Taposh Kumar Ghosh Tag: ग़ज़ल/गीतिका 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Taposh Kumar Ghosh 18 Feb 2020 · 1 min read कुछ हादसों के अल्फाज़ नहीं होते कुछ हादसों के अल्फाज़ नहीं होते कियुं वे अल्फाज़ दिलों की गहराईयों को नहीं छू पाते. किन लफ़्ज़ों मेँ जिक्र करू जब मेरा बेटा तड़फ रहा था कैंसर की तीखी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 367 Share Taposh Kumar Ghosh 13 Dec 2019 · 1 min read पुरानी किताब के बीच गुलाब क्या दिखा मेरे जवान दोस्त की य़ादो के झरोखों में , मेरे बिते हुये दिनो कि य़ादें .....रतनदीप सक्सेना ???? पुरानी किताब के पन्नों के बीच गुलाब क्या दिखा . ?...... ?अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 269 Share Taposh Kumar Ghosh 8 Aug 2018 · 1 min read ग़ुज़रें हैं हम , देखते देखते गुज़रें हैं हम , देखते देखते हम भी गुज़र जायेंगे , देखते देखते | सालों साल गुज़र गये, देकते दखते बाकी भी ग़ुज़र जायगा , देखते देखते | दिलों की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 282 Share Taposh Kumar Ghosh 6 Aug 2018 · 1 min read ज़िंदगी में तोल मोल ज़िंदगी में तोल मोल जब ज़िंदगी में तोल मोल आ जाये ज़िंदगी तब गोल मोल हो जाती है, बहती ज़िंदगी , बर्फ बन जाती है, और भाप बन उड़ जाती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 298 Share Taposh Kumar Ghosh 6 Aug 2018 · 1 min read शिक़वाए ग़ुस्सा शिक़वाए गुस्सा शिक़वा अपनों से होती है, परायों से नहीं गुस्सा ख़ून के रिश्तों से होती हे , गैरों से नहीं | उड़ादे गुस्से को हवा में फूँक कर, क्यों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 239 Share Taposh Kumar Ghosh 25 Apr 2018 · 1 min read न तो मैं शायर हूँ ; न शायरी आती है My shayri मैं ना तो शायर हूँ, ना शायरी आती है कभी कभी जोशे आगोश में, तुक बन्दी कर दिता हूँ तो वाह वाह हो जाती है और कभी दे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 681 Share