Shah Alam Hindustani Language: Hindi 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shah Alam Hindustani 6 Jun 2023 · 1 min read कश्मीर नज्म कैसे कहते हो जन्नत के जैसी हूँ मैं, आके तुम देखलो कैसी लगती हूँ, हर तरफ गोलियों की ही आवाज़ है, जिसमें अपनों को ही लेके सिमटी हूँ मैं, आओ... Hindi · नज़्म 97 Share Shah Alam Hindustani 18 Apr 2019 · 1 min read Tic Toc Pe Shayri टिक टॉक पे शायरी बे शर्मी और हया का जो पिक-पाक हो गया।। एक्टिंग का जो नशा था वो खाक हो गया ।। चेहरे उतर गए हैं उन लोगों की दोस्तों , जबसे ये... Hindi · कविता 234 Share Shah Alam Hindustani 16 Mar 2019 · 1 min read दुनिया भर में कही कैंडल मार्च नही होता दिख रहा, क्या वजह है..? Oh! मरने वाले मुसलमान थे...../ मारने वाला शैतान था इसलिए ।। दिल मे उसके न ईमान था इसलिए ।। पूरी दुनिया ने अफ़सोस गम कुछ न की, मरने वाला मुसलमान था इसलिए ।। ✍️ शाह... Hindi · कविता 258 Share Shah Alam Hindustani 18 Feb 2019 · 1 min read वतन के शहीदों के हवाले एक नज़म ये जमी कह रही वो फलक कह रहा....। खूँ से लिपटा हुआ वो सड़क कह रहा..। देते कब तक रहेंगे खिराजे अक़ीदत... चीख़ करके ये दिल बे झिझक कह रहा।... Hindi · कविता 1 443 Share Shah Alam Hindustani 19 Jan 2019 · 1 min read मोबाइल और सनम मेरे प्यार को यारों दे दिया तलाक़ उसने, और दिल के अरमां को कर दिया हलाक़ उसने ! सोचा फोन पे उनसें थोड़ी गुफ़्तगू कर लूं , कॉल काट कर... Hindi · लेख 264 Share Shah Alam Hindustani 19 Jan 2019 · 1 min read अमीरी औऱ गरीबी हजारों रंग के साये जहाँ बिखरे हुए थे।। जहाँ रंगीनियों के फूल बस निखरे हुए थे। । वही देखा मुरझाये हुए कुछ फूल गरीबों के , जो अमीरे शहर के... Hindi · लेख 209 Share Shah Alam Hindustani 8 Jan 2019 · 1 min read सबसे प्यारा मेरा महबूब मुझे देखती है, मुझे सोचती है, अगर कुछ कहूँ तो ,बहुत बोलती है।। कभी है रुलाती ,कभी है हसाती, कभी खवाब में आके, मुझको सताती।। सुनो मेरे यारो, मेरा जो... Hindi · गीत 200 Share Shah Alam Hindustani 2 Jan 2019 · 1 min read मेरा प्यारा बचपन मुझको बतलाओ दिन वो कहाँ खो गए, मेरे कागज़ के नैया कहाँ खो गए, चिड़ियो की तरह वो चहचहाना मेरा, और यहाँ से वहाँ दौड़ लगाना मेरा मेरे बचपन के... Hindi · कविता 338 Share Shah Alam Hindustani 2 Jan 2019 · 1 min read मेरा देश दिए नफरतों के बुझाने चला हूँ, मैं हिन्दू मुसलमा को मिलाने चला हूँ, न हो कोई दंगा फसाद यहाँ पर, मैं भारत को भारत बनाने चला हूँ!! मैं दिवाली मिलके... Hindi · गीत 243 Share Shah Alam Hindustani 2 Jan 2019 · 1 min read मेरा देश दिए नफरतों के बुझाने चला हूँ, मैं हिन्दू मुसलमा को मिलाने चला हूँ, न हो कोई दंगा फसाद यहाँ पर, मैं भारत को भारत बनाने चला हूँ!! मैं दिवाली मिलके... Hindi · गीत 239 Share Shah Alam Hindustani 31 Dec 2018 · 1 min read मेरा महबूब बाँसुरी में कोई धुन जैसे लगाई हुई है, जैसे बादल में घटा काली छाई हुई है, मेरी जाँ तुम भी मेरे खातिर वैसी ही हो जैसे फूलों में कोई खुशबू... Hindi · लेख 219 Share