Swami Ganganiya Tag: कविता 37 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Swami Ganganiya 1 Aug 2022 · 1 min read कब बरसोगें पंछी की तरहा आसमान में घुम रहे हो तुम। कब बरसोंगे आसमान से क्यो इतना गरज रहे हो तुम। बादल,घटा, सावन बनके छा रहे हो तुम। जैसे हवा का झोका... Hindi · कविता 408 Share Swami Ganganiya 1 May 2022 · 1 min read पहचान ही क्या जो पहले ही कदमो में लडखडा जाये वो चाल ही क्या ? जो तेज भी दौडे और मंजिल तक न पहुँचे वो रफ्तार ही क्या ? जो चहरा देखकर मुँह... Hindi · कविता 237 Share Swami Ganganiya 25 Apr 2022 · 1 min read मर्ज उसका मर्ज उसका है, दर्द में, मैं दिखता हूँ। खरीदता वो है, बिकता मैं दिखता हूँ। भले ही चमकता वो है, बेरंग मैं दिखता हूँ। कीमत है यहा सबकी, बेकीमत मैं... Hindi · कविता 164 Share Swami Ganganiya 23 Apr 2022 · 1 min read पिता तु पिता , तु आशरा मेरा तु खुशियों का संसार है। तुमसे ही सुसंगठित परिवार हमारा तु ही खुशियों की बहार है। तु बोझ उठाता सबका तुझमें शक्ति अपार है।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 5 443 Share Swami Ganganiya 17 Apr 2022 · 1 min read शेर धन - दौलत नही है अपने पास वो कभी समझे इस गरीब को अपने पास क्या है जो उसे दे दू। प्यार है अपने पास ,वो कहे प्यार का सारा... Hindi · कविता 142 Share Swami Ganganiya 29 Mar 2022 · 1 min read मैं जिन्दगी मैं जिन्दगी के कुछ मसले हल करना चाहता हूँ। मैं जिन्दगी के बीते हुये पल फिर से जीना चाहता हूँ। फासले कितने भी हो मैं उन्हे दूर करना चाहता हूँ।... Hindi · कविता 175 Share Swami Ganganiya 20 Feb 2022 · 1 min read अहसास प्यार भी मैं हूँ अहसास भी मैं हूँ जिसे तु ना समझे वो अहसास भी मैं हूँ जिस पर तुझे विश्वास वो विश्वास भी मैं हूँ जो बनाया है तूने... Hindi · कविता 285 Share Swami Ganganiya 20 Jan 2022 · 1 min read तन्हा था मैें तन्हा था मैं अकेला था मैं फिर मैं क्यो दूसरो को अपना मानता रहा पागल था मैं जो बेवजहा दूसरो को खुदा मानता रहा खुदा वो मुझमे भी था फिर... Hindi · कविता 1 199 Share Swami Ganganiya 17 Jan 2022 · 1 min read एक श्याम रंग एक श्याम रंग एक राम रंग जो चढ जाये वो भगवा रंग... रंग-रंग की बात निराली सूरज के संग चमके जैसे लाली जैसे खेतों खलयानों मे हो हरयाली ही हरयाली..... Hindi · कविता 349 Share Swami Ganganiya 14 Dec 2021 · 1 min read खुद जो खुद को नही जानता वो दूसरों अच्छे से पहचानता। मैं शोचता हूँ, मैं ही ऐसा हूँ जो मैं दूसरों को नही पहचानता। जान पहचान तो बहुत है अपनी पर... Hindi · कविता 286 Share Swami Ganganiya 31 Oct 2021 · 1 min read प्यासा है यहां प्यासा है यहां हर कोई वर्षो से आज बरसे कितने अरसों से मुश्किल सा है समय की तरह गुजर जाना बीते समय पर विजय पाना आज हाथ उठे है दुआ... Hindi · कविता 334 Share Swami Ganganiya 2 Oct 2021 · 1 min read ये वक्त की धूमल परछाई ये वक्त की धूमल परछाई हल्की सी नजर आती है कभी हाथ मे आती है कभी छूट जाती है खुश रहती है वो मेरे साथ फिर भी न जाने मुझसे... Hindi · कविता 324 Share Swami Ganganiya 21 Sep 2021 · 1 min read U.P चुनाव coming soon U.P चुनाव Coming soon ये 2022 का चुनाव मेला इसमें जातिवाद का खेल है जाता खेला हिन्दू ,मुस्लिम, सिख,ईसाई सब धर्म एक सामान पर वोट के लिए इनकी अलग पहचान... Hindi · कविता 262 Share Swami Ganganiya 16 Sep 2021 · 1 min read * बेवजहा * बेवजहा मैं यू घूमता रहा। न जाने मैं क्या ढूँढता रहा। तन्हा था मैं। फिर भी मैं दूसरों के साथ न जाने क्यों घूमता रहा। अकेला था मैं। उसमें न... Hindi · कविता 584 Share Swami Ganganiya 4 Sep 2021 · 1 min read जय हिन्द जय भारत जय हिन्द जय भारत ये ही है अपना नारा भारत के अनमोल रत्नों को नमन हमारा जहाँ पैदा हुए भीमराव जैसे महापुरुष ऐसा भारत देश हमारा पुरानी कुरितीयो को समाप्त... Hindi · कविता 1 774 Share Swami Ganganiya 28 Aug 2021 · 1 min read ॐ नीलकंठ शिव है वो ॐ नीलकंठ शिव है वो हर मन्दिर हर मठ मे वो हर इंसान के घट-घट मे वो समुन्द्र के हर तट पे वो हर वनस्पति वटवृक्ष मे वो ॐ नमः... Hindi · कविता 2 425 Share Swami Ganganiya 26 Aug 2021 · 1 min read मन चंचल है फिर भी ..... मन चंचल है फिर भी स्थिर हूँ मैं मैं चलना चाहता हूँ मंजिल नहीं कोई हे एक रास्ता अहसास का विश्वास का दिन है मगर उजाला नही कोई रात है... Hindi · कविता 281 Share Swami Ganganiya 22 Aug 2021 · 1 min read रक्षा -बंधन 🥀⭐🍁⭐☘️🌸⭐🥀 ये भाई-बहन का त्यौहार है इसमें खुशियाँ और प्यार है रक्षा के बंधन मे बंधने को हर कोई तैयार है रक्षा करे बहनों की ये हर भाई का अधिकार... Hindi · कविता 408 Share Swami Ganganiya 22 Aug 2021 · 1 min read आना-जाना शोच है.... दुनिया मे लोग आते है और चले जाते है बस यू ही दुनिया मे नम्बर लग जाते है एक के बाद एक चले जायेगे अगले नम्बर पर हम... Hindi · कविता 2 689 Share Swami Ganganiya 21 Aug 2021 · 1 min read पढ़ी लिखी लड़की पढ़ी-लिखी लड़की रोशनी घर की जिधर भी जाए घर को रोशन करती एक नहीं वो कितने घरो का मान बढ़ाएं मन में है लाखो राज वो उन्हें दबाये बँधी है... Hindi · कविता 3 1 1k Share Swami Ganganiya 19 Aug 2021 · 1 min read आम इंसान वो मुझ से तो दूर था ही वो दिल से भी दूर हो गया तेरी चाहत क्या है वो खुदा जानता है मैं एक आम इंसान हूं शायद वो मुझे... Hindi · कविता 1 460 Share Swami Ganganiya 17 Aug 2021 · 1 min read तो क्या -3 खुदा तु नही था के वो नही था खुद को खुदा बनाए भी तो क्या। वो समझे नही हमे अब दूसरो को समझाये भी तो क्या। हम समझे सब बेवजहा... Hindi · कविता 403 Share Swami Ganganiya 14 Aug 2021 · 1 min read आज मैं स्वतंत्र हूँ इस लोक तन्त्र मे आज मै स्वतंत्र हूँ जीत के इस मन्त्र मे आज भी ज्वलन्त हूँ कोई नही किसी के दल मे नेता बनके मैं चलू सब करे सम्मान... Hindi · कविता 1 360 Share Swami Ganganiya 11 Aug 2021 · 1 min read भारत माँ से प्यार हम वीर नही अधीर नही जो हमे भारत माँ से प्यार नही कोई गुलाम नही वो गुलाम सही जो स्वतंत्रता की पगदण्डी पर चलता बार-बार नही धरती माँ को शीश... Hindi · कविता 2 556 Share Swami Ganganiya 9 Aug 2021 · 1 min read मैं आया तो ये जहां पाया मैं आया तो ये जहां पाया खुद को मै फिर भी ना समझ पाया मैं मे था मैं ये भी ना जाना मैंने ये दुनिया कल्पना ही तो थी मेरी... Hindi · कविता 1 259 Share Swami Ganganiya 18 Jul 2021 · 1 min read ** आदत ** *** ** *** ** *** आदत नहीं है मेरी किसी को धोखा दूं विश्वास नहीं होता है अब किसी को मुझ पर मैं चाहता हूं उसे एक और मौका दूं... Hindi · कविता 631 Share Swami Ganganiya 17 Jul 2021 · 1 min read ** मेरे खुदा ** ** ** ** ** ए मेरे खुदा तू मुझे अब इस दुनिया से उठा ले अब ना बचा कुछ मेरे पास के तू अपना कर्ज़ चुका ले मैं खुद से... Hindi · कविता 4 2 424 Share Swami Ganganiya 11 Jul 2021 · 1 min read ** तो क्या -2 ** ** ** ** ** वो हमे समझे तो क्या दिल की क्या ख्वाहिश थी वो जाने भी तो क्या जो पूरी ना हो उसकी जरूरत ही क्या ** ** **... Hindi · कविता 451 Share Swami Ganganiya 29 Jun 2021 · 1 min read ** मैं एक पल हूं ** *** ** ** ** *** मैं एक पल हूं आता हूं और पल में चला जाता हूं मुझे ढूंढेगा कहा मैं सारे जहां मैं समाता हूं आज पास हूं कल... Hindi · कविता 1 277 Share Swami Ganganiya 27 Jun 2021 · 1 min read *** घर के आंगन की फुलवारी *** ** *** ** *** ** वो घर के आंगन की फुलवारी है प्यार से भी प्यारी है हंसती खिलती मुस्कान सुनहरी है वो घर के आंगन की महकती फुलवारी है... Hindi · कविता 1 2 769 Share Swami Ganganiya 22 Jun 2021 · 1 min read ** समय ** *** ** ** *** पल-पल मैं समय को यूं ही बिताता गया आज समय है कल भी आएगा। अभी जिंदगी बाकी है ये ही सोच रही एक दिन सब कुछ... Hindi · कविता 311 Share Swami Ganganiya 21 Jun 2021 · 1 min read ** बीते पल ने दस्तक दी ** ***--**-**-**--*** आज बीते पल ने दस्तक दी कि भूल तेरी थी जिसे तू अपनी समझा वो चीज कभी ना तेरी थी अनछुए एहसास को छूने की कोशिश की छु ना... Hindi · कविता 1 1 475 Share Swami Ganganiya 15 Jun 2021 · 1 min read ** रेसर नहीं था ** *-**-*-**-* मैं दौड़ता रहा कोई रेसर नहीं था आज रुक गया हूं मैं थका हुआ नहीं था भले मैं कुछ कह ना पाया पर मैं बेजुबा नहीं था वह समझा... Hindi · कविता 434 Share Swami Ganganiya 14 Jun 2021 · 1 min read ** मैं खुदा से क्या मांगू ** *-***--***-* मैं खुदा से क्या मांगू मैं तो तुझे ही खुदा मानता हूं क्या दुआ करूं किसी से मैं तो तुझे ही दुआ मानता हूं माना कि यह सब नहीं... Hindi · कविता 1 297 Share Swami Ganganiya 12 Jun 2021 · 1 min read ** निभा कर तो देख ** ***--***--***--*** तेरी हंसी मेरे दर्द को छुपा देती है तेरी हंसी के आगे दुनिया की खुशी आधी है मोहब्बत हमें भी है तुमसे कभी सामने आकर तो देख देखना ही... Hindi · कविता 1 549 Share Swami Ganganiya 11 Jun 2021 · 1 min read कसूर किसका वो खुदा नहीं मिलता है ये कसूर किसका। इंतजार हम करें आराम वो करें समय बर्बाद किसका। ख्वाइशें दिल में हो या दिल ख्वाहिशों से भरा हो जो पूरी ना... Hindi · कविता 3 2 620 Share Swami Ganganiya 7 Jun 2021 · 1 min read बरसात आसमाँ से बरसता है जब पानी हमे याद आती है बरसात की वो बीति कहानी हम थे और वो बरसात का पानी नन्हें पैरों से खेलती वो लहरे घर के... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 4 382 Share