सुनील कुमार Language: Hindi 199 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुनील कुमार 23 Apr 2021 · 1 min read ज्ञान का आविष्कार मैं ऐसा क्यों सोचता हूँ,कि धरा के आगोश में सो जाऊँ? नश्वर इस ब्रह्मांड से सदा के लिए खो जाऊँ। प्रकृति की अद्भुत कृति हूँ तो अवगुणों की विकृति भी... Hindi · कविता 3 4 433 Share सुनील कुमार 25 Apr 2021 · 1 min read गुजरे दिन वो बचपन के गुजरे दिन वो,बचपन के जब खेलते संग,हमजोली के मिट्टी के अनोखे खेल-खिलौने खेल-खेल में धमा-चौकड़ी छोटी बातों पर क्रोधित होना और यारों के संग मारामारी शायद दिन वो न आये,अब... Hindi · कविता 3 2 283 Share सुनील कुमार 10 May 2021 · 1 min read मेरे अल्फ़ाज़ मेरे अल्फ़ाज़ कहते हैं कि क्यों उदास रहता है! कभी तू दूर रहता है, कभी मजबूर लगता है। सजी है मेरे हृदय में, चाहत की हसीन महफिलें। दिया हूँ प्रणय... Hindi · कविता 3 2 308 Share सुनील कुमार 12 May 2021 · 1 min read ठहरा हुआ हूँ ठहरा हुआ हूँ मैं, वृक्षों के जैसे पर चल रहा हूँ मैं, समीर के जैसे मै एक तरंग हूँ, लहरों का जैसे तू एक किरण है, चन्दा की जैसे। तू... Hindi · कविता 3 2 262 Share सुनील कुमार 12 May 2021 · 1 min read सुबह को शाम लिखता हूँ सुबह को शाम लिखता हूं रात पैगाम लिखता हूं। तू मुझे अस्वीकार भी कर दे तुझे एहतराम करता हूं। सूना-सूना बीत जाएगा,भले जीवन का हर लम्हा। तेरे बिना जीने को... Hindi · कविता 3 2 623 Share सुनील कुमार 26 Sep 2021 · 1 min read मादक मृगनयनी मधुर-मधुर और सुमधुर सुखकर, मद्य से मादक तेरे अधर प्रिये। कटाक्ष दृष्टिपात से वार करे, जो मृगनयनी सा तेरे नेत्र प्रिये। तू है मेघ की मनमोहक छटाएँ, मैं घनघोर बरसता... Hindi · कविता 3 2 218 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read झूठन को झूठा लगै------ झूठन को झूठा लगै, सत्य समझ नहिं आई। नदी किनारे वृक्ष जैसे, उल्टी प्रतिबिम्ब बनाई।। Hindi · दोहा 3 2 398 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read नई पत्तियां खिल गईं---- नई पत्तियां खिल गईं, मनवा देख-देख हर्षाय। बोले पपीहा बागन में, मधुरिम गीत सुनाय।। Hindi · दोहा 3 2 185 Share सुनील कुमार 17 Oct 2022 · 1 min read तुम मुझे ही क्यों याद करती हो----- खामोशी में हमने ग़म से पूछा कि तुम मुझे ही क्यों याद करती हो। गम ने कहा कि एक तुम्ही हो जो हरपल मेरी शिद्दत से चाह रखते हो।। Hindi · शेर 3 96 Share सुनील कुमार 23 Oct 2022 · 1 min read मायूस पल----- यह पल भी मायूसी में ही गुजरा बस सुखद कल के इंतजार मे। गांव- चौबारे सब बीरान से पड़े हैं घनी अंधेरी रातों के आगोश में।। Hindi · शेर 3 2 81 Share सुनील कुमार 22 Apr 2021 · 1 min read प्रकृति का श्रृंगार बसंत की नवमालिका का श्रृंगार अभी बाकी है प्रकृति से समन्वय का अवसर अभी बाकी है अरुणिम प्रभात-फेरियों का आलोक अभी बाकी है बसंत की नवमालिका का श्रृंगार अभी बाकी... Hindi · कविता 2 2 511 Share सुनील कुमार 23 Apr 2021 · 1 min read बुद्ध का आलोक हुई मानवता तार-तार जब प्रकृति ने आलोक फैला दिया। अज्ञान से डूबे, इस जग में ज्ञान का दीप जला दिया शुद्धोधन-भार्या महामाया के घर सिद्धार्थ सा जलज खिला दिया निशाकाल... Hindi · कविता 2 279 Share सुनील कुमार 24 Apr 2021 · 1 min read गुजरे पल याद आते हैं गुजरे पल याद आते हैं वो जब हम साथ तुम्हारे होते थे। मुलाकातों की यादें ताज़ी थीं हृदय में आशाओं की शहजादी थी झुकी नजरें,मुस्कान मधुर भ्रमर को परागपान की... Hindi · कविता 2 334 Share सुनील कुमार 25 Apr 2021 · 1 min read चितचोर पिया हे चितचोर पिया ! काहे छोड़ मुझे तू गया? पल-पल आँखें, दरश को तरसे। सावन की बारिश, सी आँखें बरसे। हिय का मेरे चैन चुराकर, आखिर, छोड़ मुझे तू गया।... Hindi · कविता 2 4 273 Share सुनील कुमार 20 Jun 2021 · 1 min read कोमल-कोमल पुष्प खिले हैं कोमल-कोमल पुष्प खिले हैं, ख्वाबों के अनोखे उपवन में सुन्दर-सुन्दर स्वप्न सँजोए, बसे हो जैसे-तुम मेरे मन में। पवन वेग सी गतिमान है, साँसों की ग्रीष्म तरंगें पास तेरे हम... Hindi · कविता 2 236 Share सुनील कुमार 24 Jun 2021 · 1 min read मन समर्पित, तन समर्पित मन समर्पित, तन समर्पित प्रियतम को जीवन समर्पित प्रेम का पंछी उड़े गगन में पपीहे का वो राग समर्पित। शशि बिन जैसे व्याकुल रैना, तेरे दरश को आतुर नैना मन... Hindi · कविता 2 2 336 Share सुनील कुमार 30 Jun 2021 · 1 min read गुजरे पल की यादें---- गुजरे पल याद आते हैं वो, जब हम संग में होते थे मुलाकातों की यादें ताज़ी थीं, हृदय में आशाओं की शहजादी थी झुकी नजरें ; मुस्कान मधुर, भ्रमर को... Hindi · कविता 2 2 662 Share सुनील कुमार 2 Jul 2021 · 1 min read वक्त वक्त की बात--- वक्त है तो सुखद है, वक्त नही तो दुःखद है। वक्त वक्त की बात है कि वक्त ही बेवक्त है।। Hindi · दोहा 2 398 Share सुनील कुमार 4 Jul 2021 · 1 min read हुआ स्नेह संचार बहुत--- हुआ स्नेह संचार बहुत, किया था जब मधुरिम आलिंगन रोम-रोम में उत्साह भरा, हाथों में थामे; हाथ तेरा, संग भ्रमण व संग रमण हुआ, जब तन-मन का संगम। शीतल पवन... Hindi · कविता 2 280 Share सुनील कुमार 15 Jul 2021 · 1 min read एक हमारी प्यारी बेगम------ एक हमारी प्यारी बेगम, मस्ती भरे; इस यौवन में करती है अनुराग बहुत वो, यथा प्रसून पर भ्रमर का गुंजन चेहरे पर चमक हो जैसे, चन्द्र सी नील-गगन में। पुष्पित... Hindi · कविता 2 2 348 Share सुनील कुमार 22 Jul 2021 · 1 min read सावन की घटा घटा हूँ; घटा मैं, सावन की घटा हूँ। सुनो बात मेरी; निराली छटा हूँ। बड़ी ही सयानी; बड़ी ही सुहानी। बहुत हूँ; मैं चंचल, अजब सी मैं कोमल। न किसी... Hindi · कविता 2 193 Share सुनील कुमार 11 Aug 2021 · 1 min read एकता में शक्ति एक दिन एक लड़का घूमने जा रहा था तो रास्ते में उसे दो लड़के लड़ते हुए दिखाई दिए। वह लड़का उन दोनों के पास गया दो-दो थप्पड़ लगाया। दोनों लड़के... Hindi · लघु कथा 2 266 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read गुजरे पल फिर ना मिलैं------ गुजरे पल फिर ना मिलैं, देवहिं ताहि बिसारि।। करम आज ही कर लेवहिं, नाहि करौ विचारि।। Hindi · दोहा 2 189 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read मृदु वचन है बोलि रहा------ मृदु वचन है बोलि रहा, समन्वय भाव फैलाय। हरि को जो समझ लिया,साँच पंडित कहलाय।। Hindi · दोहा 2 2 340 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read सतजन प्रभु को समझ लिए----- सतजन प्रभु को समझ लिए, मूरख काहि बिसात। आदित्य प्रकाश बिखेर रहा, अज्ञ उल्लू समझै रात।। Hindi · दोहा 2 208 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read भूखा दर-दर भटकि रहा----- भूखा दर-दर भटकि रहा, क्षुधा रही सताय। एक रामफल देखि लिया, खावहिं भूख मिटाय।। Hindi · दोहा 2 187 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read कलियां पुष्प ज्यौं बन गईं----- कलियां पुष्प ज्यौं बन गईं, भ्रमर देख मुस्कुराय। वृक्ष मीठे फलों से लद गए, शुग्गा नोच के खाय।। Hindi · दोहा 2 185 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read साधु करम है करि रहा----- साधु करम है करि रहा, भाग्य भरोसा नाहि। मारग सफल हो जावै, भाग्य खड़ा मुस्काय।। Hindi · दोहा 2 272 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read मानुष-मानुष में द्वेष भरैं---- मानुष-मानुष में द्वेष भरैं, साँच धरम वह नांहि। ज्यौं पतझड़ पत्ती डाल से, निर्दय रहै बिछाड़ि।। Hindi · दोहा 2 175 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read जामैं मानुष प्रेम भरा----- जामैं मानुष प्रेम भरा, साँच धरम कहिऐ ताहि। ईंट-ईंट को जोड़ि कै, दियो सुन्दर गेह बनाई।। Hindi · दोहा 2 181 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read हरि ब्याहि मोहि संग सखी हरि ब्याहि मोहि संग सखी, लेवहिं पास बुलाई। संग प्रिय माहि रमण किये, मैं तो गई लजाई।। Hindi · दोहा 2 208 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read प्रिय बुलावा भेजा मोहि---- प्रिय बुलावा भेजा मोहि , जाऊं मैं पिय के गांव। कल मायका छूट जायो, जस नदी-घट से नाव।। Hindi · दोहा 2 197 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read शीतल सुगन्ध बिखेर रहा----- शीतल सुगन्ध बिखेर रहा, चंदन सर्प लिपटाई। कस्तूरी हृदय मध्य बसे,मृग खोजे अकुलाई।। Hindi · दोहा 2 182 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read डाली-डाली कली खिली--- डाली-डाली कली खिली, ज्यौं प्रसून बन जाय। भ्रमर पराग आस्वादन कर, देवै शहद बनाय।। Hindi · दोहा 2 429 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read काया कै कोई मोल ना----- काया कै कोई मोल ना, जस मदार कै फूल। संग पवन कै उड़ि रहा, बनकर माटी धूल।। Hindi · दोहा 2 357 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read पिय मोहे भवन पधारिया---- पिय मोहे भवन पधारिया, हिय-पट रही लिपाई। साथ चली मैं जाऊंगी सखि, मायका सुधि बिसराई।। #आत्मा/परमात्मा Hindi · दोहा 2 393 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read पिय सा सुन्दर कोई ना------ पिय सा सुन्दर कोई ना, देखौं हिय में ताक। सदा पास जाकै रहूँ, मोहि ना कोई आस। #आत्मा/परमात्मा Hindi · दोहा 2 248 Share सुनील कुमार 11 Oct 2021 · 1 min read दिन उबरत ना प्रभु बिना---- दिन उबरत ना प्रभु बिना, प्रिया कर रही विलाप। साथ तुम्हारे जाना है, छूटै सब जंजाल।। Hindi · दोहा 2 253 Share सुनील कुमार 11 Oct 2021 · 1 min read प्रभु !प्रिया तुम्हे पुकारि रहै---- प्रभु !प्रिया तुम्हे पुकारि रहै, आ जाओ मेरे पास। ब्याह रचाऊँ साथ तुम्हारे, जाऊँ तुम्हारे साथ।। Hindi · दोहा 2 2 233 Share सुनील कुमार 12 Oct 2021 · 1 min read जिन्दगी यूँ गुलजार हुई जिन्दगी यूँ गुलजार हुई, तुम्हें पाने के वास्ते। पर माना कि कठिन है, तुम्हें पाने के रास्ते।। Hindi · शेर 2 4 173 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read धरम-धरम चिल्लाई रहा----- धरम-धरम चिल्लाई रहा, धरम न जानै कोय। जामें मानुष का प्रेम भरा, साँच धरम सो होय।। Hindi · दोहा 2 4 225 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read हिय में जब तक मैं रहा--- हिय में जब तक मैं रहा, दीपक नही दिखाई। मैं को हिय से निकालिया, हरि हिय-मध्य मुस्काई।। Hindi · दोहा 2 208 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read मलिन हुआ प्रभु जग तेरा---- मलिन हुआ प्रभु जग तेरा, कोई-केहू का नाहि। मात-पिता को खाट नही, सुत सोय रहा अटारि।। Hindi · दोहा 2 2 238 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read कुछ वक्त हमे भी दो---- कुछ वक्त हमे भी दो तो सही, यही वक्त की फरमाइश है। पास बैठकर मधुर बात करें, तुम्हारे आशिक़ की ख्वाहिश है।। Hindi · शेर 2 2 282 Share सुनील कुमार 9 Nov 2021 · 1 min read समय का चक्र है साहब---- समय का चक्र है साहब कब बदल जाये कह नही सकते। कल समय तुम्हारा था किन्तु कल समय हमारा होगा। Hindi · शेर 2 2 406 Share सुनील कुमार 17 Nov 2021 · 1 min read अतीत का बाँध तोड़कर तो देखो ---- अतीत का बाँध तोड़कर तो देखो अजीब रवानी आएगी। बिखरे पन्नों को पलटकर तो देखो हसीन सुनामी आएगी।। ❤️❤️ Hindi · शेर 2 4 343 Share सुनील कुमार 20 Dec 2021 · 1 min read जिन्दगी कुछ ऐसे जिएं कि जीवन मे शुरूर छा जाए---- जिन्दगी कुछ ऐसे जिएं कि जीवन मे शुरूर छा जाए, हम यूँ ही ऐसे मुस्कुराते रहें कि हर पल रंगीन हो जाए। हमको कुछ खोने या पाने की फिक्र ही... Hindi · शेर 2 2 217 Share सुनील कुमार 15 Jan 2022 · 1 min read आसमान में उड़ने वाले परिंदे---- आसमान में उड़ने वाले परिंदे, सड़को पर खर्राटे नही भरा करते। लम्बी मुकाम की चाह रखने वाले, अपने लक्ष्य पर अडिग रहते हैं।। Hindi · शेर 2 2 363 Share सुनील कुमार 6 Feb 2022 · 1 min read अगर सूर्यास्त हुआ है तो कल सूर्योदय भी होगा--- अगर सूर्यास्त हुआ है तो कल सूर्योदय भी होगा। अगर शाम वीरान हैं तो सहर आबाद भी होगा।। पर थोड़ा सा वक्त का इंतजार तो कर ले पगले, हर दिन... Hindi · शेर 2 395 Share सुनील कुमार 2 Apr 2022 · 1 min read कसूर तो बस इतना था-- कसूर तो बस इतना सा था कि हम कटाक्ष नजरों से ताकते रहे। नासमझ थे वो, जो कटाक्ष को नजर का दोष ही समझ बैठे।। Hindi · शेर 2 146 Share Page 1 Next