Shivansh Mishra Tag: कविता 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shivansh Mishra 2 Nov 2019 · 1 min read वक़्त हो तो रंग बारिश का समझना घास के छप्पर को सम्भाली, माटी की मोटी दीवारें, गीत झोपडी की वो गाती, बांस की हल्की पतली टाटी। वक़्त हो तो झाँक कर तुम देखना झरोखों से, फिर समझना... Hindi · कविता 1 389 Share Shivansh Mishra 19 Oct 2018 · 1 min read शिकारी तड़फड़ाती छटपटाती जल बिना है वो बेचारी, किन्तु उसकी प्यास को समझे कभी ना ये शिकारी। उसकी चंचल चाल ऐसी सागर कभी स्थिर ना रहता, जल को जीवन मानती, पर... Hindi · कविता 1 472 Share Shivansh Mishra 10 Oct 2018 · 1 min read कलम हमारी कौन सुने अब व्यथा हमारी, आज अकेली कलम हमारी, जो थी कभी पहचान हमारी, आज अकेली कलम हमारी। हाथों के स्पर्श मात्र से, पढ़ लेती थी हृदय की बाते, नैनों... Hindi · कविता 1 408 Share