Sheela Gahlawat Seerat 234 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Sheela Gahlawat Seerat 20 Jan 2021 · 1 min read रचना कहीं घुम आयें आओ घूम कहीं आये हम जगह नई कहीं जाये हम आसमां से उपर उडते बादल मखमली सी ओड हम चादर हम- तुम उनमें खो जाये दिल- दो,... Hindi · कविता 3 2 249 Share Sheela Gahlawat Seerat 18 Feb 2021 · 1 min read अंकुरित से रिश्ते रिश्ते अंकुरित से होते हैं कुछ जिंदा से भी रहते हैं मुरझा जाते गलत फहमी में यूँ बिखर अंहकार में जाते हैं खुशियों का हर लम्हा तुम भी आन्नद की... Hindi · कविता 3 224 Share Sheela Gahlawat Seerat 18 Feb 2021 · 1 min read दोहा (प्यार) चलो आज चलते कहीं, दूर अंतरिक्ष पार बसते चल के हैं वहाँ, जहाँ प्यार ही प्यार शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 391 Share Sheela Gahlawat Seerat 22 Feb 2021 · 1 min read "हरि सिमरण" हरि सिमरण जो भी करे,बढ़ता निस दिन नूर सीरत शरणी श्याम जो, रहता गम से दूर शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 337 Share Sheela Gahlawat Seerat 24 Feb 2021 · 1 min read "आंखों की पहचान" पांवों में जान हो... मंजिल हमसे कभी न दूर हो आंखों में पहचान हो... इंसान हमसे कभी न दूर हो दिल में स्थान हो... अपने हमसे कभी न दूर हो... Hindi · कविता 3 2 466 Share Sheela Gahlawat Seerat 27 Feb 2021 · 1 min read दूध- मलाई दूध मलाई बार से, नहा हुआ था प्यार सीरत फल है इश्क का, हाथों में विम बार शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 1 441 Share Sheela Gahlawat Seerat 4 Mar 2021 · 1 min read विनती शंभू भोले नाथ का, सकल जगत पर राज सीरत है विनती करे, राखो मेरी लाज शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 400 Share Sheela Gahlawat Seerat 5 Mar 2021 · 1 min read खुशियाँ झूम झूम कर नाचती, कुंजन देख बसन्त। खुशियाँ जब छोटी रहें, दामन भरो अनन्त।। शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 325 Share Sheela Gahlawat Seerat 6 Mar 2021 · 1 min read ताना बेटी ताना दीजिये, लगे बहू को जाय हींग लगे ना फिटकरी, रंगत चोखी आय शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 397 Share Sheela Gahlawat Seerat 11 Mar 2021 · 1 min read महिमा महिमा भोलेनाथ की, गाये तीनो लोक भोला बन के जो जपे, सुधर गया परलोक शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 489 Share Sheela Gahlawat Seerat 20 Mar 2021 · 1 min read बचपना शब्दों को दे बचपना, तुतलाते रख बोल खुशी बरसती देख फिर, बाजे ताली ढोल शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 2 405 Share Sheela Gahlawat Seerat 24 Mar 2021 · 1 min read रूप भाव लेत हैं रूप जब, सीरत कवि कहलाय नमी मिले जब बीज को, वो पौधा हो जाय शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 281 Share Sheela Gahlawat Seerat 29 Mar 2021 · 1 min read बावरी श्याम रंग ऐसो चढ़ो, दूजा नाहिं भाय मीरा ही सम बावरी, सीरत खोटी हाय शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 2 264 Share Sheela Gahlawat Seerat 31 Mar 2021 · 1 min read सूरज कठिन राह पर जो चले, वो ही मंजिल पात सूरज लड़ता रात से, तभी लाये प्रभात शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 323 Share Sheela Gahlawat Seerat 8 Apr 2021 · 1 min read ताज करुं वंदना हर घड़ी, सीरत के सिर ताज महफिल की सिरमौर हो, शब्दों पर हो राज शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 314 Share Sheela Gahlawat Seerat 12 Apr 2021 · 1 min read सम भाव चिन्ता तज चिन्तन करो, बनते बिगड़े काम सीरत तू सम भाव रख, भली करेगें राम शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 254 Share Sheela Gahlawat Seerat 15 Apr 2021 · 1 min read आंचल माँ का जो भी रूप है, हितकारी ही होय ममता का आँचल बड़ा, सब ही सुख मे सोय शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 419 Share Sheela Gahlawat Seerat 20 May 2021 · 1 min read रिश्ते अब भी है.,.... (रिश्ते तब भी थे) बच्चे अब भी हैं बच्चे तब भी थे.. रिश्ते अब भी हैं. रिश्ते तब भी थे.. वो बात न रही... सब फोन में व्यस्त है सबके कमरे के दरवाजे बंद... Hindi · कविता 3 3 303 Share Sheela Gahlawat Seerat 23 Jun 2021 · 1 min read पल्लू चुनरी के पल्लू में बंधी कुछ यादों का खोलना कुछ सपने बुने थे.... खिड़की से चांद देखना सुख- दुख की फसल उगी हर मौसम के फल देखना खुशी की लहरें,... Hindi · कविता 3 1 612 Share Sheela Gahlawat Seerat 12 Jul 2021 · 1 min read एहसासों की माला एहसासों की माला सिमरूं मैं सिमरूं पी के नाम ये माला मैं उगती रहेगी ख्वाबों की खेती लौटी वापस मायूसी की खेती खूशबू बन कर महकेगा जीवन दिल की धड़कन... Hindi · कविता 3 3 940 Share Sheela Gahlawat Seerat 14 Jul 2021 · 1 min read उम्मीदों का घर उम्मीदों का घर बना ........ कच्ची मिट्टी से बना विश्वास की डोर बंधा सावन का महीना है बारिश का बंधा समा हसरतें मासूम होती है छोटे बच्चे के जैसे बना... Hindi · कविता 3 605 Share Sheela Gahlawat Seerat 18 Jul 2021 · 1 min read नदी जैसे बहना (ग़ज़ल) ग़ज़ल चुप हूँ चुप ही है रहना क्या सुनना अब क्या कहना मेरी आदत है यारो एक नदी जैसी बहना जब तुम पत्थर जैसे हो सब बेकार है अब कहना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 5 627 Share Sheela Gahlawat Seerat 27 Jul 2021 · 1 min read रूप लिया भोले बाबा रूप लिया, गोपी का धर आय मुरलीधर को देखकर, श्री राधा नाम जपाय शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 675 Share Sheela Gahlawat Seerat 30 Jul 2021 · 1 min read मुहब्बत कच्ची मिट्टी का आशियाना है ढे़र हो गई सारी ही खुशियाँ हैं मुहब्बत, है मुहब्बत का जख्म खत्म सारी हो गई खुशियाँ हैं शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 3 419 Share Sheela Gahlawat Seerat 2 Aug 2021 · 1 min read माटी माटी तै माटी होरया सै जी लकडण नै होरया सै भरोसा कोनी पल भर का भी नखरे कई हजार दिखया रै सै ख्बाब मैं ही महल बनाये करदा आना पाई... Hindi · कविता 3 2 585 Share Sheela Gahlawat Seerat 8 Aug 2021 · 1 min read भीगे तन-मन न छतरी सावन आया झुम के सावन आया बादल बरसे बिजली चमकी, आया रंग- बिरंगी छतरी ले कर सावन आया भीगे तन-मन न छतरी बाजार से लाया नील गगन अदभुत आभा, जो... Hindi · गीत 3 2 567 Share Sheela Gahlawat Seerat 8 Aug 2021 · 1 min read मखमली ख्वाब रूई के फोहे से हैं मेरे मखमली ख्वाब रेशम के धागों से कसीदे हैं कुछ ख्वाब ख्वाहिश, अरमान, ख्वाब, फरमाइश हैं रेशम की डोरी से धागे बुनकर बुनती हूँ सीरत... Hindi · मुक्तक 3 2 521 Share Sheela Gahlawat Seerat 8 Aug 2021 · 1 min read बुनकर बुनती थी चल पडती हूँ उन ख्वाबों की चाहत में बचपन में बुनकर बुनती थी चाहत में मीलों तय करते थे ऊंची कूद कूदी थी थक जाती हूँ अब मन की भी... Hindi · मुक्तक 3 4 536 Share Sheela Gahlawat Seerat 8 Aug 2021 · 1 min read सत्य ही जीवन जीवन का सत्य, जीवन ही है सत्य रिमझिम सी फुव्हारों सा ही है सत्य मेघों से काले बादल सा बरसे पानी खुशियों की लाता सौगात ही है सत्य शीला गहलावत... Hindi · मुक्तक 3 5 501 Share Sheela Gahlawat Seerat 9 Aug 2021 · 1 min read खेत आली रोटी घणी याद आवैं वे खेत आळी रोटी आम के अचार की फाड़ मोटी मोटी हम बहुत साथ खेले,बहुत देखे मेळे बहुत याद आवैं सैं वो दोस्तां के रेळे बचपन सुहाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 337 Share Sheela Gahlawat Seerat 9 Aug 2021 · 1 min read असली- नकली चाहत से भी ज्यादा पाने की उसको आदत है ही खाने की असली- नकली सबके है सामने बात भरोसा करके लाने की शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 3 2 356 Share Sheela Gahlawat Seerat 9 Aug 2021 · 1 min read ऊंची डाली झूला झूलन बाग मैं जाऊगी संग सहेलियों संग मैं जाऊँ गी हाथों में मेहदी रचा कर माँ मैं चूड़ी पहन हरी- हरी मैं जाऊँगी सबसे ऊंची डाली छूकर आऊँ माँ... Hindi · गीत 3 1 439 Share Sheela Gahlawat Seerat 9 Aug 2021 · 1 min read हरियाली तीज हरियाली तीजा का , बडा़ ही है त्यौहार झूला झूलन न बरगद भी, कोई व्यवहार न वो इब अगड- पडो़स अब सब खत्म कोरोना न रही-सही कर दी कसर खत्म... Hindi · कविता 3 3 309 Share Sheela Gahlawat Seerat 10 Aug 2021 · 1 min read दीवाना कैसा पागल दीवाना है रातों में दीवारों को दर्द सुनाया करता है शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · शेर 3 390 Share Sheela Gahlawat Seerat 11 Aug 2021 · 1 min read अम्बर छू लूं सावण आली तीज है, बीरा आवै आज काले- काले मेघ है हरियाली को राज झूला झूलूं पीग मैं, अम्बर छूं लूं आज उड़- उड़ जाने को जिया, आतुर मन आवाज... Hindi · दोहा 3 651 Share Sheela Gahlawat Seerat 12 Aug 2021 · 1 min read किस्मत ताले खोलना किस्मत के इतने आसां तो नहीं चलता चल मेहनत की राह खुशियाँ मिलेगी आती रुकावटें हमेशा राह में उनकी आगे मिली जरूरत से ज्यादा सख्तियां मिलेगी शीला गहलावत... Hindi · मुक्तक 3 432 Share Sheela Gahlawat Seerat 12 Aug 2021 · 1 min read फूल हवा में तैर उठें ऐसी ही तू कोशिश कर दिल में यार रिहाइश कर फूल हवा में तैर उठें खुशबू की तू बारिश कर दिल का फ़ीता लेकर तू उल्फ़त की पैमाइश कर फ़स्ल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 447 Share Sheela Gahlawat Seerat 13 Aug 2021 · 1 min read दीवाना ख्वाब तेरे हमेशा ही आते रहे मुझको दीवाना सच में बनाते रहे कल तलक तो यक़ीं तुमको था ही नहीं आज भी तुम हमें आज़माते रहे शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़,... Hindi · मुक्तक 3 2 590 Share Sheela Gahlawat Seerat 14 Aug 2021 · 1 min read गुलाबी होठ गुलाबी तुम्हारे होठ खुलते कब लेते रहते मेरा ही नाम जाने कब सच मानो तो पावन कर देते मन मेरे होने की वजह तुम ही हो अब शीला गहलावत सीरत... Hindi · मुक्तक 3 2 506 Share Sheela Gahlawat Seerat 15 Aug 2021 · 2 min read एक भारत श्रेष्ठ भारत एक भारत श्रेष्ठ भारत एक भारत श्रेष्ठ भारत मिलकर भारत बनाना है भिन्न- भिन्न इंद्र धनुष के रंगों से सजाना है तरह- तरह के फूल पिरोकर माला बन जाती है... Hindi · कविता 3 2 382 Share Sheela Gahlawat Seerat 15 Aug 2021 · 1 min read सितारों संग कभी बुलाये, कभी बिन बुलाये तुम चले आना सांझ ढले बुलाये चली पूर्वाह सीली- सीली बहारें चांद की चांदनी, आसमां के तले सितारों संग हम भी जगमगाएंगे तपती धरती ठंडी,... Hindi · कविता 3 2 294 Share Sheela Gahlawat Seerat 18 Aug 2021 · 1 min read फूल- कली मन के सांचे में ढलते ही जाना है बहता पानी, जैसे अपना लगता है ये हंसीन नज़ारे, जैसे मुस्काती हो उनका यूँ शरमाना अच्छा लगता है सरिता, झरने, मन भावन... Hindi · कविता 3 4 381 Share Sheela Gahlawat Seerat 25 Aug 2021 · 1 min read विश्वास की डोरी से बंधा सच्चा, पक्का, कच्चा ये मन का धागा विश्वास, स्नेह, प्यार की डोरी से बांधा सम्भाले हैं कुछ रिश्ते , हैं भावनाओं के जोड़ें रखती, मायके की यादों का धागा शीला... Hindi · मुक्तक 3 2 496 Share Sheela Gahlawat Seerat 26 Aug 2021 · 1 min read किनारा सहास, पतवार, किनारा, साथ- साथ हों अपने पर भरोसा रखो तुम, जन्म दिया साथ भी वही निभायेंगे, इस जन्म में वो पालनहारी हैं, आगे भी वहीं सहारा हो शीला गहलावत... Hindi · मुक्तक 3 2 383 Share Sheela Gahlawat Seerat 27 Aug 2021 · 1 min read चौखट पे पलकें बिछाये बैठी शिकवे भुलाये बैठी तेरी चौखट पे आकर दीपक जलाये बैठी शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 3 2 512 Share Sheela Gahlawat Seerat 28 Aug 2021 · 1 min read बांट निहारूँ युमना तट पे बैठी बाट निहारूँ कब आओगे कान्हा बांट निहारूँ अधरों पे तेरी मुरली नन्द लाला आ जाओ कन्हैया, बांट निहारूँ शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 3 477 Share Sheela Gahlawat Seerat 29 Aug 2021 · 1 min read धुन लगी राम विराजे जानकी, पीला वस्त्र साज राम नाम की धुन लगी, हर भक्तन के आज Hindi · दोहा 3 2 660 Share Sheela Gahlawat Seerat 5 Sep 2021 · 1 min read सूत्र में बंधा मिट्टी को आकार दे, दूर करे अंधकार इक सूत्र में है बंधा, सारा ही संसार शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 389 Share Sheela Gahlawat Seerat 7 Sep 2021 · 1 min read चांदनी काग़ज़ की कश्ती, पानी में बहती जाती है हर मन की मस्ती, फूलों की बस्ती आती है तुम होते ख्यालों में ये फूल सुंदर लगते हैं तुम बिन फूलों की... Hindi · कविता 3 2 610 Share Sheela Gahlawat Seerat 10 Sep 2021 · 1 min read पुष्प गणित बप्पा भोग ला, सब रोग भाग जाय पुष्प, सिंदूर गणेश को, जनेऊ, दुर्वा चढाय शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · दोहा 3 636 Share Previous Page 2 Next