Swami Ganganiya Language: Hindi 168 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Swami Ganganiya 6 Aug 2024 · 1 min read सोचा ना था रहते हे लोग अक्सर सफर में मंजिल मिलना मुश्किल हो जाए तो क्या अंजाम होगा? ये सोचा ना था, कभी हमने। आवाज देते रहे जिसे हम अक्सर वो आयेगा नही... Hindi 266 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read एक शकुन एक शकुन था, अब वो ना रहा। एक जनून था, अब वो ना रहा। हम जलते रहे चिराग की तरहा हमारा रूतबा, अब वो ना रहा। इस चका-चोंद जिन्दगी मे... Poetry Writing Challenge-3 286 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read समय *** ** ** *** पल-पल मैं समय को यूं ही बिताता गया आज समय है कल भी आएगा। अभी जिंदगी बाकी है ये ही सोच रही एक दिन सब कुछ... Poetry Writing Challenge-3 1 232 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read आंगन की फुलवारी ** *** ** *** ** वो घर के आंगन की फुलवारी है। प्यार से भी प्यारी है। हंसती खिलती मुस्कान सुनहरी है। वो घर के आंगन की महकती फुलवारी है।... Poetry Writing Challenge-3 298 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read मैं एक पल हूँ *** ** ** ** *** मैं एक पल हूं आता हूं और पल में चला जाता हूं। मुझे ढूंढेगा कहा मैं सारे जहां मैं समाता हूं। आज पास हूं कल... Poetry Writing Challenge-3 1 252 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read यहां ज्यादा की जरूरत नहीं यहां ज्यादा की जरूरत नहीं थोड़े में गुजारा होता है। जहां ज्यादा मिले वहां सब बिखरा हुआ होता है। कौन बटोरेगा वो बिखरा हुआ है जो। यहां खुद ही का... Poetry Writing Challenge-3 1 327 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read मैं जिन्दगी में मैं जिन्दगी मे लाखो ख्वाहिशे रखता हूं। जो ना मिले मै हमेशा उसी की तलाश रखता हूं। लगता है सब मिलेगा मुझे एक दिन इसी उम्मीद के सहारे मैं खुद... Poetry Writing Challenge-3 197 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read पढी -लिखी लडकी रोशन घर की पढ़ी-लिखी लड़की रोशनी घर की जिधर भी जाए घर को रोशन करती एक नहीं वो कितने घरो का मान बढ़ाएं मन में है लाखो राज वो उन्हें दबाये। बँधी है... Poetry Writing Challenge-3 318 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read बेवजहा बेवजहा मैं यू घूमता रहा। न जाने मैं क्या ढूँढता रहा। तन्हा था मैं। फिर भी मैं दूसरों के साथ न जाने क्यों घूमता रहा। अकेला था मैं। उसमें न... Poetry Writing Challenge-3 183 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read तन्हा था मैं तन्हा था मैं अकेला था मैं फिर क्यो मैं, दूसरो को अपना मानता रहा। पागल था मैं। जो बेवजहा दूसरो को खुदा मानता रहा। खुदा वो मुझमे भी था। फिर... Poetry Writing Challenge-3 307 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read पिता तु पिता , तु आशरा मेरा तु खुशियों का संसार है। तुमसे ही सुसंगठित परिवार हमारा तु ही खुशियों की बहार है। तु बोझ उठाता सबका तुझमें शक्ति अपार है।... Poetry Writing Challenge-3 317 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read मैं अपना जीवन मैं अपना जीवन भारत माँ पे अर्पित कर दूँ। हे बलिदानी लोग जहाँ के मैं अपना सारा जीवन वहां समर्पित कर दूँ। हौसले होते है स्वपनों से ऊँचे जहां मैं... Poetry Writing Challenge-3 283 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 2 min read शिव तेरा नाम शिव तेरा नाम, जपऊ जितनी बाार मन भरता नही, जपऊ जितनी बार मन मन्दिरा, तु ही हे शिव सुन्दरा शिव, तेरी जय-जय-कार, करु जितनी बार मन भरता नही, जपऊ जितनी... Poetry Writing Challenge-3 227 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read हिन्दुस्तानी हे हम हिन्दुस्तानी हे हम गर्व हे हमें अपने वतन पे। ना कोई भी मान ,ना अभिमान पाते हम शान अपने वतन से। हिन्दुस्तानी हे हम गर्व हे हमें अपने वतन पे।... Poetry Writing Challenge-3 198 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read पहचान ही क्या जो पहले ही कदमो में लडखडा जाये वो चाल ही क्या ? जो तेज भी दौडे और मंजिल तक न पहुँचे वो रफ्तार ही क्या ? जो चहरा देखकर मुँह... Poetry Writing Challenge-3 295 Share Swami Ganganiya 22 May 2024 · 1 min read देख के तुझे कितना सकून मुझे मिलता है देख के तुझे कितना सुकून मुझे मिलता है ये सिर्फ मैं जानता हूँ। हे तु क्या चीज,ये सिर्फ मैं जानता हूँ। हे तेरा क्या वजूद इस जहा मे ये सिर्फ... Poetry Writing Challenge-3 1 278 Share Swami Ganganiya 22 May 2024 · 2 min read कमली हुई तेरे प्यार की नशा है तेरे प्यार का कही मैं खो ना जाऊ मुझे तुमसे महोब्बत है इतनी कही मैं पागल हो ना जाऊ.. हद हो गयी है अब कर कदर मेरे प्यार... Poetry Writing Challenge-3 1 408 Share Swami Ganganiya 22 May 2024 · 1 min read देश हे अपना देश हे अपना अपना वतन भी। झण्डा हे ऊँचा ऊँचा गगन भी। ऊँचे हे हौसले छूले गगन भी। हे देश अपना अपना वतन भी। सजदा करें।। करें वीरों को नमन... Poetry Writing Challenge-3 1 247 Share Swami Ganganiya 21 May 2024 · 1 min read रक्षा बंधन 🥀⭐🍁⭐☘️🌸⭐🥀 ये भाई-बहन का त्यौहार है इसमें खुशियाँ और प्यार है रक्षा के बंधन मे बंधने को हर कोई तैयार है रक्षा करे बहनों की ये हर भाई का अधिकार... Poetry Writing Challenge-3 1 256 Share Swami Ganganiya 21 May 2024 · 1 min read वन्दे मातरम वन्दे मातरम वन्दे मातरम भारत माँ की रक्षा करे हम ऐसे हिन्दुस्तानी है हम भारत माँ की रक्षा के लिए ना ही जजबा है हममें कम वन्दे मातरम वन्दे मातरम... Poetry Writing Challenge-3 1 243 Share Swami Ganganiya 5 May 2024 · 1 min read फिदरत 🌸🥀🌺🌼🌹🌼🌺🥀 ** ” ** “” ** “” ** “” ** ” ** आईना रख सामने पूछ कुछ सवाल अपने आप से। फिदरत बदल जायेगी तेरी अगर मिल जाये जवाब तुझे... Poetry Writing Challenge-3 1 226 Share Swami Ganganiya 2 May 2024 · 1 min read कसूर किसका वो खुदा नहीं मिलता है ये कसूर किसका। इंतजार हम करें आराम वो करें समय बर्बाद किसका। ख्वाइशें दिल में हो या दिल ख्वाहिशों से भरा हो जो पूरी ना... Poetry Writing Challenge-3 1 319 Share Swami Ganganiya 21 Mar 2024 · 2 min read चांद-तारे तोड के ला दूं मैं तू जो कहे चांद- तारे तोड़ के ला दूं मैं। गम जो हो तुझको कोई उन्हें खुशियों के फूल बना दूं मैं। तू बात करती है, चंद खुशियों की सारे... Hindi 958 Share Swami Ganganiya 17 Mar 2024 · 1 min read कितना प्यार हे तुझसे कितना प्यार मुझे हो वे क्यों ना यकीन तुझे मैं ना हनुमान कोई जो दिखाऊं सीना चीर तुझे हे तुझसे कितना प्यार मुझे हो वे क्यों ना यकीन... Hindi 363 Share Swami Ganganiya 12 Mar 2024 · 1 min read मैं पतंग, तु डोर मेरे जीवन की मैं पतंग, तु डोर मेरे जीवन की सैर करें हम, मिलके जीवन की बाते हैं सारी मेरे ही मन की उम्मीद है जैसे तू मेरे जीवन की हिलोर ऊठे है... Hindi 322 Share Swami Ganganiya 27 Feb 2024 · 1 min read काश कही ऐसा होता काश कहीं ऐसा होता। सोचा जो मैंने, काश कभी वह पूरा होता। हे जो आसमान में चमकता अधूरा चांँद काश वह चमकता पूरा होता। धरती से दूर है, जो लाखों... Hindi 414 Share Swami Ganganiya 20 Dec 2023 · 1 min read तु मैंनू प्यार दे तु मैंनू प्यार दे सोने यार वे। झूठी तेरी, सारी कहानी झूठा नही मेरा प्यार वे। झूठा हेे तु झूठा तेरा प्यार वे। झूठी तेरी बत्तिया ना उनका कोई ऐतबार... Hindi 321 Share Swami Ganganiya 2 Dec 2023 · 2 min read प्रकाश कभी-कभी छोटी-छोटी खुशियाँ हमारे लिए न जाने कितनी बड़ी होती है शायद ही दूसरों की नजरों में उनकी कोई अहमियत ना रहे लेकिन हमारे लिए वह बहुत मायने रखती हैं।... Hindi 238 Share Swami Ganganiya 29 Nov 2023 · 1 min read हिन्दुस्तानी है हम हिन्दुस्तानी हे हम गर्व हे हमें अपने वतन पे। ना कोई भी मान ,ना अभिमान पाते हम शान अपने वतन से। हिन्दुस्तानी हे हम गर्व हे हमें अपने वतन पे।... Hindi 326 Share Swami Ganganiya 30 Oct 2023 · 1 min read मंजिल भूल के अपने दर्दों-गम को मैं भी उडना चाहूँ। हे लाखों उम्मीदें जिस दिल में मैं भी उससे जुडना चाहूँ। लगते हे कितने प्यारे ये आसमान-तारे मैं भी जाके उनके... Hindi 394 Share Page 1 Next