Siddhant singh Rajput 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Siddhant singh Rajput 21 Nov 2018 · 1 min read मां के लाल स्वाभिमान पर बात जो लाए , बात यहां पर बढ़ गई . स्वर्ण पर जो घात लगाए , आंखों में वह गढ़ गई . शब्दों से जो घात किया ,... Hindi · कविता 1 5 437 Share Siddhant singh Rajput 13 Aug 2018 · 1 min read यहां हर चीज शाही है , मगर ना पेट भर पाए सजाएं ख्वाब थे उन ने , वो मुझको भी बहुत भाए . लिखी बस वेदना मैंने , जो गम मैंने यहां पाए . मैं तो आजाद पंछी था , जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 498 Share Siddhant singh Rajput 11 Aug 2018 · 1 min read ख्वाब ना शक का शौक था मुझको , न किस्मत को मैं पढ़ पाया. ना हक था प्यार का मुझको , न जिद पर मैं यूं अड़ पाया . मेरा तो... Hindi · कविता 519 Share Siddhant singh Rajput 14 Jul 2018 · 1 min read पिता जो पूछा किसीने तेरा *नाम* क्या, मैंने अपने पिता का *दम़* कह दिया। जो पूछा हैं *कैसे* तेरे पिता, मैंने घावों की उनको *मरहम़* कह दिया।। जो पूछा पिता तेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 550 Share Siddhant singh Rajput 13 Jul 2018 · 1 min read नारी लगाया जो कलम पर जोर, तो कलम भी टूट जाएगी। बयां कर दूं गुनाह तेरे, इंसानियत रूठ जाएगी।। बलात्कार होते रहे यूं ही, एक दिन धरती फट जाएगी।। जला दी... Hindi · कविता 1 1 794 Share Siddhant singh Rajput 17 Jun 2018 · 2 min read मैं पृथ्वी का दिल हूं क्या यही मेरी आजादी है मैं पृथ्वी का दिल हूं , क्या यही मेरी आजादी है . अब ना कोई सोन चिरैया , अब तो सब बर्बाद ही है . मैं पृथ्वी का दिल हूं... Hindi · कविता 450 Share