Sheela Gahlawat Seerat Tag: मुक्तक 53 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sheela Gahlawat Seerat 12 Sep 2021 · 1 min read मुलाकात जीने के लिए एक मुलाकात काफ़ी है मुस्कुराहट के पीछे इक मुस्कान काफ़ी है गिले- शिकवे सब भूल जाने अच्छे हैं मीठी बातें, यादों में बीते, मुस्कान काफ़ी है शीला... Hindi · मुक्तक 1 506 Share Sheela Gahlawat Seerat 10 Sep 2021 · 1 min read जख्म कुछ रिश्ते ढोये जाते हैं कुछ रिश्ते निभाये जाते हैं दीये जख्म इतने इंसां ने जब घावों को मलहल लगाये कौन शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 5 2 347 Share Sheela Gahlawat Seerat 10 Sep 2021 · 1 min read सौभाग्य हो सौभाग्य की पूर्ण प्राप्ति हो दुर्भाग्य पूर्ण समाप्त गणेश चतुर्थी दिन बड़ा महान सुबह ही स्नान व्रत ध्यान... शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 3 493 Share Sheela Gahlawat Seerat 9 Sep 2021 · 1 min read नदियाँ पावन नदियाँ बहती हैं यमुना- गंगा बहती हैं जिसकी गोद में रहते अमृत जल, धरा शीतल शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 2 383 Share Sheela Gahlawat Seerat 9 Sep 2021 · 1 min read अनपढ़ आंखें तेरी खुल जायेगी अनपढ़-गवार कही जायेगी खत पढवाने की खातिर मिन्नते करती रह जायेगी शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 2 787 Share Sheela Gahlawat Seerat 8 Sep 2021 · 1 min read मुसाफ़िर हो गई भोर जाग मुसाफ़िर दो दिन का मेला ये जीवन कर्म की गठरी सिर पे लाद भोर हुई अब जाग मुसाफ़िर शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 2 354 Share Sheela Gahlawat Seerat 8 Sep 2021 · 1 min read वाणी शब्दों की शब्दों से ही बनती वाणी है मीठी शीतल बोली ही बनती कहानी है कटु वाणी जख्मों से भर देती तन को दिल न दुखे ऐसी ही कोई बोले... Hindi · मुक्तक 4 2 351 Share Sheela Gahlawat Seerat 6 Sep 2021 · 1 min read हम- तुम, तुम-हम फूलों की बस्ती में यादों की मस्ती में हम-तुम, तुम -हम सफर की कश्ती में शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 2 2 493 Share Sheela Gahlawat Seerat 29 Aug 2021 · 1 min read उजाला उम्मीदों की पोटली लादे जा रहा हूँ कांधे पे खुशी-गम, गम-खुशी ला रहा हूँ रोशनी- दीपक, उजाला संग-संग चलती हर घर रौनक जगमग दीपक जला रहा हूँ शीला गहलावत सीरत... Hindi · मुक्तक 1 383 Share Sheela Gahlawat Seerat 28 Aug 2021 · 1 min read बांट निहारूँ युमना तट पे बैठी बाट निहारूँ कब आओगे कान्हा बांट निहारूँ अधरों पे तेरी मुरली नन्द लाला आ जाओ कन्हैया, बांट निहारूँ शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 3 481 Share Sheela Gahlawat Seerat 28 Aug 2021 · 1 min read दिल को चैन नहीं इस दिल को चैन नहीं ,आता ओर जाता दर्द दिखाता वो खैर नही, आता ओर जाता वादे करते सब ही तो निभाता कब कौन आदमी को चैन नहीं, आता ओर... Hindi · मुक्तक 1 818 Share Sheela Gahlawat Seerat 28 Aug 2021 · 1 min read दौड़ी आई बांसुरी की धुन सुन राधा दौडी आई यूँ न तुम सताया करो, राधा दौड़ाई रूह और मन में तुम उनके बसे हो मुझे तन- मन में अपने यूँ न बसाओ... Hindi · मुक्तक 1 633 Share Sheela Gahlawat Seerat 27 Aug 2021 · 1 min read मखमल की चादर फूलों की बगियाँ, मन के मौसम संग मखमल की चादर, मन के मौसम संग इक दूजे की आंखों में हम तुम खो जाएं मीठी मिसरी यादों के, मन के मौसम... Hindi · मुक्तक 2 2 433 Share Sheela Gahlawat Seerat 27 Aug 2021 · 1 min read चौखट पे पलकें बिछाये बैठी शिकवे भुलाये बैठी तेरी चौखट पे आकर दीपक जलाये बैठी शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 3 2 526 Share Sheela Gahlawat Seerat 26 Aug 2021 · 1 min read किनारा सहास, पतवार, किनारा, साथ- साथ हों अपने पर भरोसा रखो तुम, जन्म दिया साथ भी वही निभायेंगे, इस जन्म में वो पालनहारी हैं, आगे भी वहीं सहारा हो शीला गहलावत... Hindi · मुक्तक 3 2 389 Share Sheela Gahlawat Seerat 26 Aug 2021 · 1 min read कड़वा पन तिनके को तिनके का सहारा दिल साफ़ रहे हर किसी का ना रिश्तों में दूरी आये ना मन कड़वा पन आये हर किसी का शीला गहलावत सरीत चण्डीगढ़ , हरियाणा Hindi · मुक्तक 2 2 352 Share Sheela Gahlawat Seerat 25 Aug 2021 · 1 min read विश्वास की डोरी से बंधा सच्चा, पक्का, कच्चा ये मन का धागा विश्वास, स्नेह, प्यार की डोरी से बांधा सम्भाले हैं कुछ रिश्ते , हैं भावनाओं के जोड़ें रखती, मायके की यादों का धागा शीला... Hindi · मुक्तक 3 2 501 Share Sheela Gahlawat Seerat 24 Aug 2021 · 1 min read आंसू पी लेती है गम दिखता है, कुछ कम दिखता है जब सी लेती है, उधड़ी काया नारी अपने अरमानों को चुपके से अनदेखा चुप रह आंसू पी लेती,उधड़ी काया नारी शीला गहलावत सीरत... Hindi · मुक्तक 2 2 371 Share Sheela Gahlawat Seerat 23 Aug 2021 · 1 min read बुलबुल बुलबुल की खनक है बहना हर घर की रौनक है बहना झील से गहरे नयन तुम्हारे है लहलहाती तस्वीर है बहना शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 2 2 354 Share Sheela Gahlawat Seerat 22 Aug 2021 · 1 min read हलचल हौसले ले कर हम चले अपनी डगर ऊबड़-खाबड पग गये, अपनी डगर लगते सारे ही अटपट सब ही देख रहे भीतर भी मची हलचल रे, अपनी डगर शीला गहलावत सीरत... Hindi · मुक्तक 2 2 418 Share Sheela Gahlawat Seerat 20 Aug 2021 · 1 min read बोले है चूड़ी आ जाओ श्याम मेरे अंगना बोले है चूड़ी, बोले है कंगना मुझको सब कुछ वीरान लगे जब, होते ना तुम मेरे संग ना शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 2 2 627 Share Sheela Gahlawat Seerat 18 Aug 2021 · 1 min read छोटी सी बगिया मन आंगन फिर चहकी नन्ही चिड़िया फूल खिला फिर से छोटी सी बगिया चलती सांसों में फिर रूके से जज्बात पागल मन को आग लगे बिन साजन शीला गहलावत सीरत... Hindi · मुक्तक 2 2 708 Share Sheela Gahlawat Seerat 18 Aug 2021 · 1 min read झीनी चादर गम को दिल से दूर भगाना अच्छा है मुश्किल राहों में मुस्कुराना अच्छा है ठण्डक हो या कोहरे की झीनी चादर यादों की चादर लिपटाना अच्छा है शीला गहलावत सीरत... Hindi · मुक्तक 2 2 434 Share Sheela Gahlawat Seerat 17 Aug 2021 · 1 min read दिल के कोने में पलकों में बसे हो तुम दिल के हर कोने में तुम हर बख्त तुम ही नज़र में सुबह से शाम, ख्वाब में तुम शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 2 2 302 Share Sheela Gahlawat Seerat 16 Aug 2021 · 1 min read बेपनाह मुहब्बत बेपनाह मुहब्बत आखिर इक दिन मर ही जाती है, आखिर इक दिन कुछ सह जाते, कुछ कह जाते हैं कुछ उम्र भर घुट- घुट ढह जाते हैं शीला गहलावत सीरत... Hindi · मुक्तक 2 2 439 Share Sheela Gahlawat Seerat 16 Aug 2021 · 1 min read हंसीन नज़ारे मन के सांचे में ढलते ही जाना है बहता पानी, जैसे अपना लगता है ये हंसीन नज़ारे, जैसे मुस्काती हो उनका यूँ शरमाना अच्छा लगता है शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़,... Hindi · मुक्तक 2 2 506 Share Sheela Gahlawat Seerat 16 Aug 2021 · 1 min read ओस की बूंद बारिश में घुली ओस की बूंद हूँ आहट, सुकूँ, पैगाम, वक्त सी हूँ खामोशी में हल्की सी दस्तक दे आंखों में चमक जैसी इक बूँद हूँ शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़,... Hindi · मुक्तक 1 433 Share Sheela Gahlawat Seerat 16 Aug 2021 · 1 min read सपने सपनों में मैं आऊंगा नाम अमर कर जाऊँगा है सरहद पर जरूरी काम मां तुझको सलाम, आऊंगा शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 2 2 367 Share Sheela Gahlawat Seerat 16 Aug 2021 · 1 min read छूकर जब भंवरे रूक जाता सांसों का चलना छूकर जब भँवरे जाते हैं महक महक गुल मुस्काते हैं जब हम तुम भी मिल जाते हैं शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 2 2 418 Share Sheela Gahlawat Seerat 15 Aug 2021 · 1 min read आहें भरते गायें ग्वाल सब ही याद करते हैं मन सबका दु:खी आहें भरते हैं बछिया बछड़े सब बहुत उदास आंखों से सबके आंसू झरते हैं शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 1 2 409 Share Sheela Gahlawat Seerat 14 Aug 2021 · 1 min read बहता दरिया तुम बिन ये मन भी बच्चा लगता है माँ तुम बिन ये घर बौना लगता है ऐसा मौसम तुम संग लेते आना बहता दरिया भी मीठा लगता है शीला गहलावत... Hindi · मुक्तक 2 670 Share Sheela Gahlawat Seerat 14 Aug 2021 · 1 min read गुलाबी होठ गुलाबी तुम्हारे होठ खुलते कब लेते रहते मेरा ही नाम जाने कब सच मानो तो पावन कर देते मन मेरे होने की वजह तुम ही हो अब शीला गहलावत सीरत... Hindi · मुक्तक 3 2 513 Share Sheela Gahlawat Seerat 13 Aug 2021 · 1 min read मुठ्ठी भर इश्क़ मुठ्ठी भर इश्क़ आधी सोयी, मैं जागती सी फिरू मैं नशे में, भागती सी उबलती चाय में डाल देती है मुठ्ठी भर इश्क़, कांपती सी शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 2 2 364 Share Sheela Gahlawat Seerat 13 Aug 2021 · 1 min read रंगत माली के चेहरे पे रंगत आती फूलों के रंग में रंग सब जाती रूक जाता सांसो का चलना फूलों की खुशबू है महकती यूँ ही न निखर जाता रूप ये... Hindi · मुक्तक 1 345 Share Sheela Gahlawat Seerat 13 Aug 2021 · 1 min read दीवाना ख्वाब तेरे हमेशा ही आते रहे मुझको दीवाना सच में बनाते रहे कल तलक तो यक़ीं तुमको था ही नहीं आज भी तुम हमें आज़माते रहे शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़,... Hindi · मुक्तक 3 2 596 Share Sheela Gahlawat Seerat 12 Aug 2021 · 1 min read किस्मत ताले खोलना किस्मत के इतने आसां तो नहीं चलता चल मेहनत की राह खुशियाँ मिलेगी आती रुकावटें हमेशा राह में उनकी आगे मिली जरूरत से ज्यादा सख्तियां मिलेगी शीला गहलावत... Hindi · मुक्तक 3 445 Share Sheela Gahlawat Seerat 12 Aug 2021 · 1 min read मुस्कान होठों पे मुस्कान सजायें बैठे हो तुम भी कैसे राज़ छुपाये बैठै हो कितने करीब आकर तुम छुप जाते मेरी परवाह न कर, महकाये बैठे हो शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़,... Hindi · मुक्तक 1 487 Share Sheela Gahlawat Seerat 11 Aug 2021 · 1 min read अहसास हर बूंंद बारिश की अहसास है तेरा मन मेरा है भीगा, अहसास है तेरा सदियों का वादा इक है वादा सावण सासें चलने लगी हैं, अहसास है तेरा शीला गहलावत... Hindi · मुक्तक 1 517 Share Sheela Gahlawat Seerat 10 Aug 2021 · 1 min read उम्मीद हाथों से फूलों की उम्मीद बंधी ताउम्र उसको पूजा, उम्मीद बंधी आकर जनाजें पर फूल रखे मेरे सब ही बदला फिर भी उम्मीद बंधी शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 1 2 440 Share Sheela Gahlawat Seerat 10 Aug 2021 · 1 min read महिमा हनुमान जी की, महिमा है न्यारी सबके हरते दुख, मिट जाते क्लेश भक्ति- शक्ति, विजय करें संचार है हाथ जोड़ विनती, मिट जाये क्लेश शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 4 517 Share Sheela Gahlawat Seerat 10 Aug 2021 · 1 min read शिव महिमा कंठ सर्पों की माला पहने सिर पर गंग की धारा लहरे शिव महिमा है, अपरंपार है शिव सबका, कल्याण करते शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 4 337 Share Sheela Gahlawat Seerat 10 Aug 2021 · 1 min read जोगन बन राधा-रूकमण सारे रूपों से गुजरी जोगन बन, मीरा वन में है घूमी अश्कों की मैं भी एक कहानी हूँ चाहा तुमने, चाहत तुम्हारी हूँ शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 6 415 Share Sheela Gahlawat Seerat 9 Aug 2021 · 1 min read आंचल तले डूब जाने को ही, दिल चाहता है तेरे आंचल तले सुकूँ पाता है सिलसिले जीवन भर खत्म न हो मस्ती में खो जाने, दिल चाहता है शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़,... Hindi · मुक्तक 2 314 Share Sheela Gahlawat Seerat 9 Aug 2021 · 1 min read असली- नकली चाहत से भी ज्यादा पाने की उसको आदत है ही खाने की असली- नकली सबके है सामने बात भरोसा करके लाने की शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 3 2 361 Share Sheela Gahlawat Seerat 8 Aug 2021 · 1 min read सत्य ही जीवन जीवन का सत्य, जीवन ही है सत्य रिमझिम सी फुव्हारों सा ही है सत्य मेघों से काले बादल सा बरसे पानी खुशियों की लाता सौगात ही है सत्य शीला गहलावत... Hindi · मुक्तक 3 5 503 Share Sheela Gahlawat Seerat 8 Aug 2021 · 1 min read बुनकर बुनती थी चल पडती हूँ उन ख्वाबों की चाहत में बचपन में बुनकर बुनती थी चाहत में मीलों तय करते थे ऊंची कूद कूदी थी थक जाती हूँ अब मन की भी... Hindi · मुक्तक 3 4 562 Share Sheela Gahlawat Seerat 8 Aug 2021 · 1 min read मखमली ख्वाब रूई के फोहे से हैं मेरे मखमली ख्वाब रेशम के धागों से कसीदे हैं कुछ ख्वाब ख्वाहिश, अरमान, ख्वाब, फरमाइश हैं रेशम की डोरी से धागे बुनकर बुनती हूँ सीरत... Hindi · मुक्तक 3 2 534 Share Sheela Gahlawat Seerat 30 Jul 2021 · 1 min read मुहब्बत कच्ची मिट्टी का आशियाना है ढे़र हो गई सारी ही खुशियाँ हैं मुहब्बत, है मुहब्बत का जख्म खत्म सारी हो गई खुशियाँ हैं शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 3 428 Share Sheela Gahlawat Seerat 30 Jul 2021 · 1 min read मौज उड़ा लै हरियाणवी एक पल का भी भरोसा कोनी तेरे नखरे कई हजार सै, आज छोड़ कै चिन्ता मौज उड़ा लै, सीरत" कल का न कोई एतबार सै! शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़,... Hindi · मुक्तक 4 501 Share Sheela Gahlawat Seerat 28 Jul 2021 · 1 min read दीवाना घुमता हर कोई प्यार ढूढ़ता है तन्हा है साथ ढूढ़ता है खुशी बस यहाँ मन की दीवाना होकर घुमता है शीला गहलावत सीरत चण्डीगढ़, हरियाणा Hindi · मुक्तक 2 271 Share Page 1 Next