डॉ. शशांक शर्मा "रईस" Tag: ग़ज़ल 57 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 Nov 2024 · 2 min read वो तो मां है जो मुझे दूसरों से नौ महीने ज्यादा जानती है न जाने किन-किन तकलीफों से गुजर जाया करती है, नौ महीने दर्द सहकर मां होने का फर्ज़ अदा करती है!! नादां हैं हम जो समझ नहीं पाते हैं क़ीमतें उसकी,... Hindi · कविता · ग़ज़ल · मां ❤️ · मां की ममता 17 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 15 Oct 2024 · 1 min read "लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल" (महान स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी) सरदार वल्लभ का नाम था महान, भारत की आज़ादी का था जिनमें अरमान। लौह पुरुष का दिया उन्हें सम्मान, बने आज़ादी के सच्चे प्रहरि-दान। देश को जोड़ा उन्होंने संजीवनी सा,... Hindi · कविता · ग़ज़ल · सरदार वल्लभ भाई पटेल पर कविता 20 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Sep 2024 · 2 min read "हिंदी भाषा है, समाज का गौरव दर्पण" "हिंदी भाषा है, समाज का गौरव दर्पण" हिंदी भाषा है, समाज का गौरव दर्पण, जिसमें झलके संस्कृति का हर अर्पण!! शब्दों में यूं बसती है जन-जन की पीड़ा, रस भावों... Hindi · अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस · कविता · ग़ज़ल · गीतिका · हिंदी 45 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 16 Sep 2024 · 1 min read इश्क़ ज़हर से शर्त लगाया करता है "इश्क़ ज़हर से शर्त लगाया करता है" इश्क़ ज़हर से शर्त लगाया करता है, दिल को दर्द से भरमाया करता है!! चुपचाप निगाहों में खो जाता है, आंसुओं से रिश्ता... Hindi · इश्क मोहब्बत · ग़ज़ल · ज़हर · तन्हाई 57 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 17 Aug 2024 · 1 min read सजदा यूं सजदे में सर झुका गई तमन्नाएं उसकी, हुक्म-ए-यार में झुका सर उसे दिखता नहीं इत्तेफ़ाक ही था पहली नज़र का मिलना भी, शर्म-ओ-हया में छिपा चेहरा उसे दिखता नहीं... Hindi · ग़ज़ल · तमन्ना · सजदा 41 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 1 Aug 2024 · 1 min read मुलाकातें वो राज़ की बातें भी ज़रा सी थी, तेरी मेरी मुलाकातें भी ज़रा सी थी!! चांद भी अब क्या कहे तकल्लुफ में, इन लफ़्ज़ों में सियासत भी ज़रा सी थी!!... Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुलाकात · शेर 95 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 21 Jun 2024 · 1 min read यूं तुम से कुछ कहना चाहता है कोई, यूं तुम से कुछ कहना चाहता है कोई, बस इस दिल में रहना चाहता है कोई, काजल यूं जचता है इन सलोने नैनो में, आंखों को खूबसूरत कहना चाहता है... Hindi · ग़ज़ल · मुक्तक 41 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 17 Jun 2024 · 1 min read नई ज़िंदगी दरख़्त-ए-जिगर में इक आशियाना रक्खा है, यूं दिल में छुपा कर इक जमाना रक्खा है, हर-सम्त सुकून ढूंढने में निकाल दी नई ज़िंदगी, क्या आसमां क्या जमीं बस ठिकाना रक्खा... Hindi · कोटेशन · ग़ज़ल · शेर 40 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 11 Jun 2024 · 1 min read कहां कहां ढूंढू तुझे मैं गज़लों में, चंद बातें यहां, चंद ख़्वाब हैं हँसते, मैं हूँ एक आवाज़, विचारों के अनंत सागर में!! कविता के गीत, सुरमयी धुन में सजाते, ह्रदय को मन मोह देते, रूह को... Hindi · कविता · ग़ज़ल · रूपक · शगुन 55 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 Jun 2024 · 1 min read *कागज पर जिंदगी* जब कुछ लिखा मैंने जीवन की कठिनाई को, उजड़े हुये मण्डप की खामोश शहनाई को!! सपनों के नील गगन में, जज्बातों को बोने लगे, कागज पर लिखी जिंदगी, तो शब्द-शब्द... Hindi · कविता · ग़ज़ल · जिंदगी · बागबान 99 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 Jun 2024 · 1 min read बिखरे हुए सपने हैं मेरे बिखरे हुए सपने हैं मेरे, गुमसुम सा दरिया है जहां, अकेलेपन की ठंडी हवा है, खुशियों भरी शांति है यहां!! लगता है बदला किसी से है, हर चीज़ यहां बेज़ार... Hindi · कविता · ग़ज़ल · दरिया · सपने 80 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 Jun 2024 · 1 min read बस तुझे अब दुआओं में मांगा करते हैं बस तुझे अब दुआओं में मांगा करते हैं, तुझमें तू नहीं, मुझे ख़ुदा दिखाई देता है!! शौक़-ए-तमन्ना में मुझे वो शख्स ना मिला, मुझे भी वो ख़ुद से जुदा दिखाई... Hindi · कविता · खुदा · ग़ज़ल · दुआ 48 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 Jun 2024 · 1 min read ज़िंदगी का जंग बेहतर होता कि मोड़ते जाते कोरा कागज़, बोझल पलकें न देंगे ज़िंदगी का हर संग!! यूं लगता है जैसे अधूरा है ज़िंदगी का चेहरा, बस उतर गया कहीं पर्दे से... Hindi · कविता · ग़ज़ल · जिंदगी · मोहब्बत 40 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 5 Jun 2024 · 1 min read उस बेवफ़ा से क्या कहूं दरकते दीवार को सिया नहीं जाता, छलके जाम को पिया नहीं जाता!! जो अपना था अब पराया हो गया, उसपे ऐतबार किया नहीं जाता!! आज भी उन तंग गलियों को... Hindi · ग़ज़ल · दीवार · बेवफ़ा शायरी 1 47 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 31 May 2024 · 1 min read "बचपन यूं बड़े मज़े से बीता" बचपन यूं बड़े मज़े से बीता, ज़वानी कट गई सारी जिम्मेदारी में!! अब इस उमर में क्या रोना धोना, बुढ़ापा कट ही जायेगा प्यार की बीमारी में!! देखो सारे बाल... Hindi · ग़ज़ल · ज़वानी · ज़िन्दगी · बचपन 65 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 31 May 2024 · 1 min read उलझन है मेरे दिल में, भरी हुई हर पल में उलझन है मेरे दिल में, भरी हुई हर पल में, समय की दौड़ में, बस जीने की ख्वाहिश है!! रास्तों का सफ़र अनंत गहराइयों की याद दिलाते हैं, बस इन... Hindi · कविता · ख्वाब · ग़ज़ल · मंजिल · संघर्ष की दास्तान 74 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 28 May 2024 · 1 min read दिल में उत्तेजना और उम्मीदें ज़र्द हैं आपके प्यार का हिज्र दर्दनाक है, दिल में उत्तेजना और उम्मीदें ज़र्द हैं!! हर साँस पे अब बिछड़ने का ग़म पलता है, अमन की राह में नई बारिश का इंतज़ार... Hindi · ग़ज़ल 53 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 28 May 2024 · 1 min read इश्क़ का ख़याल मुहब्बत की आग में जलने का अद्भुत अहसास, इक नये अनुभव, इक नये इश्क़ का ख़याल है!! दिल में उम्मीद की दीपक थमी है जगमगाते, जैसे तारे खो गए हैं,... Hindi · ग़ज़ल 34 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 28 May 2024 · 1 min read जब चांदनी रातों में आहट उठाती है जब चांदनी रातों में आहट उठाती है, बस दिलों के चिराग़ जगमगाती हैं!! चांद सा चेहरा अगर दिख जाए तो, हर दिल में ख्वाहिशें बढ़ जाती हैं!! चांदनी की कई... Hindi · ग़ज़ल 53 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 28 May 2024 · 1 min read चाँदनी रात चाँदनी रात में अब चाँद निकल आया है, सबके दिलों को अपने गाने संग भाया है!! सूरज, चाँद, तारे भी यहाँ आ कर गिर पड़े, सबके दिल में प्यार का... Hindi · ग़ज़ल 31 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 28 May 2024 · 1 min read मेरा दिल भर आया बहुत सा चांद के हुस्न को जब देखा, मेरा दिल भर आया बहुत सा!! मदहोश होकर उठे तारे भी, ख़ूबसूरती में वो चांद से कम नहीं!! कितनी प्यारी है शबनमी रात यहाँ,... Hindi · ग़ज़ल 38 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 28 May 2024 · 1 min read जुगनू और आंसू: ज़िंदगी के दो नए अल्फाज़ जुगनू रात में उड़ा करते हैं, आंसू वादियों में बह जाते हैं!! जुगनू चमकते हैं अंधियारे में, आंसू दर्द की कहानी सुनाते हैं!! जुगनू संगीत सुनाते हैं रातों में, आंसू... Hindi · ग़ज़ल 55 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 28 May 2024 · 1 min read इश्क़-ए-जज़्बात तारीफ़ करने के लिए, और क्या बात हो सकती है, आपकी आँखों में छिपी हुई इश्क़-ए-जज़्बात हो सकती है!! वो सपने, वो आरज़ूएं, जो कह जाती हैं ख़ुद ही बातें,... Hindi · ग़ज़ल 48 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 28 May 2024 · 1 min read "उमंग तरंग हो मन का मेरे, हर सुख का आभास हो" उमंग तरंग हो मन का मेरे, हर सुख का आभास हो, मीठी सी धूप लाने वाला, मेरे जीवन का प्रभात हो!! चंचलता तेरी लहर नदी सी चलती जैसे सांस हो,... Hindi · ग़ज़ल 63 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 28 May 2024 · 1 min read दिल दिल थाम के बैठे है यूं सरेराह हम, तेरी यादें जहन से बोझल हो चली हो!! क्या बताएं, बताने को बचा ही क्या है, सामने हो, मगर नज़र से ओझल... Hindi · ग़ज़ल 1 52 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 27 May 2024 · 1 min read कागज कोरा, बेरंग तस्वीर कागज कोरा बेरंग तस्वीर बिना धुन राग अगेय सा गीत कोई न साथ बाकी है परछाई कोई शिकवा गिला न अच्छाई बुराई जली तस्वीर रंग हुए राख सुलग रहा मर्म... Hindi · ग़ज़ल 79 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 26 May 2024 · 1 min read धीरे-धीरे सब ठीक नहीं सब ख़त्म हो जाएगा धीरे-धीरे सब ठीक नहीं सब ख़त्म हो जाएगा, जीवन जहां पर रुका, वहीं से शुरू हो जाएगा!! ना तुमको हमराह ज़रूरत होगी हमसफ़र की, ना हमको कोई तलब होगी किसी... Hindi · ग़ज़ल 43 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 19 May 2024 · 1 min read मैं बन जाऊँ निगाह तुम्हारी मैं बन जाऊँ निगाह तुम्हारी, तुम ख़्वाब मेरे बन जाना!! मैं बन कर रहूंगा राज़ तुम्हारा, तुम हमराज़ मेरे बन जाना!! आँखें खोजती है तुम्हारा पता, बस तुम मंज़िल मेरे... Hindi · ग़ज़ल 42 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 12 May 2024 · 1 min read मेहनत करके आगे आए हैं, रुकेंगे थोड़ी मेहनत करके आगे आए हैं, रुकेंगे थोड़ी, खानदानी खून है, यूं झुकेंगे थोड़ी...!! आंखों में जूनून है, कुछ पाने का, पास पहुंचकर अपने लक्ष्य को छोड़ेंगे थोड़ी...!! ज़ालिम है ये... Hindi · ग़ज़ल 48 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 12 May 2024 · 1 min read टुकड़े-टुकड़े दिन है बीता, धज्जी-धज्जी सी रात मिली टुकड़े-टुकड़े दिन है बीता, धज्जी-धज्जी सी रात मिली, जिसका जितना दामन था, उसको उतनी सौगात मिली!! बीते हुए उन सालों से पूछो, किसको कितना प्यार हुआ, थोड़ी ही खुशियों की... Hindi · ग़ज़ल 59 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 12 May 2024 · 1 min read मौसम बहुत सर्द है, आओ कुछ ख़्वाहिशों को आग लगाई जाए!! दिन है तन्हा, रात है तन्हा, चलो कोई दर्द भुलाई जाए, मौसम बहुत सर्द है, आओ कुछ ख़्वाहिशों को आग लगाई जाए!! बिन तुम्हारे कभी नहीं आई, चलो मेरी नींद... Hindi · ग़ज़ल 79 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 12 May 2024 · 1 min read ज़िंदगी जीने को कुछ वक्त बाकी है!! क्या बयां करूं, गर्दिश-ए-हालात में, ज़िंदगी जीने को कुछ वक्त बाकी है!! मैं सोचता बहुत हूं, मगर ये भी न सोचूं, अंधेरों में चराग़ जलाना अभी बाकी है!! मंजिलें कुछ... Hindi · ग़ज़ल 31 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 12 May 2024 · 1 min read प्रगति पथ पर बढ़ते जाओ प्रगति पथ पर बढ़ते जाओ, पर मानवता की डोर ना छूटे!! 'उस' ओर पहुंचने की चाहत में तुमसे तुम्हारा इस ओर ना छूटे!! हमारा उम्र भर का साथ जो ठहरा,... Hindi · ग़ज़ल · शेर 41 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 12 May 2024 · 1 min read मेरी वो हसरत, जो हमेशा टूट जाती है मेरी वो हसरत, जो हमेशा टूट जाती है, मेरी क़िस्मत ही मुझसे यूं रूठ सी जाती है!! प्यार हो जाना, जैसे ख़ुदा की इबादत हो गई, इक ज़िंदगी से नई... Hindi · ग़ज़ल · शेर 34 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 8 May 2024 · 1 min read कमबख़्त ये इश्क़ भी इक आदत हो गई है कमबख़्त ये इश्क़ भी इक आदत हो गई है, उसके लिए तो पूरी ज़वानी ख़राब हो गई है!! सोचता हूं शबनमी होठों पे चिलमन रखूँ, हिज्र में भी उसकी सुकून-ए-दीदार... Hindi · ग़ज़ल 45 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 8 May 2024 · 1 min read शबनम शबनम उठा के देखो नज़रों की क़ायनात, कह रही है ये चाँदनी बस तुम्हारी ही बात!! हर सांवली सूरत में बसी ख़्वाब और वफ़ाएँ, जैसे ख़ुदा ने पूछी हो यूं... Hindi · ग़ज़ल 48 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read सुना है इश्क़ खेल होता है दिल रौशनी से भरा होता है, और जहान में रात होती है!! सच कहता तब मेरी उन दो, जुगनूओं से मुलाकात होती है!! दीवार-ए-दिल दर्द से भरा होता है, कागज-ए-नम... Hindi · ग़ज़ल 45 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read धड़कन-धड़कन साँस-साँस कुछ कहती है, धड़कन-धड़कन साँस-साँस कुछ कहती है, नन्हीं-सी एक खुशी साथ तुम्हारे रहती है!! चांदनी ज्यों ज्यों तेरी सूरत पे बरसती है, ये आंखें बस तेरी इबादत को तरसती है!! मैं तमाम... Hindi · ग़ज़ल 44 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read अजनबी सा सफ़र रात का सफ़र ये अजनबी सा सफ़र, जुगनूएं आवाज़ दे रहे कि रात हुई!! मुहब्बत की राहों में हम मिले न कभी, जानें अनजाने में फिर क्या बात हुई!! सितारों... Hindi · ग़ज़ल 45 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read तेरी वफाएं जब मेरा दिल तोड़ जाती है तेरी वफाएं जब मेरा दिल तोड़ जाती है, हवाएं तेरी खुशबू मेरे पास छोड़ जाती है!! अजीब हलचल मचा जाती है तेरी दस्तक, दीवार-वो-दर भी थोड़ी सहम सी जाती है!!... Hindi · ग़ज़ल 31 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read बहारों के मौसम में तेरा साथ निभाने चला हूं बहारों के मौसम में तेरा साथ निभाने चला हूं, मन मस्ती में प्यार भरे गीत गुनगुनाने चला हूं!! बारिश से मेरे हौसलों पर फर्क नहीं पड़ता, एक तेरी उम्मीद की... Hindi · ग़ज़ल 90 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read मेरी जानां शर्माती हुई जब वो बगल से चली जाती है, झिझक से मेरी जान निकल सी जाती है!! तेरा यूं शर्माना हमें जगाता रह गया शब भर, नज़रे मिलते ही ज़िंदगी... Hindi · ग़ज़ल 30 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read जादुई निगाहें भीगी भीगी जुल्फें हैं, या खुशबुओं का साया है!! चांदनी सा बदन, मखमली लिबास की काया है! ख़्वाब हो, या कोई हकीकत नहीं जानता, जैसे हसीं वादियों में जन्नत की... Hindi · ग़ज़ल 32 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read चांद निकलता है चांदनी साए को तरसती है साए पर सजी हुई चांदनी सी रात की है, चाँद ने आंखों में महके हुए सी बात की है!! हर सोच और ख़्वाब यहाँ मंज़र बन जाते हैं, दिल को... Hindi · ग़ज़ल 28 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 7 May 2024 · 1 min read आज गज़ल को दुल्हन बनाऊंगा आज गज़ल को दुल्हन बनाऊंगा, यूं शब्दों का हुनर आजमाऊंगा!! यूं शर्माएगी जब गज़ल घूँघट ओढ़े, उठते हुए स्वरों का समां चढ़ाऊंगा!! कविता की रानी बन उठेगी दुल्हना, हर कूदकों... Hindi · ग़ज़ल 35 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read कब बिछड़कर हम दोनों हमसफ़र हो जाए न जाने हम कुछ ऐसा कर जाए, तेरे सीने से लिपटकर सो जाए!! बेचैन है मेरी ये बाहें तुझे पाने को, जी भर जिए, पल भर में मर जाए!! ख़ामोशी... Hindi · ग़ज़ल 57 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read पिता एक उम्मीद है, एक आस है पिता एक उम्मीद है, एक आस है, परिवार की हिम्मत और विश्वास है!! बाहर से सख्त अंदर से नर्म है, उसके दिल में दफन कई मर्म हैं!! पिता ज़मीर है... Hindi · कविता · ग़ज़ल 246 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read यूं आंखों ही आंखों में शरारत हो गई है, यूं आंखों ही आंखों में शरारत हो गई है, लगता है अब तुमसे मोहब्बत हो गई है!! कुछ ख़फ़ा सी है मुझसे, तेरी निगाहें ग़ालिबन, बोझल पलकों से आंसुओं की... Hindi · ग़ज़ल 37 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read ज़िंदगी तो फ़क़त एक नशा-ए-जमज़म है तेरी यादों में बस इतना खोए रहते हैं, बिस्तर पर तन्हा तन्हा सोए रहते हैं!! याद आते हैं तेरे मेरे गूफ्तगू के वो अल्फाज़, शब-ए-फुरकत में बस पागल से हुए... Hindi · ग़ज़ल 30 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 6 May 2024 · 1 min read शर्माती हुई जब वो बगल से चली जाती है शर्माती हुई जब वो बगल से चली जाती है, झिझक से मेरी जान निकल सी जाती है!! तेरा यूं शर्माना हमें जगाता रह गया शब भर, नज़रे मिलते ही ज़िंदगी... Hindi · ग़ज़ल 33 Share Page 1 Next