सुनील कुमार Tag: दोहा 86 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read नई पत्तियां खिल गईं---- नई पत्तियां खिल गईं, मनवा देख-देख हर्षाय। बोले पपीहा बागन में, मधुरिम गीत सुनाय।। Hindi · दोहा 3 2 178 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read झूठन को झूठा लगै------ झूठन को झूठा लगै, सत्य समझ नहिं आई। नदी किनारे वृक्ष जैसे, उल्टी प्रतिबिम्ब बनाई।। Hindi · दोहा 3 2 392 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read डाली-डाली कली खिली--- डाली-डाली कली खिली, ज्यौं प्रसून बन जाय। भ्रमर पराग आस्वादन कर, देवै शहद बनाय।। Hindi · दोहा 2 423 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read साधु करम है करि रहा----- साधु करम है करि रहा, भाग्य भरोसा नाहि। मारग सफल हो जावै, भाग्य खड़ा मुस्काय।। Hindi · दोहा 2 269 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read कलियां पुष्प ज्यौं बन गईं----- कलियां पुष्प ज्यौं बन गईं, भ्रमर देख मुस्कुराय। वृक्ष मीठे फलों से लद गए, शुग्गा नोच के खाय।। Hindi · दोहा 2 182 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read मानुष-मानुष में द्वेष भरैं---- मानुष-मानुष में द्वेष भरैं, साँच धरम वह नांहि। ज्यौं पतझड़ पत्ती डाल से, निर्दय रहै बिछाड़ि।। Hindi · दोहा 2 174 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read जामैं मानुष प्रेम भरा----- जामैं मानुष प्रेम भरा, साँच धरम कहिऐ ताहि। ईंट-ईंट को जोड़ि कै, दियो सुन्दर गेह बनाई।। Hindi · दोहा 2 178 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read भूखा दर-दर भटकि रहा----- भूखा दर-दर भटकि रहा, क्षुधा रही सताय। एक रामफल देखि लिया, खावहिं भूख मिटाय।। Hindi · दोहा 2 184 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read सतजन प्रभु को समझ लिए----- सतजन प्रभु को समझ लिए, मूरख काहि बिसात। आदित्य प्रकाश बिखेर रहा, अज्ञ उल्लू समझै रात।। Hindi · दोहा 2 206 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read हरि ब्याहि मोहि संग सखी हरि ब्याहि मोहि संग सखी, लेवहिं पास बुलाई। संग प्रिय माहि रमण किये, मैं तो गई लजाई।। Hindi · दोहा 2 206 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read प्रिय बुलावा भेजा मोहि---- प्रिय बुलावा भेजा मोहि , जाऊं मैं पिय के गांव। कल मायका छूट जायो, जस नदी-घट से नाव।। Hindi · दोहा 2 193 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read मृदु वचन है बोलि रहा------ मृदु वचन है बोलि रहा, समन्वय भाव फैलाय। हरि को जो समझ लिया,साँच पंडित कहलाय।। Hindi · दोहा 2 2 336 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read मलिन हुआ प्रभु जग तेरा---- मलिन हुआ प्रभु जग तेरा, कोई-केहू का नाहि। मात-पिता को खाट नही, सुत सोय रहा अटारि।। Hindi · दोहा 2 2 235 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read हिय में जब तक मैं रहा--- हिय में जब तक मैं रहा, दीपक नही दिखाई। मैं को हिय से निकालिया, हरि हिय-मध्य मुस्काई।। Hindi · दोहा 2 206 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read धरम-धरम चिल्लाई रहा----- धरम-धरम चिल्लाई रहा, धरम न जानै कोय। जामें मानुष का प्रेम भरा, साँच धरम सो होय।। Hindi · दोहा 2 4 221 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read शीतल सुगन्ध बिखेर रहा----- शीतल सुगन्ध बिखेर रहा, चंदन सर्प लिपटाई। कस्तूरी हृदय मध्य बसे,मृग खोजे अकुलाई।। Hindi · दोहा 2 181 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read काया कै कोई मोल ना----- काया कै कोई मोल ना, जस मदार कै फूल। संग पवन कै उड़ि रहा, बनकर माटी धूल।। Hindi · दोहा 2 355 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read पिय मोहे भवन पधारिया---- पिय मोहे भवन पधारिया, हिय-पट रही लिपाई। साथ चली मैं जाऊंगी सखि, मायका सुधि बिसराई।। #आत्मा/परमात्मा Hindi · दोहा 2 388 Share सुनील कुमार 5 Oct 2021 · 1 min read गुजरे पल फिर ना मिलैं------ गुजरे पल फिर ना मिलैं, देवहिं ताहि बिसारि।। करम आज ही कर लेवहिं, नाहि करौ विचारि।। Hindi · दोहा 2 186 Share सुनील कुमार 8 Oct 2021 · 1 min read पिय सा सुन्दर कोई ना------ पिय सा सुन्दर कोई ना, देखौं हिय में ताक। सदा पास जाकै रहूँ, मोहि ना कोई आस। #आत्मा/परमात्मा Hindi · दोहा 2 244 Share सुनील कुमार 2 Jul 2021 · 1 min read वक्त वक्त की बात--- वक्त है तो सुखद है, वक्त नही तो दुःखद है। वक्त वक्त की बात है कि वक्त ही बेवक्त है।। Hindi · दोहा 2 396 Share सुनील कुमार 11 Oct 2021 · 1 min read दिन उबरत ना प्रभु बिना---- दिन उबरत ना प्रभु बिना, प्रिया कर रही विलाप। साथ तुम्हारे जाना है, छूटै सब जंजाल।। Hindi · दोहा 2 250 Share सुनील कुमार 11 Oct 2021 · 1 min read प्रभु !प्रिया तुम्हे पुकारि रहै---- प्रभु !प्रिया तुम्हे पुकारि रहै, आ जाओ मेरे पास। ब्याह रचाऊँ साथ तुम्हारे, जाऊँ तुम्हारे साथ।। Hindi · दोहा 2 2 201 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read घर की मर्यादा नारि से----- घर की मर्यादा नारि से, मेरी मर्यादा नारि। वात्सल्य की प्रत्यक्ष रूप है, मान बढ़ावै अपार।। Hindi · दोहा 1 205 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read कामी लोभी ना करै---- कामी लोभी ना करै, सुमिरन करै फकीर। कोयल शिशु जनमिया, पालै काग अमीर।। Hindi · दोहा 1 470 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read हरि जग में अब ना रहा------ हरि जग में अब ना रहा, असि मानुष की भूल। चारु फल सँवारि रहा, जस गूलर का फूल।। Hindi · दोहा 1 190 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read मधुप पराग चूस कर---- मधुप पराग चूस कर, अमृय लिया बनाय। मधुर फलों से वृक्ष लदे, मानुष तोड़ के खाय।। Hindi · दोहा 1 211 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read बोया पेड़ खजूर का---- बोया पेड़ खजूर का, छाया कहाँ से होय। पाप की गठरी भरि रहा, पुण्य प्राप्त कहाँ से होय।। Hindi · दोहा 1 260 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read तिनका-तिनका जोड़ि कै---- तिनका-तिनका जोड़ि कै, खोता लिया बनाय। जैसे शिशु जनमिया, सारिका दूर हो जाय।। Hindi · दोहा 1 195 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read जात-पात में क्या रखा---- जात-पात में क्या रखा, काया सबकी एक। यथा त्रिवेणी धारा बहै, आगे गंगा एक।। Hindi · दोहा 1 196 Share सुनील कुमार 13 Oct 2021 · 1 min read गुरु ज्ञान है बाँटि रहा---- गुरु ज्ञान है बाँटि रहा, मूरख समझै नाहि। समक्ष भैस के बीन बजावै, सो खड़ी रहै पगुराई।। Hindi · दोहा 1 413 Share सुनील कुमार 2 Nov 2021 · 1 min read सीप में मोती चमक रहा---- सीप में मोती चमक रहा, जग देखत है नाहि। हृदय मध्य में है हरि बैठा, जो खोजे सो पाहि।। Hindi · दोहा 1 472 Share सुनील कुमार 20 Feb 2022 · 1 min read गुरु ज्ञान शहद--- गुरु ज्ञान शहद समाना, खा मूर्ख खोल पिटारा। गुरु महिमा शिष्य बखाना, होवै जग उजियारा।। Hindi · दोहा 1 204 Share सुनील कुमार 19 Feb 2022 · 1 min read गुरु की महिमा अनन्त----- गुरु की महिमा अनन्त है, जग में जानै न कोई। ज्ञान देत विपुल अलौकिक,प्रकाश जगत में होय।। Hindi · दोहा 1 227 Share सुनील कुमार 19 Feb 2022 · 1 min read हरि से गुरु तुम्हीं होऊ--- हरि से गुरु तुम्हीं होऊ , तुमसे न कोई महान। शीश धरि गुरु चरनन में, करत शिष्य प्रणाम।। #गुरु महिमा Hindi · दोहा 1 326 Share सुनील कुमार 29 Nov 2021 · 1 min read नारी माता राम की---- नारी माता राम की, सबकी जननी नारि।। दोनों को तुम पूजिये, दुख भटकेगा नाहि।। Hindi · दोहा 1 138 Share सुनील कुमार 23 Nov 2021 · 1 min read पत्ते पर जब पानी पड़ा---- पत्ते पर जब पानी पड़ा, पानी मोती होय। आत्मा बीच हरि बैठा, मानुष देख ना पाय।। Hindi · दोहा 1 274 Share सुनील कुमार 21 Nov 2021 · 1 min read ईंट जोड़ि जैसे घर बना----- ईंट जोड़ि जैसे घर बना, वैसे पंचतत्व का शरीर। जिसमें बैठा हरि बिराजे, करत जगत उजियार।। Hindi · दोहा 1 183 Share सुनील कुमार 16 Nov 2021 · 1 min read अल्लाह-राम दोनों एक हैं---- अल्लाह-राम दोनों एक हैं, काहें रहा अलगाय। एक तरफ है मंदिर बना, दूजे मस्जिद बनाय।। Hindi · दोहा 1 143 Share सुनील कुमार 5 Nov 2021 · 1 min read सब जन में है हरि बसा----- सब जन में है हरि बसा, अपना हृदय टलोल। त्रिवेणी धारा प्रवाहित, आगे मिली गंगा एक।। Hindi · दोहा 1 154 Share सुनील कुमार 2 Nov 2021 · 1 min read सुख-दुख दोनों एक सा--- सुख-दुख दोनों एक सा, दुख काहे बिसराई। दुख में सुख को खोजिये, सुख होवेगा तोई।। Hindi · दोहा 1 192 Share सुनील कुमार 2 Nov 2021 · 1 min read राम-रहीम को बाँटि कै--- राम-रहीम को बाँटि कै, लीन्हा जाति बनाई। नहर-कुलाबा खोदि कै, खेत को रहा सिचाई।। Hindi · दोहा 1 163 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read लज्जा काया नारि की--- लज्जा काया नारि की, शीलप्रिय ज्यौं नारि। सृष्टि की करती है सर्जना, प्रकृति की उपकार।। Hindi · दोहा 1 182 Share सुनील कुमार 2 Nov 2021 · 1 min read भाग्य खाने को न दे सकै----- भाग्य खाने को न दे सकै, इसकी न कोई जाति। करम की अंजलि खोलिए, भाग्य तुम्हारे हाथ।। Hindi · दोहा 1 295 Share सुनील कुमार 2 Nov 2021 · 1 min read पुष्प चढ़ाए ज्यौं हरि मिलै---- पुष्प चढ़ाए ज्यौं हरि मिलै, ताहि चढ़ाऊं हार। तोसो श्रेष्ठ अन्न भली भली, काटि खाये संसार।। Hindi · दोहा 1 200 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read माया काया कुछ नही---- माया काया कुछ नही, जपि लै प्रभु का नाम। साथ तेरे कुछ न जावेगा, छूटेगा ज्यौं तेरे प्रान।। Hindi · दोहा 1 262 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read कटु वचन बहु बोल कर--- कटु वचन बहु बोल कर, मान गिरावै सोई। शिशु जने जस वृश्चिका, रोवै पांव पसारि।। Hindi · दोहा 1 209 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read राम नाम तू जपि रहा---- राम नाम तू जपि रहा, राम मिलत है नाहि। अंधन आगे रोइ रहा, राम हृदय में ताहि।। Hindi · दोहा 1 426 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read दीन की सेवा कर प्यारे---- दीन की सेवा कर प्यारे, ले लो पुण्य कमाय। तन धोवै कुछ ना मिलै, लाख त्रिवेणी नहाय।। Hindi · दोहा 1 156 Share सुनील कुमार 22 Oct 2021 · 1 min read नाव कबहुँ गाड़ी चढ़ै---- नाव कबहुँ गाड़ी चढ़ै, गाड़ी कबहुँ नाव। तू हरि को संवार दे, हरि संवारेगा तोय।। Hindi · दोहा 1 216 Share Page 1 Next