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Tag: दोहा
86 posts
गुरु ज्ञान शहद---
गुरु ज्ञान शहद---
सुनील कुमार
गुरु की महिमा अनन्त-----
गुरु की महिमा अनन्त-----
सुनील कुमार
हरि से गुरु तुम्हीं होऊ---
हरि से गुरु तुम्हीं होऊ---
सुनील कुमार
नारी माता राम की----
नारी माता राम की----
सुनील कुमार
पत्ते पर जब पानी पड़ा----
पत्ते पर जब पानी पड़ा----
सुनील कुमार
ईंट जोड़ि जैसे घर बना-----
ईंट जोड़ि जैसे घर बना-----
सुनील कुमार
अल्लाह-राम दोनों एक हैं----
अल्लाह-राम दोनों एक हैं----
सुनील कुमार
सब जन में है हरि बसा-----
सब जन में है हरि बसा-----
सुनील कुमार
सुख-दुख दोनों एक सा---
सुख-दुख दोनों एक सा---
सुनील कुमार
राम-रहीम को बाँटि कै---
राम-रहीम को बाँटि कै---
सुनील कुमार
सीप में मोती चमक रहा----
सीप में मोती चमक रहा----
सुनील कुमार
भाग्य खाने को न दे सकै-----
भाग्य खाने को न दे सकै-----
सुनील कुमार
पुष्प चढ़ाए ज्यौं हरि मिलै----
पुष्प चढ़ाए ज्यौं हरि मिलै----
सुनील कुमार
माया काया कुछ नही----
माया काया कुछ नही----
सुनील कुमार
कटु वचन बहु बोल कर---
कटु वचन बहु बोल कर---
सुनील कुमार
राम नाम तू जपि रहा----
राम नाम तू जपि रहा----
सुनील कुमार
दीन की सेवा कर प्यारे----
दीन की सेवा कर प्यारे----
सुनील कुमार
नाव कबहुँ गाड़ी चढ़ै----
नाव कबहुँ गाड़ी चढ़ै----
सुनील कुमार
ईर्ष्या-द्वेष बहुधा किया----
ईर्ष्या-द्वेष बहुधा किया----
सुनील कुमार
नारी का सम्मान कर----
नारी का सम्मान कर----
सुनील कुमार
नारि होवें जगदायिनी----
नारि होवें जगदायिनी----
सुनील कुमार
घर की मर्यादा नारि से-----
घर की मर्यादा नारि से-----
सुनील कुमार
लज्जा काया नारि की---
लज्जा काया नारि की---
सुनील कुमार
मलिन हुआ प्रभु जग तेरा----
मलिन हुआ प्रभु जग तेरा----
सुनील कुमार
हिय में जब तक मैं रहा---
हिय में जब तक मैं रहा---
सुनील कुमार
धरम-धरम चिल्लाई रहा-----
धरम-धरम चिल्लाई रहा-----
सुनील कुमार
कामी लोभी ना करै----
कामी लोभी ना करै----
सुनील कुमार
हरि जग में अब ना रहा------
हरि जग में अब ना रहा------
सुनील कुमार
मधुप पराग चूस कर----
मधुप पराग चूस कर----
सुनील कुमार
बोया पेड़ खजूर का----
बोया पेड़ खजूर का----
सुनील कुमार
तिनका-तिनका जोड़ि कै----
तिनका-तिनका जोड़ि कै----
सुनील कुमार
जात-पात में क्या रखा----
जात-पात में क्या रखा----
सुनील कुमार
गुरु ज्ञान है बाँटि रहा----
गुरु ज्ञान है बाँटि रहा----
सुनील कुमार
प्रभु !प्रिया तुम्हे पुकारि रहै----
प्रभु !प्रिया तुम्हे पुकारि रहै----
सुनील कुमार
दिन उबरत ना प्रभु बिना----
दिन उबरत ना प्रभु बिना----
सुनील कुमार
पिया-पिया मैं रट रही----
पिया-पिया मैं रट रही----
सुनील कुमार
हरि सदृश प्रिया ज्यौं मिले----
हरि सदृश प्रिया ज्यौं मिले----
सुनील कुमार
सब में एकहि लहू बहै----
सब में एकहि लहू बहै----
सुनील कुमार
खाली हाथ सब आये हैं------
खाली हाथ सब आये हैं------
सुनील कुमार
साधु सुमिरन है करि रहा------
साधु सुमिरन है करि रहा------
सुनील कुमार
पाप की मटकी भर गई------
पाप की मटकी भर गई------
सुनील कुमार
काया मलि-मलि धुलि रहा-----
काया मलि-मलि धुलि रहा-----
सुनील कुमार
चिड़िया बैठी डाल पर----
चिड़िया बैठी डाल पर----
सुनील कुमार
पिय सा सुन्दर कोई ना------
पिय सा सुन्दर कोई ना------
सुनील कुमार
पिय मोहे भवन पधारिया----
पिय मोहे भवन पधारिया----
सुनील कुमार
काया कै कोई मोल ना-----
काया कै कोई मोल ना-----
सुनील कुमार
डाली-डाली कली खिली---
डाली-डाली कली खिली---
सुनील कुमार
शीतल सुगन्ध बिखेर रहा-----
शीतल सुगन्ध बिखेर रहा-----
सुनील कुमार
जब पिय थे मैं ना रही----
जब पिय थे मैं ना रही----
सुनील कुमार
पिय वियोग बहु सह लिया-----
पिय वियोग बहु सह लिया-----
सुनील कुमार
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