Durga Bondopadhay Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Durga Bondopadhay 27 May 2020 · 1 min read मजदूर माफ नहीं करेंगे देश को चलाने वाले कैसे भूल गए उनको,जो धूप में जल रहे हैं पैर जिनके छिल रहे हैं, भूख से जो तड़प रहे हैं, आंसुओं को जो पी रहे हैं,... Hindi · कविता 1 3 262 Share Durga Bondopadhay 3 Apr 2020 · 2 min read मैं एक मजदूर हूं मैं एक मजदूर हूं, महीने के अंत में ₹3000 कमाने वाला मैं एक मजदूर हूं, मेरा परिवार मुझसे दूर है मेरी बूढ़ी मां , मुझे ना देख पाने पर मजबूर... Hindi · कविता 2 274 Share