Dr. Sunita Singh 138 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Sunita Singh 12 Dec 2024 · 1 min read प्रेम-सुधा की प्यास लिए यह प्रेम-सुधा की प्यास लिए यह भाग रहा जीवन संकुल । धूप-छाँव, सुख-दुख में पलता एक निराला यह अंशुल ।। डा. सुनीता सिंह'सुधा' वाराणसी Quote Writer 2 21 Share Dr. Sunita Singh 12 Dec 2024 · 1 min read भारत भूमि महान भारत भूमि महान* ■ भारत भूमि महान , विश्व में , भारत भूमि महान । गाते गौरव गान , विश्व में , भारत भूमि महान ।। इसकी अलग पहचान ,... Hindi 1 13 Share Dr. Sunita Singh 10 Dec 2024 · 1 min read प्रेम जरूरत से है तो पीछे हट जाएँ प्रेम जरूरत से है तो पीछे हट जाएँ प्रेम आत्मा से है तो आगे बढ़ जाएँ डा. सुनीता सिंह'सुधा' Quote Writer 1 21 Share Dr. Sunita Singh 10 Dec 2024 · 1 min read निंदक सज्जन को करें ,एक मात्र बदनाम । निंदक सज्जन को करें ,एक मात्र बदनाम । बन न सके सज्जन कभी, नहीं हृदय विश्राम ।। डा. सुनीता सिंह'सुधा' ©® Quote Writer 1 22 Share Dr. Sunita Singh 10 Dec 2024 · 1 min read फूल शूल पादप फसल , फूल शूल पादप फसल , उगते खर पतवार । अश्रू द्वंद्व सुख दुख हँसी , जीवन भाव- विचार ।। डा. सुनीता सिंह'सुधा' ©® Quote Writer 1 18 Share Dr. Sunita Singh 9 Dec 2024 · 1 min read तेरा इक दिवाना हूँ तेरा इक दिवाना हूँ क़ाफ़िर नहीं हूँ असल में जो मैं हूँ वो जाहिर नहीं हूँ जुबाँ हूँ अदा-ए-फिजा हूँ फ़ना हूँ यक़ीनन मैं जो हूँ क्यों आखिर नहीं हूँ... Hindi · ग़ज़ल 2 1 21 Share Dr. Sunita Singh 9 Dec 2024 · 1 min read बौराया मन वाह में ,तनी हुई है देह । बौराया मन वाह में ,तनी हुई है देह । पाँव तले धरती नहीं ,खिसके सबके नेह ।। डा. सुनीता सिंह'सुधा' Quote Writer 21 Share Dr. Sunita Singh 9 Dec 2024 · 10 min read Dr. Sunita Singh Sudha Dr. Sunita Singh Sudha आलेख प्रोफेसर डॉ. सुनीता सिंह ‘सुधा’ जीवन परीचय | Professor Dr. Sunita Singh Sudha Jivan pariy पता —- नाम — डा. सुनीता सिंह ‘सुधा’ प्रोफेसर, हिंदी... Hindi 26 Share Dr. Sunita Singh 9 Dec 2024 · 1 min read ध्यान मौन तप यम-नियम, ध्यान मौन तप यम-नियम, दिव्य गुणों से पूर्ण । हिंदू हिंदुस्तान में, रीति- नीति के तूर्ण ।। डा. सुनीता सिंह 'सुधा' Quote Writer 22 Share Dr. Sunita Singh 9 Dec 2024 · 1 min read नव आशाओं को मिला, नव आशाओं को मिला, बासंती उपहार । जीवन के मधुमास में, चित्त भरा नित प्यार ।। डा. सुनीता सिंह'सुधा' Quote Writer 21 Share Dr. Sunita Singh 8 Jul 2024 · 1 min read आत्मा नित्य अखंड है, जहाँ नहीं कुछ भेद। आत्मा नित्य अखंड है, जहाँ नहीं कुछ भेद। भेद दृष्टि जिसने किया, मिला उसे ही खेद।। डा. सुनीता सिंह'सुधा' 8/7/2024 Quote Writer 90 Share Dr. Sunita Singh 7 Jul 2024 · 1 min read दिल में कोई कसक-सी दिल में कोई कसक-सी उठी है अभी छू उसे ही हवा आ रही है अभी डा. सुनीता सिंह'सुधा' वाराणसी Quote Writer 81 Share Dr. Sunita Singh 7 Jul 2024 · 1 min read हम कहाँ कोई जमीं या हम कहाँ कोई जमीं या आसमां माँगते हैं सिर्फ हम अपनी मुहब्बत की वफ़ा माँगते हैं डा. सुनीता सिंह'सुधा' Quote Writer 77 Share Dr. Sunita Singh 7 Jul 2024 · 1 min read गर्मी बहुत पड़ी है तो जाड़े भी आएगें गर्मी बहुत पड़ी है तो जाड़े भी आएगें ये दिन अगर बुरे हैं तो अच्छे भी आएगें सूरज निकल ही आता है हर शब के बाद तब तुम भी यकीं... Quote Writer 182 Share Dr. Sunita Singh 7 Jul 2024 · 1 min read हम लहू आशिकी की नज़र कर देंगे हम लहू आशिकी की नज़र कर देंगे शर्त है वक्त आपका हमारा होगा डा. सुनीता सिंह'सुधा' Quote Writer 102 Share Dr. Sunita Singh 7 Jul 2024 · 1 min read संवाद और समय रिश्ते को जिंदा रखते हैं । संवाद और समय रिश्ते को जिंदा रखते हैं । डा. सुनीता सिंह'सुधा' 7/7/2024 Quote Writer 130 Share Dr. Sunita Singh 5 Apr 2024 · 1 min read ग़ज़ल भूख लाचार करती है इंसान को आदमी बेचता तब है ईमान को इस सदी में भी अल्फ़ाज़ के अश्म से कर रहे लोग घायल हैं बेजान को जख्म़ का सिलसिला... Hindi 131 Share Dr. Sunita Singh 21 Jan 2024 · 1 min read गीत-14-15 गीत-14-15 सजी अवध की पुण्य धरा, खुशियों की होती बरसात। प्राण-प्राण में राम बसे, प्राण-प्रतिष्ठा की शुभ रात।। सियाराम जय जय राम सियाराम जय जय राम। भव्य भवन के गज... Hindi 1 159 Share Dr. Sunita Singh 1 Aug 2023 · 1 min read मुस्कुराते रहे ज़ाम भर भर ऩजर से पिलाते रहे मुझको दीवाना अपना बनाते रहे नाज़ नखरे दिखा कर इशारों में ही दूर से पास अपने बुलाते रहे हाल पूछा न गुजरा भला... Hindi 2 267 Share Dr. Sunita Singh 26 Jul 2023 · 1 min read गैर का होकर जिया आदमी था इसलिए वो आदमी होकर जिया ज़िंदगी भर आँसुओं को आँख में रोक कर जिया बीज बोया प्यार का परिवार अपनों के लिए नफ़रतों में आत्म का सम्मान है... Hindi 2 213 Share Dr. Sunita Singh 19 Jul 2023 · 1 min read खूब रोता मन कभी जब याद तुम आते, दृगों को घेर लेते घन । अकेले में छुपाकर तन, सिसकता खूब रोता मन ।। न कुछ अच्छा लगे जी में, उदासी का रहे पहरा... Hindi 5 269 Share Dr. Sunita Singh 18 Jul 2023 · 1 min read लम्हा भर है जिंदगी सबसे तू हँस बोल ले प्यारी भवर है जिंदगी साँस के बस एक झोंके का सफ़र है जिंदगी जिंदगी जी ले जी भर मत सोच ज्यादा अब इसे क्या पता... Hindi 1 195 Share Dr. Sunita Singh 11 Jun 2023 · 1 min read कँवल कहिए उनके चेहरे पे इक ग़ज़ल कहिए आसमाँ में खिला कँवल कहिए जो बढ़ा दे फ़िजा मुहब्बत की आँसुओं से नयन सजल कहिए बाँध दे जो नज़र से धड़कन को प्यार... Hindi 1 1 389 Share Dr. Sunita Singh 5 Jun 2023 · 1 min read दीवारों में दीवारे न देख *ग़ज़ल* काम तू दिन रात कर ,आकाश के तारे न देख मंजिलों को देख दीवारों में दीवारें न देख कश्ती तूफ़ानों से तुझको पार ले जानी है तो बाजुओं को... Hindi 2 1 256 Share Dr. Sunita Singh 18 May 2023 · 1 min read अंतर्जाल यात्रा *अंतर्जाल यात्रा* मिली छूट अभिव्यक्ति की ,फैला अंतर्जाल । गाँव नगर अब नाच के ,खूब बटोरो माल ।।1 वृद्ध युवा बच्चे सभी ,नाचें सब परिवार । नई बहुरिया नाचती ,खोले... Hindi 1 372 Share Dr. Sunita Singh 13 May 2023 · 1 min read आर-पार की साँसें गीत आर-पार की साँसें भी अब फँसी हुईं मझधारों में । ज्वार मचलता है मानस तक घिरी हुई प्रतिकारों में ।। हाथ लिए हथियार खड़े हैं काट रहे नित नेह... Hindi 2 352 Share Dr. Sunita Singh 9 May 2023 · 1 min read देह खड़ी है *गीत* कौन किसी का सोच रहा अब अपनी-अपनी आज पड़ी है । छोड़ भवन तृष्णाएँ भागीं दर्द घना ले देह खड़ी है ।। द्वंद्व भरा चौसर जीवन में, वंचक की... Hindi 2 214 Share Dr. Sunita Singh 6 May 2023 · 1 min read मुस्कान है रूठी घर वाली आज ,करे नहीं कोई काज कोई तो है बड़ा राज ,छीन ली मुस्कान है । मांगती हीरों का हार ,नहीं करे मुझे प्यार दे उलाहने हजार ,भयभीत... Hindi 474 Share Dr. Sunita Singh 4 May 2023 · 1 min read कैद अधरों मुस्कान है ग़ज़ल ज़िंदगी जीना कहाँ आसान है कैद अधरों पर हुई मुस्कान है रो रहा घर आज अपनों के लिए गाँव आँगन द्वार सब वीरान है घूमते हैं जो सियासत की... Hindi 444 Share Dr. Sunita Singh 3 May 2023 · 1 min read पसरी यों तनहाई है गीत मैं हूँ या फिर मेरी पागल पीड़ा की परछाई है । मेरे चारों ओर रात-दिन, पसरी यों तनहाई है ।। दीवारों से बातें करता,सूना मन आहें भरता । लिखा... Hindi 343 Share Dr. Sunita Singh 25 Apr 2023 · 1 min read सचमुच सपेरा है नफ़रतों को बीन से जिसने बिखेरा है आदमी अब हो गया सचमुच सपेरा है रोशनी से जगमगा कोठी रही फिर भी ढो रहा दिल में घना वह तो अँधेरा है... Hindi 4 1 470 Share Dr. Sunita Singh 13 Apr 2023 · 1 min read दर्द-ए-सितम ग़ज़ल 212 12 खा अभी क़सम दूर हो भरम छोड़ दूँ सभी दैर-ए-हरम प्यार में मिला दर्द-ए-अलम खो गई कहीं लफ्ज़-ए-क़लम और मत करो दर्द-ए-सितम यूँ बहक रहे रोक लो... Hindi 1 319 Share Dr. Sunita Singh 24 Mar 2023 · 1 min read माता के नौ रूप *माता के नौ रूप* माता के नौ रूप का ,पूजन अर्चन भक्ति । जीवन नित मजबूत कर, प्राप्त करे मन शक्ति ।।1 पूजन कर नौ रात्रि का ,करें मनोरथ पूर्ण... Hindi 282 Share Dr. Sunita Singh 22 Mar 2023 · 1 min read नव्य उत्कर्ष स्वर्ण रश्मियों से सजा ,आया है नव वर्ष । अंतर्मन को दीप्त कर ,भरे आँख में हर्ष ।। पुष्पित उपवन से भरा ,गंधिल है नव वर्ष । अधरों पर मुस्कान... Hindi 1 243 Share Dr. Sunita Singh 3 Mar 2023 · 1 min read बेअसर है घायल हुआ ज़िगर है उपचार बेअसर है वो इक ऩजर घुमा दे उन पे लगी नज़र है वो साफ़-साफ़ कह दे मुझसे खफ़ा अगर है वो जान हैं हमारी उनको... Hindi 191 Share Dr. Sunita Singh 27 Feb 2023 · 1 min read दवा के ठाँव में ग़ज़ल 2122-2122-212 जिस्म घायल और छाले पाँव में लग गयी है जिंदगी भी दाँव में खाक बाहर हर नगर की छान ली लौटकर फिर आ गया हूँ गाँव में हो... Hindi 289 Share Dr. Sunita Singh 17 Feb 2023 · 1 min read कविका मान दोहा दुर्वचनों का सामना ,करें धैर्य के साथ । उत्तेजित उर भावना ,रोक नवा दें माथ ।1 देह बनी स्यंदन सरिस,इंद्रिय घोड़े जान । बुध्दि सारथी खींचती ,मन को कविका... Hindi 312 Share Dr. Sunita Singh 26 Jan 2023 · 1 min read हंसासना माँ सरस्वती वंदना* जय नंदिनी कादंबरी, शुभदायिनी माँ भगवती । जय रंजनी वागेश्वरी, जय मालिनी माँ बलवती ।। हंसासना सुख नंदिता, सौदामिनी माँ रसवती । जय चंद्रिका जय मल्लिका, दुख नाशिनी... Hindi 117 Share Dr. Sunita Singh 23 Jan 2023 · 1 min read चर्चित हुए हम ग़ज़ल तेरी बेवफ़ाई से चर्चित हुए हम गली उस मुहल्ले अनाश्रित हुए हम नहीं मुक्त हो पा रहा दर्द दिल का न छोड़ेगा हमको सुनिश्चित हुए हम कहीं दूर अंबर... Hindi 1 205 Share Dr. Sunita Singh 20 Jan 2023 · 1 min read सजल सजल हो गए पत्थर दिलों पर क्या असर होगा रो न आँसू से न रेगिस्तान तर होगा । एक दिन तुम इस नदी से पार हो लोगे आपदाओं से घिरा... Hindi 1 1 314 Share Dr. Sunita Singh 17 Jan 2023 · 1 min read गम को भुलाया जाए ग़ज़ल साथ कुछ आज चलो वक्त बिताया जाए अब घड़ी भर के लिए गम को भुलाया जाए हार माने जो किनारे ही रहे दरिया के ज़िंदगी इक है समर पाठ... Hindi 250 Share Dr. Sunita Singh 16 Jan 2023 · 1 min read एतबार पर आया ग़ज़ल उनकी मैं इक पुकार पर आया प्यार के एतबार पर आया आरजू ले भटक रहा था दिल बाद कुछ इंतजार पर आया रात-दिन की बेताबियाँ सहकर दर्द-ए -दिल करार... Hindi 2 1 214 Share Dr. Sunita Singh 15 Jan 2023 · 1 min read मकर पर्व स्नान दान का मकर पर्व है स्नान दान का जन-जीवन में सत्य सनातन । भाष्कर का आगमन मकर में बनता अवसर अतिशय पावन ।। प्रवाहिनी की जल धारा में , सब डुबकी श्रध्दालु... Hindi 355 Share Dr. Sunita Singh 12 Jan 2023 · 1 min read अपनी हस्ती को मिटाना कर्ज साँसों का चुकाना सीख लो अश्क़ आँखों में छुपाना सीख लो जिंदगी में दूसरों के वास्ते अपनी हस्ती को मिटाना सीख लो मांगो मत उपकार का बदला कभी दरिया... Hindi 311 Share Dr. Sunita Singh 10 Jan 2023 · 1 min read हिंदी जन-जन की भाषा हिंदी जन-जन की भाषा है हम सब इसका सम्मान करें । है शब्द-शब्द जिसका मधुरस उस भाषा पर अभिमान करें ।। अंतर्मन आलोकित करती लिपि देवनागरी अति सोहे । श्रवणों... Hindi 1 280 Share Dr. Sunita Singh 9 Jan 2023 · 1 min read उनकी मुहब्बत खास है धड़कनों में इक मधुर अहसास है लग रही उनकी मुहब्बत खास है हो गया गुलशन मेरे दिल का हरा उनकी इक मुस्कान ही मधुमास है हो रहे मादक नयन बिन... Hindi 252 Share Dr. Sunita Singh 8 Jan 2023 · 1 min read हँसी हम सजाएँ ग़ज़ल 122 122 122 122 फऊलुन,×4 न हम और अब दिल किसी का जलाएँ अधर पर सभी के हँसी हम सजाएँ नहीं भा रहा है जिन्हें यश हमारा चलो हम... Hindi 182 Share Dr. Sunita Singh 7 Jan 2023 · 1 min read कुछ कहा मत करो अब ग़मे हिज़्र में तुम जला मत करो बेवफा से कभी कुछ कहा मत करो जब खबर है ज़ुदायी वफ़ा में लिखी इश्क़ करने की हरगिज़ ख़ता मत करो और... Hindi 235 Share Dr. Sunita Singh 6 Jan 2023 · 1 min read शहनाइयों में ग़ज़ल 221-2121-1221-212 खुशबू किसी की आज भी पुरवाइयों में है वो साथ मेरे चल रही तनहाइयों में है करता है तू दिखावा तो मस्ती का हर घड़ी दर्दीली धुन क्यों... Hindi 1 435 Share Dr. Sunita Singh 5 Jan 2023 · 1 min read वाह-वाह की लूट है वाह- वाह की लूट है ,लूट रहे सब संत शास्त्र ज्ञात अक्षर नहीं ,चमकीले हैं दंत ।।1 वाह-वाह मन में भरा ,बहुत अधिक अभिमान । चूर सभी हैं दंभ में,जर्जर... Hindi 207 Share Page 1 Next