Comments (3)
28 May 2020 07:53 AM
यथार्थ की सुंदर संदेशपूर्ण प्रस्तुति ।
धन्यवाद !
28 May 2020 07:51 AM
मजदूर था वो इसीलिए मजबूर हो गया।
बिल्कुल सत्यता पर आधारित कविता।
धन्यवाद
यथार्थ की सुंदर संदेशपूर्ण प्रस्तुति ।
धन्यवाद !
मजदूर था वो इसीलिए मजबूर हो गया।
बिल्कुल सत्यता पर आधारित कविता।
धन्यवाद
बहुत सुंदर एवं सटीक टिप्पणी है, किन्तु यह भी सही है कि तब तक छाले याद रह पाएं, क्योंकि यह भाई लोग बोतलों पर भी डिग जाते रहे हैं।