाब, मगर तुम कीमती नहीं हो... तुम्हारी फितरत तुम्हारी कीमत गिरा रही है..... Quote Writer 2 309 Share Umender kumar 3 Feb 2023 · 1 min read दोस्ती और जलन मुझे क्या पता था , मुझसे जलने की वजह मेरी कामयाबी निकली.... जलन ना करके खुद मेरे जैसा बनते, तो तुम्हारी भी कीमत बढ़ती... तुम्हारी जलन ने, मुझ जैसा दोस्त... Hindi 231 Share Umender kumar 1 Jan 2023 · 1 min read मोहब्बत के वादे हम उनसे इतनी मोहब्बत कर बैठे, बिन पूछे एक वादा कर बैठे, भले ही साथ रहने का वादा ना किया उन्होंने, मगर बिन बोले ही, मेरी यादों में आने का... Hindi 537 Share Umender kumar 7 Dec 2022 · 1 min read कीमत.... कीमत.... पापड बेलकर कमाने वालों की नहीं, पापड़ बिलवाकर कमाने वालों की है.... बेलने वाले रुपया कमाते हैं, बिलवाने वाले लाखों कमाते हैं... जानते हुए भी हम, बेलने वाले बने... Hindi 4 2 196 Share Umender kumar 18 Oct 2022 · 1 min read फरेबी दुनिया की मतलब प्रस्दगी विश्वास का खून कर कमजोरी का फायदा उठा ले गए, खुद गलती कर , दुनिया के लिए नफरत पैदा कर गए, मतलबी दुनिया की तस्वीर हमे दिखा गए, कमज़ोरी जाहिर... Hindi · कविता 3 583 Share Umender kumar 16 Oct 2022 · 1 min read हम पत्थर है हम पत्थरो को हथौड़ी की चोट खानी ही है, क्योंकि हमसे कुछ अमीरों के ताजमहल जो बनने हैं उमेंद्र कुमार Hindi 2 1 363 Share Umender kumar 15 Oct 2022 · 1 min read पिता की अस्थिया रूह कॉप रही थी, पिता की अस्थिया समेटते-समेटते, पल भर में बेसाया हो गए थे. आसू पोछते-पोछते, आस्तीन के सापों से बचाया,माँ ने अपने आचल में समेटते-समेटते, दुनिया की तपिस... Hindi · कविता 2 297 Share Umender kumar 15 Oct 2022 · 1 min read माता-पिता की जान है उसकी संतान माता-पिता की ख़ुशी है उसकी संतान, माता-पिता की जान है उसकी संतान, संतान को कुछ हो तो, निकलती है माता-पिता की जान, संतान की खातिर, एक करते है अपनी जी... Hindi · कविता 2 972 Share Umender kumar 9 Oct 2022 · 1 min read तेरी याद ज़िंदगी जीने नहीं देती, यादें भूलने नही देती, क्या पता किस मोड़ पर मिल जाए दुबारा, इसलिए, इंतजार कर जीए जा रहे है... Hindi 1 269 Share Umender kumar 8 Oct 2022 · 1 min read हम कुछ भी नही... हम उस किताब की तरह है, जो किमती तो बहुत है, पर बिकती नही, लिखा भी उसमे खूब है, पर दिखने में कोरी है, खुशी तो देती है पर, आईना... Hindi · कविता 1 281 Share Umender kumar 3 Oct 2022 · 1 min read तुन्हे क्या कहे अब हम तुम्हें क्या, कहे तुम्हारी फितरत ही ऐसी है फूलों की महक तो देते हों, मगर उससे पहले कटीले झाड़ो से रूबरू कराते हो.. Hindi · मुक्तक 214 Share Umender kumar 9 Jun 2022 · 1 min read “पापा आप बहुत याद आते हो” “पापा आप बहुत याद आते हो” रोज़ दिन आता है बीत जाता है, पर तुम नहीं आते….. याद आती है, आखो मे पुरानी तस्वीरे तिरती रहती है, पर तुम नहीं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 3 303 Share Umender kumar 8 May 2022 · 1 min read मां मां का एक दिन नहीं, मां से ही सब दिन है.... मां ही दिन का उजाला है, मां ही शक्ति है, मां ही ऊर्जा है, मां की प्रेणना ही सही... Hindi · कविता 2 672 Share Umender kumar 24 Dec 2021 · 1 min read तेरे ख्वाब ख्वाब हूं तेरी आंखों का, मंजिल हूं तेरी राहों का, रोज भरते हो दरिया आंखों में, बसा कर हमें अपनी सांसो में, देख कर तस्वीर हमारी, आहें भरते हो, छुपाकर... Hindi · कविता 450 Share Umender kumar 14 Dec 2021 · 1 min read Meet you Meeting you today seemed a bit incomplete... Had met but Not from the heart, but to keep the heart…. Umendra kumar Moradabad English · Article 404 Share Umender kumar 14 Dec 2021 · 1 min read तुमसे मुलाकात आज तुमसे मुलाकात कुछ अधूरी सी लगी... मिले तो थे मगर, दिल से नहीं, दिल रखने के लिए.... उमेंद्र कुमार मुरादाबाद Hindi · लेख 493 Share Umender kumar 14 Dec 2021 · 1 min read तेरा अक्स तेरा अक्स इस कदर आंखों में समाया है , जहन में तेरा ख्याल आते ही , दिल को सुकून मिल जाता है... आंखें बंद कर , दो बातें क्या कर... Hindi · कविता 305 Share Umender kumar 7 Dec 2021 · 1 min read ऐ जिंदगी नादान न समझ मुझे ऐ जिंदगी, सीखा भी तुझी से हूं, और जीना भी तेरे साथ है.... अब समझ लिया है तेरे उतार-चढ़ाव को, अब कुछ शर्त हमारी भी होंगी,... Hindi · कविता 419 Share Umender kumar 15 Nov 2021 · 1 min read We can't be , "mean" We are very sorry that we could not be like those words Which has two meanings… Umendra kumar English · Article 470 Share Umender kumar 15 Nov 2021 · 1 min read Borrowing tears Have kept these tears for our funeral, Didn't even have to ask for a loan from the mean world, If you do, you will have to come back again. To... English · Article 289 Share Umender kumar 24 Oct 2021 · 1 min read ਸੂਰਜ ਦਾ ਮਾਣ ਅੱਜ ਸੂਰਜ ਨੂੰ ਵੀ ਆਪਣੇ ਚੰਨ ਤੇ ਮਾਣ ਹੈ, ਕਿ, ਧਰਤੀ ਦਾ ਚੰਦ ਅੱਜ ਮੇਰੀ ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਨੂੰ ਵੇਖਦਾ ਹੈ, ਅਤੇ ਮੇਰੀ ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਲਈ ਪ੍ਰਾਰਥਨਾ ਕਰੋ, ਉਹ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਸੂਰਜ ਵੀ... Punjabi · ਕਵਿਤਾ 2 2 363 Share Umender kumar 23 Oct 2021 · 1 min read ਹੰਝੂ ਉਧਾਰ ਹੰਝੂ ਉਧਾਰ ਤੁਹਾਡੇ ਅੰਤਿਮ ਸੰਸਕਾਰ ਲਈ ਇਹ ਹੰਝੂ ਰੱਖੇ ਹਨ, ਸਤ ਦੁਨੀਆ ਤੋਂ ਕਰਜ਼ਾ ਮੰਗਣ ਦੀ ਜ਼ਰੂਰਤ ਵੀ ਨਹੀਂ ਸੀ, ਜੇ ਤੁਸੀਂ ਕਰਦੇ ਹੋ, ਤੁਹਾਨੂੰ ਦੁਬਾਰਾ ਵਾਪਸ ਆਉਣਾ ਪਏਗਾ. ਸਾਰੀ... Punjabi · ਕਵਿਤਾ 1 2 331 Share Umender kumar 22 Oct 2021 · 1 min read प्रेम की करवा चौथ पूरा दिन भूखे रहकर करवा चौथ मत कर.... इससे मेरी उम्र नहीं बढ़ती तेरा घमंड बढ़ता है... बस किसी भी दिन तू प्यार से रह ले उसी दिन मेरी करवा... Hindi · कविता 286 Share Umender kumar 22 Oct 2021 · 1 min read मोहब्बत मे दर्द, दर्द से मोहब्बत... मोहब्बत मे दर्द मिला, दर्द से मोहब्बत... कर बेठा मोहब्बत की इन्तहा मे दर्द मिला बेहिसाब ज़माने की नजरों ने किया बेहिजाब... मेरे अफसानो पर मुस्कुराता है ज़माना अपने मचलते... Hindi · कविता 1 318 Share Umender kumar 26 Sep 2021 · 1 min read मैं ऐसा हु हम मीठे के सौदागर नहीं , यहां नीम के पत्ते मिलते हैं...... उमेंद्र कुमार Hindi · मुक्तक 309 Share Umender kumar 21 Sep 2021 · 1 min read नमक मुझे शिकायत है नमक से जो मेरे जखमों पर नहीं लगते..... उमेन्द्र कुमार Hindi · मुक्तक 454 Share Umender kumar 21 Sep 2021 · 1 min read तेरी महफिल तेरी महफिल चर्चा ए आम हो गई, थोड़ी सी नजरे फेर हम चले क्या आए, जिक्र था जुबां पर सबकी, अब क्या रोशन समा करेगी, चिराग थे महफ़िल की जो... Hindi · कविता 393 Share Umender kumar 27 Aug 2021 · 1 min read आजादी हम अभी आजाद नहीं कुछ लोगों की हैवानियत से उस दिन हम आजाद होंगे जब लड़की निडर हो घूम सकेगी बाजार में.. आओ आजादी की खुशियां हम सब लोग मिलकर... Hindi · कविता 2 350 Share Umender kumar 27 Aug 2021 · 1 min read कोई तो याद करेगा कभी तो याद करेगा लिख दिया करते थे शब्दों को कभी कागज पर अपने दिल का हाल जानकर गुमनामी में ही सही निशान तो रहेंगे हमारे जाने के बाद कोई तो याद करेगा कभी... Hindi · कविता 497 Share Umender kumar 27 Aug 2021 · 1 min read मिलने की चाहत तुमसे मिलने की चाहत है पर तुम उस पार बैठे हो अजब किस्मत है हमारी जब हम उस पार पहुंचे तो तुम इस पार बैठे हो तुम्हारे इश्क की दीवानगी... Hindi · कविता 2 353 Share Umender kumar 27 Aug 2021 · 1 min read मैं जाऊं कहां, कोई तो बताए मैं आ जाऊं कहां, अपनी करुण पुकार सुनाऊं कहां, जिसे हम मुसीबत में पुकारते थे, जा कर दरवाजे दरवाजे हम सदके करते थे, आज सभी के कपाट... Hindi · कविता 1 694 Share Umender kumar 27 Aug 2021 · 1 min read अपनों की भूख का डर रुक जा अब तो के अब बहुत हुआ, बक्श दे सबको के अब बहुत हुआ, जी लेने दे सबको के अब बहुत हुआ, अब तो खुद का कत्ल हुआ सा... Hindi · कविता 1 363 Share Umender kumar 27 Aug 2021 · 1 min read सूरज का गर्व सूरज को भी आज अपने चांद पर गर्व है, कि , धरती वाले चांद आज मेरी जान को देखते हैं, और मेरी जान से दुआ मांगते हैं, कि , उनके... Hindi · मुक्तक 1 285 Share Umender kumar 25 Aug 2021 · 1 min read हम तो खाली हाथ थे लुटा कर बैठा महफिल में था सब अपना, क्या पता था, लूटने वाले फिर भी ना छोड़ेंगे... गम इस बात का नहीं के लुटे को लूट लिया, अफसोस रहा के,... Hindi · मुक्तक 4 489 Share Umender kumar 25 Aug 2021 · 1 min read तेरे संग रहना मजबूरी सी लगती है, तेरे संग रहना मजबूरी सी लगती है, तेरे संग जीना भी चाहा और मरना भी चाहा मगर अब तेरे संग मजबूरी सी लगती है अगर समझ लेती तुम मेरा दर्द... Hindi · कविता 2 528 Share Umender kumar 16 Aug 2021 · 1 min read "वक्त“ मत दो मुझे, "वक्त“ मत दो मुझे, मशगूल रहने दो जरा भी "वक्त" मिला तो मैं नहीं रहूंगा किसी की याद में ... उमेंद्र कुमार Hindi · मुक्तक 3 2 312 Share Umender kumar 16 Aug 2021 · 1 min read मैं शहंशाह हूं हम " दर्द ए शहंशाह ए आलम“ एलान करते हैं जहां के सारे दर्दो को हमारे महल में जमा करा दिया जाए हम एक-एक कर उनसे रूबरू होंगे... उमेंद्र कुमार Hindi · मुक्तक 2 2 332 Share Umender kumar 13 Aug 2021 · 1 min read घमंड बेल समान बेल हो बेल ही रहना, ऊपर चढ़ने की इजाजत क्या दे दी अपने दरख़्त समझने लगे..... अक्सर मौसम बदलने के साथ बेले बदल जाया करती है.. उमेंद्र कुमार Hindi · मुक्तक 2 368 Share Umender kumar 13 Aug 2021 · 1 min read हम मतलबी ना हो पाए बड़ा अफसोस है हमें, के हम उन शब्दों की तरह ना हो पाए जिन के दो मतलब निकलते हैं... उमेंद्र कुमार Hindi · मुक्तक 2 342 Share Umender kumar 8 Aug 2021 · 1 min read बीच मझधार छोड़ चले गए दर्द देने वाले बखूबी अपना काम कर गए, हमदर्दी दिखाने वाले बीच मझधार छोड़ चले गए, मालूम था हमें हमदर्द कोई नहीं दुनिया में, बड़ी-बड़ी डींगे मारने वाले बीच मझधार... Hindi · कविता 2 923 Share Umender kumar 7 Aug 2021 · 1 min read उसकी खुशी में मेरी खुशी लोग कहते हैं इतनी शिद्दत के साथ वह तुम्हें सुनाता है और तुम इतनी ही मासूमियत के साथ सुनते रहते हो, मैंने कहा, वह अपनी इसमें खुशी समझता है, मैं... Hindi · मुक्तक 2 482 Share Previous Page 2 Next