shreyash Sariwan 69 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 shreyash Sariwan 25 Oct 2020 · 1 min read धैर्य, संयम, धीरज राह मे जो काँटे हैँ, वो भी कलको फूल बनेंगे // वाणी मे जो संयम हैँ, वो भी कभी सूल बनेंगे // चुभ रही हैँ जो जिन्दगी, आज काँटों की... Hindi · कविता 2 355 Share shreyash Sariwan 19 Oct 2020 · 1 min read जिंदगी जिन्दगी एक सूखी हुई, बांस हो गई हैँ // जुए मे हारने के बाद, फेकी हुई तास हो गई हैँ // समस्या से भरे समुन्दर मे, गोते लगा रही हैँ... Hindi · कविता 3 442 Share shreyash Sariwan 12 Oct 2020 · 1 min read चिंता अब किताबों से दोस्ती, मुझे अच्छी नहीं लगती // सोशल मीडिया मे मस्ती, मुझे अच्छी नहीं लगती // एक अजीब-सा भय, मुझे सताने लगा हैँ // मानो, चिंताओं का समा,... Hindi · कविता 2 2 385 Share shreyash Sariwan 2 Oct 2020 · 1 min read वो हार गई... वो हार गई... ज़ब सत्ता मद मे, चूर हुई // इंसाफ डगर अब डोल रही // वो गूंगी बच्ची बोल रही // शासन-प्रशासन क्यों मौन रही? बच्ची की रूह झंकृत हुई // दोषी... Hindi · कविता 4 5 282 Share shreyash Sariwan 14 Sep 2020 · 1 min read हिंदी हमारी आन हैँ हिंदी, हमारी शान हैँ हिंदी / हमारी नसों मे हैँ बहती, हमारी रक्त हैँ हिंदी // हमारी जान हैँ हिंदी, हमारी मान हैँ हिंदी // हमारी कण-कण... Hindi · कविता 2 2 265 Share shreyash Sariwan 28 Jul 2020 · 1 min read कविता किसी खास ने पूछा कि, कैसे रचना होती है कविता की // हमने कहा कि, कविता मन का भाव ही तो होती है // उसने कहा कि क्या, कविता कि... Hindi · कविता 2 563 Share shreyash Sariwan 28 Jul 2020 · 1 min read काला दिल ना जाने क्यू, खुदा ने, इंसान कैसा बनाया //? जिसका चेहरा गोरा, उसका दिल ?काला बनाया // ? ~: श्रेयस सारीवान Hindi · शेर 2 474 Share shreyash Sariwan 27 Jul 2020 · 1 min read ~ इंसान बनो ~ हिन्दू बनना तो विवेकानंद, मुस्लिम बनना तो कलाम बनो // और येभी जो ना बन सको तो, केवल एक इंसान बनो // ना बांटो मेरे भारत को, इस जात-पात की... Hindi · कविता 4 8 623 Share shreyash Sariwan 26 Jul 2020 · 1 min read भारत माता मैं तलवार हु उस मयार की, जो महाराजाओं के महलो मे रहती है // मैं लफ्ज हु उन कवियों की, जो उनकी कविताओं मे बहती है // मैं बखान हु... Hindi · कविता 3 10 538 Share shreyash Sariwan 25 Jul 2020 · 1 min read गुरु गुरु बिन ज्ञान ना उपजै मन मे // गुरु बिन है सब सून // गुरु बिन पाथर बनै ना हीरा // गुरु बिन जीवन क्षीण // गुरु की लीला गुरु... Hindi · कविता 5 10 462 Share shreyash Sariwan 24 Jul 2020 · 1 min read बलात्कार की सजा जो लूट रहे है अस्मत मेरे देश की, माताओ और बहनो की // इन जैसे गद्दारो को, अभी सजा सुनाना बाकी है // फांसी मे चढ़ाने से पहले, एक शर्त... Hindi · कविता 2 1 331 Share shreyash Sariwan 24 Jul 2020 · 1 min read राजनीति सिन्धीअ ह चल दीस, कमाल चाल रे // बीजेपी के होगे सरकारकाल रे //? कांग्रेस देखे ओला अब मुँह फार फार रे //? कमलनाथ के होगे, बंटाधार रे // अमित... Hindi · कविता 2 291 Share shreyash Sariwan 24 Jul 2020 · 1 min read संघर्ष बिक चुका है मेरे आशियाने का सामान // परन्तु बिकाऊ मेरा सम्मान नहीं // बिक चुके है मेरे घर के गहने // परन्तु बिकाऊ मेरा मन नहीं // बिक चुके... Hindi · कविता 2 2 237 Share shreyash Sariwan 24 Jul 2020 · 1 min read समय की परीक्षा रंग मे भी भंग मे था, भंग मे भी रंग मे था // जिंदगी की जंग मे अधूरा रह जाऊंगा // की युतो टूट चुका पूरी तरह, हार चुका बुरी... Hindi · कविता 1 4 297 Share shreyash Sariwan 24 Jul 2020 · 1 min read जीवन की समस्या पता नहीं, खुदा क्यों, कीमती चीजे मुझसे छीनता जा रहा है // हर कदम मे मेरी मुश्किले और बढ़ाता जा रहा है // हर राह मे रोड़े, पत्थर के अणा... Hindi · कविता 1 360 Share shreyash Sariwan 24 Jul 2020 · 1 min read पुलिस की दस्तक उस रात पुलिस की जो दस्तक पड़ी थी // हिर्दय मे डर की नदिया बह पड़ी थी // धडकन थी जोरो की, चेहरे की तोत्ते उड़े पड़ी थी // हर... Hindi · कविता 1 537 Share shreyash Sariwan 23 Jul 2020 · 1 min read प्रकृति आज मेरा मन पुनः, शांत हुआ // ज़ब तन-मन का, प्रकृति से मेल हुआ // कभी कोयल की कु-कु करती, मधुर ध्वनि सुनाई देती थी // और मंद गति से... Hindi · कविता 2 4 327 Share shreyash Sariwan 23 Jul 2020 · 1 min read नारी शक्ति हैदराबाद की प्रियंका भी मैं ही // दिल्ली की दामिनी भी मैं ही // एसिड से जलने वाली लक्ष्मी भी मैं ही // वो 100 साल की दादी भी मैं... Hindi · कविता 5 3 428 Share shreyash Sariwan 16 Jul 2020 · 1 min read एक अकेला कवि.. एक अकेला कवि हु, साहब ख्यालो मे कुछ डूबा हुआ// परिस्थितियों से हारा हुआ गमो से टूटा हुआ // था कभी अभिमान मे भी अकड़ा हुआ अब हु, खुद की... Hindi · कविता 2 435 Share Previous Page 2