Shravan sharma 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read बच्चे बचपन में सयाने हो गए शौख और ख्वाहिशों के सारे अरमान उनके पुराने हो गए, घूमना फिरना और मौज मस्तियां ये सब तो बहाने हो गए, बचपन कब आया जवानी कैसे गुजर गई यह उनसे... Hindi · कविता · कोटेशन 97 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read तुम्हार क्यों नहीं हो पाया मैं वही वक्त मेरा था, जब मैं तुम्हारा था, क्यों तुमसे दूर हुआ, इतना क्यों मजबूर हुआ, तुमसे कह पाता कुछ, इससे पहले की कर पाता कुछ, अपने ही फैसलों में... Hindi · कविता 67 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read जब तुम ही थे हरजाई तुम अपनी नजर में सही रहे, हम अपनी नजर में, पत्थर हो चुके दिल में गमों की बसती गई खाई। ना तुमने की कोशिश, न ही हमने जहमत उठाई साथ... Hindi · कविता 83 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read कवि दर्द से जब भी पूरी तरह भर जाता है, कवि दर्द से जब भी पूरी तरह भर जाता है, ग़ज़ल लिखकर एक बार फिर मर जाता है, शब्दों में उतने ही ज्यादा जज्बात निकलते हैं, मन के वो अपने... Hindi · कविता 92 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read किसी से जबरदस्ती करना भी ठीक नहीं बिना मशक्कत बहना भी ठीक नहीं हार मान कर रहना भी ठीक नहीं माना वक्त ने कमजोर किया पर यूं सपनों का ढहना भी ठीक नहीं बस जिस्म तक ही... Hindi · कविता 216 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read बारी बारी से अपनों को खोता रहा रात जगता रहा दिन भर सोता रहा, बारी बारी से मैं अपनों को खोता रहा, बादलों के हुकूमत जब हुई चांद पर, चांद छुप छुप कर अंधेरे में रोता रहा,... Hindi · कविता 193 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read जिस्म से किसी जिस्म का मिलन हो जाना संगम नहीं निर्वस्त्र हो जाना इक दूजे के बाहों में भर जाना संगम नहीं जिस्म से किसी जिस्म का मिलन हो जाना संगम नहीं होठों को चूमना जुल्फों को सहलाते जाना संगम... Hindi · कविता 286 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read हर रस्म निभाया हूं मैं रिश्तों में हर रस्म को निभाया हूं मैं सबके बुरे वक्त में काम आया हूं मैं, एक आवाज पर हाजिर हो जाता था अपने वक्त को इस कदर लुटाया हूं... Hindi · कविता 239 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read हर पल मैं टूटता हूं तो लिखता हूं हँसता हूँ तो लिखता हूँ रोता हूँ तो लिखता हूँ ख़ुशी सारी मैं बयां करता अपने गम सारे मैं लिखता हूँ किसी को खोकर लिखता हूँ किसी में खोकर लिखता... Hindi · कविता 144 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read तुझमें खोया रहा, खुद को खोता गया तुझमे खोया रहा, खुद को खोता गया , न पता ये चला कब तेरा हो गया, पहले दिन था मेरा थी रातें मेरी, अब हर पल मेरा तेरा हो गया,... Hindi · कविता 152 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read प्यार है कीमत नहीं प्यार है कीमत नहीं जिसको चुकाया जा सके, कर्ज देकर प्यार का प्यार पाया जा सके, रस्म बदला रूप बदला अब छल भरे व्यापर में, मूल तो मिलता नहीं जो... Hindi · कविता 211 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read कुटुंब का उद्धार हो कुटुंब का उद्धार हो ज्ञान हो संस्कार हो, हो ख़त्म सारी कुरुतियां हर मन गंगा की धार हो, प्रकाश जब तेरा पड़े रौशन अंधकार हो जाए, अज्ञानता फिर दूर हो... Hindi · कविता 377 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read हवस की भूख हवस की भूख रिश्तों की मर्यादा नहीं देखती हवस की भूख उम्र का फासला नहीं देखती हवस की भूख कपड़ों की लंबाई नहीं देखती हवस की भूख जाती की बेडिया... Hindi · कविता 509 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read सांझ पहर मोरा पिया बुलावे सांझ पहर मोरा पिया बुलावे सावन में साजन को जिया बुलावे, बदरिया कमरिया में हलचल करे बरसे तो रतिया जगावे पिया। बरिसिया में जब बदरा गरजाय झूमे जवानी अउर बदन... Bhojpuri · कविता 139 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read तेरी हर स्मृतियों का अंतिम संस्कार कर रहा हूं तेरी हर स्मृतियों का अंतिम संस्कार कर रहा हूं आज हर इक प्रेमपत्र अग्नि के नाम कर रहा हूं। इन लिफाफों में तेरे दिए कुछ गुलाब सूखे मिले बस उसे... Hindi · कविता 194 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read जिंदगी जब नाच नचाने लगे जिंदगी जब नाच नचाने लगे जब अपने सभी बेगाने लगे, जब रास्ते बंद हो जाएं, हर कदम मुश्किलें जाने आने लगें, जब असफलता ही लगे हांथ, कोशिशें सभी हार जाने... Hindi · कविता 213 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read घर मुझे केवल अपना पसंद है बंगला या महल नहीं घर मुझे केवल अपना पसंद है, थकान सारी जहां दूर हो जाए उस मां आंचल पसंद है, जिसके निस्वार्थ पसीने से ही दौड़ रहा मेरे रगो... Hindi · कविता 109 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read मेरे इंतज़ार में मेरा चांद मेरे इंतज़ार में मेरा चांद छत पर दिखाई देता है देर हो जाने पर बेचैन चौखट पर दिखाई देता है मुझे देखकर तुरंत वो तमतमाई घर में जाती है खुश... Hindi · कविता 205 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read आवाज़ ना हो जिस घर में आवाज़ ना हो जिस घर में कोई जरूर वहां गम का मातम होगा चौखट पर दिए के रखने से कभी पूरा घर रौशन हो नहीं सकता। कुछ दिल अंदर से... Hindi · कविता 255 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read अविश्वस्नीय सत्य अविश्वस्नीय सत्य जब आंखो के सामने आ जाए, विश्वासघात जब किसी का सीने में घर कर जाए, आत्मा टूट जाए किसीसे बेपरवाह जिंदगी हो जाए, जब जीता जागता खुश दिल... Hindi · कविता 99 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read धोखा धोखा एक स्वाद जिसे चख लिया कर जब अपने ही दें तो इसे रख लिया कर। सही वक्त आने बहुत देर हो जाएगी, खुद से पहले लोगों को परख लिया... Hindi · कविता 235 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read किसी का बेवक्त गुजर जाना किसी का बेवक्त गुजर जाना जीवन का समाप्त हो जाना। सपनों, उम्मीदों, संबंधों, रिश्तों पर पूर्ण विराम लग जाना। बेसुध मां बहन पत्नी बेटे बेटी व बाप भाई का हार... Hindi · कविता 152 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read धीरे धीरे हम बदल जाते हैं। धीरे धीरे हम बदल जाते हैं। छोड़ ख्वाहिशें मेहनत पर लग जाते हैं, जिम्मेदारियां कंधों पर आते ही, घर के लिए घर से निकल जाते हैं। यारी दोस्ती छूट जाती... Hindi · कविता 174 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read किसी को पहले जैसा नहीं रहने देता पैसा देखा है मैने, बेनूर सूरत पर भी नूर ला देता है पैसा, खाली हो जेब तो घर बाहर तमाशा बना देता है पैसा, पुराने यारों को भुला गैरों को गले... Hindi · कविता 60 Share Shravan sharma 15 Jun 2023 · 1 min read दुखी आंखें कितनी असहाय होती हैं दुखी आंखें, भीड़ में सन्नाटे सी होती हैं दुखी आंखें, शोर लिए खामोश होती हैं दुखी आंखें सागर जितना दुखी होती हैं दुखी आंखें अकेले में... Poetry Writing Challenge · कविता 121 Share