Taj Mohammad 1378 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read मोहब्बत। बिना काटे जो घाव दे, ऐसी तासीर है। मोहब्बत भी मेरे यारो, एक शमसीर है।। सेहरा भी गुलशन लगे, चाहत वो चीज़ है। तुम खुश रहो गम लेने को, ये... Hindi · शेर 1 61 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read तू ही याद आया है। जब-जब वक्त के लम्हों ने रुलाया है। दिल को बस इक तू ही याद आया है।।1।। खुशियों को ना मिले मेरे घर का पता। किस्मत ने भी हमको बड़ा सताया... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 2 62 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read चाहत। चाहत कहां कभी पुरानी, होती है,,, ये बस वफा की निशानी, होती है!!! मुहब्बत में आंखे ही बातें, करती है!!! दीवानगी खामोश जुबानी, होती है!!! तुम पूंछते हो मुहब्बत की,... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 42 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read गुजरे ज़माने वाले। गुजरे ज़माने वाले तुझे मैं क्या नाम दूं। जो तुझे अच्छा लगे उसी से पुकार लूं।।1।। तेरी कल्बे तमन्ना तो जानूं चाहतों की। फिर मैं भी उम्मीद का दामन थाम... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 44 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read उजले ख्वाब। कुछ उजले ख्वाब देखे है मेरी नजरों ने। वफा का वादा किया है वक्त के लम्हों ने।।1।। फिरसे जीने की तमन्ना दिल में जागी हैं। अंधेरा मिटा है नई सुबह... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 34 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read जीने को बस यादें हैं। तुममें हममें कुछ तो मुख्तालिफ बातें हैं। फासले दरम्यां हुए जीने को बस यादें हैं।।1।। तुम क्या गए जिन्दगी से वीरानें आ गए। परेशांन बहुत करती अब तन्हा ये रातें... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 42 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read पहचान मुख्तलिफ है। यहां पे हर मज़हब की पहचान मुख्तलिफ है। किसी की अ किसी की A किसी की अलिफ है।।1।। यूं तो बड़ा ही आसान है सुनकर के बताना। आवाजे घंटी हिंदू... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 45 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read खुशियों से भी चेहरे नम होते है। खुशियों से भी चेहरे नम होते है। कौन कहता है कि रोने को बस गम होते है।।1।। दिलों के दरम्यां फासले आते है। जब रिश्तों में होने को अकीदे कम... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 58 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read अरमान ए दिल। टूटकर अरमान ए दिल बिखर गए है। अब हम उनसे क्या कुछ कहे जो बेवफा बन गए।।1।। वो दिल तोड़कर तोहमत भी दे रहे है। नादा थे हम जो उनके... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 41 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read हमारी रूह ले गए हो। जिन्दगी भर का चैन ओ सुकूं ले गए हो। बेजान करके जिस्म से हमारी रूह ले गए हो।।1।। तड़पता छोड़ कर दिल तोड़ कर गए हो। नफरतों का इश्क तुम... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 44 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read तन्हाई के आलम में। तन्हाई के आलम में जिंदगी अलहदा जी रहे है। अपने ही घर में देखो हम बनकर मेहमां रह रहे है।।1।। कभी हम हुआ करते थे महकते फूले गुलशन। पर अब... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 39 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read जब भी तुम्हारा ज़िक्र आया। जब भी तुम्हारा ज़िक्र आया। हमने नज़रे अदब से झुका ली।।1।। तेरी ही सलामती की खातिर। हमने रातों दिन बस दुआ की।।2।। गर तूमने की बेवफाई कभी। समझना हमने ये... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 37 Share Taj Mohammad 22 Feb 2024 · 1 min read उम्मीद का दामन। उम्मीद का दामन थामे थामे तमाम उम्र काट दी। पर जिंदगी की दुश्वारियां है कि जाती ही नहीं है।।1।। हम अपने जख्मों को किसी को दिखाते नही है। पर ये... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 43 Share Taj Mohammad 12 Feb 2024 · 1 min read हर गम छुपा लेते है। उनको देखकर हम हर गम छुपा लेते हैं। सामने उनके झूठा ही सही पर हम मुस्कुरा देते हैं।।1।। गम का कोई भी साया ना पड़े उन पर। वो हमेशा खुश... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 46 Share Taj Mohammad 12 Feb 2024 · 1 min read वक्त सा गुजर गया है। कभी कभी उसे भी याद करके जी लेता हूं। जो आ करके मेरी जिन्दगी में वक्त सा गुजर गया है।।1।। मैं मशगूल था बड़ा अपनी तन्हा जिंदगी में। आज यादो... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 90 Share Taj Mohammad 12 Feb 2024 · 1 min read तमाम उम्र काट दी है। अच्छा किया तुमने हमारा दिल तोड़कर। क्या खूब वफा निभाई हमको तन्हा छोड़कर।।1।। थोड़े से गम क्या मिले तुम परेशां हो गए। हमने तमाम उम्र काट दी है यूं इनको... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 73 Share Taj Mohammad 9 Feb 2024 · 1 min read तुम अभी आना नहीं। शहर की आब-ओ-हवा है ठीक नही तुम अभी आना नही। हर सम्त ही क़यामत है आयी यहाँ तुम अभी आना नही।।1।। सियासत की है बड़ी मजहब पर इन स्याह सियासतदानों... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 70 Share Taj Mohammad 9 Feb 2024 · 1 min read गर सीरत की चाह हो तो लाना घर रिश्ता। गर सीरत की चाह हो तो लाना घर रिश्ता। वर्ना अब सूरत की कोई दिखाई ना होगी।। Quote Writer 88 Share Taj Mohammad 9 Feb 2024 · 1 min read गुजरा वक्त। गुज़रा वक्त कहां लौटकर आता है। झूठी जिन्दगी यहां हर बशर बिताता है।। हम जिंदगी जी रहें है बस यादों में। आज में जीना इस दिल को न आता है।।... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 87 Share Taj Mohammad 9 Feb 2024 · 1 min read खुशबू चमन की। खुशबू चमन की किसको अच्छी नहीं लगती। आबरू अब किसी में हमें सच्ची नहीं दिखती।।1।। हया व लाज़ भी गहना होता है लड़कियों का। सयानी हो गईं है बिटिया यूं... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 75 Share Taj Mohammad 9 Feb 2024 · 1 min read रूबरू। यूं रूबरू आओगे तो अश्क छलक जायेंगे। डरते है मिलने से हम फिर से बहक जायेंगें।।1।। बड़े मुश्किल से संभाला है मैने यूं दिल को। शांत पड़े दिल के शोले... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 106 Share Taj Mohammad 7 Feb 2024 · 1 min read सियासत में आकर। हम सोचते थे सियासत में आकर वह कुछ काम करेंगें। अपने असर से दो-चार रियासतें शहर की मेरे नाम करेंगें।।1।। निज़ाम गर आया इस बार उनकें हाथों में इस वतन... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 2 82 Share Taj Mohammad 7 Feb 2024 · 1 min read खैर-ओ-खबर के लिए। शहर दर शहर घूमता हूं तेरी एक नजर के लिए। हर सुबह यूं ही तैयार होता हूं इक अंजाने सफर के लिए।।1।। खामों खाँ नजरे उठती हैं महफिल में हर... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 88 Share Taj Mohammad 6 Feb 2024 · 2 min read मेरी मां। रात भर जागता हूं मैं जाने क्या-क्या सोचा करता हूं। जिंदगी रुक सी गई है अब तो हर रोज यही किया करता हूं।।1।। सुबह उठता हूं मायूसी के साथ और... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 88 Share Taj Mohammad 6 Feb 2024 · 1 min read बारिश की बूंदों ने। बारिश की बूंदों ने फिर उसकी याद दिलाई है। इश्क के नाम पर जिसने हमसे की बेवफाई है।।1।। इक पल सनम ना दिखे मन बेचैन हो जाता है। दिलों को... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 81 Share Taj Mohammad 5 Feb 2024 · 1 min read यही सोचकर इतनी मैने जिन्दगी बिता दी। अपनी करूं या करूं मैं अपने खुदा की। यही सोचकर इतनी मैने जिन्दगी बिता दी।।1।। गुरबती देखकर आज ये नजरें भर आयी। फिर मां ने बच्चे को अपनी रोटी खिला... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 62 Share Taj Mohammad 5 Feb 2024 · 1 min read ज़िन्दगी चल नए सफर पर। ज़िन्दगी चल नए सफर पर चलते है। फिर से किसी के हम सफर बनते है।।1।। इश्क तो करेंगे पर दिल ना अब देंगें। इस बार मुहब्बत से बेखबर रहते है।।2।।... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 89 Share Taj Mohammad 5 Feb 2024 · 1 min read मां रिश्तों में सबसे जुदा सी होती है। मां रिश्तों में सबसे जुदा सी होती है। मां खुदा तो नपर खुदा सी होती है।। ✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️ Quote Writer 87 Share Taj Mohammad 5 Feb 2024 · 1 min read पाकर तुझको हम जिन्दगी का हर गम भुला बैठे है। पाकर तुझको हम जिन्दगी का हर गम भुला बैठे है। तेरी इबादत करके हम खुद को काफ़िर बना बैठे है।। ✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️ Quote Writer 1 83 Share Taj Mohammad 7 Jan 2024 · 1 min read अच्छा नहीं होता बे मतलब का जीना। अच्छा नहीं होता बे मतलब का जीना। अगर न हो गम तो क्या मैखाने में पीना।। जिंदगी समझ में आ जायेगी मेरे यारों। अगर सीख लो अपने जख्मों को सीना।।... Quote Writer 136 Share Taj Mohammad 7 Jan 2024 · 1 min read ऐसा क्या लिख दू मैं..... ऐसा क्या लिख दू मैं जो तेरी रूह को छू जाए। पढ़कर जिसे तेरे दिल को कुछ सुकूँ आए।।1।। कैसे बयां करूं मैं तेरी इस शक्ल ओ सीरत को। लिखूं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 119 Share Taj Mohammad 7 Jan 2024 · 1 min read रिश्तों की बंदिशों में। अपनी करूं या करूं मैं अपने खुदा की। यही सोचकर इतनी मैने जिन्दगी बिता दी।।1।। गुरबती देखकर आज ये नजरें भर आयी। फिर मां ने बच्चे को अपनी रोटी खिला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 118 Share Taj Mohammad 7 Jan 2024 · 1 min read नए सफर पर चलते है। ज़िन्दगी चल नए सफर पर चलते है। फिर से किसी के हम सफर बनते है।।1।। इश्क तो करेंगे पर दिल ना अब देंगें। इस बार मुहब्बत से बेखबर रहते है।।2।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 101 Share Taj Mohammad 20 Sep 2023 · 1 min read गमों ने जिन्दगी को जीना सिखा दिया है। गमों ने जिन्दगी को जीना सिखा दिया है। दर्दों ने इन लबों को हंसना सिखा दिया है।।1।। जीने मरने की तुम अब कोई बात न करो। हमने खुद ही कब्र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 221 Share Taj Mohammad 13 Sep 2023 · 1 min read तू आ पास पहलू में मेरे। तू आ पास पहलू में मेरे तेरी रूह में मैं दाखिल हो जाऊं। बनकर सांसे तेरे दिल की धड़कन में मैं शामिल हो जाऊं।।1।। मैं सज्दा करूं तेरे वास्ते, दुआओं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 141 Share Taj Mohammad 21 Jun 2023 · 1 min read हम बेजान हैं। कैसे बताएं तुमको कि हम कितना परेशान है। जिस्म में हरकत है फिर भी लगे हम बेजान हैं।।1।। हाल क्या बताए हम तुमको अपनी गुरबतों का। जहां भी जाएं हमें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 3 402 Share Taj Mohammad 9 Jun 2023 · 1 min read भटक ना जाना तुम। भटक ना जाना तुम, अन्जानी राहों में!!! आसमां छू लेना तुम, हिम्मत के परवाजों से!!! विचारों से बनता है, आकार मन का!!! सपनों से सजता है, संसार दिल का!!! मुश्किल... Poetry Writing Challenge · कविता 1 390 Share Taj Mohammad 9 Jun 2023 · 1 min read बेवजह कदमों को चलाए है। हमें मिलता नही सुकूँन हम कहां जाए, बेवजह कदमों को चलाए है।।1।। ऐ जिन्दगी कुछ कर ख्याल हमारा भी, वक्त के हम बड़े ही सताए है।।2।। मेरी भी दुआओं में... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 288 Share Taj Mohammad 8 Jun 2023 · 1 min read फकत है तमन्ना इतनी। फकत है तमन्ना इतनी तेरे दिल में घर बनाऊं। तूझसे हो जिन्दगी मेरी तेरे बगैर मैं मर जाऊं।।1।। गर कोई देखे तुझको तो ख्याल मेरा ही आए। कुछ यूं मैं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 159 Share Taj Mohammad 8 Jun 2023 · 1 min read दिल में जो आता है। दिल में जो आता है वही लिख देते है। आजकल कुछ यूं हम तुझको जीते है।।1।। वो तेरी बातें - मुलकाते याद आती है। हंसकर रोकर तुम्हें महसूस कर लेते... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 122 Share Taj Mohammad 8 Jun 2023 · 1 min read कुछ गम सुलगते है हमारे सीने में। कुछ गम सुलगते है हमारे सीने में। दर्द ही दर्द मिले है हमको जीने में।।1।। ना जाना उनके नशे के होने पर तू। सुना है राहत मिलती है यूं पीने... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 126 Share Taj Mohammad 3 Jun 2023 · 1 min read इल्ज़ाम ना दे रहे हैं। इल्जाम ना दे रहे है हम तुमको अपनी बर्बादी का। हमें कोई शिकवा नहीं है तुमसे तुम्हारी बेवफाई का।।1।। तुमको दिल से चाहने की हम सजा पा रहे है। इक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 235 Share Taj Mohammad 24 May 2023 · 1 min read तुम ख्वाब हो। मेरी नज़रों का देखा तुम ख्वाब हो। रात में चमकते सितारो का तुम महताब हो।।1।। कैसे बयां करूं मैं तुम्हारे हुस्न को। यूं समझ लो फूलों में खिला तुम गुलाब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 199 Share Taj Mohammad 22 May 2023 · 1 min read हमें आशिकी है। तुम्हारी हर कमी को नजर अन्दाज कर रहे है। हमको आशिकी है तुम्हीं से तुमसे इश्क कर रहे है।।1।। पत्तों से जाकर कोई तो पूंछे दर्द बिछड़ने का। गुनाह क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 179 Share Taj Mohammad 11 May 2023 · 1 min read खुदा पर है यकीन। मोहब्बत और नफरत में हद नहीं होती। दिल के जहां में कोई सरहद नहीं होती।।1।। वफा के बदले वफा तुमसे मांगता नही। दिलके रिश्ते में कोई भी शर्त नहीं होती।।2।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 163 Share Taj Mohammad 5 May 2023 · 1 min read पत्तों से जाकर कोई पूंछे दर्द बिछड़ने का। पत्तों से जाकर कोई पूंछे दर्द बिछड़ने का। गुनाह क्या है उनका यूं साख से गिरने का।। ✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️ Quote Writer 350 Share Taj Mohammad 5 May 2023 · 1 min read मुख्तशर सी जिन्दगी हैं,,, मुख्तशर सी जिन्दगी हैं,,, इसे मोहब्बत से जी ले जरा!!! यूं लड़ना क्या किसी से,,, तू अपना सबको ही ले बना!!!... खुदा सबका निगहबां है,,, चोरी छिपे ना कर तू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 327 Share Taj Mohammad 28 Apr 2023 · 1 min read हर खुशी को नजर लग गई है। बात तो थी झूठी फिर भी असर कर गई है। जिन्दगी की हर खुशी को नजर लग गई है।।1।। झूठ ने हर सच्चाई को कब से दबा रखा है। घर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 357 Share Taj Mohammad 25 Apr 2023 · 10 min read अल्फाज़ ए ताज भाग-11 1. आ बैठ साथ हमदम मेरे पहलू में। तुझपे मैं कुछ मुख्तलिफ सा लिखूं।। अल्फाजों से सवारूं तेरे हुस्न को। तुझको मैं उर्दू के अलिफ सा लिखूं।। ✍️✍️ ताज मोहम्मद... Hindi · शेर 1 209 Share Taj Mohammad 10 Apr 2023 · 1 min read तुम मेरी जिन्दगी बन गए हो। तुम मेरी जिन्दगी बन गए हो। तुम ही गम तुम ही खुशी बन गए हो।।1।। चाहतों के खामोश गुलशन में। तुम बनके गुलके फूल खिल गए हो।।2।। कोई ख्वाहिश ना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 273 Share Previous Page 2 Next